अमरीका ने हवाई हमले कर चीन व पाक को दहला दिया
अमरीका ने पिछले 96 घंटों में चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तालिबान के प्रशिक्षण और हमला करने वाले केंद्रों पर 24 हवाई हमले कर चीन व पाक को दहला दिया है। अमरीका जल्द ही दुनिया को अपनी मिलिट्री ताकत दिखा सकता है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पेंटागन (अमेरिकी डिफेंस डिपार्टमेंट) को वॉशिंगटन में मिलिट्री परेड ऑर्गनाइज करने के ऑर्डर दिए हैं। बुधवार को व्हाइट हाउस की ओर जारी बयान में कहा गया है कि प्रेसिडेंट इस परेड को सैनिकों के सम्मान में रखना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने जनवरी के आखिर में मिलिट्री चीफ्स से मुलाकात भी की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रम्प ने यह फैसला पिछले साल फ्रांस की परेड देखने के बाद लिया। बता दें कि भारत, फ्रांस और चीन जैसे देश हर साल कुछ खास दिनों पर मिलिट्री परेड का आयोजन करते हैं। अमेरिका में आखिरी परेड 27 साल पहले हुई थी। प्रेस सेक्रेटरी (व्हाइट हाउस) सारा सैंडर्स ने कहा, “प्रेसिडेंट ट्रम्प देश की सेना और उन लोगों का बहुत सम्मान करते हैं जो देश को सुरक्षित रखने के लिए हर दिन खतरा उठाते हैं। इसीलिए उन्होंने डिफेंस डिपार्टमेंट से मिलिट्री परेड के लिए कहा है जिसमें हर अमेरिकी सेना के प्रति सम्मान दिखाए।” अमेरिका में हर साल मिलिट्री परेड नहीं होती है। इसे आमतौर पर किसी जीत या युद्ध के खत्म होने पर रखा जाता है। हालांकि, ऐसी आखिरी परेड गल्फ वॉर खत्म होने के बाद 1991 में ऑर्गनाइज की गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रम्प को मिलिट्री परेड का आइडिया पिछले साल फ्रांस की परेड देखने के बाद आया।
– तब ट्रम्प ने कहा था- “ये दुनिया की सबसे शानदार परेड में से एक है। ये दो घंटे की थी और इसमें मिलिट्री की ताकत दिखाई देती है। मुझे लगता है कि फ्रांस के लिए ये अच्छी बात है। हम भी ऐसी परेड रखना चाहेंगे।”
तालिबान का प्रभाव कम करने के लिए अमरीका ने अफगानिस्तान के उत्तर-पूर्वी बदख्शां प्रांत में चीन और ताजिकिस्तान की सीमा पर भी मंगलवार को तालिबान पर हवाई हमले किए। अमरीकी सैन्य विभाग के अनुसार इससे पहले अमरीका के हवाई हमले देश में आतंकवादियों के कब्जे बाले दक्षिणी और पूर्वी भागों तक सीमित थे। अमरीकी सेना-अफगानिस्तान (यूएसएफओआर-ए) के कमांडर जनरल जॉन निकोलसन ने कहा कि इस अमरी में नुकसान और तबाही लाने वाले किसी आतंकवादी संगठन को कोई सुरक्षित जगह नहीं मिलेगी।उन्होंने कहा कि तालिबान को कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी। यूएसएफओआर-ए ने दावा किया कि हमले में अफगानिस्तानी सेना के चोरी हुए वाहन भी नष्ट हो गए जिसका उपयोग बम विस्फोट के लिए होना था।अमरीकी सेना इससे पहले दक्षिण में स्थित तालिबान के लगभग पूर्ण कब्जे वाले हेलमंड, इस्लामिक स्टेट के गढ़ पूर्वी प्रांत नांगरहार और उत्तर में स्थित कुंदुज़ में सक्रिय थी।
जानकारी के अनुसार हेलमंड में तालिबान के मादक पदार्थो के व्यापार पर हमलों से उसे नवंबर से अब तक तीन करोड़ डॉलर का नुकसान हो चुका है।अमरीका ने हाल ही में तालिबान द्वारा काबुल में इंटरकांटिनेंटल होटल पर हमला और विस्फोटकों से भरी एक एंबुलेंस उड़ाने की भी निंदा की। इस हमले में 120 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 लोग घायल हो गए थे।बयान के अनुसार, ‘तालिबान युद्ध क्षेत्र में नहीं जीत सकता, इसलिए निर्दोष नागरिकों नुकसान पहुंचा रहा है।’नाटो द्वारा साल 2015 में अफगानिस्तान में भीषण युद्ध खत्म करने के बाद यह देश सबसे नाजुक दौरों में से एक से गुजर रहा है।
www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal & Print Media)
Available in FB, Twitter, Whatsup & All Social Media.
Mail; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030