तुम गाय ,ब्राह्मण ,जल और अग्नि की अवमानना करना शुरू कर दो तुम्हारी उम्र घटती चली जाएगी; शंकर जी किस महान ऋषि से बोले; आज प्रसंग वश

#वो महान ऋषि: शायद ही आपने जिनके बारे में पढ़ा या सुना होगा: मेरी कलम से, आज प्रसंग वश: चंद्रशेखर जोशी #जो व्यक्ति अपने जीवन में जल ,अग्नि ,ब्राह्मण (वह जो ब्रह्म को जानता है , जातिबोधक शब्द नहीं है ब्राह्मण )और गौ की नित सेवा करता है उसकी उम्र बढ़ जाती है।#लोमश रामकथा के वक्ताओं में से एक महर्षि थे। शरीर पर रोएँ अधिक होने से इन्हें यह नाम मिला था। कथा है कि सौ वर्षों तक कमलपुष्पों से इन्होंने शिव जी की पूजा की थी,#इसी से इन्हें यह वरदान मिला था कि कल्पांत होने पर इनके शरीर का केवल एक बाल झड़ा करेगा। ये सदा तीर्थाटन किया करते थे और बड़े धर्मात्मा थे।

Logon www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Daily Newspaper & youtube Channel) चन्‍द्रशेखर जोशी की विशेष रिपोर्ट मो0 9412932030

अपनी लम्बी उम्र से परेशान होकर ये एक बार शंकर जी के पास गए बोले भगवन मेरी उम्र कुछ कम कर दो। संसार आसार है। बोले शंकर जी बोले; उम्र तो एक बार मैंने बढ़ा दी सो बढ़ा दी। अब तो स्वयं मैं भी उसे कम नहीं कर सकता। हाँ !उम्र कम करने का उपाय बता सकता हूँ।

तुम गाय ,ब्राह्मण ,जल और अग्नि की अवमानना करना शुरू कर दो तुम्हारी उम्र घटती चली जाएगी।

ऋषिबोले ये तो मैं कदापि नहीं कर सकता।

इस बोध कथा का निष्कर्ष यह है जो व्यक्ति अपने जीवन में जल ,अग्नि ,ब्राह्मण (वह जो ब्रह्म को जानता है , जातिबोधक शब्द नहीं है ब्राह्मण )और गौ की नित सेवा करता है उसकी उम्र बढ़ जाती है।

लोमश ऋषि ने युधिष्ठिर को ज्ञान की गूढ़ बातें बताई थी जिससे वे एक योग्य राजा बने। एक बार लोमश ऋषि भगवत कथा कर रहे थे। उसी भीड़ में बैठा एक व्यक्ति उन्हें बार-बार टोक रहा था। वो कभी एक प्रश्न पूछता तो कभी दूसरा। अंत में इससे क्रोधित होकर लोमश जी ने कहा – “रे मुर्ख! तू क्यों कौवे की तरह काँव-काँव कर रहा है? जा अगले जन्म में तू कौवा ही बन।” उनके इस वचन के कारण उस व्यक्ति को श्राप लग गया किन्तु उसने विनम्रता से उसे स्वीकार कर लिया।

क्रोध शांत होने के पश्चात लोमश ऋषि को अत्यंत खेद हुआ और उस व्यक्ति की विनम्रता देख कर उन्होंने उसे वरदान दिया कि अगले जन्म में वो कौवा जरूर बनेगा लेकिन वो इतना पवित्र होगा कि जहाँ भी वो रहेगा वहाँ कलियुग का प्रभाव नहीं पड़ेगा। ऋषि के श्राप के कारण वो व्यक्ति अगले जन्म में महान “काकभशुण्डि” के रूप में जन्मा। उन्होंने ही गरुड़ को भगवान शिव द्वारा कहा गया रामायण कथा सुनाया जिससे गरुड़ की अज्ञानता जाती रही।

बिहार में गया के पास जहानाबाद में लोमश ऋषि की मानव निर्मित गुफा है जिसका निर्माण मौर्य काल में अशोक के शासनकाल में बनाया गया था। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित रेवाल्सर शहर में लोमश ऋषि का मंदिर स्थित है।

चंद्रशेखर जोशी
संस्थापक अध्यक्ष मां पीतांबरा श्री बगुलामुखी शक्तिपीठ मंदिर बंजारावाला देहरादून 

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