सचिवालय में सन्नाटा & हाईकोर्ट की फटकार & डा0 निशंक के गीत ने रिकार्ड बनाया Top UK News 2 June 20

2 जून 20: हाई लाइट- :#क्वारंटीन सेंटरों की बदहाली पर सरकार को हाईकोर्ट की फटकार # प्रदेश में कोरोना संक्रमण पॉजिटीविटी दर और मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कम # उत्तराखण्ड में लगभग एक चौथाई कोरोना संक्रमित व्यक्ति ठीक हो चुके हैं # केन्‍द्रीय मानव डा0 निशंक के लिखा गीत हो रहा सोशल मीडिया में वायरल# चमोली 02 जून,2020 (सू0वि0)  खनिज न्यास निधि वर्तमान में इस निधि में 1.49 करोड़ की धनराशि जमा
#जनपद चमोली ; बाहरी प्रदेशों से आए 226 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में #मैक्स हेल्थ केयर राजस्व केमामले में भारत की दूसरी सबसे बड़ी हेल्थकेयर श्रृंखला #Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR; Mail; himalayauk@gmail.com

ग्रामीण इलाकों में क्वारंटीन सेंटरों की बदहाली पर सरकार को हाईकोर्ट ने फटकार

नैनीताल. ग्रामीण इलाकों में क्वारंटीन सेंटरों की बदहाली पर सरकार को हाईकोर्ट ने फटकार लगाते हुए   कहा है कि इनकी दशा तुरंत ठीक कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश करें. आज हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि वह तत्काल ग्राम पंचायतों को डीएम के माध्यम से बजट उपलब्ध कराए ताकि इन क्वारंटीन सेंटरों में व्यवस्था ठीक की जा सके. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि ज़िलाधिकारी ग्राम प्रधानों से डिमांड़ लें और उसके बाद बजट जारी करें. इसके साथ ही कोर्ट ने सचिव स्वास्थ्य को आदेश दिया है कि जो रिपोर्ट जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के सचिवों ने जारी की है उसकी कमियों पर सुधार करते हुए कोर्ट में 2 हफ्तों के भीतर रिपोर्ट पेश करें.

केस की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने टिप्पणी भी की है कि ग्राम सभाओं में बने क्वारंटीन सेंटरों में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसके अलावा कोरोना पीड़ितों के टेस्ट पर कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि सभी सेम्पलों की प्रगति रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश करें. कोर्ट में ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरणों के सचिवों ने रिपोर्ट फाइल की कहा गया कि ग्रामीण इलाकों में बने क्वारंटीन सेंटरों की हालत बदतर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन सेंटरों में खाने पीने रहने की व्यवस्थाएं ठीक नहीं हैं. इसके बाद कोर्ट ने सरकार को बजट जारी करने का आदेश दिया.

हाईकोर्ट के अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली और सच्चिदानंद डबराल ने जनहित याचिका दाखिल कर कोर्ट से मांग की थी की प्रवासियों को लाने के साथ मेडिकल सुविधा दी जाए और उनके रहन-सहन की उचित व्यवस्था की जाए.

वही दूसरी ओर उत्तराखंड में मंगलवार दोपहर तक 41 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए। कुल मरीजों की संख्या 999 पहुंच गई है। जिनमें 243 मरीज ठीक हो चुके हैं। आज देहरादून में 25, टिहरी में 11, चमोली में तीन और हरिद्वार में एक मरीज मिला है। देहरादून में आज मिले 25 संक्रमित मुंबई से लौटे हैं।

सचिवालय में मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव मौजूद रहे। यहां बड़ी संख्या में आज कर्मचारी नहीं आए। जिस वजह से सचिवालय में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सोमवार को सन्नाटा छाया रहा।

29 मई को हुई कैबिनेट मीटिंग में सतपाल महाराज शामिल हुए थे। जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े कर्मचारी सचिवालय नहीं आए। बताया गया कि कईयों ने खुद को होम क्वांरटीन कर लिया है। सोमवार को जो कर्मचारी सचिवालय पहुंचे भी उन्हें घर भेज दिया गया। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी व मनीषा पंवार, सचिव स्वास्थ्य, सचिव राजस्व, सचिव श्रम समेत कई अन्य नौकरशाहों ने घर से ही काम किया।

जिलाधिकारी डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कैबिनेट की बैठक में महाराज सीधे तौर पर किसी के भी संपर्क में नहीं आए। ऐसे में बैठक में प्रतिभाग करने वाले सभी लोग लो-रिस्क में पाए गए हैं।  काबीना मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत 27 मंत्री व अफसरों को लो-रिस्क में माना गया है। जिन तीन कर्मियों ने कैबिनेट की बैठक में महाराज को चाय-नाश्ता परोसा, उन्हें हाई-रिस्क में माना गया है। लो-रिस्क कॉन्टेक्ट वाले लोगों को क्वारंटाइन में छूट दी गई है, जबकि हाई-रिस्क वाले सभी लोगों को क्वारंटाइन करने की तैयारी शुरू कर दी है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि लो-रिस्क में आए मंत्री-अफसरों के अभी सैंपल नहीं लिए गए हैं। हालांकि, सभी के स्वास्थ्य पर निरंतर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही लो-रिस्क व हाई रिस्क में आए लोगों के संपर्क में आने वालों की भी पहचान की जा रही है। ताकि उनकी भी निगरानी कराई जा सके।

देश में कुल कोविड-19 पॉजिटिव केस की संख्या 2 लाख के करीब पहुंच चुकी है जबकि हमारे राज्य में लगभग 1 हजार – मुख्य सचिव

देहरादून 02 जून, 2020 (सू.ब्यूरो) (HIMALAYAUK Web & Print Media)

  • प्रदेश में कोरोना संक्रमण पॉजिटीविटी दर और मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कम
  • कोराना संक्रमण की डबलिंग रेट में सुधार, संस्थागत फेसिलिटी में 14 हजार बैड उपलब्ध।
  • मीडिया सेंटर, सचिवालय में आयोजित प्रेस वार्ता में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने जानकारी दी।

मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि देश में कुल कोविड-19 पॉजिटिव केस की संख्या 2 लाख के करीब पहुंच चुकी है जबकि हमारे राज्य में लगभग 1 हजार है। इस तरह से देखा जाए तो देश की जनसंख्या में उत्तराखण्ड का प्रतिशत लगभग 1 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 पॉजिटिव केस में 0.5 प्रतिशत है। उत्तराखण्ड में लगभग एक चौथाई कोरोना संक्रमित व्यक्ति ठीक हो चुके हैं। कुल एक्टिव केस मंगलवार दोपहर तक 746 हैं। कुल 07 मृत्यु हुई है। ये सभी किसी न किसी गम्भीर बीमारी से ग्रस्त थे। कोविड संक्रमित की मृत्यु दर का राष्ट्रीय औसत लगभग 2.83 प्रतिशत है जबकि उत्तराखण्ड में यह 1 प्रतिशत से कम है। डबलिंग रेट में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। हमारे यहां सेम्पल के पॉजिटिव होने की दर भी राष्ट्रीय औसत से कम है।
     मुख्य सचिव ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए कान्टेक्ट ट्रेसिंग बहुत महत्वपूर्ण है। अभी तक लगभग 4 हजार कान्टेक्ट ट्रेसिंग की गई है। प्रदेश में व्यवस्थाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। संस्थागत फेसिलिटी में बेड की संख्या को बढ़ाकर लगभग 14 हजार किया जा चुका है। अभी हमारे यहां एक्टीव केस 746 हैं। आगे संख्या कुछ बढ़ने की सम्भावना है परंतु किसी तरह से पेनिक होने की स्थिति नहीं है। हमारी अच्छी तैयारी है। लगभग 95 प्रतिशत मामलों में किसी तरह के लक्षण नहीं होते या बहुत ही कम लक्षण होते हैं। अधिकांश मामलों की ट्रैवल हिस्ट्री रही है। स्वतः प्रसार जैसी स्थिति नहीं है।
     मुख्य सचिव ने बताया कि हमने देश के 75 शहरों को वहां कोविड-19 मामलों की अधिक संख्या को देखते हुए चिन्हित किया है। यहां से जो भी व्यक्ति आएँगे, उन सभी को सरकारी क्वारेंटाईन में 7 दिनों के लिए रहना होगा। कोविड जैसे लक्षण न दिखाई देने पर उन्हें घर जाने दिया जाएगा परंतु उन्हें अपने घर में और 14 दिन होम क्वारेंटाईन रहना होगा। जो व्यक्ति इन चिन्हित स्थानों के अलावा दूसरे स्थानों से आएँगे उन्हें 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाईन रहना होगा। दूसरे राज्यों से आने वाले और प्रदेश के भीतर एक जनपद से दूसरे जनपद में जाने पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रेड जोन से दूसरे स्थान पर जाने के लिए परमिट भी लेना होगा।
     मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में 2 लाख 60 हजार लोग मनरेगा में कार्य कर रहे हैं। 11 हजार नए जॉब कार्ड बनाए गए हैं। इनमें से 7 हजार लोगों को काम भी उपलब्ध कराया जा चुका है। इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य श्री अमित नेगी भी उपस्थित थे।

केन्‍द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा0 निशंक के लिखा गीत हो रहा सोशल मीडिया में वायरल

DEHRADUN (HIMALAYAUK Web & Print Media) 22 वर्ष पूर्व डा0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ द्वारा  रिवर्स पलायन को लेकर लिखा ग-सजय़वाली गीत आजकल सोशल मीडिया पर हिट हो रहा है, मात्र चार दिन में ही 70  हजार से अधिक लोग इस गीत को देख चुके हैं।
नन्दा कैसेट द्वारा रिलीज किया गया डाॅ0 निशंक का गीत ‘‘आवा गौं जौंला’ को सुप्रसिद्ध जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने अपना स्वर दिया है।

वर्ष 1998 में ‘उत्तराँजली’ नाम से डाॅ0 निशंक के सात गीतों की अलबम अनिल बिष्ट एवं साथियों की आवाज में ‘उत्तराँजली’ के नामस से रिलीज हुई थी। ‘उत्तराँजली’, में शामिल इस गीत सहित 2 अन्य गीतों का वीडियो तब दूरदर्शन एक से रिलीज हुआ था, जो दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला पहला चित्रहार था।
22 वर्ष बाद इसी गीत को जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण द्वारा वर्ष 2019 में अपनी आवाज में रिकार्ड किया था। वर्तमान परिस्थितियों में फिट बैठ रहे इस गीत को गत 28 मई 2020 को नन्दा कैसेट्स द्वारा अपने यू-ंउचयट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया, जो आजकल बहुत वायरल हो रहा है।

गीत को मात्र 4 दिन में 65 हजार से अधिक लोग देख चुके हैं। वीडियो का निर्माण एवं निर्देशन बेचैन कन्डियाल ने किया है। इस गीत में प्रवासियों को अपने गाँव वापस आने का आह्वान किया गया है, गीत के वीडियो में उत्तराखण्ड के अनेक रमणीक स्थानों का फिल्मांकन किया गया है।

वीडिओ का लिंक है – https://youtu.be/LiAxr_N6UrM

चमोली 02 जून,2020 (सू0वि0) (HIMALAYAUK Web & Print Media)  खनिज न्यास निधि वर्तमान में इस निधि में 1.49 करोड़ की धनराशि जमा

मा0 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकाल एवं दुग्ध विकास तथा जनपद के प्रभारी मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने मंगलवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला खनिज न्यास निधि की बैठक ली। बैठक में प्रभारी मंत्री ने जिला न्यास निधि से कोविड-19 से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग को जरूरी सामग्री हेतु  25 लाख रुपये देने की स्वीकृति प्रदान की। खनिज अधिकारी दिनेश कुमार ने खनिज न्यास निधि की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में इस निधि में 1.49 करोड़ की धनराशि जमा है।


प्रभारी मंत्री ने कोविड 19 वायरस को लेकर मौजूदा स्थिति की समीक्षा भी की। उन्होंने होम क्वारेंटीन लोगों के स्वास्थ्य जाॅच के लिए जिले में सभी आशा वर्कर को शीघ्र इंफ्रारेड गन मीटर उपलब्ध कराने के निर्देश सीएमओ को दिए। कहा कि स्वास्थ्य विभाग के लिए बजट की कोई कमी नही है। कोविड 19 की रोकथाम के लिए जो भी आवश्यक हो उसके लिए सरकार पर्याप्त बजट दे रही है। कहा कि विगत कुछ दिनों में बडी संख्या में प्रवासी गांव लौटे है। इसलिए सभी गांवों में फिर से एक बार सेनेटाइज्ड किया जाना आवश्यक है। उन्होंने प्रत्येक गांव में डिसिन्फेक्टेंट दवाओं के छिडकाव, स्प्रे मशीन खरीदने एवं कोविड संक्रमण के लिए जरूरी उपायों हेतु ग्राम प्रधानों को मुख्यमंत्री राहत कोष से एडवांस में 5 हजार की धनराशि आवंटित करने को कहा। सामान्य मरीजों के इलाज के लिए ओपीडी संचालन हेतु शीघ्र व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। होटल व्यवसाय को प्रोत्साहन देने के लिए प्रभारी मंत्री ने जिले में अब बाहर से आने वाले सभी प्रवासियों को होटल में ही ठहराने तथा होटल संचालकों को इसका भुगतान भी करने को कहा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड लौटे सभी प्रवासियों को भी सरकार ने रसद उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। उन्होंने संबधित क्षेत्र के ग्राम विकास अधिकारी एवं पटवारियों के माध्यम से प्रवासियों का सत्यापन कराने को कहा। ताकि सभी प्रवासियों को राशन वितरण किया जा सके।


जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बैठक में प्रभारी मंत्री को कोविड 19 वायरस की रोकथाम के लिए जिले में संचालित विभिन्न कार्यो की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कोविड की रोकथाम के लिए ग्राम प्रधानों को 14वें वित्त से धनराशि व्यय करने की स्वीकृति दी जा चुकी है। इसके अलावा मुख्य मंत्री राहत कोष से भी ग्राम प्रधानों को शीघ्र ही धनराशि आवंटित की जा रही है। सामान्य मरीजों के इलाज हेतु जिला अस्पताल के निकट सीतापुर आई हास्पिटल को ओपीडी संचालन हेतु चिन्हित किया गया है और शीघ्र ही यहाॅ पर ओपीडी का संचालन शुरू किया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन एवं मुख्यमंत्री राहत कोष में आवंटित धनराशि व्यय के संबध में भी प्रभारी मंत्री को अवगत कराया। 


बैठक में ब्रदीनाथ विधायक महेन्द्र प्रसाद भट्ट, कर्णप्रयाग विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट आदि सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, सीडीओ हंसादत्त पांडे, एडीएम एमएस बर्निया आदि उपस्थित थे।
इससे पूर्व प्रभारी मंत्री ने नगर पालिका गोपेश्वर के सभागार में प्रेस वार्ता करते हुए केन्द्र सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूर्ण होने पर केन्द्र सरकार की उपलब्धियों की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही कोरोना संकट में राज्य सरकार की उपलब्धियों को भी सामने रखा। कहा कि केन्द्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के लिए 20 लाख करोड़ धनराशि का पैकेज दिया है। पिछले एक वर्ष में धारा-370, सीएए, तीन तलाक, आतंकवाद पर लगाम, राम मंदिर, बैंकों का विलय जैसे अहम फैसलों के साथ ही सामाजिक उत्थान के लिए कई लाभकारी योजनाए संचालित की गई है। राज्य सरकार ने भी कोरोना संकट में सामाजिक पेंशन में 200 रुपये की बढोतरी करते हुए तीन महीने की अग्रिम पेंशन सभी के खातों में डाली गई। राज्य सरकार ने कोरोना संकट में देश के विभिन्न प्रदेशों से 1.96 लाख प्रवासियों को घर पहुॅचाने का काम किया है। प्रवासियों को भी रसद उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। कोविड की रोकथाम के लिए सभी जिलों को पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई। ग्राम प्रधानों को सीएम राहत कोष से 10 हजार रुपये देने का निर्णय लिया गया है। स्वरोजगार करने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई है। किसानों के लिए 1 लाख तथा 5 लाख तक के बिना ब्याज के कर्ज के साथ साथ किस्त जमा करने के लिए तीन महीने की छूट भी दी गई है। इस दौरान उन्होंने केन्द्र एवं राज्य सरकार की तमाम उपलब्धियों को विस्तार से प्रेस के साथ साझा किया। 

जनपद चमोली ; बाहरी प्रदेशों से आए 226 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में

जनपद चमोली। (HIMALAYAUK Web & Print Media) कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन पूरी सक्रियता के साथ दिन-रात जुटा हुआ है और इससे निपटने के लिए हर आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे है। सभी ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में विशेष साफ सफाई, डिसिन्फेक्टेन्ट दवाओं का रेग्यूलर छिडकाव और फागिंग करके सेनेटाइज्ड किया जा रहा है। घर लौटे प्रवासी नागरिकों पर भी कडी निगरानी रखी जा रही है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर सभी संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल प्रतिदिन जाॅच के लिए भेजे जा रहे है। मंगलवार को 49 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए जबकि 98 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 3 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव प्राप्त हुई। अभी तक कुल 778 सैंपल जाॅच के लिए भेजे जा चुके है। जिसमें से 397 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 16 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव आ चुकी है और 365 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है।


कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 226 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग, मंडल, गैरसैण, ग्वालदम, जोशीमठ भराडीसैंण, पीपलकोटी इत्यादि स्थानों पर फेसलिटी क्वारंन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारंन्टीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। जबकि 11765 प्रवासियों अभी होम क्वारंन्टीन में चल रहे है। होम क्वारंन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने सोमवार को 63 गांवों में घर-घर जाकर 534 क्वारेंटीन व्यक्तियों की स्वास्थ्य जाॅच की। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण की जानकारी जुटाने के लिए 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीम निरंतर कार्य कर रही है।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्वारेंटीन किए गए सभी प्रवासियों को नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारेंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही भी की जा रही है।

जिले में लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 35 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 4, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151 के तहत 62, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 59, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर गिरफ्तारियां 1, पुलिस एक्ट के तहत 458 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 694 चालान और 77 वाहनों को सीज किया गया है। 

जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 2699.16 कुन्तल, चावल 5491.38 कुन्तल, मसूर दाल 670.35 कुन्तल, चना दाल 230.72 कुन्तल, चीनी 166.48 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 1460.00 कुन्तल व दाल 38.22 कुन्तल, एसएफवाई का अतिरिक्त गेहूॅ 1475.55 कुन्तल, चावल 2309.29 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3686 गैस सिलेण्डर है।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के प्रयासों से मोबाइल फिश आउटलेट वैन के माध्यम से हर रोज जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन खिलाया जा रहा है। अब तक 6644 लोगों को भोजन कराया गया है जबकि गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 6190 ड्राई राशन किट का वितरण कराया गया है। पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार करा रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है। 

मैक्स हेल्थ केयर राजस्व के मामले मेंभारत की दूसरी सबसे बड़ी हेल्थ केयर श्रृंखला (HIMALAYAUK Web & Print Media)

– एकीकरण एवं व्यवस्थापन की समग्र योजना को एनसीएलटी से अनुमोदन मिलने के बाद मैक्स हेल्थकेयर की लिस्टिंग की प्रक्रिया षुरू हो गई।

 प्रमोटर के नेतृत्व और पीई समर्थित अस्पताल श्रृंखला

 सुदृढ हेल्थकेयर ब्रांड और ‘मेट्रो केंद्रित,  तृतीयक और चतुर्धातुक चिकित्सा

 मजबूत जीवन देखभाल और वित्तीय प्रदर्शन के परिणामस्वरूप रेडिएंट लाइफ केयर के साथ सहक्रियाएं

देहरादून, 2 जून, 2020 – मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट लिमिटेड (एमएचआईएल / मैक्स हेल्थकेयर) ने आज घोषणा की कि समायोजन एवं व्यवस्थापन की समग्र योजना को माननीय नेषनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) से मंजूरी मिलने के आदेश मिलने के फलस्वरूप अनुमोदित योजना के अनुसार समायोजन एवं डिमजर्स की प्रक्रिया आज सफलतापूर्वक पूरी हो गई। समायोजन और व्यवस्थापन की समग्र योजना में मैक्स इंडिया लिमिटेड (मैक्स इंडिया) की सहायक स्वास्थ्य एवं सहयोगी गतिविधियों का रिसिडुअल मैक्स इंडिया (डीमर्जन के बाद) के एक समामेलन, अद्वैत एलाइड हेल्थ सर्विसेज लिमिटेड में डिमर्जर तथा रेडिएंट लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड (रेडियंट) के हेल्थकेयर व्यवसाय का मैक्स हेल्थकेयर में डिमर्जर षामिल है। श्री अभय सोई अब एमएचआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेषक होंगे।

मैक्स इंडिया बिना किसी क्षति के आज से प्रभावी तौर पर भंग हो जाएगा और परिणामस्वरूप एमएचआईएल के इक्विटी शेयरों को संबंधित नियमों एवं विनियमों के अनुसार निर्धारित प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) दोनों में सूचीबद्ध किया जाएगा। अनुमोदित षेयर विनिमय अनुपात के अनुसार मैक्स हेल्थकेयर के इक्विटी शेयरों को मैक्स इंडिया को आबंटित करने की रेकार्ड तारीख 15 जून, 2020 निर्धारित की गई है।

एमएचआईएल में रेडिएंट के हेल्थकेयर व्यवसाय के डिमर्जर की योजना में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके परिणामस्वरूप श्री अभय सोई और कोहलबर्ग क्रविस रॉबर्ट्स एंड कंपनी एल.पी. (केकेआर) मैक्स हेल्थकेयर में महत्वपूर्ण बहुमत हिस्सेदारी प्राप्त करेंगे और अंततः बीएसई और एनएसई की संयुक्त सूची में सूचीबद्ध होंगे।

एमएचआईएल के अध्यक्ष श्री अभय सोई ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हम एक संयुक्त इकाई के रूप में अपने भविष्य को लेकर बहुत उत्साहित हैं जो देश में सर्वोत्कृश्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए हमारे आकार, पैमाने और क्षमताओं को बढ़ाएगा। एमएचआईएल भारत में दूसरी सबसे बड़ी अस्पताल श्रृंखला के रूप में उभरेगा, जिसमें प्रमुख रूप से स्थापित महानगरों, विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में इसकी क्षमताओं के महत्वपूर्ण हिस्से के साथ उच्च दक्षता वाली चतुष्कोणीय देखभाल के लिए पूर्ण दृढ़ता से स्थापित ब्रांड इक्विटी और उत्कृष्टता के केंद्र होंगे। हमारी संचालन    संस्कृति चिकित्सा और सेवा उत्कृष्टता, उच्च गुणवत्ता वाले रोगी अनुभव, नैतिक प्रथाओं और अत्याधुनिक तकनीक को अपनाने के आधार पर टिकी हुई है। मुझे विश्वास है कि हम गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के विकास में निरंतर योगदान देंगे और अपने देश की बढ़ती चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘हम विकास के पथ पर अग्रसर रहते हुए, विकास में निवेश करके और परिसंपत्ति परिचालन दृष्टिकोण का लाभ उठाकर अपने परिचालन का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं। इस सौदे की घोषणा के बाद से, पिछली कुछ तिमाहियों में एमएचआईएल ने एक मजबूत व्यवसाय सुधार योजना लागू की है, जिसके परिणाम एमएचआईएल के वित्तीय प्रदर्शन में दिखाई दे रहे हैं। मेरा मानना है कि अगले 2 से 3 वर्षों में कई तालमेल होंगे, जो हमें एक साथ हमारे महत्वपूर्ण लाभों को महसूस कराने में सक्षम होंगे।”

एमएचआईएल राजस्व के मामले में भारत के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल नेटवर्क के रूप में उभरेगा और बिस्तर क्षमता के मामले में देश के शीर्ष तीन अस्पताल श्रृंखलाओं में से एक होगा। एमएचआईएल देष भर में 3,500 से अधिक बिस्तरों का संचालन करेगा, जिसमें तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल सुविधाएं शामिल हैं। यह उच्च दक्षता वाली अत्यंत महत्वपूर्ण और सुपर स्पेशियलिटी देखभाल सुविधाएं प्रदान करता है, जो कि बीएलके अस्पताल, मैक्स हॉस्पिटल – साकेत, मैक्स स्मार्ट हॉस्पिटल – साकेत, मैक्स हॉस्पिटल – पटपड़गंज, मैक्स हाॅस्पिटल – शालीमार बाग, नानावती अस्पताल आदि मजबूत स्थानीय ब्रांडों द्वारा समर्थित है। एमएचआईएल, बेड की क्षमता के विस्तार के माध्यम से महानगरों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करेगा, अपने चिकित्सा कार्यक्रमों को विस्तार देगा और इन हाई एंड बाजारों में अपने नेतृत्व की स्थिति को बढ़ाएगा।

श्री अभय सोई द्वारा समर्थित और स्थापित तथा केकेआर द्वारा समर्थित रेडिएंट ने जून 2019 में अधिकतम 2,136 करोड़ रुपये के विचार के लिए मैक्स हेल्थकेयर में 49.7 प्रतिषत की हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। पिछले कुछ तिमाहियों में, एमएचआईएल ने राजस्व बढ़ाने और लागत को तर्कसंगत बनाने के लिए कई पहलें लागू की हैं, जिसके परिणामस्वरूप चिकित्सा और सेवा उत्कृष्टता के आधार पर एक स्वस्थ वित्तीय और परिचालन प्रदर्शन का निर्माण हुआ है। आगे बढ़ते हुए, एमएचआईएल कई सहक्रियाओं को चलाने और निम्नलिखित क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी एवं विस्तार के प्रति आश्वस्त है: हाई-एंड क्वाटर्नरी केयर के लिए मेट्रो-सेंट्रिक सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस बनाना।

– एसेस्ट लाइट मॉडल के माध्यम से क्षमता का विस्तार करने के लिए ब्रांड की ताकत का लाभ उठाने का अवसर – दिल्ली और मुंबई के सबसे आकर्षक महानगरों के प्रमुख अस्पतालों में महत्वपूर्ण ब्राउनफील्ड विस्तार का अवसर

– लागत अनुकूलन रणनीतियां – एसबीयू का स्पिनऑफ और केंद्रित विकास

  योजना के अनुसार निम्नलिखित चरणों के माध्यम से लेनदेन पूरा किया जा रहा है:

-डिमर्जर के बाद, रैडिएंट की स्वास्थ्य देखभाल की संपत्ति मैक्स हेल्थकेयर में विलय हो गई, साथ ही मैक्स हेल्थकेयर में रेसिडुअल मैक्स इंडिया का विलय हो गया।

-इस विलय के परिणामस्वरूप, मैक्स इंडिया के शेयरधारकों को विलयित इंटिटी (एमएचआईएल) के 99 प्रतिषत इक्विटी शेयर हासिल होंगे और प्रासंगिक रिकार्ड तिथि पर रेडिएंट के 10 रूपए के फेस वैल्यू के हर 10 इक्विटी षेयरों के लिए मैक्स हेल्थ केयर में प्रत्येक के 10 रूपए फेस वैल्यू होंगे।- रेडिएंट के शेयरधारकों को अधिकतम रिकॉर्ड तिथि के अनुसार रेडिएंट में आयोजित प्रत्येक 10 रुपये के फेस वैल्यू के प्रत्येक 10 इक्विटी शेयरों के लिए मैक्स हेल्थकेयर में प्रत्येक के लिए 10 रूपए के फेस वैल्यू के 9,074 इक्विटी शेयर प्राप्त होंगे।

-मर्जर के बाद मैक्स इंडिया भंग हो गया है और एमएचआईएल, जो नव विलयित इकाई है, जिसमें रेडिएंट और मैक्स हेल्थकेयर की संयुक्त स्वास्थ्य संपत्ति शामिल है, बीएसई और एनएसई दोनों पर आवश्यक नियामक आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद सूचीबद्ध होगी।

– श्री अभय सोई विलय की गई इकाई (एमएचआईएल) के प्रमोटर और केकेआर के सह-प्रमोटर होंगे

एचसीएल के टेकबी प्रोग्राम ने 12वीं पास स्टूडेन्ट्स कोकॅरियर बनाने के शुरूआती अवसर प्रदान किए

देहरादून, 02 जून, 2020 –   (HIMALAYAUK Web & Print Media) एचसीएल का अर्ली कॅरियर प्रोग्राम टेकबी एक कार्य-एकीकृत  उच्च शिक्षा कार्यक्रम  है, जो सरकार के ‘‘स्किल इंडिया’’ मिशन में  योगदान देता है। 10+2 स्टूडेन्ट्स के लिये एचसीएल की नई पीपुल स्ट्रैटेजी के हिस्से के तौर पर यह स्टूडेन्ट्स को भविष्य के लिये तैयार कुशलताओं से सुसज्जित कर आईटी इंजिनियरिंग जॉब्स की पेशकश करता है। यह कार्यक्रम स्टूडेन्ट्स को एचसीएल में एंट्री-लेवल आईटी जॉब्स के लिये तकनीकी और पेशेवर रूप से तैयार करता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिये अभ्यर्थी 12 महीनों के गहन प्रशिक्षण से गुजरते हैं। एचसीएल में काम करते हुए स्टूडेन्ट्स ग्रेजुएशन डिग्री प्रोग्राम में एनरोल भी हो सकते हैं, जिसकी पेशकश प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज करती हैं, जैसे बीआईटीएस पिलानी और एसएटीआरए यूनिवर्सिटी।

प्रोग्राम के लिये एनरोल करने के इच्छुक स्टूडेन्ट्स की प्रवेश परीक्षा होती है। यह प्रोग्राम क्लासरूम ट्रेनिंग और ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग का मिश्रण प्रदान करता है और उन्हें प्रोग्राम के अंत तक आत्मनिर्भर बना देता है। प्रशिक्षण की पूरी अवधि के दौरान एनरोल्ड स्टूडेन्ट्स को प्रतिमाह 10000 रू. का वजीफा दिया जाता है।

एचसीएल ने 2017 में यह प्रोग्राम शुरू किया था जिसका लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को लेना और उन्हें उनके कॅरियर की शुरूआत में ही वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। अभी तक, 2000 से अधिक स्टूडेंट्स ने टेकबी प्रोग्राम किया है और वे अब एचसीएल के साथ काम कर रहे हैं। इस अनिश्चित समय में, टेकबी स्टूडेंट्स को उन प्रमुख यूनिवर्सिटीज से डिग्री लेने में सक्षम बनाएगा जिसके साथ  एचसीएल ने इस प्रोग्राम के हिस्से के तौर पर साझेदारी की है।

प्रमुख विशेषताएं- – नौकरी पहले- भारत की अग्रणी आईटी कंपनी एचसीएल के साथ पक्की नौकरी

– वित्तीय आत्मनिर्भरता- वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनें, क्योंकि वजीफा पहले महीने से मिलना शुरू हो जाता है – उच्च शिक्षा- भारत के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों जैसे बीआईटीएस पिलानी और एसएएसटीआरए यूनिवर्सिटी से डिग्री लें

– टेकबी- एचसीएल का अर्ली कॅरियर प्रोग्राम निम्नलिखित सेट्स में बंटा हैः

– फाउंडेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम- तकनीकी आधारभूत प्रशिक्षण, ताकि रोजगार के लिये तैयार प्रतिभा निर्मित हो

– टेक्नोलॉजीध्डोमेन ट्रेनिंग- विषय- शेष के लिये प्रशिक्षण, ताकि भूमिका से सम्बंधित सभी कार्य किये जा सकें

– भूमिका विशेष के लिये प्रशिक्षण- पेशेवर अभ्यास अवधि के दौरान व्यवहारिक परियोजना कार्य दिया जाता है

– 12 माह के इस प्रशिक्षण के दौरान अभ्यर्थी सूचना प्रौद्योगिकी के आधारभूत सिद्धांत, संबद्ध सॉफ्टवेयर टूल्स, और प्रोसेसेस और जीवन सम्बंधी कुशलताएं भी सीखेंगे।

– प्रशिक्षण का सफल समापन होने पर अभ्यर्थियों को एप्लीकेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट, टेस्टिंग और सीएडी सपोर्ट जैसे क्षेत्रों में एचसीएल टेक्नोलॉजीस की प्रतिष्ठित परियोजनाओं का काम मिलेगा।

– वित्तीय सहायता की व्यवस्था ऐसे की जाती है कि पैरेन्ट्स और स्टूडेन्ट्स पर कोई वित्तीय बोझ न पड़े। प्रोग्राम के लिए फीस में 100 प्रतिशत की छूट (प्रशिक्षण में 90 प्रतिशत या अधिक अंक पाने पर) और प्रोग्राम के लिए फीस में 50 प्रतिशत की छूट (प्रशिक्षण में 85 से 90 प्रतिशत अंक पाने पर) लें।

– साल 2019 और 2020 में कक्षा 12 उत्तीर्ण करने वाले भारत भर के स्टूडेन्ट्स आवेदन करने के योग्य हैं। स्टूडेन्ट्स एचसीएल एसएटी एंट्रेन्स एक्जाम का आवेदन करने के लिये पर जा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 30 जून 2020 है।

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