देश के लोकप्रिय सीएम की घोषणा- इस जंग में जान गंवाने वालों को मिलेगा शहीद का दर्जा, 50 लाख का मुआवजा & Top News 21 April 20

21 April 20# High Light# ओडिशा सीएम बोले कोरोना के खिलाफ जंग में जान गंवाने वालों को मिलेगा शहीद का दर्जा, 50 लाख का मुआवजा देगी सरकार#  रमजान का पवित्र महीना 24 अप्रैल से ; घरों में ही रहकर इबादत करें; अब्बास नकवी # Coronavirus India Update : भारत में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर # राजस्थान में रैपिड टेस्ट किट की विश्वसनीयता को लेकर बड़ा सवाल  राजस्थान में कोरोना के 52 नए मामले सामने #लोकसभा सचिवालय में कोरोना का खतरा #24 घंटे के लिए आजादपुर मंडी खोल दी गई है. # उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को कोरोना के 60 से अधिक नए मामले सामने आए हैं #कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का हमारे यहां पेट्रोल-डीजल की कीमत पर तत्काल असर नहीं होता. #20 विशेषज्ञों की राय – कोरोना से मर सकते हैं लाखों लोग, सोशल डिस्टेंस़िग ही रास्ता# महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कम से कम 53 मीडियाकर्मी ऐसे हैं जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. यह जानकारी बृह्न्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने दी. #जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने नाराजगी जताते हुए काफी कड़े शब्दों में इस हिंसा का विरोध किया है.  #Coronavirus Lockdownलॉक डाउन के बीच शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार# Presented by #Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: C Mob 9412932030 Mail; himalayauk@gmail.com

ओडिशा सीएम बोले कोरोना के खिलाफ जंग में जान गंवाने वालों को मिलेगा शहीद का दर्जा, 50 लाख का मुआवजा देगी सरकार

सीएम नवीन पटनायक ने कहा है कि भारत सरकार की पहल के साथ राज्य सरकार सभी स्वास्थ्य कर्मियों (प्राइवेट/सार्वजनिक) और अन्य सभी सेवाओं के सदस्य जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना जीवन खो देते हैं उन्हें 50 लाख रुपए की राशि प्रदान करेगी।

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जीवन खोने वाले डॉक्टरों को 50 लाख रुपए की राशि देने का ऐलान किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीएम नवीन पटनायक ने कहा है कि भारत सरकार की पहल के साथ राज्य सरकार सभी स्वास्थ्य कर्मियों (प्राइवेट/सार्वजनिक) और अन्य सभी सेवाओं के सदस्य जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना जीवन खो देते हैं उन्हें 50 लाख रुपए की राशि प्रदान करेगी।

सीएम नवीन पटनायक ने आगे कहा कि ओडिशा उन्हें शहीद का दर्जा देकर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करेगी। उनके बलिदान को पहचानते हुए पुरस्कारों की एक विस्तृत योजना स्थापित की जाएगी। ये पुरस्कार राष्ट्रीय दिवस पर दिए जाएंगे। यदि कोई स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कोई भी काम करता है कि तो वह राज्य के खिलाफ किया जाने वाला काम है। यदि कोई भी किसी ऐसे कार्य में शामिल पाया जाता है जैसे उनके काम में खलल डालना, बेइज्जती करना तो उनके खिलाफ कड़ी आपराधिक कार्रवाई की जाएगी जिसमें एनएसए के प्रावधान शामिल हैं।

Coronavirus India Update : भारत में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर

भारत में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर है। देशभर में पिछले सात दिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4 बार कम हुई है। जबकि सिर्फ तीन दिन कोरोना संक्रमितों के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। देश में अभी तक कोरोना संक्रमितों की संख्या का आंकड़ा 18828 पर पहुंच गया है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों में पिछले 24 घंटों में कमी आयी है। 19 अप्रैल के मुकाबले 20 अप्रैल को कोरोना संक्रमितों के 345 नए मामले कम आए हैं। पिछले 24 घंटे में 1235 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद देशभर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 18828 पर पहुंच गया है। इनमें से 14943 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। 3284 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। जबकि 601 लोगों की मौत हो चुकी है।  

 देशभर में रोजाना नए मामले सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और गुजरात में सामने आ रहे हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी आयी है। आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में 24 घंटे के भीतर 466 नए मामले आए हैं। गुजरात में 196 नए कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है। जबकि दिल्ली में सिर्फ 78 कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए हैं।

 राजस्थान : प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के आज 52 नए मामले आए हैं। जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 1628 हो चुकी है। इसके अलावा 25 लोगों की मौत हो गई है। पश्चिमी बंगाल : प्रदेश में आज कोरोना वायरस के आज 53 मामले आए हैं। संक्रमितों की कुल संख्या 392 हो चुकी है। इनमें से 307 लोग अस्पतीलों में भर्ती हैं। जबकि 12 की मौत हो चुकी है। गुजरात : प्रदेश में आज 127 नए संक्रमित मिले हैं। जिसके बाद गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा 2 हजार को पार कर 2066 हो गई है। इनमें से 77 की मौत हो चुकी है। आंध्रप्रदेश : प्रदेश में कोरोना वायरस के आज 35 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 757 हो गई है। इनमें से 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 96 ठीक हो चुके हैं। कर्नाटक : प्रदेश में आज 7 कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। जिसके बाद कर्नाटक में संक्रमितों की संख्या 415 हो गई है। इनमें से 112 मरीज ठीक हो चुके हैं और 17 की बीमारी से मौत हो गई है। पंजाब : प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या पर काफी हद तक काबू कर लिया है। पंजाब में आज 5 नए मामले सामने आए हैं इसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 250 पर पहुंच गया है। इनमें से 38 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं।

 रमजान का पवित्र महीना 24 अप्रैल से ; घरों में ही रहकर इबादत करें; अब्बास नकवी

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा है कि रमजान का पवित्र महीना 24 अप्रैल से शुरू हो रहा है। सभी धार्मिक नेताओं, धार्मिक और सामाजिक संस्थानों ने साथ मिलकर निर्णय किया है कि सभी मुस्लिम समुदाय से ये अपील करेंगे कि घरों में ही रहकर इबादत करें, इफ्तार और अन्य रिवाजों का को घरों में ही करें। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करें। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आगे बताया कि मुस्लिम समुदाय ने खुद यह फैसला लिया है, जैसे उन्होंने शब ए बारात के लिए लिया था।

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ओआईसी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत मुस्लिमों के लिए स्‍वर्ग है और उनके अधिकार इस देश में पूरी तरह से सुरक्षित हैं। सेकुलरिज्म और सौहार्द भारत और भारत के लोगों के लिए पॉलिटिकल फैशन नहीं बल्कि परफेक्ट पैशन (जुनून-जज्बा) है। इसी समावेशी संस्कार और पुख्ता प्रतिबद्धता ने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को अनेकता में एकता के सूत्र में बांध रखा है। अल्पसंख्यकों सहित देश के सभी नागरिकों के संवैधानिक, सामाजिक, धार्मिक अधिकार भारत की संवैधानिक एवं नैतिक गारंटी है।

राजस्थान में रैपिड टेस्ट किट की विश्वसनीयता को लेकर बड़ा सवाल  राजस्थान में कोरोना के 52 नए मामले सामने

राजस्थान ने कोरोना वायरस का एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट को रोक दिया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि यह गलत परिणाम दे रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से कोई प्रक्रियागत चूक नहीं है. यह किट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा भेजी गई थी और हमने इसकी सूचना आईसीएमआर को दे दी है. दरअसल, राजस्थान में रैपिड टेस्ट किट की विश्वसनीयता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया था. सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कोरोना के 100 मरीजों का इस किट के जरिए टेस्ट किया गया, जिसमें से इसने 5 को ही पॉजिटिव बताया. यानी रैपिड टेस्ट किट जांच में फेल साबित हुआ. यह केवल 5 फीसदी सफलता हासिल कर पाया. रैपिड टेस्ट किट के फेल होने पर डॉक्टरों ने कहा था कि किट के दूसरे लॉट का भी टेस्ट किया जा रहा है. यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं पहले लॉट में दिक्कत तो नहीं थी. अगर ऐसा हुआ तो सरकार रैपिड टेस्ट किट को लौटाएगी. इस किट के जरिए कोरोना जांच पर महज 600 रुपये का खर्च आता है.

वहीं जयपुर के कनटेनमेंट जोन रामगंज में कोरोना ने फिर से सिर उठाया है और 75 नए मरीज सामने आ चुके हैं.

इस बीच राजस्थान में कोरोना के 52 नए मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, भीलवाड़ा में 4, टोंक में 2, सवाईमाधोपुर में एक, दौसा में 2, नागौर में एक, झुंझुनु में एक, जयपुर में 34, जोधपुर में 5 और जैसलमेर में 2 मामले सामने आए हैं. राज्य में कुल कंफर्म केस की संख्या 1628 हो गई है.

   देश में कोरोना टेस्ट के लिए अभी जो पीसीआर किट का इस्तेमाल किया जाता है उसमें जीन का पता लगाने और पुष्टि के लिए आरडीआरपी जीन की मदद ली जाती है. चित्रा GeneLAMP-N में स्क्रीनिंग टेस्ट की जरूरत नहीं होगी और बहुत कम लागत जांच की जा सकेगी.

इस तकनीक से जांच में वायरल-न्यूक्लिक एसिड (RT-LAMP) के रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस लूप के जरिए SARS- COV2 के N जीन का पता लगाया जाता है. पूरी दुनिया में कहीं भी कोरोना टेस्ट के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल अभी नहीं किया गया है.

  देश में लॉकडाउन जारी रहने के बाद भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना को हराने के लिए ज्यादा संख्या में संदिग्ध लोगों का टेस्ट करना जरूरी है. अभी कोरोना संदिग्धों की जो जांच होती है उसमें काफी समय लगता है. हालांकि रैपिड टेस्ट होने की वजह से ही ज्यादा पॉजिटिव मामलों की जानकारी भी मिली है. अब कोरोना टेस्ट में तेजी लाने के लिए श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी ने एक नई तकनीक विकसित की है.

     इंस्टीट्यूट ने जो तकनीक विकसित की है उसके जरिए कम कीमत पर महज दो घंटे से भी कम समय में किसी भी मरीज के कोरोना पॉजिटिव या निगेटिव होने का पता लगाया जा सकेगा. हालांकि वायरस की पहचान सिर्फ 10  मिनट में हो जाएगी. इतना ही नहीं एक मशीन से 30 सैंपल की जांच की जा सकेगी.

इस टेस्ट तकनीक को लेकर NIV अलप्पुझा (ICMR द्वारा अधिकृत) में किए गए परीक्षण बताते हैं कि चित्रा GeneLAMP- N में 100% सटीकता और परिणामों के साथ RT-PCR का उपयोग किया जाता है. भारत में कोरोना वायरस परीक्षण के लिए ICMR को इसे मंजूरी देने का अधिकार दिया गया है. मंजूरी मिलने के बाद किट के निर्माण के लिए CDSCO से लाइसेंस लेना होगा.

इस तकनीक के जरिए सिर्फ 10 मिनट में पता लगाया जा सकता है कि संदिग्ध मरीज कोरोना पॉजिटिव है या नहीं. एक मशीन में एक ही बार में कुल 30 नमूनों का परीक्षण किया जा सकता है जिससे बड़ी संख्या में हर दिन टेस्ट किए जा सकते हैं.

लोकसभा सचिवालय में कोरोना का खतरा

दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन के बाद अब लोकसभा सचिवालय में कोरोना का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल, लोकसभा सचिवालय में कार्यरत एक कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि हुई है. वह हाउस कीपिंग डिपार्टमेंट में काम करता है. फिलहाल, उसका इलाज राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में चल रहा है. लोकसभा सचिवालय से पहले राष्ट्रपति भवन के कैंपस में कोरोना वायरस ने दस्तक दे दिया. कैंपस में रहने वाले एक कर्मचारी की रिश्तेदार कोरोना पॉजिटिव पाई गई. पीड़ित के परिवार समेत परिसर में रहने वाले 125 परिवारों को आईसोलेशन में भेज दिया गया है.

 बताया जा रहा है कि पीड़ित महिला और परिवार पिछले दिनों गांव में एक अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे. पीड़ित महिला की मां का निधन हुआ था, जो कोरोना संक्रमित थी. उसके बाद से पीड़ित महिला में लक्ष्ण दिखे और जांच में वो पॉजिटिव निकली. हालांकि, परिवार के बाकी सदस्यों का रिजल्ट निगेटिव आ गया है. इस बीच देश में कोरोना की महामारी से अब तक कुल 590 लोगों की मौत हो चुकी है. 3251 लोग अब तक ठीक हुए हैं. वहीं कुल मरीजों की संख्या 18 हजार 600 हो गई है. एक्टिव केस की तादाद अब 14759 है. संक्रमण की आशंका को देखते ही सभी केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और दफ्तरों की कैंटीन को तत्काल बंद कर दिया गया है.

24 घंटे के लिए आजादपुर मंडी खोल दी गई है.

इस बीच दुनिया के कुछ देशों में लागू लॉकडाउन में आंशिक ढील दे दी है. समाज के हर तबके को प्रभावित करने वाले कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में कुछ देश की सरकारें छूट दे रही हैं जबकि अधिकतर देश धीरे-धीरे कदम उठा रहे हैं. वहीं दिल्ली की बात करें तो आज से 24 घंटे के लिए आजादपुर मंडी खोल दी गई है. दूसरी तरफ दिल्ली के रूपनगर की राशन दुकान का हेल्पर संक्रमित पाया गया है. अब राशन लेने वाले डेढ़ हजार लोगों के संक्रमित होने का खतरा पैदा हो गया है.

उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को कोरोना के 60 से अधिक नए मामले सामने आए हैं

यूपी में सबसे अधिक मामले आज रायबरेली में सामने आए हैं. रायबरेली में 33 नए मरीजों की पुष्टि हुई है. इसमें 30 मरीज नसीराबाद के रहने वाले हैं, जो दिल्ली में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौटे थे. इसके अलावा मुरादाबाद में 15 नए केस आए हैं. यहां अब मरीजों की संख्या 73 हो गई है. मेरठ, मुरादाबाद, मेरठ, बिजनौर, आगरा में भी कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. कानपुर में कोरोना से दूसरी मौत हुई है. मंगलवार को मेरठ में कोरोना के पांच नए मामले सामने आए हैं. लखीपुरा इलाके में रैंडम सैंपलिंग के दौरान यह मामले सामने आए हैं. अब मेरठ में मरीजों की संख्या 80 हो गई है. इस बीच मेरठ के एलएलआरएम हॉस्पिटल से संक्रमित शख्स के संपर्क में आया एक युवक भागने में कामयाब हुआ.

बुलंदशहर में भी मरीजों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. यहां आज तीन नए केस सामने आए हैं. इसमें जिला अस्पताल में बतौर फॉर्मासिस्ट तैनात महिला भी शामिल है. इसके अलावा कानपुर में कोरोना से संक्रमित एक और शख्स की मौत हो गई है. उसका इलाज लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में चल रहा था.

बिजनौर में दो और नए मामले सामने आए हैं. अब यहां मरीजों की संख्या 28 हो गई है. इसके अलावा कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित आगरा में मंगलवार को 28 नए केस आए हैं. अब यहां मरीजों की संख्या 295 हो गई है. वहीं, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में मरीजों का आंकड़ा 100 को पार कर गया है.

कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का हमारे यहां पेट्रोल-डीजल की कीमत पर तत्काल असर नहीं होता.

 सोमवार को अमे​रिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) मार्केट में कच्चा तेल मई के वायदा सौदों के लिए गिरते हुए माइनस 37.63 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था. सबसे पहले यह समझ लें कि इसका मतलब क्या है. यह रेट मौजूदा यानी तत्काल के हाजिर बाजार के लिए नहीं है. यह वायदा बाजार के लिए है. असल में दुनियाभर में लॉकडाउन को देखते हुए जिन कारोबारियों ने मई के लिए वायदा सौदे किए हैं वे अब इसे लेने को तैयार नहीं हैं. उनके पास पहले से इतना तेल जमा पड़ा है जिसकी खपत नहीं हो रही है. इसलिए उत्पादक उन्हें अपने पास से रकम देने को तैयार हैं कि आप हमसे खर्च ले लो, लेकिन कच्चा तेल ले जाओ यानी सौदे को पूरा करो. ऐसा कच्चे तेल के इतिहास में पहली बार हुआ है. इसके अगले महीने यानी जून के कॉन्ट्रैक्ट के लिए डब्लूटीआई क्रूड की कीमत 22.15 डॉलर प्रति बैरल थी. यानी एक महीने के ही भीतर वायदा सौदे में प्रति बैरल करीब 60 डॉलर का अंतर दिख रहा था.

अब इस बात को समझना जरूरी है कि वैसे अमेरिकी बाजार में कच्चा तेल अगर मुफ्त भी हो जाता है तो पेट्रोलियम कीमतों के लिहाज से भारत को बहुत फर्क क्यों नहीं पड़ता. असल में भारत में जो तेल आता है वह लंदन और खाड़ी देशों का एक मिश्रित पैकेज होता है जिसे इंडियन क्रूड बास्केट कहते हैं. इंडियन क्रूड बास्केट में करीब 80 फीसदी हिस्सा ओपेक देशों का और बाकी लंदन ब्रेंट क्रूड तथा अन्य का होता है. यही नहीं दुनिया के करीब 75 फसदी तेल डिमांड का रेट ब्रेंट क्रूड से तय होता है. यानी भारत के लिए ब्रेंट क्रूड का रेट महत्व रखता है, अमेरिकी क्रूड का नहीं.

सोमवार को जून के लिए ब्रेंट क्रूड का रेट करीब 26 डॉलर प्रति बैरल था, जबकि मई के लिए ब्रेंट क्रूड वायदा रेट 23 डॉलर प्रति बैरल के आसपास था. इसमें भी नरमी आई, लेकिन यह बहुत ज्यादा नहीं टूटा. हाजिर बाजार यानी आज के भाव की बात करें तो ब्रेंट क्रूड करीब 25 डॉलर प्रति बैरल के आसपास चल रहा है और इंडियन बॉस्केट का क्रूड करीब 20 डॉलर प्रति बैरल के आसपास चल रहा है. यानी भारत के लिए कच्चा तेल अब भी 20 डॉलर प्रति बैलर के आसपास है.

डब्लूटीआई वह क्रूड ऑयल होता है, जिसे अमेरिका के कुंओं से निकाला जाता है. ढुलाई के लिहाज से इसे भारत लाना आसान नहीं होता. सबसे अच्छी क्वालिटी का कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड माना जाता है. दूसरी तरफ, खाड़ी देशों का यानी दुबई/ओमार क्रूड ऑयल थोड़ी हल्की क्वालिटी का होता है, लेकिन यह एशियाई बाजारों में काफी लोकप्रिय है. ब्रेंट क्रूड और WTI क्रूड की कीमत में अक्सर कम से कम 10 डॉलर प्रति बैरल का अंतर देखा जाता रहा है. इस कीमत पर ओपेक देशों का काफी असर होता है.

 जब भी कच्चा तेल गिरता है तो तमाम तरफ यह शोर मचने लगता है कि पेट्रोल-डीजल के रेट कम क्यों नहीं हो रहे. असल में भारत में पेट्रोल-डीजल के रेट क्रूड के ऊपर नीचे जाने से तय नहीं होते. पेट्रोलियम कंपनियां हर दिन दुनिया में पेट्रोल-डीजल का एवरेज रेट देखती हैं. यहां कई तरह के केंद्र और राज्य के टैक्स निश्चित हैं. भारतीय बॉस्केट के क्रूड रेट, अपने बहीखाते, पेट्रोलियम-डीजल के औसत इंटरनेशनल रेट आदि को ध्यान में रखते हुए पेट्रोलियम कंपनियां तेल का रेट तय करती हैं. इसलिए कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का हमारे यहां पेट्रोल-डीजल की कीमत पर तत्काल असर नहीं होता.

एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा कहते हैं कि भारत या दुनिया की इकोनॉमी के लिए यह कोई शुभ संकेत नहीं है. उन्होंने कहा, ‘कोरोना संकट की वजह से दुनिया की इकोनॉमी पस्त है. भारत में भी लॉकडाउन की वजह से पेट्रोलियम की मांग में भारी गिरावट आई है. ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों का लगातार घटते जाना और इस स्तर पर चले जाना खाड़ी देशों की इकोनॉमी के डांवाडोल हो जाने का खतरा पैदा करता है. खाड़ी देशों की इकोनॉमी पूरी तरह से तेल पर निर्भर है. वहां करीब 80 लाख भारतीय काम करते हैं जो हर साल करीब 50 अरब डॉलर की रकम भारत भेजते हैं. वहां की इकोनॉमी गड़बड़ होने का मतलब है इस रोजगार पर संकट आना.’

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कम से कम 53 मीडियाकर्मी ऐसे हैं जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. यह जानकारी बृह्न्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने दी.

बृह्न्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 की जांच के लिए 16 और 17 अप्रैल को आजाद मैदान में विशेष शिविर लगाया गया था और इस दौरान 171 मीडियाकर्मियों के लार के नमूने लिए गए थे जिनमें इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के पत्रकार, फोटोग्राफर और कैमरामैन शामिल थे.

बीएमसी के प्रवक्ता विजय खाबले ने बताया, ‘कुल 171 नमूनों में से 53 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से अधिकतर में अभी तक कोई लक्षण नहीं है.’ खाबले ने बताया, ‘सभी संक्रमितों को पृथकवास में रखा जाएगा और इसके लिए उचित स्थान की तलाश करने की प्रक्रिया चल रही है.’ उन्होंने बताया कि उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है.

सबसे पहले 20 अप्रैल को एक युवा पत्रकार को उनके कोरोना पॉजिटीव होने की जानकारी दी गई थी जिनके दो बच्चे हैं और मां-बाप भी बीमार हैं. उन्होंने बताया कि बीएमसी से जानकारी मिलने के बाद उन्होंने सबसे पहले इसके बारें में अपनी ब्यूरो चीफ को बताया. उन्होंने कहा, ‘मुझसे केवल यह कहा गया कि अपना ख्याल रखो और कुछ दिनों के लिए बाहर मत निकलो. रिपोर्टर ने कहा कि उसे यह जवाब तब मिला जब उसने एक भी दिन छुट्टी लिए बिना एक महीने से अधिक समय तक काम किया और ब्यूरो चीफ से हर रोज कहता रहा कि रिपोर्टरों पर फील्ड पर भेजने के लिए दबाव न डालें.’

वहीं, इस पेशे में अपना एक दशक से अधिक समय दे चुके एक अन्य पत्रकार ने कहा कि अपनी जिंदगी खतरे में डालने वाले पत्रकारों के प्रति संपादकों और समाचार चैनल मालिकों द्वारा दिखाया गया व्यवहार निराशाजनक है. 29 वर्षीय पत्रकार ने कहा, ‘उचित सुरक्षा के बिना मैदान पर हर रोज जाने में कुछ भी साहसी नहीं है. मैं अपने बॉस से कहता रहा हूं कि मैं अभी जो कुछ भी रिपोर्ट कर रहा हूं, उसमें से अधिकांश काम घर से कर सकता हूं और इससे रिपोर्टिंग की गुणवत्ता किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होगी, लेकिन संपादक सुनने के लिए तैयार नहीं हैं.’ कुछ मामलों में टेलीविज़न चैनलों ने अपने कर्मचारियों के लिए सलाह जारी की है, लेकिन पत्रकारों का कहना है कि ऐसे उपाय निरर्थक हैं. एक ट्रेनी रिपोर्टर ने कहा, ‘ये सलाह केवल हमें ध्यान रखने के लिए कहते हैं. यह हमें नहीं बताता कि कैसे. साथ ही, हमें अपने संगठन से कोई भी निजी सुरक्षा उपकरण प्रदान नहीं किया जाता है.’

मुंबई के अलावा, चेन्नई में दो पत्रकारों ने भी इस महीने की शुरुआत में कोरोना वायरस पॉजिटीव पाए गए थे. मार्च में मध्य प्रदेश के भोपाल का एक पत्रकार भी संक्रमित पाया गया था. हालांकि, मुंबई के मामलों के सामने आने के बाद ही सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़़ेकर ने कहा कि अखबार और मीडिया प्रतिष्ठानों को एक सलाह जारी की जा रही है.

जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने नाराजगी जताते हुए काफी कड़े शब्दों में इस हिंसा का विरोध किया है. 

 नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पालघर (Palgharमें दो संतों और उनके एक चालक की हत्या होने पर नाराजगी जताते हुए जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने काफी कड़े शब्दों में इस हिंसा का विरोध किया है. उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा, ‘जो लोग दो साधुओं और उनके चालक की लिंचिंग के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाना चाहिए. सभ्य समाज में बर्बर और जघन्य अपराध के लिए किसी भी तरह की सहनशीलता नहीं होनी चाहिए.’

बता दें, इससे पहले फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) इस मामले में एक ट्वीट करते हुए लिथा था, ‘पालघर में हुई घटना में तीन लोगों की हत्या की मैं कठोर शब्दों में निंदा करता हूं. मॉब रूल के लिए सोसायटी में कोई जगह नहीं होनी चाहिए. मैं उम्मीद करता हूं तीन लोगों की जान लेने वाले ये लोग पकड़े जाए ताकि न्याय हो.’

बता दें, यह घटना उस समय हुई, जब बीते गुरुवार की रात तीन व्यक्ति मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे. इसी दौरान, पालघर जिले में भीड़ ने इन्हें चोर समझकर उनके वाहन को रोक लिया और उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी.

Coronavirus Lockdownलॉक डाउन के बीच शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार,  

Coronavirus Lockdown : मध्य प्रदेश में लॉक डाउन के दौरान मंगलवार को शिवराज कैबिनेट का विस्तार हुआ। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 5 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। इस दौरान राज्यपाल और सीएम शिवराज सिंह चौहान भी समारोह में मौजूद रहे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को शिवराज कैबिनेट में नरोत्तम मिश्रा, गोविंद सिंह राजपूत, तुलसीराम सिलावट, मीना सिंह और कमल पटेल ने राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन के द्वारा कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए सभी विधायकों और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुद भी मास्क लगाया और वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन किया गया। यह पूरा कार्यक्रम राजभवन में हुआ इस दौरान कोई भी वीवीआईपी या अन्य नेता मौजूद नहीं रहे। जानकारी के लिए बता दें कि कैबिनेट विस्तार से पहले अमित शाह से ज्योतिराज सिंधिया की मुलाकात के बाद नई लिस्ट तैयार की गई थी जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक भी इस लिस्ट में शामिल है। मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं और भाजपा के पास मुख्यमंत्री समेत कुल 35 मंत्री बन सकते हैं। बता दें कि 21 मार्च को लॉक डाउन के दौरान ही मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार का तख्तापलट होने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इससे पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। लेकिन विधायकों के टूटने के बाद और ज्योति राव सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद सरकार अपना बहुमत खो बैठी। जिसके बाद राज्यपाल को भाजपा ने अपना बहुमत साबित किया और प्रदेश में सरकार बनाएं।

20 विशेषज्ञों की राय – कोरोना से मर सकते हैं लाखों लोग, सोशल डिस्टेंस़िग ही रास्ता

https://www.satyahindi.com/videos/coronavirus-may-kill-millions-social-distancing-for-prevention-109121.html

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