सिद्धू कांग्रेस के टिकट पर उतरेेगे
TOP NATIONAL NEWS; चंडीगढ़ निगम चुनावों में बीजेपी को मिली शानदार सफलता #
पूरी तैयारी के साथ ही नोटबंदी की योजना अमल में-अरुण जेटली #
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पंजाब की सियासत में नवजोत सिंह सिद्धू अब नए अवतार में दिख सकते हैं. आज पंजाब से बड़ी खबर आयी. पंजाब विधानसभा चुनाव में सिद्धू पत्नी की सीट से कांग्रेस के टिकट पर उतर सकते हैं.
अमृतसर (शहर) की विधानसभा सीट जिससे अब तक सिद्धू की पत्नी विधायक हैं. वहां से अब सिद्धू कांग्रेस के टिकट पर उतर सकते हैं. खबर है कि इसी हफ्ते सिद्धू कांग्रेस में भी शामिल हो सकते हैं.
कांग्रेस में सिद्धू के शामिल होते ही उनके विधानसभा चुनाव लड़ने का भी ऐलान हो जाएगा. इसके साथ ही ये भी साफ हो गया कि नवजोत कौर सिद्धू अब 2017 में चुनाव नहीं लड़ेंगी.
आज सिद्धू दिल्ली में राहुल गांधी से उनके घर पर भी मिले. राहुल के साथ सिद्धू की मुलाकात करीब पैंतालिस मिनट तक चली. कुछ दिन पहले ही सिद्धू की पत्नी ने कांग्रेस ज्वाइन की थी.
##मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर
नोटबंदी पर लगातार नियम बदलने को लेकर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. इसे लेकर आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सीधे पीएम मोदी पर निशाना साधा.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “रिजर्व बैंक उसी तरह नोटबंदी के नियम बदल रहा है जैसे पीएम मोदी कपड़े बदलते हैं.” राहुल गांधी के साथ ही पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी आरबीआई और सरकार ने बीच सामंजस्य ना होने का आरोप लगाया.
नोटबंदी के ऐलान के बाद से ही राहुल गांधी पीएम मोदी को और केंद्र सरकार को लेकर हमलावर रुख बनाए हुए हैं. हाल ही जौनपुर की रैली में राहुल गांधी ने कहा खा कि पीएम मोदी डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने की बात कहते हैं. इस डिजिटल ट्रांजेक्शन का पैसा गरीबों को नहीं मिलेगा बल्कि अमीरों की झोली में जाएगा.
बार बार फैसले बदलना कमजोर पीएम की निशानी-AAP
बार बार नियम बदलने पर आम आदमी पार्टी ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी ने कहा, ”नोटबंदी पर कहा है कि 8 नवंबर के बाद सरकार 59 नोटिफिकेशन जारी कर चुकी है, ये एक कमजोर प्रधानमंत्री की निशानी है जो अपने फैसले रोज बदलता है.”
आपको बता दें कि सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी का फैसला लिया था, आज 42वां दिन है और 10 दिन बाद ये मुश्किल कम होनी शुरू हो जाएगी.
###चंडीगढ़ निगम चुनावों में बीजेपी को मिली शानदार सफलता
चंडीगढ़ निगम चुनावों में बीजेपी को मिली शानदार सफलता पर पार्टी कार्यकर्ताओं और संगठन के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि नोटबंदी के फैसले के बाद संपन्न हुए चुनावों में देश की जनता ने प्रधानमंत्री के फैसले पर मुहर लगाने का काम किया है.
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्त्व में केंद्र की सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों का जनता ने ह्रदय से समर्थन किया है. नोटबंदी के फैसले के बाद संपन्न हुए राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय के चुनावों और विधान सभा और लोक-सभा उप-चुनावों के परिणाम से यह स्पष्ट हो गया है कि विपक्ष नोटबंदी के फैसले का राजीतिकरण करना चाहता है और इस पर राजनीति कर रहा है.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी के फैसले के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में हुए सभी चुनावों में देश की जनता ने विपक्ष को यह अच्छे से समझया है कि जनता का मूड क्या है और राजनीति की दिशा क्या है .
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की अभूतपूर्व विजय. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन और बीजेपी की काम करने की राजनीति में देश की जनता की अटूट आस्था और विश्वास का एक और उदाहरण है .
अमित शाह ने कहा कि देश के सभी हिस्सों में जहां-जहां भी नोटबंदी के फैसले के बाद चुनाव हुए हैं और जनता ने बीजेपी को प्रचंड विजय दिलाते हुए प्रधानमंत्री के फैसले पर जो मुहर लगाई है, मैं इसके लिए एक बार फिर से उन्हें धन्यवाद देता हूं और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं .
$######पूरी तैयारी के साथ ही नोटबंदी की योजना अमल में-अरुण जेटली ####
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज दावा किया कि 30 दिसम्बर के आगे की जरुरत के लिए भी नए करेंसी नोट पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं. साथ ही उनका ये भी कहना है कि पूरी तैयारी के साथ ही नोटबंदी की योजना अमल में लायी गयी. दूसरी ओर जेटली ने ये भी सफाई दी कि एक बार में 5000 रुपये से ज्यादा के नोट जमा कराने पर कोई सवाल जवाब नही होगा.
नोटबंदी के बाद जैसे-जैसे दिन गुजर रहे हैं, सरकार और रिजर्व बैंक रोज नई सफाई देने में जुटे हैं. अब नई सफाई ये है कि नोटबंदी को लेकर तैयारी में कोई कमी नहीं थी. ये सफाई सूचना के अधिकार के तहत मिली एक जानकारी के बाद आयी है जिसमें कहा गया कि 8 नवम्बर को रिजर्व बैंक के पास स्टॉक में 500 रुपये के कुल मिलाकर 9.13 लाख करोड़ रुपये और 1000 रुपये के कुल मिलाकर 11.38 लाख करोड़ रुपये के नोट थे. यानी साढ़े 20 करोड़ रुपये से भी ज्यादा.
दूसरी ओर उस दिन रिजर्व बैंक के पास 4.94 लाख करोड़ रुपये के ही 2000 रुपये के नए नोट थे. 500 रुपये के नए नोट का जिक्र भी नहीं है. मतलब ये कि जितने नोट सिस्टम से बाहर किए गए, उसके एक चौथाई के बराबर ही रिजर्व बैंक के पास मौजूद थे. वैसे ध्यान रहे कि रिजर्व बैंक के पास जितना नोट स्टॉक में होता है, वो पूरा का पूरा चलन में नहीं होता है. इसीलिए बार-बार ये कहा जा रहा है कि 8 नवम्बर को 15.44 लाख करोड़ रुपये कीमत के 500 और 1000 रुपये के नोट चलन में थे.
आऱटीआई के इस खुलासे की वजह से ये चर्चा गरमाने लगी कि नोटबंदी को लेकर सरकार की तैयारी आधी अधूरी थी. लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली ऐसी किसी भी चर्चा को खारिज करते हुए कह रहे हैं कि रिजर्व बैंक जितना नोट छापता है, वो पूरा का का पूरा चलन में नहीं आता. मनी स्टॉक और मनी इन सर्कुलेशऩ में यही अंतर है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आगे भी कैश की कोई कमी नहीं होगी.
इस बीच, सरकार को एक बार फिर अपनी बात से पलटना पड़ा. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा था कि 30 दिसम्बर तक 5000 रुपये से ज्यादा के 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट सिर्फ एक ही बार बैंक खाते में जमा कराए जा सकेंगे. जमा कराने वक्त जमाकर्ता से 2 बैंक अधिकारियो की मौजूदगी में पूछा जाएगा कि आखिरकार अब तक पैसा क्यों नहीं जमा कराया गया. जवाब संतोषजनक होने के बाद ही पैसा जमा होगा. लेकिन अब मंगलवार को वित्त मंत्रालय ने कहा कि जवाब तलब नही होगा. आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 30 दिसंबर तक कोई भी बैंक में 500-1000 के पुराने नोटों की शक्ल में पैसा जमा कर सकेगा. लेकिन बैंकों में सारा कैश एक बार में जमा कराना ही बेहतर होगा. बार-बार अगर ग्राहक 500-1000 के पुराने नोट जमा कराने जाएगा तो इससे संदेह पैदा हो सकता है.
इस मौके पर नोटबदली में कुछ बैंककर्मियों के काले कारनामों पर जेटली ने कहा कि कि बैंक प्रबंधन हर संभव कार्रवाई कर रहा है. एक्सिस बैंक का खास तौर पर जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बैंक ने सख्त कदम उठाए हैं.