लॉकडाउन संभावित- PM की इमरजेंसी मीटिंग & संसद में कोरोना विस्फोट &बूस्टर डोज की शुरुआत 10 जनवरी 2022 से & 9 Jan 22 Top News
9 JANUARY 2022; Himalayauk News#HIGH LIGHT # मोदी संक्रमण थामने के लिए लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने के निर्देश दे सकते हैं : महामारी के इस दौर में किस तरह से संतुलित और हेल्दी फूड के ज़रिये अपना बचाव करें # 84 वर्षीय ब्रह्म देव मंडल बीते दिनों कोरोना वैक्सीन की 11 डोज लगवाने के लिए चर्चा में #योगी आदित्यनाथ का लखनऊ से गोरखपुर तक का टिकट #सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक सार्वजनिक रूप से आवाजाही पर रोक # ”मेरी सबसे पहले जिम्मेदारी है बीजेपी को हटाना ; कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिमी यूपी के बड़े मुस्लिम नेता समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले हैं
बूस्टर डोज की शुरुआत 10 जनवरी 2022 से हो रही है
धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में घोषणा की थी कि भारत में भी जरूरत मंद लोगों को कोरोना की बूस्टर डोज दी जाएगी। बूस्टर डोज की शुरुआत 10 जनवरी 2022 से हो रही है। अब केंद्र सरकार ने इसके लिए विस्तृत गाइडलाइन की ऐलान भी कर दिया है। सबसे अच्छी बात यह है कि पहले और दूसरे डोज की तरह इस बार कोविन ऐप पर नए रजिस्ट्रेशन नहीं करना होगा। जिन वरिष्ठ नागरिकों को बूस्टर डोज (Booster Dose) लगवाना है, वो सीधे टीकाकरण केंद्र पर जाकर ऐसा कर सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। पढ़िए बूस्टर डोज की पूरी गाइडलाइन
बूस्टर डोज के लिए टीकाकरण प्रक्रिया 8 जनवरी से शुरू हो चुकी है। ऑनसाइट अपॉइंटमेंट के साथ टीकाकरण 10 जनवरी से शुरू होगा।
प्रिकॉशन डोज या बूस्टर डोज की खुराक स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को 10 जनवरी से दी जाएगी। जिन लोगों को यह टीका लगाना है, वे सीधे किसी भी COVID टीकाकरण केंद्र में अपॉइंटमेंट ले सकते हैं या सीधे वहां पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं। 60 साल और उससे अधिक आयु के नागरिकों को बूस्टर डोज के लिए डॉक्टर से सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं है। हालांकि ऐसे व्यक्तियों को तीसरी खुराक लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने को कहा गया है।
केंद्र सरकार पहले ही कह चुकी है कि COVID-19 वैक्सीन की एहतियाती खुराक वही वैक्सीन होगी जो पहले दो खुराक में दी गई थी। जिन लोगों ने पहले कोवैक्सिन लगी है, उन्हें कोवैक्सिन लगाई जाएगी, जिन्हें कोविशील्ड की दो खुराक मिली है, उन्हें कोविशील्ड ही लगाई जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में तीसरे टीके को बूस्टर डोज के बजाए प्रिकॉशन डोज नाम दिया था। द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी ने जानबूझकर प्रिकॉशन डोज शब्द का इस्तेमाल किया क्योंकि तीसरा शॉट सिर्फ एक तीसरा शॉट होने के बजाय एक अलग टीका हो सकता है। हालांकि अभी की स्थिति में यही तय हुआ है कि तीसरे डोज के रूप में वही टीका लगाया जाएगा तो पहले दो बार में इस्तेमाल हुआ है। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि भारत के पास अगले कुछ महीनों में वैक्सीन के कई विकल्प होंगे, जिसमें बायोलॉजिकल ई की प्रोटीन सब-यूनिट COVID-19 वैक्सीन Corbevax भी शामिल है, जिसका मतलब है कि आने वाले दिनों में लोगों को अलग-अलग टीके लगाए जा सकेंगे।
मोदी संक्रमण थामने के लिए लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने के निर्देश दे सकते हैं
देश में कोरोना की तीसरी लहर कहर बरपा रही है। तेजी से बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफसरों के साथ इमरजेंसी मीटिंग कर रहे हैं। इस वर्चुअल मीटिंग में देश में कोरोना के हालात की समीक्षा की जा रही है। तीसरी लहर को लेकर तैयारियों का जायजा भी लिया जा रहा है। देश में पॉजिटिविटी रेट 10% से ऊपर निकल चुका है। ऐसे में मोदी संक्रमण थामने के लिए लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने के निर्देश दे सकते हैं।
संसद से कोरोना के विस्फोट की खबर है। संसद में मौजूद कर्मचारियों का औचक टेस्ट किये जाने पर करीब 400 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाए गए हैं। मीडिया सूत्रों के मुताबिक ये टेस्ट 6-7 जनवरी को हुआ था, जिसके रिजल्ट अब आये हैं।
सुप्रीम कोर्ट के 4 जज कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। शनिवार को 2 और जज में संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोर्ट के 150 स्टाफ क्वारैंटाइन किए गए हैं।
समीक्षा बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, गृहसचिव अजय भल्ला, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, ICMR के डीजी समेत कई अधिकारी मौजूद हैं।
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच PM मोदी ने रविवार शाम 4:30 बजे इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। मीटिंग में प्रधानमंत्री कुछ बड़े फैसले भी ले सकते हैं। देश में पॉजिटिविटी रेट 10 से ऊपर निकल चुका है। ऐसे में मीटिंग के दौरान लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने की अनुशंसा भी की जा सकती है।
लोकसभा सांसद वरुण गांधी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उनमें कोरोना के गंभीर लक्षण हैं। वरुण ने ट्वीट कर बताया कि वे 3 दिन तक अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में रहने के बाद संक्रमित हुए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को उम्मीदवारों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भी बूस्टर डोज लगवाना चाहिए।
संसद भवन के 402 स्टाफ की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके बाद राज्यसभा सचिवालय ने कर्मचारियों के ऑफिस आने पर पाबंदियां लगा दी है। नई गाइडलाइन के मुताबिक, अंडर सेक्रेटरी और एग्जीक्यूटिव अफसर के पद से नीचे के 50% अधिकारियों और कर्मचारियों को 31 जनवरी तक वर्क फ्रॉम होम दिया जाएगा। वहीं, सभी आधिकारिक मीटिंग वर्चुअली होंगी।
देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में संक्रमण का आंकड़ा पहली बार डेढ़ लाख को पार कर गया है। 24 घंटे में संक्रमण के 1 लाख 59 हजार 424 केस सामने आए हैं और 327 लोगों की मौत हुई है। आज 40,000 से ज्यादा लोग रिकवर भी हुए हैं।
संसद के एक अधिकारी के मुताबिक, 4 से 8 जनवरी के बीच कुल 1409 स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों के कोरोना टेस्ट किए गए। संक्रमितों में लोकसभा के 200, राज्यसभा के 69 और संसद से जुड़े 133 कर्मचारी शामिल हैं। वैरिएंट की जांच के लिए सभी संक्रमितों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब भेजे गए हैं।
महाराष्ट्र (41,434), दिल्ली (20,181) और बंगाल (18,802) में सबसे ज्यादा संक्रमित मिले हैं। टॉप 10 राज्यों में ही 1.26 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं। देश में अब तक 3.55 करोड़ लोग महामारी की चपेट में आ चुके हैं। वहीं ठीक होने वालों का आंकड़ा 3.44 करोड़ है। देश में अभी कुल एक्टिव केस का आंकड़ा 5 लाख 84 हजार 580 है।
झारखंड के CM हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, उनके दो बच्चे कोरोना संक्रमित हो गए हैं। जांच में CM हेमंत सोरेन की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनके अलावा CM हाउस में तीन अन्य लोग भी पॉजिटिव आए हैं। सभी होम आइसोलेशन में हैं।
देश में ओमिक्रॉन के मामले भी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 552 नए मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में ओमिक्रॉन के कुल मरीजों की संख्या 3,623 हो गई है। वहीं, इस वैरिएंट से संक्रमित 1,409 मरीज ठीक भी हो चुके हैं।
हरियाणा के रोहतक में PGIMS (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) के 50 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसे देखते हुए इंस्टीट्यूट ने सोमवार से OPD सेवाओं को फिलहाल बंद करने का फैसला लिया है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक दिन में 40 बच्चों समेत 369 संक्रमित मिले हैं। वहीं, यहां के अपोलो अस्पताल में 31 डॉक्टर-कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड का असर अब बच्चों में देखने को मिल रहा है। एक ही दिन में जहां 40 बच्चे कोरोना की चपेट में आए हैं। वहीं, संक्रमित बच्चों की संख्या 100 के करीब हो गई है।
दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए CM अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि फिलहाल राजधानी में लॉकडाउन लगाने की कोई मंशा नहीं है। यहां केस बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की बात नहीं है। पिछली लहर के मुकाबले इस बार कम मौतें हो रही हैं और अस्पताल में भर्ती होने वाले पेशेंट्स की संख्या भी कम है।
महामारी के इस दौर में किस तरह से संतुलित और हेल्दी फूड के ज़रिये अपना बचाव करें
कोविड -19 महामारी का प्रकोप दुनिया भर के परिवारों के लिए जीवन को प्रभावित कर रहा है। दुनिया इस घातक वायरस की एक और लहर देख रही है। ऐसे में हमें फिर से सेहत और इम्युनिटी पर विशेष ध्यान देना चाहिये। यहां हम आपको बता रहे हैं कि महामारी के इस दौर में किस तरह से संतुलित और हेल्दी फूड के ज़रिये अपना बचाव करें। कारगर टिप्स।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक साग का सेवन करना चाहिये। इसे आपके आहार की गुणवत्ता में सुधार करने का सबसे तेज़ तरीका माना जाता है। भोजन में मसाले, जड़ी-बूटियाँ, मेवा और बीज – साथ ही फल, सब्जी और पत्तेदार खाद्य पदार्थ शामिल हैं।
प्रोसेस्ड चीनी, वसा, नमक सेहत के लिए ठीक नहीं होता है इसलिए इनसे परहेज करना एक अच्छा विचार है। कोशिश करें कि शक्कर वाले पेय से भी परहेज करें और इसके बजाय ढेर सारा पानी पीएं। पानी में नींबू, खीरे के स्लाइस या जामुन जैसे फल या सब्जियां मिलाना स्वाद का एक अतिरिक्त ट्विस्ट जोड़ने का एक शानदार तरीका है।
वसा हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमारे दैनिक और स्वस्थ आहार दिनचर्या के लिए सही मात्रा में वसा का सेवन बहुत महत्वपूर्ण है। ओमेगा -3 वसा, मछली और अन्य समुद्री भोजन, नट, बीज और पौधों के तेल में पाए जाते हैं, प्रतिरक्षा प्रणाली और हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं। तैलीय मछली, जैसे सैल्मन और ट्राउट, ओमेगा -3 वसा के कुछ बेहतरीन स्रोत हैं।
डिब्बाबंद बीन्स और छोले, जो प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करते हैं, महीनों या वर्षों तक संग्रहीत किए जा सकते हैं और कई तरह से भोजन में शामिल किए जा सकते हैं। डिब्बाबंद या जमी हुई सब्जियां, जैसे टमाटर, में ताजा उपज की तुलना में कम मात्रा में विटामिन होते हैं, लेकिन जब ताजा उपज एक विकल्प नहीं होता है तो वे एक बढ़िया विकल्प होते हैं।
मिठाई या नमकीन स्नैक्स के बजाय नट्स, पनीर, दही, कटे हुए या सूखे मेवे, उबले अंडे, या अन्य स्थानीय रूप से उपलब्ध स्वस्थ विकल्पों जैसे स्वस्थ विकल्पों को चुनें। स्वस्थ नाश्ते को हाथ में रखने से निश्चित रूप से आपके आहार की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिलेगी। इसे अपने आहार में पौधों की संख्या बढ़ाने का त्वरित तरीका माना जाता है इसलिए अपने बैग में रखने का प्रयास करें।
84 वर्षीय ब्रह्म देव मंडल बीते दिनों कोरोना वैक्सीन की 11 डोज लगवाने के लिए चर्चा में
बिहार के मधेपुरा (Madhepura) जिले के निवासी 84 वर्षीय ब्रह्म देव मंडल बीते दिनों कोरोना वैक्सीन की 11 डोज लगवाने के लिए चर्चा में थे। लेकिन एक बार फिर से वे सुर्खियों में हैं। क्योंकि अब उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गलत तरीके से कोरोना वायरस की 11 डोज लेने के आरोप में ब्रह्म देव मंडल के खिलाफ विभिन्न धाराओं के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है। जानकारी के अनुसार, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनय कृष्ण प्रसाद की शिकायत पर ये कार्रवाई की गई है।
ब्रह्म देव मंडल के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 419 420 के तहत केस दर्ज किया गया है। ये धाराएं गैर जमानती धाराएं बताई जा रही हैं। हालांकि, ऐसा भी कहा जा रहा है कि अपनी उम्र का हवाला देकर ब्रह्मदेव मंडल को गिरफ्तारी होने के बाद जमानत भी मिल सकती है।
पुरैनी थाना प्रभारी ने कहा है कि पुलिस ने ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ यह दावा करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की है कि उन्होंने कोविड के टीके की 11 खुराक ली हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल (पीएचसी) पुरैनी ने ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। जांच चल रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, 6 जनवरी को मधेपुरा जिले के पुरैनी क्षेत्र के रहने वाले 84 वर्षीय ब्रह्मदेव मंडल का दावा किया था कि उन्होंने कोविड वैक्सीन की 11 खुराक ले ली हैं। ब्रह्मदेव मंडल ने आगे कहा था कि जब से मैंने कोरोना वैक्सीन लेना शुरू किया है तब से मैं कभी बीमार नहीं पड़ा हूं और मेरे स्वास्थ्य में काफी सुधार होने लगा है। जानकारी के अनुसार, ब्रह्मदेव मंडल कोरोना वैक्सीन की पहली डोज 13 फरवरी 2021 को ली थी। 30 दिसंबर 2021 तक उन्होंने 11 डोज लगवाईं। उनके पास सभी वैक्सीनेशन की तारीख और समय भी दर्ज है।
योगी आदित्यनाथ का लखनऊ से गोरखपुर तक का टिकट कटाया
सपा नेता आईपी सिंह ने योगी आदित्यनाथ का लखनऊ से गोरखपुर तक का टिकट कटाया है. यह टिकट 11 मार्च का है आईपी सिंह ने ट्वीट में देखा जा सकता है किएयर इंडिया की फ्लाइट से बुक हुए टिकट का पीएनआर YZL36 है 7 यह कन्फर्म टिकट है. यह फ्लाइट 11 मार्च को लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शाम 5 बज कर 5 मिनट पर मिलेगी और ठीक एक घंटे बाद यानी शाम 6 बज कर 5 मिनट पर गोरखपुर एयरपोर्ट पर पहुंच जाएगी
चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी जी का मठ में जाना तय है. किसान, नौजवान और गरीबों के मुद्दों को लेकर कोरोना काल में जैसे कांग्रेस ने काम किया इसके लिए जनता का आशीर्वाद मिलेगा. पार्टी चुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार है.
सपा नेता आईपी सिंह ने दावा किया कि 10 मार्च को यूपी चुनाव के नतीजे समाजवादी पार्टी के पक्ष में आएंगे हार के बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बीजेपी भी नहीं पूछेगी, इसलिए उन्हें लखनऊ छोड़कर गोरखपुर जाना होगा आईपी सिंह ने एक फोटो शेयर करते हुए लिखा है, ’10 मार्च जनता का दिन होगा, 10 मार्च प्रदेश में सच्चाई का सूरज निकलेगा और सपा प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी. इसलिए मैंने योगी आदित्यनाथ जी के लिए लखनऊ से गोरखपुर का 11 मार्च का रिटर्न टिकट बुक कर दिया है. यह टिकट संभाल कर रखिए, क्योंकि BJP भी नहीं पूछेगी आपको हार के बाद.
वही दूसरी ओर उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी कल लखनऊ में अहम बैठक करने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में यूपी बीजेपी के चुनाव समिति के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे. बैठक में पहले और दूसरे फेज के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में जिन नामों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा, उस पर केंद्रीय चुनाव समिति अंतिम फैसला करेगी. ये बैठक सोमवार को शाम 4 बजे होगी. बैठक में बीजेपी चुनाव समिति के 24 सदस्य शामिल रहेंगे.
सीएम और दोनों डिप्टी सीएम के अलावा इस बैठक में राधामोहन सिंह, सुनील बंसल, संजीव बाल्यान, राजवीर सिंह, विनोद सोनकर, ब्रजेश पाठक, बेबी रानी मौर्या, अरुण सिंह, रमापति त्रिपाठी, वाई सत्य कुमार, सुनील ओझा और संजीव चौरसिया मौजूद रहेंगे.
सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक सार्वजनिक रूप से आवाजाही पर रोक
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने कोविड-19 के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए नए प्रतिबंधों की घोषणा की है. महाराष्ट्र सरकार ने कोविड प्रतिबंधों को और कड़े करते हुए सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक पांच या इससे अधिक व्यक्तियों के समूहों की सार्वजनिक रूप से आवाजाही पर रोक लगाई है. हालांकि, ये नए प्रतिबंध 10 जनवरी की मध्यरात्रि से लागू होंगे. बता दें कि महाराष्ट्र और खासकर अकेले मुंबई में कोरोना और ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है. शनिवार को राज्य में कोरोना के 41,434 नए मामले सामने आए, जो कि शुक्रवार की तुलना में काफी अधिक है. यही स्थिति ओमिक्रॉन के मामलों में भी है.
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 संक्रमण से कुल 13 लोगों की मौत हुई है, जिसमें से 5 लोगों की मौत अकेले मुंबई में हुई है. वहीं, देश की आर्थिक राजधानी में पिछले 24 घंटों में कोविड के 20,318 नए मामले दर्ज हुए, जो शुक्रवार के मामले 20,971 से कम है. महाराष्ट्र में स्वास्थ्य विभाग ने पहले कहा था कि जब मेडिकल ऑक्सीजन की मांग 800 मीट्रिक टन प्रति दिन को पार कर जाएगी, या 40 प्रतिशत से अधिक कोविड मरीज अस्पताल में भर्ती होने लगेंगे तो राज्य में लॉकडाउन पर विचार किया जाएगा.
कोविड के नए प्रतिबंधों की घोषणा करने के बाद मु्ख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ट्वीट कर के कहा कि, “हम फिर से एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं, जहां कोरोना की तीसरी लहर से जूझ रहे हैं. यह चर्चा किए बिना कि कोविड-19 का यह नया वैरिएंट कितना खतरनाक हो सकता है या नहीं, आइए हम एक-दूसरे की सुरक्षा सुनिश्चित करें. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप सभी कोरोना की टीका लगवाएं और मास्क जरूर लगाएं. कोरोना वायरस से लड़ने का सबसे प्रभावी तरीका यही है.”
उद्धव ठाकरे ने दूसरे ट्वीट में लिखा, “मैं दोहराता हूं कि हम अनावश्यक भीड़ को कम करना चाहते हैं, लेकिन कोई लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते हैं. तथ्य यह है कि कोई भी प्रतिबंध तब तक प्रभावी नहीं होगा, जब तक कि हम सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं. मैं आपसे कोविड के लक्षणों के बारे में सतर्क रहने और जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लेने का अनुरोध करता हूं.”
महाराष्ट्र में नए प्रतिबंधों के अनुसार, सरकार ने पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है और सार्वजनिक परिवहनों में केवल टीकाकरण वाले लोगों को ही अनुमति दी जाएगी. इसके अलावा 15 फरवरी तक स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. हालांकि, शॉपिंग मॉल, मार्केट कॉम्प्लेक्स 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे, और रात 10 बजे से सुबह 8 बजे के बीच बंद रहेंगे. 50 फीसदी का नियम उन सिनेमाघरों पर भी लागू होगा, जहां रात और सुबह के शो पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही हेयर सैलून, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, स्विमिंग पूल, जिम, स्पा और वेलनेस सेंटर बंद कर दिए गए हैं.
कोविड सर्कुलर में कहा गया है कि सरकारी दफ्तरों को वर्क फ्रॉम होम का विकल्प चुनना चाहिए और अगर लोगों को ऑफिस जाना है तो काम के घंटे कम होने चाहिए. सर्कुलर में निजी कार्यालयों को भी घर से काम करने और काम के घंटों को कम करने की अनुमति देने के लिए कहा गया है. सरकार ने विवाह और सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक या राजनीतिक समारोहों में उपस्थिति को भी 50 लोगों तक सीमित कर दिया है. अंतिम संस्कार में केवल 20 लोगों की अनुमति होगी. बता दें कि, मुंबई में अब तक कुछ प्रतिबंध लगाए गए थे, जिनमें रात में बड़ी सभाओं पर रोक और शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना शामिल था.
”मेरी सबसे पहले जिम्मेदारी है बीजेपी को हटाना ; कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिमी यूपी के बड़े मुस्लिम नेता समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले हैं
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिमी यूपी के बड़े मुस्लिम नेता Imran Masood जल्द ही Samajwadi Party में शामिल होने वाले हैं. Akhilesh Yadav से लखनऊ में उनकी मुलाकात हो चुकी है. इमरान मसूद के साथ कांग्रेस के दो विधायक नरेश सैनी और मसूद अख़्तर भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
उन्होंने कहा, “मैं बार-बार यह बोल रहा था कि यूपी में सेक्यूलर फोर्सेज को एक होकर ही लड़ना होगा तभी बीजेपी से मुकाबला हो पाएगा. बीजेपी की सीधी लड़ाई समाजवादी पार्टी के साथ है. मुझे जिस प्रकार का सम्मान कांग्रेस ने दिया उसके लिए राहुल और प्रियंका का ऋणी हूं. यूपी में राजनीतिक परिस्थिति ऐसी है कि अगर मैं कांग्रेस से लडूं तो बीजेपी को फायदा होगा. अगर मैं सहारनपुर में चुनाव लड़ा तो बीजेपी को फायदा हो जाएगा. इसलिए मैं नहीं चाहता कि बीजेपी को किसी भी प्रकार से फायदा पहुंचे.”
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने बीजेपी को हराने के लिए समाजवादी पार्टी का साथ देने की बात कही है. मसूद ने कहा, ”मेरी सबसे पहले जिम्मेदारी है बीजेपी को हटाना. एसपी ही बीजेपी को हटा सकती है इसलिए मैं समाजवादी पार्टी के साथ हूं. कल मीटिंग बुलाई है मैंने और साथियों से बातचीत करके हम लोग कल फैसला ले लेंगे.” इमरान मसूद पहले से ही अपनी पार्टी कांग्रेस का विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से गठबंधन की बात करते रहे हैं, लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई. कांग्रेस इस बार विधानसभा का चुनाव अकेले लड़ रही है.
इमरान मसूद ने सपा का समर्थन करते हुए कहा कि आधिकारिक रूप से समाजवादी पार्टी का समर्थन करुंगा. आरोप कौन क्या लगा रहा है इससे फर्क नहीं पड़ता. लेकिन यूपी में हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि बीजेपी को यूपी से हटाया जाए. यूपी में समाजवादी और अखिलेश के अलावा कोई विकल्प दिखाई नहीं दे रहा है, जो बीजेपी को हटा पाए. इसलिए मुझे सपा को चुनना पड़ेगा, मैं कांग्रेस से नाराज नहीं हूं. हमने चीजें ठीक करने की कोशिश की लेकिन अब निर्णय लेना पड़ेगा. बहुत सारी चीजें राहुल और प्रियंका के हाथ में नहीं हैं. अब फैसला लेने की घड़ी आ गई है और फैसला लेना होगा. कल मीटिंग बुलाई है मैंने और साथियों से बातचीत करके हम लोग कल फैसला ले लेंगे.
उत्तर प्रदेश की 143 सीटो पर मुस्लिम वोटरों का असर
उत्तर प्रदेश में मुसलमान दूसरे सबसे बड़े (20 प्रतिशत) धार्मिक समुदाय हैं. रामपुर, फर्रुखाबाद और बिजनौर ऐसे क्षेत्र हैं, जहां मुस्लिम आबादी करीब 40 फीसदी है. इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, रोहिलखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश की कई ऐसी सीटें हैं, जहां चुनावी नतीजों पर मुस्लिम वोट प्रभाव डालते हैं.
सूबे के रामपुर में सबसे ज्यादा 50.57 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है. श्रावस्ती में 30.79 प्रतिशत, सुल्तानपुर में 20.92 प्रतिशत, मुरादाबाद में 47.12 प्रतिशत, मेरठ में 34.43 प्रतिशत, मुजफ्फरनगर में 41.3 प्रतिशत, अमरोहा में 40.78 प्रतिशत, गाजियाबाद में 25.35 प्रतिशत, बिजनौर में 43.04 प्रतिशत, बरेली में 34.54 प्रतिशत, अलीगढ़ में 19.85 प्रतिशत, बलरामपुर में 37.51 प्रतिशत, बहराइच में 37.51 फीसदी, बागपत में 27.98 फीसदी, सिद्धार्थनगर में 29.23 फीसदी, सुल्तानपुर में 20.92 प्रतिशत, आजमगढ़ में 15.58 प्रतिशत आबादी है.
उत्तर प्रदेश की ऐसी 143 सीटें हैं, जहां मुस्लिम वोटरों का असर है. करीब 70 सीटें तो ऐसी हैं, जहां मुस्लिम आबादी बीस से तीस प्रतिशत के बीच है और 43 सीट ऐसी हैं, जहां मुस्लिम आबादी तीस फीसदी से ज्यादा है. यूपी की तीन दर्जन यानी 36 सीटें तो ऐसी हैं, जहां पर मुस्लिम प्रत्याशी अपने दम पर जीत हासिल कर सकते हैं. जबकि 107 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां मुसलमान वोटर हार या जीत तय कर सकते हैं.
यूपी वेस्ट की ऐसी 9 सीटें हैं, जहां वोटों से उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला मुस्लिम मतदाता करते हैं. इन 9 सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की तादाद करीब 55 फीसदी है. इन 9 सीटों में मेरठ सदर, रामपुर सदर, संभल, मुरादाबाद ग्रामीण व कुंदरकी, अमरोहा नगर, धौलाना, सहारनपुर की बहट और सहारनपुर देहात शामिल हैं.
अमेठी में 20.06 फीसदी, गोंडा में 19.76 फीसदी, लखीमपुर खीरी में 20.08 फीसदी, लखनऊ में 21.46 फीसदी, मऊ में 19.46 फीसदी, महाराजगंज में 17.46 फीसदी,पीलीभीत 24.11 फीसदी, संत कबीर नगर में 23.58 फीसदी, सीतापुर में 19.93 फीसदी और वाराणसी में 14.88 फीसदी आबादी मुस्लिमों की है. इसके अलावा अन्य जिलों में यह आबादी 10 से 15 फीसदी के बीच है.
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