20 अप्रैल-इन क्षेत्रो को छूट & बीमारी के के अलावा आजीविका मुख्य समस्या होगी Top News 15 April 20

15 April 20: High Light # प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाने के दौरान 20 अप्रैल से ढील देने के बारे में जिस गाइडलाइन की बात की थी वह आज जारी कर दी गई। गाइडलाइन में कहा गया है कि 20 अप्रैल के बाद कृषि, आईटी, ई-कॉमर्स जैसी गतिविधियों और सामान ढोने के लिए अंतरराज्यीय परिवहन को अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा मनरेगा से जुड़े कार्य भी शुरू होंगे। हालाँकि यह छूट तभी मिलेगी जब वह संबंधित क्षेत्र कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट नहीं होगा।# कोरोना वायरस (Coronavirus) को फैलाने वाले मौलाना साद का क्वारंटाइन का वक्त खत्म #गौरी खान गरीब लोगों को अभी तक 95,000 मील्स बांटे गए हैं. साथ उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है.  ‘रोटी बैंक फाउंडेशन ने मीर फाउंडेशन की मदद से मुंबई के गरीब लोगों को 95,000 मील उपलब्ध कराए :सरकार ने लॉकडाउन 2.0 के गाइडलाइंस जारी कर दिए गए हैं.अब सार्वजनिक स्‍थलों पर मास्‍क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है #बीमारी के प्रसारण के अलावा आजीविका मुख्‍य समस्‍या होगी #  लिपीक के पद पर नौकरी करते थे रामायण के विभीषण; ने खुदकुशी की थी #कार्तिक आर्यन ने सवाल पूछा कि शराब से कोरोना वायरस खत्म हो जाता है   . #Himalayauk Newsportal

सरकार 20 अप्रैल से देश के कुछ इलाकों में लॉकडाउन में ढील देने जा रही है. पीएम मोदी ने मंगलवार के अपने संबोधन में इसका ऐलान भी किया था. कृषि, मत्स्यपालन, इंडस्ट्री के कई कामकाज को शुरू करने की इजाजत होगी. यह उसी इलाके में होगा जहां कोरोना पर अंकुश है और लोग लॉकडाउन का सख्ती से पालन कर रहे हों. गृह मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक मछली पालन, उसकी पैकेजिंग एवं वितरण, बिक्री, कोल्ड स्टोरेज से जुड़े समूचे कारोबार को इन इलाकों में चालू किया जा सकेगा. इसी तरह मुर्गी पालन, पशुपालन, गौशालाएं और इन पशुओं की चारा बिक्री—खरीद के कारोबार को भी शुरू किया जाएगा.

केंद्र सरकार ने कुछ गाइडलाइंस को जारी कर दिया है।स्वयं नियोजित व्यक्तियों को भी इस लॉक डाउन के दौरान छूट दी गई है। जिसमें बिजली का काम करने वाले मिस्त्री, प्लंबर, मोटर गाड़ी ठीक करने वाले मैकेनिक और कारपेंटर को इजाजत दी गई है।खाने-पीने, जरूरतमंद चीजें और दवा बनाने वाली तमाम इंडस्ट्रीज़ खुली रहेंगी। ष्ट्रीय निर्देश में कहा है कि सभी सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थलों पर फेस कवर पहनना अनिवार्य है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर थूकना दंडनीय होगा। इसके लिए जुर्माना भी वसूला जा सकता है।

यह गाइडलाइन तब आई है जब प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन पहले ही मंगलवार को लॉकडाउन 3 मई तकबढ़ाने की घोषणा कर दी है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार के अपने भाषण में कहा था कि 20 अप्रैल तक और ज़्यादा कड़ाई रहेगी और इसके बाद जो क्षेत्र हॉटस्पॉट नहीं होंगे वहाँ छूट दी जाएगी। इसी को लेकर आज यह गाइडलाइन जारी हुई है।

इन क्षेत्रों को मिलेगी छूट – इनको छूट तभी मिलेगी जब वह क्षेत्र कोरोना हॉटस्पॉट नहीं हो और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया जाए।

खेती-किसानी से जुड़ी गतिविधियाँ, कृषि उपकरणों की दुकानें खुलेंगी।

किसानों और कृषि मज़दूरों को हार्वेस्टिंग से जुड़ा काम जारी रखने की अनुमति।

खाद, बीज, कीटनाशकों के निर्माण और वितरण की गतिविधियाँ चालू होंगी।

मनरेगा के तहत काम करना, सिंचाई और जल संरक्षण के कार्यों को छूट।

सड़क की मरम्मत और निर्माण को छूट होगी जहाँ भीड़ नहीं हो।

सड़क निर्माण, सिंचाई परियोजनाओं, बिल्डिंग निर्माण को भी छूट मिलेगी।

शहरों में भी निर्माण कार्य सिर्फ़ उन्हीं जगहों पर होंगे जहाँ साइट पर ही मज़दूर उपलब्ध हों।

इमर्जेंसी होने पर चार पहिया वाहन में ड्राइवर के अलावा केवल एक व्यक्ति ही जा सकेगा। 

दुपहिया वाहन से चलने की स्थिति में केवल ड्राइवर ही जा सकेगा।

दूध के उत्पाद, दूध की सप्लाई, पॉल्ट्री फ़ार्म, चाय-कॉफ़ी से जुड़ी गतिविधियाँ।

एसईजेड में सोशल डिस्टेंसिंग पालन करने पर औद्योगिक काम की अनुमति होगी।

एसईजेड में यह छूट तभी मिलेगी जब मज़दूरों के लिए वहीं रहने की व्यवस्था हो।

आईटी हार्डवेयर, ज़रूरी चीजों का निर्माण और पैकेजिंग फिर से शुरू हो सकता है।

ई-कॉमर्स, आईटी और आईटी से जुड़ी सेवाएँ जारी रखने की अनुमति होगी।

सरकारी कामकाज सुचारू रूप से जारी रखने के लिए डेटा और कॉल सेंटर चलेंगे।

ऑनलाइन शिक्षण और दूरस्थ शिक्षा से जुड़ी सभी गतिविधियों की अनुमति होगी।

रेलवे की मालगाड़ियों से सामान की ढुलाई को मिली छूट बरकरार रहेगी।

सभी ज़रूरी सामानों की सप्लाई चेन की इजाज़त होगी।

सभी हवाई, ट्रेन और सार्वजनिक सड़क यात्रा प्रतिबंधित होगा। सभी शिक्षण संस्थान, कोचिंग संटेर, ट्रेनिंग सेंटर 3 मई तक बंद रहेंगे। औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियाँ, होटल, सिनेमा हॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, थिएटर पहले की तरह ही बंद रहेंगे। सामाजिक, राजनीतिक जैसे आयोजनों, समारोहों और धार्मिक केंद्रों को खोलने की भी अनुमति नहीं होगी।

ताज़ा दिशानिर्देश में कहा गया है कि, ‘संशोधित दिशानिर्देश अर्थव्यवस्था के उन क्षेत्रों को संचालित करने के उद्देश्य से हैं जो ग्रामीण और कृषि विकास और रोज़गार सृजन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, जबकि उन क्षेत्रों में सख्त प्रोटोकॉल बनाए रखना है जहाँ देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सुरक्षा सर्वोपरि है।’ कहा गया है कि इन गतिविधियों से प्रवासी श्रमिकों सहित ग्रामीण श्रमिकों के लिए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।

ज़रूरी सेवाएँ पहले की तरह ही जारी रहेंगी। हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, क्लीनिक, डिस्पेंसिरी, केमिस्ट शॉप, मेडिकल लैब, सेंटर खुले रहेंगे। पैथ लैब, दवाई से जुड़ी कंपनी खुली रहेंगी। बैंक, एटीएम आदि भी खुले रहेंगे। पोस्ट ऑफिस, एलपीजी, पेट्रोल-डीजल सप्लाई जारी रहेगी।

वही दूसरी ओर  श्रवण गर्ग अपने आलेख में  कहते है कि

चिंता का मुद्दा भी अब यही बन गया है कि क्या ये लाखों लोग जिनका कि ज़िक्र प्रधानमंत्री ने किया है ‘लगभग’ तीन या एक सप्ताह की भी तकलीफ़ें और बर्दाश्त करने की हालात में बचे हैं या कि उनके सब्र के बांधों में जगह-जगह से दरारें पड़ने लगी हैं? कहा जा रहा है कि ‘लॉकडाउन’ के कारण कोई छह लाख प्रवासी मज़दूर इस समय बीच रास्तों में बने इक्कीस हज़ार अस्थायी शिविरों में फँसे हुए हैं। ये सभी अपने घरों को वापस लौटना चाहते हैं।

समझना थोड़ा मुश्किल हो रहा है कि राष्ट्र के नाम प्रधानमंत्री के चौथे सम्बोधन के बाद भी उम्मीदों की रोशनी किस तरह से ढूँढी जानी चाहिए? तीन सप्ताह के ‘लॉकडाउन’ को लगभग तीन सप्ताह (19 दिन) और बढ़ा दिया गया है। चालीस दिन और एक सौ तीस करोड़ लोग। जैसे कि एक चलता-फिरता राष्ट्र किसी जादूगर ने देखते-देखते सड़कों से ग़ायब कर दिया हो। बीस अप्रैल या तीन मई के बाद क्या होगा अभी कुछ भी साफ़ नहीं है। लोगों को सिर्फ़ इतना ही पता है कि उन्हें क्या करने को कहा गया है। यह काफ़ी चौंकाने वाला दिलासा हो सकता है कि अगर अमेरिका और यूरोप के देशों में ज़िंदगी और मौत को लेकर लड़ाई ऐसे ही चलती रहती है तब भी हम तो तीन मई के बाद कम्फ़र्ट ज़ोन में आ ही जाएँगे।

प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में आश्वस्त किया है कि 20 अप्रैल से चुने हुए क्षेत्रों में छूट का प्रावधान ‘हमारे ग़रीब भाई-बहनों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए किया गया है। जो रोज़ कमाते हैं, रोज़ की कमाई से ज़रूरतें पूरी करते हैं, वही मेरा वृहत परिवार है।’ चिंता का मुद्दा भी अब यही बन गया है कि क्या ये लाखों लोग जिनका कि ज़िक्र प्रधानमंत्री ने किया है ‘लगभग’ तीन या एक सप्ताह की भी तकलीफ़ें और बर्दाश्त करने की हालात में बचे हैं या कि उनके सब्र के बांधों में जगह-जगह से दरारें पड़ना शुरू हो गई हैं? प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में आश्वस्त किया है कि 20 अप्रैल से चुने हुए क्षेत्रों में छूट का प्रावधान ‘हमारे ग़रीब भाई-बहनों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए किया गया है। जो रोज़ कमाते हैं, रोज़ की कमाई से ज़रूरतें पूरी करते हैं, वही मेरा वृहत परिवार है।’ चिंता का मुद्दा भी अब यही बन गया है कि क्या ये लाखों लोग जिनका कि ज़िक्र प्रधानमंत्री ने किया है ‘लगभग’ तीन या एक सप्ताह की भी तकलीफ़ें और बर्दाश्त करने की हालात में बचे हैं या कि उनके सब्र के बांधों में जगह-जगह से दरारें पड़ना शुरू हो गई हैं?

कोरोना वायरस (Coronavirus) को फैलाने वाले मौलाना साद का क्वारंटाइन का वक्त खत्म

नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) को फैलाने वाले मौलाना साद का क्वारंटाइन का वक्त खत्म हो गया है. दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तबलीगी जमात के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. मौलाना साद के खिलाफ भी आईपीसी की धारा 304 के तहत FIR दर्ज की गई है.

मौलाना साद की वजह से ही तबलीगी जमात के लोगों ने देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर कोरोना वायरस का संक्रमण फैला दिया था.

बता दें कि पुलिस ने मौलाना साद को 2 नोटिस भेजकर जांच में शामिल होने के लिए कहा था. लेकिन मौलाना ने खुद को क्वारंटाइन करने के बात कहकर सामने आने से मना कर दिया था. साथ ही नोटिस के जवाब में बताया था कि मरकज बंद है इसीलिए ज्यादा जानकारी नहीं दी जा सकती है.  गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने रेड करके तबलीगी जमात के मरकज से काफी अहम दस्तावेज बरामद किए थे और उनकी जांच भी की है. अब पुलिस जल्द से जल्द मौलाना साद को गिरफ्तार करना चाहती है ताकि पूरे मामले का जल्द खुलासा हो सके.

गौरी खान गरीब लोगों को अभी तक 95,000 मील्स बांटे गए हैं. साथ उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है.  ‘रोटी बैंक फाउंडेशन ने मीर फाउंडेशन की मदद से मुंबई के गरीब लोगों को 95,000 मील उपलब्ध कराए

नई दिल्ली:भारत में अबकोरोना वायरस (Coronavirus)के पुष्ट मामलों की संख्या 11,439 पर पहुंच गई है. यह जानकारी बुधवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित आंकड़ों में बताई गई है. इनमें से, 9,756 कोविड-19 मामले सक्रिय हैं. वहीं, देश में इस वायरस के खिलाफ जंग के लिए लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी गई है, लेकिन इस लॉकडाउन के बीच गरीब लोगों की संकट काफी बढ़ गई है. खासकर ऐसे लोगों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई है, जो प्रतिदिन कमाते हैं और उसी से अपनी जिंदगी का गुजर-बसर करत हैं. ऐसे में बॉलीवुड के कई दिग्गज आर्थिक रूप से इनकी मदद कर रहे हैं. कोई पीएम फंड में पैसे डोनेट करता नजर आ रहा है, तो कोई सीएम फंड में. इतना ही सलमान खान और शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार तो डारेक्ट उन लोगों की मदद कर रहे हैं जो इन दिनों मुसीबत हैं. वहीं, महाराष्ट्र में शाहरुख खान के 25,000 पीपीई किट देने की खबर आने के बाद, अब गौरी खान (Gauri Khan) ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने बताया है कि लॉकडाउन के कारण मुश्किल हालात का सामना कर रहे गरीब लोगों को अभी तक 95,000 मील्स बांटे गए हैं. साथ उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है.   बता दें, ‘रोटी बैंक फाउंडेशन ने मीर फाउंडेशन की मदद से मुंबई के गरीब लोगों को 95,000 मील उपलब्ध कराए हैं. वहीं, दूसरी ओर देश में कोरोना से 1,305 व्यक्तियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. एक व्यक्ति दूसरे देश में चला गया है और 377 लोगों की जिंदगी इस बीमारी की शिकार हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र 2,687 मामलों के साथ देश का सबसे अधिक कोरोना प्रभावित राज्य है. वहीं दिल्ली में 1,561 मामले और तमिलनाडु में 1,204 मामले दर्ज किए गए हैं.

खान ने राज्य में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ संघर्ष कर रहे चिकित्साकर्मियों के लिए सोमवार को पीपीई किट मुहैया कराई थी। टोपे ने ट्वीट किया, ”25,000 पीपीई किट मुहैया कराने के लिए शाहरुख खान का बहुत बहुत धन्यवाद। यह कोविड-19 के खिलाफ हमारे संघर्ष और चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा में बहुत मदद करेंगे।” शाहरुख और उनकी पत्नी गौरी खान ने हाल में अपने चार मंजिला निजी कार्यालय में कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए स्थान मुहैया कराने का प्रस्ताव दिया था। खान इस संकट में देश की मदद के लिए पहले भी कई पहलों की घोषणा कर चुके हैं।

सरकार ने लॉकडाउन 2.0 के गाइडलाइंस जारी कर दिए गए हैं.अब सार्वजनिक स्‍थलों पर मास्‍क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.

सरकार ने लॉकडाउन 2.0 के गाइडलाइंस जारी कर दिए गए हैं. पिछली बार की तुलना में तीन मई के लिए जो लॉकडाउन संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, उनमें सख्‍ती बरती गई है. अब सार्वजनिक स्‍थलों पर मास्‍क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. सार्वजनिक स्‍थलों पर थूकने पर जुर्माना लगाया जाएगा. गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन पर दिशा-निर्देशों में कहा कि लोगों की अंतर-राज्यीय, अंतर-जिला आवाजाही, मेट्रो, बस सेवाओं पर तीन मई तक रोक जारी रहेगी. इस लिहाज से सभी तरह के परिवहनों पर 3 मई तक रोक जारी रहेगी. दफ्तर और सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है.

गृह मंत्रालय के नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक शैक्षणिक संस्थान, कोचिंग केंद्र, घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा, ट्रेन सेवाएं तीन मई तक स्थगित रहेंगी. सिनेमा हॉल, मॉल्स, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, जिम, खेल परिसर, स्विमिंग पूल, बार भी बंद रहेंगे. लॉकडाउन के दौरान सभी सामाजिक, राजनीतिक, खेल, धार्मिक समारोह, धार्मिक स्थल, प्रार्थना स्थल भी तीन मई तक जनता के लिए बंद रहेंगे.

 इसके साथ ही ये भी इन दिशा-निर्देशों में कहा गया कि 20 अप्रैल से जिन गतिविधियों को मंजूरी दी जाएगी उनमें कृषि, बागवानी, खेती, कृषि उत्पादों की खरीद, ‘मंडियां’ शामिल होंगी. 20 अप्रैल से स्व-रोजगार में लगे इलेक्ट्रिशियंस, आईटी संबंधी मरम्मत का काम करने वाले लोगों , प्लंबर, मोटर मैकेनिक, बढ़ई को काम करने की अनुमति दी जाएगी. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को कोरोना वायरस के कारण देश में लगाए गए लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की थी. उससे पहले 14 अप्रैल को 21 दिन का लॉकडाउन खत्‍म हो रहा था. पीएम मोदी ने कोरोना की चुनौती को देखते हुए इसको 19 अतिरिक्‍त दिन बढ़ाने की घोषणा की थी. तब से ही इसको लॉकडाउन 2.0 कहा जा रहा है. उन्‍होंने ये घोषणा करने के साथ ही कहा था कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन 2.0 के संबंध में नई गाइडलाइंस जारी की जाएगी. उसी कड़ी में ये गाइडलाइंस जारी किए गए हैं. पीएम मोदी ने ये भी कहा था कि इस बार अगले एक हफ्ते तक लॉकडाउन का पिछली बार की तुलना में अधिक सख्‍ती से पालन किया जाएगा. इस दौरान देश के सभी क्षेत्रों, इलाकों और थानों का बारीकी से निरीक्षण किया जाएगा. उसके बाद यदि स्थिति में सुधार दिखता है तो 20 अप्रैल से चुनिंदा जगहों पर सशर्त छूट दी जा सकती है.

बीमारी के प्रसारण के अलावा आजीविका मुख्‍य समस्‍या होगी

 नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस (coronavirus) से निपटने के लिए लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया है. इसके बाद ब्रिटेन की ब्रोकरेज कंपनी बॉर्कलेज ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के शून्य रहने का अनुमान जताया है. कंपनी का कहना है कि लॉकडाउन के दूसरे चरण से अर्थव्यवस्था को करीब 234.4 अरब अमेरिकी डॉलर का आर्थिक नुकसान होगा. इसके चलते कैलेंडर वर्ष 2020 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) स्थिर रह सकती है. 

वित्त वर्ष के नजरिए से देखा जाए तो 2020-21 में इसमें 0.8 फीसदी वृद्धि ही होगी

 राष्ट्र के नाम मंगलवार को दिए गए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने भी आर्थिक नुकसान का जिक्र किया था, जिसकी भरपाई होने में काफी समय लगेगा. हालांकि उन्होंने कहा कि भारत इसके बावजूद लॉकडाउन करेगा, क्योंकि लोगों की जान को बचाना ज्यादा महत्वपूर्ण है.  उन्होंने संक्रमण से अप्रभावित रहने वाले क्षेत्रों को 20 अप्रैल से कुछ राहत देने का संकेत दिया, लेकिन कहा कि यह छूट सख्त निगरानी पर आधारित होगी.  ब्रोकरेज ने इससे पहले कहा था कि तीन सप्ताह के लॉकडाउन में 120 अरब डॉलर का नुकसान होता, लेकिन अब दूसरा चरण लागू होने के बाद आर्थिक नुकसान 234.4 अरब डॉलर होगा.  विश्व स्वास्थ्य संगठन के डेविड नाबरो के मुताबिक, लॉकडाउन 2.0 में केवल बीमारी के प्रसारण को ध्यान में रखने की जरूरत है, बल्कि लोगों की आजीविका भी सुनिश्चित करनी होगी ताकि लोगों को कम नुकसान हो.

 लिपीक के पद पर नौकरी करते थे रामायण के विभीषण; ने खुदकुशी की थी

लॉकडाउन के बीच दिखाई जा रही आज से 33 साल पूर्व रामानंद (Ramanand Sagar Ramayan) द्वारा बनाई गई रामायण इन दिनों शहर हो या गांव पूरे देश भर में चल रही है। इससे लोगों की पुरानी यादें ताजा हो गई हैं तो वहीं इसमें अभिनय करने वाले राम से लेकर लक्ष्मण और विभीषण के असली जीवन के बारे में लोग जानना चाहते हैं। तो हम बताने जा रहें रामायण में विभीषण (Vibishan) का अभिनय करने वाले मुकेश रावल के विषय में, जो बैंक ऑफ बडौदा में नौकरी करते थे। इतना ही नहीं वह बैंक से छुट्टी लेकर रामायण की शूटिंग में जाते थे। इतना ही नहीं इसकी वजह से रावल को एक बार बैंक की तरफ से नोटिस भी मिल गया था।

रामानंद द्वारा बनाई गई रामायण में रावण के भाई का रोल करने वाले विभीषण बैंक ऑफ बडौदा में लिपिक वर्ग के स्टाफ में कार्यरत थे। उन्होंने 1987 में बैंक ऑफ बडौदा की मुंबई के गोवलिया टैंक शाखा ब्रांच में ज्वाइन किया था। वह (Ramayan Shooting) रामायण की शूटिंग में व्यवस्तता के कारण बैंक (Bank) बहुत कम जा पाते थे। इस वजह से उनकी सभी सरकारी छुट्टियां खत्म हो गई थी। जब वह एक्स्ट्रा छुट्टी लेने व गैरहाजिर होकर रामायण की शूटिंग में करने पहुंचे तो इसका पता बैंक को लग गया। जिसके बाद उन्हें बैंक अधिकारियों ने नोटिस दे दिया था। हालांकि रामायण के आते ही उनकी लोकप्रियता को देखकर बैंक अधिकारियों को अपना फैसला बदलना पडा। इतना ही नहीं मुकेश रावल को बैंक अधिकारियों ने स्पेशल छुट्टी तक दे दी। हालांकि कुछ समय बाद यानि 2001 में उन्होंने एक स्कीम के तहत सेवानिवृत्ति ले ली थी। रामायण में विभीषण का अभिनय करने वाले मुकेश रावल (Actor Mukesh rawal) यहां से ही फैमस हो गये थे। वह हिंदी के साथ गुजराती फिल्म इंडस्ट्री में भी काम कर अपना लोहा मनवा चुके थे। उन्होंने जिद्द, ये मझदार, सत्ता, औजार से लेकर कई गुजारती फिल्मों में भी काम किया। हालांकि मुकेश रावल की मौत बहुत ही दर्दनाक रही। 15 नवंबर 2016 को मुंबई स्थित कांदिवली रेलवे स्टेशन के पास उनका शव पडा मिला था। कुछ रिपोर्ग्स में दावा किया जाता है कि रावल ने खुदकुशी की थी, लेकिन उनका परिवार इस बात से साफ इनकार करता है। उनके अनुसार, मुकेश रावल की ट्रेन हादसे में मौत हुई थी।  

कार्तिक आर्यन ने सवाल पूछा कि शराब से कोरोना वायरस खत्म हो जाता है  

नई दिल्ली:  कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) लगातार फैंस में जागरुकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बीच कार्तिक आर्यन ने लोगों को जागरुक करने के लिए ‘कोकी पूछेगा’ सीरीज की शुरूआत की. कार्तिक आर्यन के इस कार्यक्रम से जुड़ा दूसरा एपिसोड भी रिलीज हो चुका है, जिसमें वह डॉक्टर मीमांसा बुच से बातचीत करते नजर आ रहे हैं. अपने इस वीडियो में एक्टर कोरोना वायरस से जुड़े तर्क और अफवाहों के बारे में बातचीत कर रहे हैं. खास यह है कि कुछ ही देर पहले शेयर हुए इस वीडियो को अब तक 8 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. 

 कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) ने अपने वीडियो में डॉक्टर मीमांसा बुच से बातचीत करते हुए पूछा, “कोरोना वायरस गर्म क्षेत्रों में खत्म हो जाता है.” इस पर डॉक्टर ने उन्हें जवाब दिया कि यह अफवाह है. कार्तिक आर्यन ने अगला सवाल पूछा कि शराब से कोरोना वायरस खत्म हो जाता है. इस पर भी डॉक्टर ने जवाब दिया कि यह अफवाह है. एक्टर ने आगे पूछा कि बच्चों को कोरोना वायरस नहीं होता, इस पर डॉक्टर मीमांसा ने कहा कि यह भी एक अफवाह है. एक्टर ने आगे डॉक्टर से पूछा कि चाइनीज खाना खाने से भी कोरोना वायरस होता है. इस पर डॉक्टर ने हंसते हुए जवाब दिया कि यह अफवाह है. अंत में एक्टर ने पूछा कि कार्तिक आर्यन आपका पसंदीदा एक्टर है, जिस पर डॉक्टर हंसने लगती हैं. 

कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, “पढ़ाकू बच्चों पर हंसते थे ना हम? डॉक्टर मीमांसा के साथ कोकी पूछेगा एपिसोड 2.” बता दें कि कार्तिक आर्यन ने इससे पहले भी कोकी पूछेगा से जुड़ा एक वीडियो साझा किया था, जिसे लोगों ने खूब सराहा था. वहीं, कोरोना वायरस की बात करें तो स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या 10815 हो गई है.  पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1463 नए मामले सामने आए हैं और 29 लोगों की मौत हुई है. देश में कोरोना से अब तक 353 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 1190 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं.

#Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: CS JOSHI- EDITOR Mob 9412932030 Mail; himalayauk@gmail.com

Yr. Contribution Deposit Here: HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND  Bank: SBI CA
30023706551 (IFS Code SBIN0003137) Br. Saharanpur Rd Ddun UK

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *