LS 2024; खुली जंग का ऐलान ;2021 जैसी चुनावी जंग के लिए तैयार रहे खुली जंग का ऐलान ; 2024 में करिश्मा?

25 Nov. 2023; खुली जंग का ऐलान  बीजेपी नेतृत्व एक बार फिर 2021 जैसी चुनावी जंग के लिए तैयार रहे, और अब तो वो बिलकुल भी नहीं बख्शने वाली हैं.   अगर वो मेरे चार लोगों को  भ्रष्टाचार के मामलों में जेल भेजेंगे… और उनको बदनाम करेंगे, तो मैं उनके आठ नेताओं को हत्या और अन्य मामलों में जेल भेजूंगी देखना है 2024 में ममता का करिश्मा  फिर से देखने को मिलता है या नहीं Logon www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Daily Newspaper)

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ खुली जंग का ऐलान कर दिया है. नेताजी इंडोर स्टेडियम में ममता बनर्जी बनर्जी ने टीएमसी के सांसदों, विधायकों के साथ साथ ब्लॉक और गांव स्तर तक के नेताओं की मीटिंग बुलाई थी. तबीयत ठीक न होने की वजह से अभिषेक बनर्जी वहां  मौजूद तो नहीं थे, लेकिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शुरू में वो जुड़े थे. ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के महासचिव हैं.   

ममता बनर्जी का आक्रामक अंदाज धीरे धीरे लौट रहा है. 2016 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नारद स्टिंग टेप के सामने आने पर ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस   नेताओं का आगे बढ़ कर बचाव किया था, और अब महुआ मोइत्रा के साथ साथ पार्थ चटर्जी के मामले में भी पहली बार वैसा ही रुख नजर आ रहा है.   

ममता बनर्जी ने अपने भाषण में गिरफ्तार टीएमसी विधायकों का नाम भी लिया, ‘आज आप हंस रहे हैं क्योंकि हमारी पार्टी के नेता अनुब्रत मंडल, पार्थ चटर्जी,  माणिक भट्टाचार्य, ज्योतिप्रिय मल्लिक जेल में हैं… ये परंपरा जारी रहेगी… भविष्य में जब आप कुर्सी पर नहीं रहेंगे तो कहां होंगे? एक कोठरी में?

फिर सीधे सीधे बीजेपी को धमकाया भी, ‘… हमारे चार विधायकों को जेल भेज दिया… ये सोच कर कि हमारी संख्या कम कर देंगे… अगर वो मेरे चार लोगों को  भ्रष्टाचार के मामलों में जेल भेजेंगे… और उनको बदनाम करेंगे, तो मैं उनके आठ नेताओं को हत्या और अन्य मामलों में जेल भेजूंगी

टीएमसी नेताओं की एक महत्वपूर्ण मीटिंग में ममता बनर्जी ने साथियों की हौसला अफजाई करते हुए ये समझाने की कोशिश की कि बिलकुल भी फिक्र करने की जरूरत नहीं है  बंगाल पुलिस भी बीजेपी नेताओं के खिलाफ वैसी ही कार्रवाई करेगी जैसे ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां टीएमसी नेताओं को टारगेट कर रही हैं

ममता बनर्जी का ये आक्रामक तेवर 2024 के आम चुनाव के मद्देनजर सामने आया है, जिसमें तृणमूल कांग्रेस नेता ने इरादा जाहिर कर दिया है कि बीजेपी नेतृत्व  एक बार फिर 2021 जैसी चुनावी जंग के लिए तैयार रहे, और अब तो वो बिलकुल भी नहीं बख्शने वाली हैं.   

पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को राशन घोटाले में गिरफ्तार किया गया है. उनकी तबीयत खराब होने की खबर आयी थी, लेकिन अब हालत स्थिर बतायी जा रही है. उनसे पहले पिछले साल पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था, जब उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से भारी मात्रा में  बरामद किया गया.

तब तो ममता बनर्जी, पार्थ चटर्जी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोली थीं. बल्कि सरकार से हटाने के बाद पार्टी से भी बाहर कर दिया गया था. अब ममता बनर्जी   जिन नेताओं का नाम लेकर बीजेपी के साथ चार के बदले आठ से हिसाब किताब करने की बात कर रही हैं, उनमें पार्थ चटर्जी का नाम भी शामिल है – मतलब साफ है  ममता बनर्जी एक बार फिर अपने दागी नेताओं के बचाव में खुल कर मैदान में कूदने का फैसला कर चुकी हैं. 2016 में तो ममता बनर्जी ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिये  आरोपों के घेरे में आये नेताओं को डंके की चोट पर चुनाव लड़ाया, अपने दम पर जिताया और सरकार में मंत्री भी बनाया था – देखना है 2024 में ममता का करिश्मा  फिर से देखने को मिलता है या नहीं?  

पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के वक्त ममता बनर्जी ने अपने नेता का खुल कर भले ही सपोर्ट न किया हो, लेकिन गिरफ्तारी के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार को ताकीद  जरूर किया था, ‘अगर आप कालिख और कीचड़ मेरे ऊपर फेकेंगे… तो मेरे पास भी अलकतरा है… और अलकतरा किसी वाशिंग मशीन में नहीं धुलता.’  

बीजेपी के साथ साथ ममता बनर्जी ने सीपीएम को भी भ्रष्टाचार के मामले में निशाना बनाया है, लेकिन कांग्रेस को लेकर उनकी खामोशी थोड़ी रहस्यमय लगती है – और  ममता बनर्जी ने विपक्षी गठबंधन INDIA को लेकर हो रहे प्रयासों की भी तारीफ की है.  

पार्टी नेताओं से मुखाबित ममता बनर्जी ने साथियों की गिरफ्तारी के साथ साथ सांसद महुआ बनर्जी का भी खास तौर पर जिक्र किया, और उनकी सदस्यता रद्द किये जाने   की आशंका भी जतायी. साथ ही ये भी कहा कि महुआ मोइत्रा को ऐसे एक्शन का फायदा ही मिलेगा – और जो बात वो संसद में बोल रही थीं, आगे से बाहर भी वे मुद्दे.  उठाएंगी. 

बीजेपी और सीपीएम की तरफ से तो वैसी ही प्रतिक्रिया आयी है, जैसा आक्रामक अंदाज ममता बनर्जी का है, देखना होगा बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का  क्या रुख होता है? टीएमसी की मीटिंग में ममता बनर्जी के धमकी भरे भाषण के बाद पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने FIR दर्ज कराने की बात कही है – और बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने तो ममता बनर्जी को सीधे सीधे चैलेंज किया है, पहले मुझे अरेस्ट करके दिखाओ

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