NGO के निदेशक मंडल में केंद्रीय मंत्री; राहुल का वार

अजित डोवाल के बेटे को लेकर भाजपा पर राहुल का वार #भाजपा की नई पेशकश – अजित शौर्य गाथा- राहुल गांधी #शाह-जादा की ‘अपार सफलता’ के बाद भाजपा की नई पेशकश – अजित शौर्य गाथा #कपिल सिब्बल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी को उन चार मंत्रियों को हटा देना चाहिए#अजित डोवाल के बेटे को लेकर चौंकाने वाले खुलासे # श्री गांधी ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पुत्र जय शाह की कंपनी के बहुत कम समय में 16 हजार गुना कारोबार बढाने के बाद अब श्री डोभाल के पुत्र शौर्य के एनजीओ से जुड़ा मामला सामने आया है#कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इस ट्वीट के साथ इस संबंध में प्रकाशित खबर तथा शौर्य डोभाल का चित्र भी पोस्ट किया है# इस NGO इंडिया फाउंडेशन को शौर्य डोभाल और भाजपा महासचिव राम माधव चलाते हैं # निदेशक मंडल में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु, नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा और विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर शामिल हैं# इस एनजीओ को विदेशों से भी पैसा मिलता है इसलिए निश्चितरूप से केंद्रीय मंत्रियों को इसका लाभ मिलता होगा# NGO के निदेशक मंडल में केंद्रीय मंत्रियों के शामिल होने का यह पहला और गंभीर मामला # इस एनजीओ में दो और महत्वपूर्ण निदेशक भी हैं जिनमें भाजपा महासचिव राम माधव और प्रसार भारती के अध्यक्ष सूर्य प्रकाश शामिल हैं। भाजपा के महासचिव इस एनजीओ से जुड़े हैं तो इसका सीधा मतलब है कि भाजपा भी इसमें शामिल है। # हिमालयायूके न्यूज पोर्टल ब्यूरो 

एनएसए अजित डोवाल के बेटे शौर्य डोवाल की संस्था ‘इंडिया फाउंडेशन’ में मोदी सरकार के मंत्रियों के शामिल होने और फाउंडेशन को देशी-विदेशी कंपनियों से लाभ पहुंचने का दावा 

कांग्रेस अब मोदी के साथ-साथ उनके सिपहसलारों को भी निशाने पर ले रही है. अमित शाह के बेटे जय शाह के बाद अब अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल को राहुल गांधी ने घेरा है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘शाह-जादा की अपार सफलता के बाद बीजेपी की नई पेशकश- अजित शौर्य गाथा.’ खबर में आरोप लगाया गया है कि डोभाल के बेटे की ओर से चलाए जा रहे थिंक टैंक इंडिया फाउंडेशन को चलाने में ‘हितों के टकराव की संभावना’ है.
शौर्य डोभाल वित्तीय सेवा कंपनी में साझीदार हैं और थिंक टैंक में कुछ वरिष्ठ मंत्री निदेशक पद पर हैं. यह संगठन कुछ विदेशी और भारतीय कारपोरेट के वित्तीय मदद से चलता है. इन कारपोरेट में कुछ का सरकार से भी लेन-देन है.
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इंडिया फाउंडेशन का अपारदर्शी वित्त व्यवस्था, इसमें वरिष्ठ मंत्रियों का निदेशक पद और इसके कार्यकारी निदेशक शौर्य डोभाल का जेमिनी फाइनेंशियल सर्विसेज का संचालन भी हितों के टकराव और लॉबिइंग की संभावना को दर्शाता है.
जेमिनी फाइनेंशियल सर्विसेज एक ऐसी कंपनी है जो ‘ओईसीडी और उभरते एशियाई अर्थव्यवस्था के बीच लेन-देन और पूंजी प्रवाह का काम करती है.’
कांग्रेस ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन चार केंद्रीय मंत्रियों को हटा देना चाहिए जो संगठन में निदेशक हैं. पार्टी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी को उन चार मंत्रियों को हटा देना चाहिए जो इंडिया फाउंडेशन के बोर्ड में शामिल हैं. हम मोदी से पूछना चाहते हैं कि वह कब उन्हें हटाएंगे.’ श्री सिब्बल ने कहा कि यह लाभ के पद से जुड़ा हुआ मामला है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जब राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष थीं तो भाजपा के लोगों ने इसे लाभ के पद का मामला बताकर संसद में जबरदस्त हंगामा किया था। श्रीमती गांधी ने इस आरोप के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था,इसलिए अब भाजपा को दोहरे मापदंड अपनाने की बजाए इन सभी मंत्रियों को मंत्रिपरिषद से बाहर करना चाहिए।

राहुल ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के बेटे को लेकर एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने एक वेबसाइट की खबर शेयर करते हए डोवाल के बेटे को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। राहुल गांधी ने खबर शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा है…’शाह-जादा की ‘अपार सफलता’ के बाद भाजपा की नई पेशकश- अजित शौर्य गाथा’। दरअसल, राहुल गांधी ने ‘द वायर’ की खबर शेयर की है, उसमें एनएसए अजित डोवाल के बेटे शौर्य डोवाल की संस्था ‘इंडिया फाउंडेशन’ में मोदी सरकार के मंत्रियों के शामिल होने और फाउंडेशन को देशी-विदेशी कंपनियों से लाभ पहुंचने का दावा किया गया है। जिसे अब कांग्रेस मुद्दा बना रही है और इसलिए राहुल गांधी ने इस पर ट्वीट किया है। आपको बता दें कि शौर्य डोवाल की संस्था 2014 से पहले तक केरल में ग्राफिक्स डिजाइन का काम करती थी, ये संस्था 2009 से काम कर रही है, मगर 2014 के बाद संस्थान की गतिविधियों में अप्रत्याशित तेजी आई और इसने जबरदस्त तरक्की की है। खबर के मुताबिक यह संस्थान एक ट्रस्ट भी चलाता है। संस्थान केंद्रीय मंत्रियों के जुड़े होने के बावजूद उसने अपने इनकम सोर्स बताने से इनकार कर दिया है।

वेबसाइट ने अपनी खबर में दावा किया है कि शौर्य डोवाल की संस्था 2014 से पहले तक केरल में जबरन धर्म परिवर्तन जैसे मुद्दों पर ग्राफिक्स डिजाइन का काम करती थी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये संस्था 2009 से काम कर रही है, मगर 2014 के बाद संस्थान की गतिविधियों में अप्रत्याशित तेजी आई और इसने जबरदस्त तरक्की की है. 2014 के बाद संस्थान के ग्राफ में आई वृद्धि को लेकर ही वेबसाइट की खबर में सवाल उठाए गए हैं.

न्यूज रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये संगठन सबसे प्रभावशाली थिंक टैंक है, जो देश विदेश के उद्योगपतियों और कॉर्पोरेट्स को सरकारी नीतियों पर गहन चर्चा के लिए मंच उपलब्ध कराता है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि संस्थान के मंच पर बड़े कारोबारी, केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मिलते-जुलते हैं. 

ये भी दावा किया गया है कि ‘इंडिया फाउंडेशन’ को शौर्य डोवाल और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव चलाते हैं. साथ ही इसके निदेशक मंडल में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा के अलावा विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर भी शामिल हैं.

न्यूज रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि फाउंडेशन का अपारदर्शी वित्तीय लेन-देन और केंद्रीय कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्रियों का इसमें डायरेक्टर होना कई तरह के सवाल खड़े करता है.  ऐसा इसलिए भी क्योंकि संगठन के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर शौर्य डोवाल का खुद एक ऐसी वित्तीय संस्था जेमिनी फायनेंशियल सर्विसेस नाम की फर्म चलाते हैं, जो एशियाई और दूसरे देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बीच लेनदेन का काम करती है. न्यूज रिपोर्ट में इन तथ्यों की दलील देते हुए हितों के टकराव का दावा किया गया है.

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