नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता समाप्त & दिल्ली उत्तराखंड, मुंबई में नए मामलों में कमी & दूसरी लहर में मौत का दर बहुत ज्यादा- कारण ?& पणजी- 26 मरीजों की मौत & Top News 11 May 21

11 MAY 2021: Himalayauk Newsportal Presents # अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय – 44 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. # कोरोना वायरस को लेकर नए-नए रिसर्च और सर्वे # वायरस का हवा में फैलने का सबसे ज्यादा खतरा 3 से 6 फीट के बीच #उत्तराखंड समेत देश के कई राज्यों में हर दिन कोविड-19 मामलों में कमी; स्वास्थ्य मंत्रालय #कोरोना के नए मामलों और मौत के आकंड़े कम #एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले लोगों को राहत – RT-PCR की नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता को समाप्त- केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक और अहम फैसला लिया # तृणमूल कांग्रेस के एक नेता को गोली मारकर घायल कर दिया. # यज्ञ करने से कोरोना की तीसरी लहर हिन्दुस्तान को नहीं छू पाएगी. — पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय – 44 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

लखनऊ:कोरोना की दूसरी लहर (Corona Second Wave) ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में तबाही मचा रखी है. महामारी की चपेट में आकर अब तक 44 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मरने वालों में 19 प्रोफेसर और 25 गैर टीचिंग स्टॉफ शमिल हैं. एएमयू के वीसी (AMU VC) तारिक मंसूर ने आईसीएमआर (ICMR) को खत लिखकर आशंका जताई है कि अलीगढ़ के सिविल लाइंस क्षेत्र में कोविड-19 का कोई जानलेवा वैरिएंट फैला हुआ है. वायरस की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए उन्होंने सैंपल सीएसआईआर को भेजे हैं.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का कब्रिस्तान कोरोना की चपेट में आए एएमयू के स्टॉफों से भरा पड़ा है. आज कोरोना की चपेट में आए एएमयू के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर शोएब जहीर ने दम तोड़ दिया. उनके पार्थिव शरीर को आज कब्रिस्तान में दफनाया गया. एएमयू का कब्रिस्तान उन लोगों की कब्रों से भरा पड़ा है, जो पिछले करीब 20 दिनों में अपनी जान गंवाएं हैं. एएमयू में राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ. अर्शी खान ने बताया कि विश्वविद्यालय का कब्रिस्तान हाल ही में हुई लोगों की मौतों के बाद कब्रों से भरा पड़ा है. उन्होंने कहा कि यह एक बहुत बड़ी त्रासदी है. इसमें एएमयू के कई जाने-माने डॉक्टरों, दिग्गज प्रोफेसरों, डीन, चेयरमैन का इंतकाल हुआ है. उन्होंने कहा कि ये स्वस्थ और युवा लोग थे जिन्होंने अपनी जान गंवा दी. एएमयू प्रवक्ता शफी किदवई ने कहा कि कोरोना की पहली लहर ने इतना नुकसान नहीं पहुंचाया था. तब एएमयू ने कोविड से लड़ने में अग्रणी भूमिका निभाई थी. दूसरी लहर में मौत का दर बहुत ज्यादा है. इसके पीछे क्या कारण है, यह एक चिंता का विषय है.  

एएमयू में करीब 30 हजार छात्र पढ़ते हैं. इनमें करीब 16 हजार विश्वविद्यालय के 19 हॉस्टल में रहते हैं. पहले विश्वविद्यालय के बंद होने के बाद भी बड़ी तादाद में आम छात्र, रिसर्च स्कॉलर, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र हॉस्टल में रहते थे. लेकिन इतनी मौतों के बाद यहां दहशत का माहौल है और हॉस्टल खाली हो गए हैं.

पणजी 26 मरीजों की मौत

पणजी, 11 मई 2021   गोवा में आज तड़के 2 बजे से 6 बजे के बीच कम से 26 मरीजों की जान महज इसलिए चली गई क्योंकि ऑक्सीजन की सप्लाई में बाधा आ गई

मंगलवार  की सुबह महज 4 घंटों के दौरान 26 मरीजों की मौत हो गई. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि इस पूरी घटना की जांच होनी चाहिए,   

हाईकोर्ट भी इस संबंध में पूछताछ कर सकता है.  गोवा में करीब 50 मौतें हो चुकी हैं. गोवा मेडिकल कॉलेज (GMC) अस्पताल में सबसे ज्यादा 20 से 30 के आसपास मौतें हुई हैं. आज वहां 26 मौतें हुईं. स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने के कारण ऐसा हो सकता है.

कोरोना वायरस को लेकर नए-नए रिसर्च और सर्वे ;; वायरस का हवा में फैलने का सबसे ज्यादा खतरा 3 से 6 फीट के बीच

कोरोना वायरस को लेकर नए-नए रिसर्च और सर्वे सामने आ रहे हैं. अब एक बार इस वायरस के हवा में फैलने (is coronavirus airborne) की बात सामने आ रही है. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानि CDC ने भी ये बात कही है. सीडीसी ने कहा है कि कोरोना वायरस हवा में फैल सकता है. इस वायरस का हवा में फैलने का सबसे ज्यादा खतरा 3 से 6 फीट के बीच हैं. इस दूरी में ये वायरस फाइन पार्टिकल्स के रूप रहता है. यहां ये कई घंटों तक रह सकता है. इससे पहले लैंसेट पत्रिका में एक रिपोर्ट छपी थी जिसमें कोरोना वायरस के हवा में फैलने की बात सामने आई थी.  

CDC की मानें तो पूरी दुनिया में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है. जिसके कारण SARS-CoV-2, वायरस जो कोरोनावायरस की वजह बनता है, सांस के जरिए हवा में भी फैल सकता है. दरअसल,  वायरल एक फाइन पार्टिकल्स के रूप में हवा में तेजी से फैल सकता है. सीडीसी इसके पीछे कई तर्क दे रहा है कहा जा रहा है कि सांस छोड़ते वक्त सबसे बड़ी बूंदें हवा से तेजी से बाहर निकलती हैं. ये बूंदे कुछ सेकंड से लेकर मिनटों तक हवा में रहती हैं. बाद में ये बड़ी बूदें सूख जाती हैं और 6 फीट से ज्यादा ऊपर हवा में भी तेजी से फैल सकती हैं. ये बूंदें कई घटों तक रह सकती हैं. इस वजह से माना जा रहा है कि कोरोना वायरस हवा में तेजी से फैल सकता है. 

हवा में कैसे फैल रहा है कोरोना? 1 संक्रमित व्यक्ति के बोलने से  2 लार और थूक के बरीक कणों से  3 सांस से निकले वाले एयर ड्रापलेट्स से  4 छींकने और खांसने से
5 बहुत सारे लोगों के इकट्ठा होकर बात करने से

जब लोगों को घर पर रहकर भी कोरोना वायरस प्रभावित कर रहा हो तो आपको बहुत एहतियात बरतने की जरूरत है. ये वायरस हवा इतनी तेजी से फैल रहा है,  कि आपको बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. आपको इन बातों का सबसे ज्यादा ख्याल रखना चाहिए.

लोगों से ज्यादा से ज्यादा दूरी बना कर बातचीत करें  घर में एयर वेंटिलेशन और धूप आती हो भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें  हर वक्त मास्क पहन कर रहें थोड़ी-थोड़ी देर बाद अपने हाथ साबुन से धोते रहें या सैनिटाइज कर लें

WHO की ओर से भी सुझाव दिया जा रहा है कि ट्रांसमिशन की चेन को ब्रेक करना सबसे जरूरी है. इसके लिए आपको सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजेशन का सबसे ज्यादा ध्यान रखना है. 

उत्तराखंड समेत देश के कई राज्यों में हर दिन कोविड-19 मामलों में कमी; स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश के कई राज्यों में हर दिन कोविड-19 मामलों में कमी देखी जा रही है। मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, तेलंगाना, चंडीगढ़, लद्दाख, दमन और दीव, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप जैसे राज्यों में कमी देखी गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा- भारत सरकार के दिशानिर्देश के अनुसार इस तरह के बहुत से प्रांतों में भी इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. लव अग्रवाल ने कहा कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़ समेत 18 राज्यों में रोजाना संक्रमण के मामलों में गिरावट देखी जा रही है.

इसके अलावा महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार और गुजरात में लगातार नए मामलों में कमी आ रही है। वहीं दूसरी तरफ अगर उन राज्यों की बात करें जहां पर संक्रमण की दर बढ़ रही है, तो कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, पंजाब, असम, जम्मू और कश्मीर, गोवा, हिमाचल प्रदेश, पुदुचेरी, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश ऐसे राज्य हैं जहां पर हर दिन नए मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।

देश में कोरोना की रोकथाम को लेकर लॉकडाउन से लेकर कड़ी पाबंदियां जारी हैं। इस बीच मंगलवार को प्रेस कॉफ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने ताजा आंकड़े रखें। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए मामलों और मौत के आकंड़े कम हो रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में 13 राज्य ऐसे हैं। जहां एक लाख से भी ज्यादा सक्रिय मामले हैं। 6 राज्यों में 50 हजार से 1 लाख के बीच एक्टिव मरीज है। वहीं 17 राज्य ऐसे हैं, जहां 50 हजार से कम एक्टिव मामले मिले हैं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए राहत की खबर

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए राहत की खबर है. कोरोना के नए मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है. दोपहर साढ़े तीन बजे स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 12,481 नए मामले आए हैं, जो 12 अप्रैल के बाद सबसे कम हैं. इसी के साथ संक्रमण दर (पॉजिटिविटी रेट) गिरकर 17.76 फीसदी हो गई. पिछले 15 दिनों में दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट आधा हुआ है. 24 घन्टे में 70,276 टेस्ट की गई.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 347 मरीजों की मौत हुई है. इसी के साथ दिल्ली में कोरोना से कुल मौत का आंकड़ा 20 हजार के पार हो गया है. अब तक शहर में 20,010 मरीजों की मौत हुई है. इस समय 83,809 मरीजों का इलाज चल रहा है. इनमें से 51,480 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. दिल्ली में अब तक 13,48,699 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. इनमें से 12,44,880 लोग ठीक हो चुके हैं. सोमवार को शहर में कोरोना के 12,651 नए मामले आए थे और  319 मरीजों की मौत हुई थी. वहीं रविवार को दिल्ली में कोरोना वायरस से 273 मरीजों की मौत हुई थी और कोविड-19 के 13,336 नये मामले सामने आये थे. शनिवार को 17364 नए मामले आए थे और 332 मरीजों की मौत हुई थी. दिल्ली में 17 मई तक लॉकडाउन लागू है. शहर में 19 अप्रैल को कोविड-19 के मामलों में तेज वृद्धि के कारण लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया था. तब शहर में संक्रमण दर करीब 35 फीसदी थी.

मुंबई में कोरोना के नए मामलों में अब कमी

कोरोना की दूसरी कहर के बीच मुंबई में कोरोना के नए मामलों में अब कमी देखी जा रही है. मुंबई में कोविड के नए मामलों को कैसे नियंत्रित किया गया और अफरातफरी से बचा गया, इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी. मुंबई में सोमवार को 1794 लोग, रविवार को 2403 लोग और 2678 लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ”मुंबई एक बड़ा शहर है. वहां कॉरपोरेशन (बीएमसी) और राज्य सरकार ने जो कदम उठाए वहां के प्रोसेस को आसान किया . हम बताना चाहते हैं. कंट्रोल रूम जो उनका था, मुंबई कॉरपोरेशन के स्तर पर न करते हुए, उसको 24 वॉर्ड में 24 कंट्रोल रूम बनाए गए.”

उन्होंने आगे कहा, ”जितने भी कोरोना टेस्ट रिजल्ट आते थे, उन टेस्ट रिजल्ट को मेन कंट्रोल रूम में भेजा गया. उसके बाद सभी कंट्रोल रूम में न सिर्फ फोन ऑपरेटर, वहां डॉक्टर और अन्य स्टाफ भी तैनात किए गए. एंबुलेंस को तैनात किया गया.”

लव अग्रवाल ने कहा कि जैसे ही मरीजों को अस्पताल की जरूरत महसूस होती. मरीजों को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया जाता. इस प्रोसेस की वजह से काफी राहत मिली. मुंबई में 800 एसयूवी को भी एंबुलेंस बनाया गया. इसे आईटी ऑपरेशन के द्वारा मॉनिटर किया जाता था. अस्पताल में बेड पता करने के लिए, एक सेंट्रलाइज डैशबोर्ड बनाया गया. ताकि मरीजों को परेशानी नहीं हो.

RT-PCR की नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता को समाप्त

केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण के बीच एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले लोगों को राहत प्रदान की है। इसके तहत अब एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर RT-PCR की नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक और अहम फैसला लिया, जिसके तहत अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले मरीज को भी आरटी पीसीआर जांच नहीं करानी होगी, लेकिन शर्त यह है कि उसे पांच दिन से बुखार न आया हो।

देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए कई राज्यों में लॉकडाउन चल रहा है। इस दौरान एक राज्य से दूसरे राज्य में आने वाले लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध तो नहीं लगाया गया है, लेकिन आरटी-पीसीआर की नेगेटिव जांच अनिवार्य की गई थी। ऐसे में लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। लोगों को ट्रैवल करने से पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ता। इससे आशंका बढ़ जाती कि कहीं टेस्ट कराने की जद्दोजहद में ही वे कोरोना की जद में न आ जाएं।

पिछले दिनों भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने भी सिफारिश की थी कि एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा करने वाले स्वस्थ लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट कराने की जरूरत पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकती है क्योंकि इससे जांच प्रयोगशालाओं पर बोझ बढ़ रहा है। साथ ही रैपिड ऐंटिजन टेस्ट (RAT) या RT-PCR टेस्ट में संक्रमित पाए गए लोगों की दोबारा आरटी-पीसीआर जांच नहीं कराने का भी परामर्श आईसीएमआर की ओर से दिया गया था।

अब केंद्र सरकार ने RT-PCR की शर्तों में बदलाव करते हुए एक से दूसरे राज्य में जाने के लिए इसकी अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। साथ ही आईसीएमआर की दूसरी सिफारिश को भी मान लिया गया है, जिसके तहत पांच दिन बुखार न होने पर मरीज को RT-PCR की जांच बिना ही अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा।

पुणे में 249 बच्चे कोरोना संक्रमित — पुणे में कोरोना की तीसरी लहर से पहले इतनी संख्या में बच्चे संक्रमित पाए गए हैं।

देश में  कोरोना (Maharashtra Corona Case) की तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दे दी गई है और इस लहर में छोटे बच्चों को संक्रमण का ज्यादा खतरा बताया गया है। पुणे में एक साल से कम उम्र के 249 बच्चों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackrey) की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 249 बच्चों के संक्रमित पाए जाने के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने कुछ बालरोग विशेषज्ञों से चर्चा की और राज्य में एक स्वतंत्र टास्क फोर्स बनाने का फैसला लिया गया। पुणे में कोरोना की तीसरी लहर से पहले इतनी संख्या में बच्चे संक्रमित पाए गए हैं।

तीसरी लहर में छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के साथ युवाओं के अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। बच्चों के अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने के आदेश दे दिए गए हैं। कई जगहों पर चाइल्ड कोविड सेंटर तैयार किए जा रहे हैं। येरवडा के राजीव गांधी अस्पताल में तैयारी जारी है। यहां 200 ऑक्सिजन बेड की व्यवस्था की जा रही है।

बीते साल महाराष्ट्र के पुणे में सवा दो लाख बच्चों की कोरोना जांच की गई थी। जिसमें से 1 साल से कम उम्र के 249 बच्चे संक्रमित पाए गए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि इस लहर में छोटे बच्चों का खासा ध्यान रखें। बालरोग विशेषज्ञों की टास्क फोर्स जल्दी ही अपना काम शुरू कर देगी।

तृणमूल कांग्रेस के एक नेता को गोली मारकर घायल कर दिया.

पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में मंगलवार को अज्ञात उपद्रवियों ने तृणमूल कांग्रेस के एक नेता को गोली मारकर घायल कर दिया. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घटना उस वक्त हुई जब वह एक स्थानीय बाजार में सब्जी खरीद रहे थे.

उन्होंने कहा कि बंसबेरिया नगरपालिका के पूर्व उपाध्यक्ष आदित्य नियोगी को गंभीर हालत में पास के एक अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें कोलकाता रैफर कर दिया गया. भाजपा सूत्रों ने दावा किया कि यह घटना सत्ताधारी दल के अंदर गुटबाजी का नतीजा है.

आरोपों से इनकार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री तपन दासगुप्ता ने कहा, “भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हमला किया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के कुछ गद्दारों ने साथ दिया, जिनका हाल में हुए चुनावों के दौरान पर्दाफाश हुआ था.”

इस घटना के विरोध में बंसबेरिया इलाके में कुछ टीएमसी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल पर पुलिस को तैनात कर आगे की जांच की जा रही है और बदमाशों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.

यज्ञ करने से कोरोना की तीसरी लहर हिन्दुस्तान को नहीं छू पाएगी. — पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि यज्ञ करने से कोरोना की तीसरी लहर हिन्दुस्तान को नहीं छू पाएगी. उषा ठाकुर ने आगे कहा कि पर्यावरण के शुद्ध करने के लिए यज्ञ कर उसमें दो-दो आहूति सभी डालें. मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री उषा ठाकुर ने कहा- ये कर्मकांड और अंधविश्वास नहीं है बल्कि पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए यज्ञ चिकित्सा है. कोरोना की तीसरी लहर के प्रति सभी लोग जागरूक हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य सलाहकार डॉक्टर के. विजय राघवन ने चेतावनी देते हुए यह कहा था कि देश में कोरोना की एक और लहर जरूर आएगी. उन्होंने आगे कहा था कि चूंकि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान काफी मामले आ रहे हैं, इसलिए कोरोना की तीसरी लहर कब तक आएगी इस बारे में अभी कुछ भी कहना मुश्किल है, लेकिन यह लहर जरूर आएगी.

बाद में उन्होंने कहा था कि अगर लोग ठीक तरह से अगली लहर को सचेत हो जाए तो उसकी लहर कुछ कम हो सकती है या फिर नहीं भी आ सकती है. ऐसे में कई राज्य सरकारें एक और लहर की चेतावनी के बीच अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में जुट गई हैं. 

Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR; Mail; himalayauk@gmail.com

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