सोशल मीडिया में सरकार की तैयारियों के बारे में बहुत सी अफवाहें – मुख्य सचिव ने कहा-& Top UK NEWS 6 May 20

6 May 20# High Light # Himalayauk Bureau # भगवान बुद्ध के संदेश हमें सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं;      मुख्यमंत्री #   देहरादून जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 34 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं # विभिन्न प्रदेशों से देहरादून में प्रवेश कर रहे हैं थर्मल स्क्रीनिंग प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरान्त प्रवेश हेतु अनुमत# तहसील डोईवाला क्षेत्रान्तर्गत कन्टेन्टमेंट जोन से मुक्त # जनपद देहरादून से आज जनपद रूद्रप्रयाग हेतु 42 बसों के माध्यम से 1009 व्यक्ति, उत्तरकाशी हेतु 2 बसों के माध्यम से 64 व्यक्ति, टिहरी हेतु 1 बस के माध्यम से 21 व्यक्ति, हरिद्वार के लिए 1 बस के माध्यम से 12 व्यक्ति तथा कुमाऊ मंडल के विभिन्न जनपदों हेतु 1 बस के माध्यम से 36 यात्रियों सहित कुल 47 बसों के माध्यम से लगभग 1142 व्यक्त्यिों  को स्वास्थ्य जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजे गये है। हिमालयायूके वेव एण्‍‍‍ड प्रिन्‍ट मीडिया की प्रस्‍तुतिि

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 चमोली जनपद- उत्तराखंड राज्य में इधर उधर फंसे लोगों की घर वापसी का सिलसिला जारी # # चमोली ; आंगनबाडी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं ने घर-घर जाकर लाभार्थियों को पोषण आहार किट एवं कुक्ड फूड का वितरण #चमोली सस्ता गल्ला विके्रता की दुकान का आवंटन तत्काल प्रभाव से निरस्त :चमोली बाहरी प्रदेशों से आए जिले के 262 लोगों को फेसलिटी क्वारेन्टाइन # मोहन सिंह बिष्‍ट चमोली जिला संवाददाता हिमालयायूके वेब एण्‍ड प्रिन्‍ट मीडिया

HARDWAR NEWS; हरिद्वार ; सार्वजनिक नीलामी की कार्यवाही दिनांक 20 मई 2020 को

ओ. पी. जिंदल अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से आनलाइन

भगवान बुद्ध के संदेश हमें सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं;      मुख्यमंत्री

देहरादून 06 मई, 2020 (सू.ब्यूरो)      मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रदेश वासियों को बधाई व शुभकामनाएं दी है। बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भगवान बुद्ध की प्रेम, करुणा, सहिष्णुता एवं सामाजिक समरसता की गहन शिक्षाओं की प्रासंगिकता वर्तमान परिवेश में और बढ़ गई है। भगवान बुद्ध के संदेश हमें सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। उनके सिद्धांत हमें देश की प्रगति, शांति एवं समृद्धि के लिए एकजुट होकर कार्य करने की भी प्रेरणा देते हैं।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी को इस पावन पर्व की शुभकामना देते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि गौतम बुद्ध के आदर्श एवं महान विचार समाज में शांति खुशहाली को बढ़ावा देने में मददगार होने के साथ ही समाज को नई दिशा देते हुए हम सबका मार्ग प्रशस्त करते रहेंगे।

सोशल मीडिया में सरकार की तैयारियों के बारे में बहुत सी अफवाहें – मुख्य सचिव ने कहा-

देहरादून 06 मई, 2020 (सू.ब्यूरो) मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने बुधवार को मीडिया ब्रीफिंग कर कोविड-19 के संबंध में अपडेटेड स्थिति की जानकारी दी।

HIGH LIGHT# Himalayauk Bureau# 6 May 20 उत्तराखण्ड के लोगों को ट्रेन से लाने के खर्च को वहन करेगी राज्य सरकार कोरोना की डबलिंग रेट में लगातार हो रहा सुधार 401 चिकित्सकों को दी गई नियुक्ति, 647 की और होगी नियुक्ति आम जन से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील मनरेगा के 7910 कार्य प्रारम्भ, 93 हजार से अधिक श्रमिकों को मिला काम 1 लाख 98 हजार श्रमिकों को 2 हजार रूपए की सहायता 4479 उद्योगों को अनुमति, निर्माण कार्यों की आवश्यकता को देखते हुए खनन शुरू  प्रामाणिक जानकारी पर ही विश्वास करें एनटीपीसी और पीएफसी देगी 12 एम्बुलेंस और 10-10 हजार पीपीई किट व मास्क

उत्तराखण्ड के लोगों को ट्रेन से लाने के खर्च को वहन करेगी राज्य सरकार

मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार दूसरे राज्यों से उत्तराखण्ड लौटने के इच्छुक प्रवासियों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। लगभग 1 लाख 64 हजार लोगों ने इसके लिए पंजीकरण कराया है। अभी तक 7300 लोगों को दूसरे राज्यों से लाया जा चुका है जबकि 8146 को राज्य के भीतर ही एक जिले से दूसरे जिले में भेजा गया है। जो भी उत्तराखण्ड लौटना चाहते हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा। थोड़ा संयम और धैर्य रखने की जरूरत है। तमाम तरह की सावधानियां बरतनी होती है। इसलिए एक साथ इकट्ठा सबको नहीं लाया जा सकता है। स्वास्थ्य परीक्षण, वाहनों की व्यवस्था, रूकने की व्यवस्था आदि बातें देखनी होती हैं। सरकार इस काम में दिन रात लगी है। पूरा काम सुनियोजित तरीके से किया जाना है। हरियाणा से 1500 लोगों को निजी वाहन से आने की अनुमति दी गई है। यहां बसें भी भेजी जाएंगी। उदयपुर व जम्मू से 400-400 लोगों को लाने की व्यवस्था की जा रही है। गुजरात व महाराष्ट्र को सूचना दी गई है कि सूरत, अहमदाबाद व पुणे से लोगों को ट्रेन से लाया जाना है। हमारी रेल मंत्रालय से बात हो चुकी है। संबंधित राज्यों को भी रेल मंत्रालय से बात करनी है। उत्तराखण्ड के लोगों को ट्रेन से लाने में जो भी व्यय आएगा, उसका वहन उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किया जाएगा। केरल के दो शहरों से भी लगभग 1000 लोगों को लाया जाना है।
भारत सरकार द्वारा विदेशों से भारतीय नागरिकों को लाने की व्यवस्था की जा रही है। इनमें उत्तराखण्ड का व्यक्ति होने पर विदेश मंत्रालय द्वारा हमें अवगत कराया जाएगा। इसके लिए हमने एसओपी तैयार कर ली है। 

कोरोना की डबलिंग रेट में लगातार हो रहा सुधार

मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले दो दिन से प्रदेश में कोई भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया है। वर्तमान में कुल पॉजिटिव केस 61 हैं, इनमें से 39 रिकवर हो चुके हैं जबकि 21 एक्टीव केस हैं। इनमें भी सभी की स्थिति सामान्य है। एक महिला जिसकी मृत्यु हुई है, उन्हें  काफी क्रिटीकल हालत में एम्स ऋषिकेश में लाया गया था, बाद में जांच में इन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया। परंतु उनकी मृत्यु अन्य कारण से हुई है। अभी तक कुल 7784 टेस्ट की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें से 7723 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। प्रदेश में कोरोना मामलों के दोगुने होने की दर में लगातार सुधार हो रहा है। आज के दिन हमारी डबलिंग रेट 47 दिन है। इस दृष्टि से हम देश के अग्रणी राज्यों में हैं। यहां के कुल कोराना पॉजिटिव मामलों में 85 प्रतिशत पुरूष हैं जबकि 15 प्रतिशत महिलाएं हैं। इसमें भी अधिकांश युवा हैं। इसलिए हमारे यहां रिकवर होने की अधिक सम्भावना है। देश में भेजे गए सेम्पल के सापेक्ष पॉजिटिव केस 3.86 प्रतिशत है जबकि राज्य में यह 0.78 प्रतिशत है। हमारी मृत्यु दर भी राष्ट्रीय औसत से लगभग आधी है। हालांकि ये मृत्यु भी प्रत्यक्ष रूप से कोरोना से नहीं हुई है। अभी तक प्रदेश में कोरोना को काफी हद तक नियंत्रित रखा गया है। हमारे यहां कान्टेक्ट ट्रेसिंग भी प्रभावी तौर पर की गई।

401 चिकित्सकों को दी गई नियुक्ति, 647 की और होगी नियुक्ति

मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में 426 चिकित्सक ऐसे थे जिनका आयेग द्वारा वर्ष 2010 से 2015 के बीच चयन किया गया परंतु उन्होंने या तो जॉइन नहीं किया या परिवीक्षा अवधि पूरी नहीं की। ऐसे चिकित्सकों की सेवाएं समाप्त की गई हैं। अब हम इनकी जगह पर चिकित्सकों की नई भर्ती कर सकते हैं। हाल ही में 401 चिकित्सकों को नियुक्ति दी गई है। 467 पदों का अध्याचन भी चयन आयोग को भेजा जा रहा है। आयोग से चयन प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का अनुरोध किया जाएगा। इसके अलावा कैबिनेट द्वारा 180 पदों को पुनर्जीवित किया गया था। इन पदों पर जल्द भर्ती कराई जाएगी।

आम जन से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील

मुख्य सचिव ने कहा कि अभी तक जनता ने पूरा सहयोग किया है। लॉकडाउन-3 में भी हमें जिम्मेवारी का परिचय देना है। मास्क, सेनेटाईजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वर्तमान में दी गई शिथिलता चलती रहेगी। यदि अनुशासन बनाए रखा जाएगा तो और भी शिथिलता पर विचार किया जा सकता है। कोरोना संक्रमित होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। 

मनरेगा के 7910 कार्य प्रारम्भ, 93 हजार से अधिक श्रमिकों को मिला काम

मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में मनरेगा के वर्तमान में 7910 कार्य प्रारम्भ हो गए हैं। इनमें 93 हजार से अधिक लोग काम कर रहे हैं। इनमें एक विशेष बात है कि मनरेगा में 1089 नए श्रमिकों ने पंजीकरण कराया है, इनमें से 850 को कार्य भी दिया गया है। मनरेगा के तहत जल संचय, जल संवर्धन और जल संरक्षण के काम प्राथमिकता से किए जा रहे हैं। 

4479 उद्योगों को अनुमति, निर्माण कार्यों की आवश्यकता को देखते हुए खनन शुरू 

प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियां भी शुरू की गई हैं। 4479 उद्योगों को ऑनलाईन अनुमति दी गई है। इन्होंने काम भी शुरू कर दिया है। इनमें 1 लाख 66 हजार श्रमिक, कार्मिक संलग्न हैं। सड़क, रेल, एयरपोर्ट, भवन निर्माण आदि काम शुरू होने जा रहे हैं। इनकी आवश्यकता को देखते हुए खनन का काम भी शुरू कर दिया गया है। जिलाधिकारियों को इसे प्राथमिकता से देखने को कहा गया है। 

1 लाख 98 हजार श्रमिकों को 2 हजार रूपए की सहायता

भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों को लॉकडाउन में राहत देने के लिए दो किश्तों में 1-1 हजार, कुल दो हजार रूपए उनके खातों में ट्रांसफर किए गए हैं। लगभग 1 लाख 98 हजार श्रमिक इससे लाभान्वित हुए हैं।  

प्रामाणिक जानकारी पर ही विश्वास करें

मुख्य सचिव ने कहा कि सोशल मीडिया में सरकार की तैयारियों के बारे में बहुत सी अफवाहें चलती रहती हैं। लोगों से अनुरोध है कि प्रामाणिक जानकारियों पर ही विश्वास करें। हम पूरी व्यवस्था कर रहे हैं। 

एनटीपीसी और पीएफसी देगी 12 एम्बुलेंस और 10-10 हजार पीपीई किट व मास्क

मुख्यमंत्री राहत कोष और एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड) में लगभग 60 करोड़ रूपए विभिन्न संस्थाओं, व्यक्तियों द्वारा जमा कराए गए है। इसका प्रयोग कोविड-19 से लड़ाई में किया जा रहा है। इस राशि का एक बड़ा भाग श्रमिकों व बेसहारा लोगों को भोजन आदि उपलब्ध कराने में प्रयोग किया गया है। बहुत से उद्योगों और संस्थाओं ने चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए हैं। नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन और पावर फाईनेंस कारपोरेशन ने सीएसआर से राज्य को 12 एम्बुलेंस, 10 हजार पीपीई किट और 10 हजार मास्क देने पर सहमति व्यक्त की है।

Next News:   देहरादून जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 34 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं

  देहरादून दिनांक 06 मई 2020 (जि.सू.का),  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है आज कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत संदिग्ध 55 व्यक्तियों के सैंपल जांच हेतु भेजे गये हैं तथा 14 सैम्पल प्राप्त हुए जिनमें सभी की रिपोर्ट नेगिटिव प्राप्त है। जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 34 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 13 व्यक्ति उपचाररत् हैं। जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध व्यक्तियों हेतु विकासखण्डवार दैनिक सर्विलांस के आधार पर आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा कुल 320608 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य कर लिया गया है, जिनमें विकासखण्ड चकराता में 30342, विकासखण्ड डोईवाला में 63270, विकासखण्ड रायपुर में 187593, विकासखण्ड सहसपुर में 160240, विकासखण्ड विकासनगर  में 23379 शामिल हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि के दौरान जनपद में बनाये गये 08 राहत शिविरों  में ठहरे 177 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग प्रदान की गयी। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत दिहाड़ी/मजदूरी करने आये 38 श्रमिकों जिन्हे अग्रवाल धर्मशाला में बनाये गये राहत शिविर में ठहराया गया है, की साईकेट्रिक सपोर्ट टीम द्वारा रिवाइस्ड कांउसिलिंग की गयी। आज कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हेतु नियुक्त विभिन्न कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षा के दृष्टिगत 90 एन-95 मास्क, 1400 ट्रिपल लेयर मास्क, 20 पी.पी.ई किट, 50 वीटीएम वाईल, 400 एग्सामिनेशन गलब्स तथा 51 सेनिटाइजर उपलब्ध कराये गये। कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु समस्त मेडिकल स्टोर पर बिना चिकित्सक के परामर्श की पर्ची के सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयों का विक्रय प्रतिबन्धित किये जाने के उपरान्त समस्त मेडिकल स्टोर स्वामियों द्वारा जनपद में कुल 100 व्यक्तियों को चिकित्सकीय पर्ची के आधार पर सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयां विक्रय की गयी।

Next News:    विभिन्न प्रदेशों से देहरादून में प्रवेश कर रहे हैं थर्मल स्क्रीनिंग प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरान्त प्रवेश हेतु अनुमत

देहरादून दिनांक 06 मई 2020 (जि.सू.का),  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिलाधिकारी शिविर कार्यालय में कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि में विभिन्न राज्यों से देहरादून उत्तराखण्ड में लाये जा रहे राज्य के प्रवासी व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच एवं माॅनिटिरिंग के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि उत्तराखण्ड राज्य के प्रवासी जो विभिन्न प्रदेशों से देहरादून में प्रवेश कर रहे हैं। जनपद की सीमाओं पर प्रवेश के दौरान पुलिस चैक पोस्ट, आशारोड़ी, रायवाला, कुल्हाल पर ही 24×7 मेडिकल टीम तैनात कर सघन स्वास्थ्य परीक्षण एवं थर्मल स्क्रीनिंग प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरान्त जनपद में प्रवेश हेतु अनुमत किया जाय। जनपद में अन्य राज्यों से आये हुए जिन व्यक्तियों को होम क्वारेंटाइन किया गया है ऐसे व्यक्तियों की लगातार आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों की टीम गठित कर प्रत्येक ग्राम सभा एवं शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर माॅनिटिरिंग का कार्य सम्पादित किया जाय। शहरी क्षेत्रों के अन्तर्गत होम क्वारेंटाइन किये गये व्यकित्योें की माॅनिटिरिंग के कार्य हेतु मुख्य विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया है तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मुख्य जिला विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

Next News:    तहसील डोईवाला क्षेत्रान्तर्गत कन्टेन्टमेंट जोन से मुक्त

 देहरादून दिनांक 06 मई 2020 (जि.सू.का),  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि तहसील डोईवाला क्षेत्रान्तर्गत केशवपुरी बस्ती में कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति चिन्हित होने के पश्चात कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया था, जिनमें 28 दिन की अवधि पूर्ण होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी देहरादून द्वारा की गयी संस्तुति के उपरान्त उक्त क्षेत्र को कन्टेन्टमेंट जोन से मुक्त किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया राज्य के जो व्यक्ति लाॅक डाउन अवधि में अन्य राज्यों में ही रह गये हैं उनको लाने के लिए अन्य राज्य सरकारों से समन्वय किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने लाॅक डाउन अवधि के दौरान दूसरे राज्यों से अपने गृह जनपद वापस आये व्यक्तियों को बहु0 प्रा0कृषि ऋण सहकारी समिति लि0 के अन्तर्गत गठित समितियों में नियमानुसार सदस्य बनाते हुए, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से एवं व्यक्तिगत रूप से दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के अन्तर्गत स्वरोजगार हेतु शून्य प्रतिशत् ब्याज दर ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि आज विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं ने जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुए भोजन पैकेट उपलब्ध कराये, जिसमें मुख्यतः राधास्वामी सत्संग व्यास, रोशनी जन सेवा संस्थान डी.एल रोड चैक देहरादून, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय देहरादून, शिल्पा प्रोडक्शन, कालिका मन्दिर समिति, वेस्ट वारियर्स संस्था, सर्राफामण्डल, सिविल डिफेंस/स्काउट गाईड द्वारा भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये गये। जनपद सदर क्षेत्रान्तर्गत कुल 5312 व्यक्तियों को  भोजन के पैकेट वितरित किये गये जिनमें, वरिष्ठ नागरिक 1, विद्यार्थी 16, थाना पटेलनगर में 1200, पटेलनगर चैकी में 650, नेहरूकालोनी थाना में 500, थाना रायपुर में 800, इन्दिरानगर चैकी में 250, आराघर चैकी में 300, आईएसबीटी चैकी में 330, धारा चैकी में 850, ब्रहा्रम्पुरी में 30, नगर निगम में 150, अजबपुर में 90, बल्लीवाला में 20,  मच्छीबाजार में 30, कचहरी रोड में 47, घटंाटघर में 40, कौलागढ में 4, पत्थरीबाग में 4 व्यक्तियों को भोजन के पैकेट वितरित किये गये।  जिला प्रशासन की टीम द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला एवं तहसील सदर में कुल 2309 निराश्रित पशुओं जिसमें 1658 श्वान, 589 गौवंश एवं 62 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया। इसी प्रकार गुज्र्जर बस्ती बडोवाला में जिला प्रशासन की टीम द्वारा वहां निवास कर रहे गुर्जर परिवारों के पशुओं को पशुआहार, फीड उपलब्ध कराया गया।  

दून हैप्पी मील्स में माजरीमाफी से श्री अजय सिंह रौतेला द्वारा 15 अन्नपूर्णा किट, श्रीमती कमला रतूड़ी द्वारा 5 अन्नपूर्णा किट एवं श्रीमती रेनू त्रिपाटी द्वारा 10 किलो चावल उपलब्ध कराये गये। जिला प्रशासन की टीम द्वारा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं व्यक्तियों के सहयोग से जनपद के विभिन्न स्थानों पर 1670 अन्नपूर्णा राशन किट वितरित की गयी थाना कोतवाली दून में 200, थाना कैन्ट में 50, , थाना प्रेमनगर में 50, रायपुर में 275, थाना पटेलनगर में 200, थाना राजपुर 275, थाना नेहरू कालोनी में 300, थाना डालनवाला 120, थाना बसंत विहार में 100, तहसील मसूरी में 100, अन्नपूर्णा किट वितरित किये गये।  

जनपद के देहरादून क्षेत्र में 09 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के माध्यम से प्रति पैकेट रू0 43 की दर से 500 पैकेट विक्रय किया गया। इसी क्रम में जनपद के  विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 23 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते दरों पर 131.64 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा जनपद के नगर निगम क्षेत्र देहरादून में अवस्थित भगत सिंह कालोनी में खाद्य एवं दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई गयी। जिला पूर्ति विभाग द्वारा भगत सिहं कोलोनी में 21,  बीस बीघा ऋषिकेश में 8, आजाद कालोनी में 39 गैस सिलेण्डर वितरित किये गये। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत भगत सिंह कालोनी में 686, आजाद कालोनी में 959, तथा बीस बीघा ऋषिकेश में 477 उपभोक्ताओं को खाद्यान उपलब्ध कराया गया। दुग्ध विकास विभाग द्वारा आज भगत सिंह कालोनी 335 ली0, लक्खीबाग 320 ली0, कारगीग्रान्ट 310, ली0 , आजाद कालोनी 160 ली0, बीस बीघा कालोनी में 60 ली0 एवं शिवा एन्कलेव कालोनी ऋषिकेश में 75 ली0 चमन विहार में 35 ली0, आवास विकास कालोनी ऋषिकेश में 55 ली0 कुल 1290 ली0 दूध विक्रय किया गया। आजाद कालोनी में 2 एवं भगत सिंह कालोनी में 2 मोबाईल वैन के माध्यम से फल एवं सब्जियां उपलब्ध करवाई गयी।

जनपद देहरादून से आज जनपद रूद्रप्रयाग हेतु 42 बसों के माध्यम से 1009 व्यक्ति, उत्तरकाशी हेतु 2 बसों के माध्यम से 64 व्यक्ति, टिहरी हेतु 1 बस के माध्यम से 21 व्यक्ति, हरिद्वार के लिए 1 बस के माध्यम से 12 व्यक्ति तथा कुमाऊ मंडल के विभिन्न जनपदों हेतु 1 बस के माध्यम से 36 यात्रियों सहित कुल 47 बसों के माध्यम से लगभग 1142 व्यक्त्यिों  को स्वास्थ्य जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजे गये है।

कोविड-19 के संक्रमण के  दृष्टिगत जिला आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून में जन सहायता हेतु स्थापित कन्ट्रोलरूम में कुल 80 काॅल प्राप्त हुई हैं, जिसमें, ई-पास हेतु 63, भोजन के लिए 2, राशन हेतु 12,  मेडिकल हेतु 3,काॅल प्राप्त हुई।

जनपद देहरादून से आज जनपद रूद्रप्रयाग हेतु 42 बसों के माध्यम से 1009 व्यक्ति, उत्तरकाशी हेतु 2 बसों के माध्यम से 64 व्यक्ति, टिहरी हेतु 1 बस के माध्यम से 21 व्यक्ति, हरिद्वार के लिए 1 बस के माध्यम से 12 व्यक्ति तथा कुमाऊ मंडल के विभिन्न जनपदों हेतु 1 बस के माध्यम से 36 यात्रियों सहित कुल 47 बसों के माध्यम से लगभग 1142 व्यक्त्यिों  को स्वास्थ्य जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजे गये है। कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ ए.के डिमरी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी जी.सी कण्डवाल द्वारा स्पोर्टस कालेज रायपुर में कुल 1225 व्यक्तियों को  प्रशिक्षण दिया गया। प्रधानमंत्री जनधन खाताधारकों द्वारा जनपद में विभिन्न बैंकों से 2338 लाभार्थियों द्वारा अपने जनधन खाते से धनराशि की निकासी की गयी। आज मोबाईल एटीएम चमन विहार, आजाद कालोनी, क्षेत्र में जनसुविधा हेतु उपलब्ध रही तथा कल भगत सिंह कालोनी में  जनसुविधा हेतु उपलब्ध रहेगी। जनपद में मनरेगा कार्याें के अन्तर्गत आतिथि तक 656 निर्माण कार्य प्रारम्भ किये गये, जिनमें 6319 श्रमिकों को सैनिटाईजेशन एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करवाते हुए उक्त कार्य में योजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया।
लाॅक डाउन अवधि में सिविल सोसायटी व शासकीय विभागों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों  के दृष्टिगत आज के कोरोना वाॅरियर-
कोरोना वाॅरियर (सिविल सोसायटी से)
श्री गीता राम जायसवाल,
अध्यक्ष रोशनी जनसेवा संस्थान, देहरादून
लाॅक डाउन अवधि में निराश्रित  व्यक्तियों हेतु भोजन पैकेट उपलब्ध करा रहे हैं।

कोरोना वाॅरियर (शासकीय विभाग से)  
डाॅ विपिन पोखरियाल,
माईक्रो बाॅयलाॅजिस्ट, दून मेडिकल कालेज देहरादून
कोविड-19, संक्रमितों/ संदिग्धों के सैम्पल संकलन कर दिये गये दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।

 चमोली जनपद- उत्तराखंड राज्य में इधर उधर फंसे लोगों की घर वापसी का सिलसिला जारी  

चमोली 06 मई,2020 (सू0वि0)   लाकडाउन के कारण बाहरी प्रदेशों एवं उत्तराखंड राज्य में इधर उधर फंसे लोगों की घर वापसी का सिलसिला जारी है। बुधवार को रूड़की और ऋषिकेश से 32 लोग चमोली पहुच रहे है। रूड़की से 12 तथा ऋषिकेश से 20 लोगों को उत्तराखण्ड परिवहन निगम की दो बसों से चमोली के लिए रवाना किया जा चुका है। आज शाम तक सभी लोगों के गौचर पहुॅचने की संभावना है। यहाॅ पर इन सभी लोगों का मेडिकल जाॅच की जाएगी।

जिला मजिस्ट्रेट स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार भारत सरकार द्वारा चिन्हित रेड जोन से आने वाले सभी लोगों को एहतियात के तौर पर फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया जा रहा है और इन लोगों की नियमित मेडिकल जाॅच कराई जा रही है। 05 मई को बाहर से आने वाले 231 लोगों को आवासीय परिसर भराडीसैंण में फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया गया। इनमें 199 पुरूष, 24 महिलाएं तथा 8 बच्चे शामिल है। जबकि 06 मई को अभी तक 17 लोगों को भराडीसैंण में फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया गया। इनमें 14 पुरूष और 3 महिलाएं शामिल है। भराडीसैंण में अभी तक कुल 248 लोगों को फेसलिटी क्वारेन्टाइन में रखा जा चुका है। इससे पूर्व भराडीसैंण आवासीय परिसर को प्रशासन द्वारा पूरी तरह से सेनेटाइज्ड कराया गया। यहाॅ पर फेसलिटी क्वारेन्टाइन में रहने वाले लोगों के लिए भोजन एवं आवास की समुचित व्यवस्थाएं भी की गई है।

चमोली ; आंगनबाडी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं ने घर-घर जाकर लाभार्थियों को पोषण आहार किट एवं कुक्ड फूड का वितरण

चमोली 06 अप्रैल,2020 (सू0वि0)
लाकडाउन में आंगनबाडी केन्द्र बंद होने के कारण भोजन पोषण दिवस पर आंगनबाडी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं ने घर-घर जाकर लाभार्थियों को पोषण आहार किट एवं कुक्ड फूड का वितरण किया। इस दौरान जिले में अति कुपोषित बच्चों का वजन एवं लम्बाई की नापतोल भी की गई। चमोली जनपद में 1078 आंगनबाडी केन्द्रों पर 0 से 6 साल के लगभग 22 हजार बच्चे तथा करीब 6 हजार बुजुर्ग, गर्भवती और दूध पिलाने वाली माताएं पंजीकृत है, जिनकों घर-घर जाकर टीएचआर वितरण किया गया।

इस दौरान बुजुर्गो, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं एवं बच्चों को कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के प्रति जागरूक भी किया गया और सोसियल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया। कुपोषण को रोकने के लिए महिला एवं बाल विकास के माध्यम से आंगनबाडी में पंजीकृत प्रत्येक बच्चे को टीएचआर के तहत 200 रुपये की पोषण आहार किट तथा गर्भवती महिलाओं एवं दूध पिलाने वाली माताओं, बुजुर्गो को 237.50 रुपये की पोषण आहार किट दी जाती है। पोषण आहार के तहत टेक होम राशन किट में सोयाबीन दाल, आयोडीन नमक, मूंगफली दाना, छुआरे, काजू, गुड, दलिया, सूजी, चने आदि खाद्य सामग्री दी जाती है।

चमोली सस्ता गल्ला विके्रता की दुकान का आवंटन तत्काल प्रभाव से निरस्त

मोली 06 मई,2020 (सू0वि0) प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत उपभोक्ता को कम राशन वितरण करने पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने भराडीसैंण (सारकोट) की सस्ता गल्ला विके्रता की दुकान का आवंटन तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। जिलाधिकारी के निर्देशों पर सस्ता गल्ला विके्रताओं की दुकानों से खाद्यान्न वितरण एवं स्टाॅक की रेग्यूलर जाॅच कराई जा रही है।

इसी क्रम में गैरसैंण के नायब तहसीलदार एवं पूर्ति निरीक्षक ने जब भराडीसैंण (सारकोट) में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता सबल सिंह को आवंटित दुकान की जाॅच की तो पाया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत राशन कार्ड धारक महेशी देवी को अप्रैल माह का 45 किलो चावल देने के बजाय केवल 15 किलो चावल ही दिया गया। उपभोक्ता महेशी देवी के राशन कार्ड में 9 यूनिट दर्ज है। मानक के अनुसार प्रति यूनिट 5 किलो के हिसाब से उपभोक्ता महेशी देवी को अप्रैल माह का 45 किलो चावल दिया जाना चाहिए था। खाद्यान्न वितरण में घोर अनियमितता को देखते हुए जिलाधिकारी ने सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता सबल सिंह को आवंटित भराडीसैंण (सारकोट) की दुकान का आवंटन तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है।

चमोली बाहरी प्रदेशों से आए जिले के 262 लोगों को फेसलिटी क्वारेन्टाइन

जनपद चमोली। कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए जिले के 262 लोगों को फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया है। जिला प्रशासन ने इन लोगों को गौचर, कर्णप्रयाग, गैरसैण, भराडीसैंण आदि स्थानों पर  फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारेन्टीन में रह रहे लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। इसके अलावा 1801 लोगों को होम क्वारेन्टीन किया गया है। होम क्वारेन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने मंगलवार को 48 गांवों में घर-घर जाकर 232 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। 


कोरोना संक्रमण पर निगरानी रखने के लिए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमें भी गठित की है। इन टीमों ने कोरोना संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए आज तक 6241 लोगों से संपर्क किया गया है। कोविड हेल्थ सेंटर गोपेश्वर के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक मरीज की ब्लड सैंपल कोरोना जाॅच के लिए भेजी गई है। जिले में अब तक लिए गए 26 ब्लड सैंपल में से 25 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। 

जिलाधिकारी के निर्देशों पर सभी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी एवं कार्मिकों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है
जिले में लाॅकडाउन का पालन कराया जा रहा है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 21 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 2, सीआरपीसी के तहत 49, डीएम एक्ट के तहत 25, पुलिस एक्ट के तहत 118 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 315 चालान और 64 वाहनों को सीज किया गया है।
जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 1376.76 कुन्तल, चावल 2640.81 कुन्तल, मसूर दाल 405.64 कुन्तल, चना दाल 472.77 कुन्तल, चीनी 99.62 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण खाद्यान्न 1337.90 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3227 गैस सिलेण्डर है।

लाॅकडाउन अवधि में पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार करा रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से हर रोज जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है। कोरोना संकट की इस घडी में कोई भूखा ना रहे इसके लिए भी जिला प्रशासन निरन्तर मदद कर रहा है। जिला प्रशासन ने गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 5966 ड्राई राशन किट तथा 4067 लोगों को पका हुआ भोजन खिलाया गया।  

हरिद्वार ; सार्वजनिक नीलामी की कार्यवाही दिनांक 20 मई 2020 को

हरिद्वार। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) हरिद्वार ने अवगत कराया कि कलेक्ट्रेट हरिद्वार स्थित रोशनाबाद में निष्प्रयोज्य सम्पत्ति टूटे फूटे वस्तु/सामग्री, पुराना ट्यूब लाईट, पट्टी खराब, कम्प्यूटर माॅनिटर, फोटो स्टेट मशीन आदि की सार्वजनिक नीलामी की कार्यवाही दिनांक 20 मई 2020 को अपराह्न 01ः00 बजे कलेक्ट्रेट भवन सभागार में की जाएगी। इच्छुक व्यक्ति नियत तिथि एवं स्थान पर उपस्थित बोली लगा सकता है।

निष्प्रयोज्य सामग्री का ब्यौरा कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया गया है, जिसे नीलामी से पूर्व देखा/पढ़ा जा सकता है। नीलामी की शर्ते नीलामी से पूर्व पढ़कर सुनायी जाएंगी।

प्रत्येक बोलीदाता को नीलामी से पूर्व धरोहर के रूप में रूपये 5000/ जमा करने होंगे। नीलामी की स्वीकृति/अस्वीकृति का पूर्ण अधिकार जिलाधिकारी हरिद्वार को है तथा उनका आदेश अन्तिम होगा।

ओ. पी. जिंदल अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से आनलाइन

जेजीयू डिग्री प्रोग्राम के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से घर में सुरक्षित रहते हुए परीक्षा दे सकेंगे छात्र

देहरादून, 6 मई 2020 – अभूतपूर्व तकनीकी विकास के तहत जेजीयू के लिए सभी डिग्री प्रोग्रामों (यूजी एवं पीजी) में प्रवेश की परीक्षाएं आनलाइन होंगी। ये आनलाइन परीक्षाएं जिंदल स्कालेस्टिक एपटिच्यूड टेस्ट (जीएसएटी) के तत्वाधान में पियर्सन वीयूई के जरिए संचालित होंगी। इस योजना में जिंदल ग्लोबल ला स्कूल (जेजीएलएस) के लिए पांच साल के लॉ प्रोग्राम और जिंदल स्कूल ऑफ आर्ट एंड आर्किटेक्चर (जेएसएए) में पांच साल के आर्किटेक्चर प्रोग्राम शामिल नहीं हैं।

भारत और दुनिया भर के उम्मीदवार अब सोमवार 11 मई 2020 से घर पर अपनी सुविधानुसार जेएसएटी की परीक्षा दे सकते हैं। पियर्सन के वर्चुअल यूनिवर्सिटी एंटरप्राइजेज (यूवीई) के 25 से अधिक वर्षों के इतिहास में यह पहला मौका है जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सक्षम होम-प्रॉक्टर्ड आनलाइन साल्युशन इस प्रारूप में उपलब्ध कराया गया है। सोमवार 11 मई 2020 से, जेजीयू में प्रवेश पाने को इच्छुक छात्र अपने चुने हुए प्रोग्राम के लिए कुशल और समयबद्ध तरीके से अपने घरों में सुरक्षित रहते हुए अपनी सुविधा के अनुसार परीक्षा दे सकते हैं।

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) के संस्थापक वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा, ‘‘इंस्टीच्यूशन आफ एमीनेंस के रूप में ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी का यह प्रयास है कि हम अपने मूल्यवान छात्रों को शैक्षिक अवसर प्रदान करें। यह एक तकनीकी रूप से उन्नत प्रवेश समाधान है, जो छात्रों को अपनी पसंद के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक सहज नई प्रणाली की अनुमति देता है। जेजीयू के विजन और मिशन के मूल में हमारी यह आकांक्षा निहित है कि भारत में उच्च शिक्षा और दुनिया के अग्रणी विश्वविद्यालयों में उत्कृष्टता के लिए एक रोल मॉडल बने। हमारा लक्ष्य एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य को बढ़ावा देना और अपने छात्रों को एक समृद्ध, बौद्धिक रूप से आकर्षक और खोज-आधारित शिक्षण माहौल प्रदान करना है।’’

डा. राज कुमार ने कहा, ‘‘एआई-असिस्टेड, रिमोट प्रॉक्टरिंग साल्युशन, जिसमें समीक्षा के लिए उम्मीदवार की संपूर्ण परीक्षा की रिकॉर्डिंग शामिल है, की मदद से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि अगर किसी न परीक्षा देने के दौरान कोई कदाचार किया तो उसकी परीक्षा रद्द की जा सके। पियर्सन वीयू के सहयोग से जेजीयू ने कठोर डेटा फोरेंसिक प्रोग्रामों की पहचान की है और वह कदाचार और अन्य वैधता मुद्दों पर कार्य कर रहा है। एआई सक्षम जेएसएटी उस दिशा में एक कदम है, जो प्रवेश प्रक्रिया की पारदर्शिता, दक्षता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करता है।

केंद्र-आधारित परीक्षा की तरह, एआई सक्षम टेस्टिंग साल्युशन के लिए उम्मीदवारों को एक वर्चुअल सेल्फ-चेक-इन प्रक्रिया को पूरा करने की आवश्यकता होती है, जिसमें अधिक बेहतर तरीके से पहचान और प्रमाणीकरण शामिल है और सफल सत्यापन के बाद ही उम्मीदवार को परीक्षा देने के लिए अनुमोदित किया जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल की सहायता से उम्मीदवार के डिवाइस के वेबकैम के माध्यम से उनकी लाइव मानिटरिंग की जाएगी।

जेजीयू में एडमिशन और आउटरीच के डीन प्रोफेसर अज्र्या मजूमदार ने कहा, ‘‘ऑनलाइन जेएसएटी परीक्षा कड़ी परीक्षा प्रणाली है इसे इस उद्देश्य से बनाया गया है ताकि यह सुनिश्चित हो कि सुरक्षा मानदडों का किसी भी तरह से उल्लंघन नहीं हो। यह प्रणाली नवीनतम एआई-आधारित प्लेटफार्म पर बनाया गया है जो विश्व स्तर पर परीक्षण किए गए हैं और उम्मीदवारों को प्रवेश के लिए एक कुशल और उन्नत तकनीकी समाधान प्रदान करते हैं।’’

उम्मीदवारों को समय से पहले अपनी ऑनलाइन परीक्षा शेड्यूल करने की आवश्यकता होगी। हालांकि चैबीसों घंटे और सातों दिन एप्वायंटमेंट दिए जाते हैं ताकि उम्मीदवारों को अपने कार्यक्रम के लिए सुविधाजनक समय मिल सके। पंजीकरण प्रक्रिया वही रहती है यानी उम्मीदवार को टेस्ट के लिए पहले अपनी पसंद की तारीख और समय के साथ ऑनलाइन जेएसएटी का चयन करना होगा। पंजीकरण प्रक्रिया के सफलता पूर्वक पूरा हो जाने के बाद, उन्हें 24 घंटे के भीतर नियुक्ति की एक स्वचालित कंफर्मेशन ईमेल प्राप्त होगी।

इसके अलावा, जेजीयू में 2020 शैक्षणिक वर्ष के लिए सात नए प्रोग्राम पेश किए जा रहे हैं, जिनमें स्थानीय, राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों सहित राजनीति के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए राजनीति विज्ञान में बी.ए. (ऑनर्स) शामिल है। इसके अलावा, सोशल साइंस एंड पॉलिसी में बी.ए. (ऑनर्स) भारत में अपनी तरह का पहला अंतःविषय कार्यक्रम है, जो छात्रों को सामाजिक विज्ञान के सिद्धांतों और उनके अनुप्रयोगों में एक ठोस आधार प्रदान करता है। लीगल स्टडीज में बी.ए. (ऑनर्स) का उद्देश्य युवा छात्रों के बीच कानूनी कल्पनाशीलता को बढ़ावा देना और भविष्य में कानून और सामाजिक विज्ञान का अध्ययन करने के लिए एक मजबूत आधार बनाना है या कानूनी और संबद्ध क्षेत्रों में उनका इस्तेमाल करना है। पर्यावरण अध्ययन में बी.ए. (ऑनर्स) प्रोग्राम स्नातकों को पर्यावरण और समाज के बीच अंतर्संबंध को समझने में, वैश्विक परिप्रेक्ष्य से पर्यावरणीय समस्याओं पर विचार करने में मदद करेगा और उन्हें हल करने के लिए स्थानीय दृष्टिकोण प्रदान करेगा। बैचलर ऑफ डिजाइन (इंटीरियर डिजाइन) प्रोग्राम प्रयोगात्मक, अनुभवात्मक और सूचित डिजाइन प्रक्रियाओं के माध्यम से बसे हुए स्थानों में सुधार की दिशा में काम करने के इच्छुक छात्रों के लिए है। अर्थशास्त्र में एम.ए. प्रोग्राम एक अनूठा कार्यक्रम है जो शिक्षा में उत्कृष्टता, निगमों में नीति टीमों, कंसलटेंसी कंपनियों, गैर-लाभकारी संगठनों और राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय स्तर पर सरकारों पर केंद्रित है। अंत में, जिंदल फेलोशिप प्रोग्राम (जेएफपी) जिंदल स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज में एक साल का कोर्स है, जिसे छात्रों को सूचित निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करने और स्वतंत्र विचारक बनने के लिए डिजाइन किया गया है और यह ऐसे छात्रों के लिए है, जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में अपनी स्नातक की डिग्री पूरी कर ली है।

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