शराब की लाइनो ने रिकार्ड तोडा- & अमनमणि मामले में लखनऊ एक्टिविस्ट की दूूून के अफसरों पर कार्यवाही की मांग Top News 4 May 2
4 May 20# Himalayauk Bureau # अब शराब के लिए लगी लम्बी लाइन तो रिकार्ड तोडा- #अमनमणि त्रिपाठी के 4 धाम मामले में हुआ विवाद #गृह मंत्रालय ने क्वारनटाइन करने का उत्तरदायित्व संबंधित ग्राम प्रधान को दिया # ओलावृष्टि और वर्षा से कृषि और उद्यान में लगभग 26 करोड़ 34 लाख है के नुकसान की जानकारी मिली है। इनमें से 1 करोड़ 82 लाख का नुकसान देहरादून जनपद में हुआ है #देहरादून से जनपद उत्तरकाशी के लिए 42 बसों के माध्यम से लगभग 1109 व्यक्त्यिों को स्वास्थ्य जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजे गये # देहरादून जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 33 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 13 व्यक्ति उपचाररत् #जनपद चमोली के सभी कार्यालयों को खोल दिया गया# जनपद में कौन कौन से व्यक्ति आ रहे है; प्रधानो की होगी जिम्मेदारी # उद्योग मित्र समिति ने भी हाथ बढाया
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अब शराब के लिए लगी लम्बी लाइन तो रिकार्ड तोडा-
नोटबंदी में बैंकों के आगे, लॉकडाउन में राशन के लिए, मंडी में जाने या राशन के लिए पुलिस से पास लेने के लिए वह सब लाइने फीकी पड गयी, जब आज पूरे उत्तराण्ड के अलग अलग शहरो में मदिरा के लिए लगी कई किलोमीटर लम्बी लाइनो ने रिकार्ड तोड दिया, देहरादून में शराब की दुकानों के आगे जितनी लंबी लाइनें लगी दिखीं उतनी कभी पहले कहीं नहीं दिखीं.
उत्तराखंड में सोमवार को 43 दिन बाद शराब के ठेके खुले तो पीने के शौकीन टूट पड़े. सुबह सात बजे से ही लोग शराब लेने के लिए ठेकों पर पहुंचने लगे थे. इस स्थिति का अंदाज़ा पुलिस को संभवतः पहले से था इसलिए शराब के ठेकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मी भी तैनात थे. सभी को एक मीटर से ज़्यादा की दूरी पर लाइन में लगाया जा रहा है. कई जगह हालत यह हो गई थी कि शराब लेने के लिए लगी लाइनें एक किलोमीटर तक लंबी हो गई थीं. शराब के ठेकों के बाहर ये लाइनें सड़क किनारे दूर तक जा रही थीं. न नोटबंदी में बैंकों के आगे, न लॉकडाउन में राशन के लिए… देहरादून में शराब की दुकानों के आगे जितनी लंबी लाइनें लगी दिखीं उतनी कभी पहले कहीं नहीं दिखीं.
आमजन सोशल मीडिया में लिख रहा है कि- जब यही करवाना था तो सरकार ने हम लोगो को क्यों लाॅकडाउन मे बन्द रखा ।कोरोना शराब पीने वालो को कुछ नही करेगा और हम घर मे रहें जैसे हम ही कोरोना फैला रहे हों।
अमनमणि त्रिपाठी के 4 धाम मामले में हुआ विवाद- यूपी के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत दस लोगों को बदरीनाथ और केदारनाथ का पास जारी होने को सरकार ने अफसरों की बड़ी चूक माना है। चूक किस स्तर पर हुई और क्यों हुई इसकी पड़ताल की जा रही है।
अमनमणि मामले में ओमप्रकाश, अन्य अफसरों पर कार्यवाही की मांग
लखनऊ स्थित एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने अमनमणि त्रिपाठी को अनुमति दिए जाने के मामले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है. गृह मंत्रालय एवं डीओपीटी, भारत सरकार को भेजी शिकायत में नूतन ने कहा है कि जहाँ पूरे देश में एक ओर अत्यंत आवश्यक कार्यों से ही अनुमति प्रदान की जा रही है, वहीँ ओमप्रकाश के पत्र में दर्शाया गया अमनमणि त्रिपाठी का काम किसी तरह अपरिहार्य काम नहीं था. इसके बाद भी ओम प्रकाश ने अमनमणि के साथ 11 तथा 3 वाहन को देहरादून से श्रीनगर, बद्रीनाथ, केदारनाथ आदि जाने की अनुमति देने के निर्देश दिए, जो लॉकडाउन कानून का स्पष्ट उल्लंघन है. अतः नूतन ने ओमप्रकाश के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तथा प्रशासनिक कार्यवाही किये जाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के जिन अफसरों की भूमिका पायी जाती है, उनके खिलाफ भी कार्यवाही की मांग की है. Dr Nutan Thakur# 09415534525
यूपी सरकार ने भी पल्ला झाड़ लिया
लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विवादित विधायक अमनमणि त्रिपाठी (Aman Mani Tripathi) की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. एक तरफ लॉकडाउन (Lockdown) उल्लंघन के मामले में उत्तराखंड (Uttarakhand) में विधायक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. वहीं मामले में यूपी सरकार ने भी पल्ला झाड़ लिया है. उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से स्पष्टीकरण दिया गया है कि अमनमणि त्रिपाठी को उत्तराखंड जाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या राज्य सरकार द्वारा अधिकृत नहीं किया गया था. विधायक अमनमणि त्रिपाठी अपने कृत्यों के लिए स्वयं उत्तरदायी हैं.
दरअसल देहरादून जिला प्रशासन ने यूपी के निर्दलीय विधायक त्रिपाठी सहित 12 लोगों को बदरीनाथ और केदारनाथ जाने के लिए पास जारी किया था, लेकिन इन्हें चमोली जिले के बॉर्डर से बदरीनाथ के कपाट न खुलने का हवाला देते हुए वापस लौटा दिया गया था.
उत्तराखंड पुलिस से बदसलूकी करना यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी को महंगा पड़ गया. पुलिस ने विधायक सहित 12 लोगों को हिरासत में ले लिया. इन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. जानकारी मिली है कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुले न होने के चलते अमनमणि त्रिपाठी सहित 12 लोग चमोली के कर्णप्रयाग पहुंच गये थे. इस पर कर्णप्रयाग पुलिस ने इनको रोका तो विधायक ने अपने रुतबे को दिखाकर पुलिस से ही बदतमीजी कर दी. अमनमणि त्रिपाठी समेत 12 लोगों को कर्णप्रयाग में कोरोना ड्यूटी में लगे अफसरों से बदसलूकी करने के बाद टिहरी पुलिस ने वापस आते वक्त मुनिकीरेती में यह कार्रवाई की है. टिहरी पुलिस ने विधायक अमनमणि त्रिपाठी के काफिले को व्यासी थाना इलाके में रोक कर हिरासत में लिया. पुलिस ने अनुमति के विपरीत 12 लोगों पर आपदा एवं संक्रमण अधिनियम का उल्लंघन करने और सरकारी कार्य में व्यवधान उत्पन करने के चलते मुकदमा दर्ज किया.
पुलिस का कहना है कि विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने जो लेटर दिखाया, उसमें उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता के श्राद्ध कर्म के लिए वहां जाने की बात कही थी. पुलिस का कहना है कि ये सारे लोग रविवार को 3 कार में सवार होकर बदरीनाथ जा रहे थे. इस दौरान चमोली जिले की सीमा पर चेकिंग के दौरान इन सभी को वापस भेजा गया. एसपी यशवन्त सिंह चौहान ने बताया कि एमएलए अमनमणि त्रिपाठी को चमोली जिले में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई. जिसका कारण अब तक बदरीनाथ का कपाट खुलना नहीं बताया जा रहा है. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इनके पास उत्तराखंड प्रदेश के अपर मुख्य सचिव की जारी अनुमति पत्र उपलब्ध है.
जानकारी मिल रही है कि तय मानकों को पास जारी करने के दौरान ताक पर रखा गया है. दरअसल, लॉकडाउन के दौरान ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन में जाने को पास जारी करने के लिए सख्त मानक तय हैं. इसके बावजूद देहरादून जिला प्रशासन ने त्रिपाठी सहित अन्य लोगों को बदरीनाथ और केदारनाथ धाम जाने के लिए मंजूरी दी. इस दौरान गृह मंत्रालय के गाइडलाइन को भी ध्यान में नहीं रखा गया. बता दें कि गाइडलाइन के तहत एक साथ पांच से अधिक लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित है.
केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार जिस धाम में अभी तक लोगों को दर्शन की इजाजत नहीं है। वहां जाने के लिए यूपी के विधायक समेत कई लोगों के पास जारी हो जाना अफसरों की गंभीर चूक है उत्तराखण्ड कैैैैैैैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने यह माना
गौरतलब: देहरादून के वरिष्ठ पत्रकार दीपक फर्स्वाण ने सोसल मीडिया में लिखा हैअमनमणि के साथ अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश पर दर्ज होना चाहिये मुकदमा …. कारण – 1- जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट ही नहीं खुले तो एसीएस ओमप्रकाश ने देहरादून समेत सम्बंधित जिलाधिकारियों को अपराधी पृष्ठभूमि के उत्तर प्रदेश के विधायक अमनमणि और उसके साथियों को बद्रीनाथ जाने की अनुमति देने के आदेश क्यों दिए। 2- कोरोना महामारी के चलते बद्रीनाथ-केदारनाथ की यात्रा पर श्रद्धालुओं के जाने का प्रतिबंध है तो ओमप्रकाश ने यात्रा का पास जारी करने को क्यों कहा। 3- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने तक लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए कपाट खुलने के मौके पर गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ जाने से परहेज़ किया तो ओमप्रकाश ने हत्या के आरोपी विधायक को इन पवित्र धामों में जाने देने की पैरवी क्यों की ? 4- क्या अमनमणि जैसा क्रिमिनल विधायक बद्रीनाथ धाम के रावल (मुख्य पुजारी) से बड़ा है ? रावल मौजूदा समय में ऋषिकेश में quarentine हैं, और ओमप्रकाश अपराधियों को कपाट बंदी में भी बद्रीनाथ भेजने के निर्देश दे रहे हैं। 5- ओमप्रकाश को क्या ये जानकारी नहीं है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक सन्यासी हैं और एक सन्यासी का अपने पूर्वाश्रम के पिता के पितृ कार्य से कोई लेना-देना नहीं होता, ऐसे में एक निर्दलीय विधायक जिस पर कि अपनी पत्नी की हत्या का मुकदमा दर्ज है, वो कैसे योगी के पिता के पितृ कार्य का अधिकारी हो गया, जबकि योगी के सगे भाई उनके पैतृक घर में पिता के निधन के बाद सभी संस्कार विधिवत कर रहे हैं। 6- कहा जाता है कि ओमप्रकाश मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के सबसे चहेते ऑफिसर रहे हैं, तो क्या वे मुख्यमंत्री से अपने मधुर रिश्ते और अपने पद व अधिकार का दुरुपयोग बाहुबली अमरमणि को उपकृत करने में कर रहे हैं।7- क्या बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम जाने की नियम विरुद्ध स्वीकृति की पैरवी करके ओमप्रकाश ने देशव्यापी लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं करवाया ? क्या इसमें उत्तराखंड राज्य और त्रिवेन्द्र सरकार की देश और दुनिया में छवि खराब नहीं हुई ?8- उत्तराखंड के सभी पहाड़ी जिले ग्रीन जोन में हैं, यदि उत्तर प्रदेश से आये विधायक अमनमणि और उनके साथियों से इन जिलों में कोरोना संक्रमण हुआ तो क्या इसकी जिम्मेदारी अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश लेंगे ? 9- अमनमणि जैसे अपराधी पृष्ठभूमि के नेता से ऐसे क्या संबंध हैं कि ओमप्रकाश उत्तराखंड शासन के शीर्ष ऑफिसर होते हुए लॉकडाउन के सख्त नियमों और देश में लागू महामारी एक्ट के उल्लंघन करके अमरमणि को बद्रीनाथ-केदारनाथ जाने की अनुमति देने के आदेश जिलाधिकारी को दे रहे हैं ?
गृह मंत्रालय ने क्वारनटाइन करने का उत्तरदायित्व संबंधित ग्राम प्रधान को दिया
देहरादून 04 मई, 2020 (सू.ब्यूरो) गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लाकडाउन की अवधि में व्यक्तियों के आवागमन की अनुमति दिए जाने के क्रम में उत्तराखंड आने वाले व्यक्तियों की कोविड-19 के परिपेक्ष में गृह मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप निगरानी किए जाने के संबंध में ग्राम सभा/ ग्राम प्रधान को राज्य सरकार द्वारा उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के दृष्टिगत आवश्यकतानुसार शक्तियां प्रदान करते हुए उनको जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
यह जानकारी बताते हुए मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा ग्राम प्रधानो को वर्तमान परिदृश्य में भूमिका देखते हुए उनको महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई है। जनपद प्रशासन गांव में आने वाले समस्त बाहरी लोगों की सूचना तथा उनके स्वास्थ्य से संबंधित सूचनाएं संकलित कर संबंधित ग्राम प्रधान को उपलब्ध करवाएगा। राज्य या जनपद स्तर पर पंजीकरण न करवाते हुए सीधे ग्राम सभा क्षेत्र में पहुंचने वाले व्यक्तियों का पंजीकरण करने का उत्तरदायित्व संबंधित ग्राम प्रधान का होगा। इसके साथ ही बाहर से आने वाले तथा पंजीकरण किए गए सभी व्यक्तियों के मोबाइल नंबर पर कोविड-19 से सुरक्षा हेतु भारत सरकार द्वारा विकसित तथा एंड्राइड फोनों के लिए गूगल प्ले स्टोर व एप्पल फोनों के लिए एप स्टोर पर उपलब्ध आरोग्य सेतु मोबाइल एप को इंस्टॉल करवाने व इसे उपयोग में लाना सुनिश्चित करवाने के साथ-साथ ग्राम सभा में निवासरत अन्य व्यक्तियों को भी इसके उपयोग हेतु प्रेरित करने का उत्तरदायित्व भी संबंधित ग्राम प्रधान का होगा।
मुख्य सचिव ने बताया कि भारत सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड-19 सुरक्षित (green) के रूप में चिन्हित उत्तराखंड के जनपदों के साथ-साथ उत्तराखंड के अन्य जनपदों में निर्धारित क्वारनटाइन अवधि पूर्ण करने का साक्ष्य प्रस्तुत करने वाले व्यक्तियों को छोड़कर अन्य समस्त स्थानों से ग्राम सभा क्षेत्र में आने वाले सभी व्यक्तियों को अनिवार्यता घर पर 14 दिनों की निर्धारित अवधि के लिए क्वारनटाइन करने का उत्तरदायित्व संबंधित ग्राम प्रधान का होगा। घर पर क्वॉरेंटाइन ना हो पाने की स्थिति में ग्राम प्रधान के द्वारा इन व्यक्तियों को 14 दिन की निर्धारित अवधि के लिए निकटवर्ती विद्यालय/ पंचायत घर/ अन्य सामुदायिक स्थान में क्वॉरेंटाइन किया जाएगा तथा इन स्थानों में बिजली पानी साफ-सफाई आदि की व्यवस्था की जाएगी।
ग्राम प्रधान के द्वारा इन व्यक्तियों को विद्यालय/ पंचायत घर/अन्य सामुदायिक स्थान में क्वॉरेंटाइन किए जाने की स्थिति में उक्त पर किए गए व्यय की प्रतिपूर्ति के लिए गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कोविड-19 के परिपेक्ष में राज्य आपदा मोचन निधि (एसडीआरएफ) से व्यय के मानकों के संबंध में निर्गत शासनादेश के क्रम में संबंधित जिला अधिकारी को सुसंगत अभिलेख के साथ आवेदन करना होगा। समस्त जिलाधिकारी उपरोक्त अनुसार व्यय की गई धनराशि की प्रतिपूर्ति के लिए प्रक्रिया का निर्धारण करते हुए उक्त सूचना समस्त ग्राम प्रधानों को उपलब्ध करवाएंगे।
उन्होंने बताया कि विद्यालय/ पंचायत घर/अन्य सामुदायिक स्थानों में क्वॉरेंटाइन किए गए व्यक्तियों की नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करवाए जाने तथा इन व्यक्तियों को कोविड-19 के लक्षण पाए जाने की स्थिति में उक्त को संबंधित जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अथवा उनके द्वारा प्राधिकृत अधिकारी के संज्ञान में लाने के लिए संबंधित ग्राम प्रधान उत्तरदाई होंगे। ग्राम प्रधान के द्वारा कोविड-19 की रोकथाम हेतु घरों में व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन किए जाने के संबंध में दिए गए निर्देशों का पालन न करने या उक्त के क्रम में किए जा रहे कार्यों में व्यवधान डालने के दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के साथ साथ एपिडेमिक डिजीजेस एक्ट, 1897 तथा उत्तराखंड एपिडेमिक डिजीजेस कोविड-19 रेगुलेशन, 2020 के अंतर्गत विधिक कार्यवाही आरंभ की जाएगी।
ओलावृष्टि और वर्षा से कृषि और उद्यान में लगभग 26 करोड़ 34 लाख है के नुकसान की जानकारी मिली है। इनमें से 1 करोड़ 82 लाख का नुकसान देहरादून जनपद में
देहरादून 04 मई, 2020 (मी0से0) प्रदेश के कृषि, कृषि विपणन, कृषि प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग एवं रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में ओलावृष्टि और वर्षा से कृषि और उद्यान में होने वाले नुकसान के आकलन के सम्बन्ध में बैठक ली। बैठक में जानकारी दी की ओलावृष्टि और वर्षा से कृषि और उद्यान में लगभग 26 करोड़ 34 लाख है के नुकसान की जानकारी मिली है। इनमें से 1 करोड़ 82 लाख का नुकसान देहरादून जनपद में हुआ है।
इस सम्बन्ध में समस्त जनपदीय कृषि एवं उद्यान अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ओलावृष्टि और वर्षा से होने वाले नुकसान की जानकारी सम्बन्धित एसडीएम के माध्यम से मण्डी को सूचना भेजें। इसके अतरिक्त फूल व्यवसायी एवं उत्पादकों को होने वाले नुकसान का भी आकलन किया जा रहा है एवं नुकसान की भरपाई के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा जायेगा।
बैठक में रिवर्स पलायन करने वाले लोगों को रोजगार देने के सम्बन्ध में निर्देश दिया गया कि विभिन्न सेक्टरों में योजनाऐं बनायी जायें। रोजगार एवं मार्केटिंग विपणन के लिए, हार्टिकल्चर मिशन एवं हार्टिकल्चर मार्केटिंग बोर्ड द्वारा रिटेल आउटलेट स्थापना की जायेगी। इस हेतु केन्द्र सरकार से सब्सिडी ली जायेगी तथा राज्य सरकार अपना राज्यांश में भी वृद्वि करेगी। समूह के द्वारा अपना बाजार आउटलेट, बागवानी फसलों के लिए कृषि उत्पादकों हेतु एक प्लेटफार्म तैंयार किया जायेगा। इस माॅडल द्वारा अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। बंजर भूमि में प्रवासी नागरिकों के लिए खेती की सम्भावनाओं के लिए भी योजनाऐं बनाने का निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर निदेशक एच.आर.डी.आई. सी.एन.सनवाल, निदेशक चाय बोर्ड संजय श्रीवास्तव, निदेशक रेशम ए.के.यादव, संयुक्त निदेशक उद्यान डाॅ0 रतन कुमार और डाॅ. जगदीश चन्द्र, संयुक्त कृषि निदेशक दिनेश कुमार एवं उपनिदेशक उद्यान महेन्द्रपाल आदि अधिकारी मौजूद थे।
देहरादून से जनपद उत्तरकाशी के लिए 42 बसों के माध्यम से लगभग 1109 व्यक्त्यिों को स्वास्थ्य जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजे गये
देहरादून दिनांक 04 मई 2020 (जि.सू.का), जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि जनपद देहरादून में दी गयी अनुमति के उपरान्त आज विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठान खोले गयें है जिनका लगातार शासन के द्वारा दिये गये निर्देशानुसार पर्यवेक्षण किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया प्रष्ठिान खोलने हेतु दी गयी अनुमति से इत्तर यदि कोई विशेष व्यवसाय (टेªड) छूट गयें हैं तो सम्बन्धित उप जिलाधिकारी के माध्यम से जिला प्रशासन को उक्त ट्रेड को सम्मिलित करने हेतु अनुरोध किया जा सकता है, जिसका सप्ताहन्त में परीक्षण कर अग्रिम कार्यवाही की जायेेगी।
जनपद देहरादून से आज जनपद उत्तरकाशी के लिए 42 बसों के माध्यम से लगभग 1109 व्यक्त्यिों को स्वास्थ्य जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजे गये हैं। कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत जिला आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून में जन सहायता हेतु स्थापित कन्ट्रोलरूम में कुल 23 काॅल प्राप्त हुई हैं, जिसमें, ई-पास हेतु 12, भोजन के लिए 1, राशन हेतु 5, मेडिकल हेतु 5 काॅल प्राप्त हुई। जनपद में आज विभिन्न उद्योग गतिविधियों हेतु 10 औद्योगिक प्रतिष्ठानों तथा विभिन्न औद्योगिक इकाईयों के कुल 322 कार्मिकों को पास निर्गत किये गये हैं। कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ ए.के डिमरी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी जी.सी कण्डवाल द्वारा स्पोर्टस कालेज रायपुर में अन्य जनपदों को भेजे जाने वाले लगभग 700 व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रधानमंत्री जनधन खाताधारकों द्वारा जनपद में विभिन्न बैंकों से 1467 लाभार्थियों द्वारा अपने जनधन खाते से धनराशि की निकासी की गयी। आज मोबाईल एटीएम भगत सिंह कालोनी क्षेत्र में जनसुविधा हेतु उपलब्ध रही तथा कल एटीएम वैन चमन विहार में जनसुविधा हेतु उपलब्ध रहेगी। जनपद में मनरेगा कार्याें के अन्तर्गत आतिथि तक 592 निर्माण कार्य प्रारम्भ किये गये, जिनमें 5358 श्रमिकों को सैनिटाईजेशन एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करवाते हुए उक्त कार्य में योजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया।
जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि आज विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं ने जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुए भोजन पैकेट उपलब्ध कराये, जिसमें मुख्यतः राधास्वामी सत्संग व्यास, रोशनी जन सेवा संस्थान डी.एल रोड चैक देहरादून, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय देहरादून, एल्थम बैकरी, सत्य सांई सेवा संस्थान, शिल्पा प्रोडक्शन, अनिल अग्रवाल, अग्रवाल चैरिटेबल ट्रस्ट, महादेव एसोसिएट्स, कालिका मन्दिर समिति, सर्राफामण्डल, सिविल डिफेंस, द्वारा भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये गये। जनपद सदर क्षेत्रान्तर्गत कुल 5095 व्यक्तियों को भोजन के पैकेट वितरित किये गये जिनमें, 1 वरिष्ठ नागरिक, थाना पटेलनगर में 1200, पटेलनगर चैकी में 500, नगर निगम में 150, बाईपास चैकी में 150, अजबपुर में 90, ब्रहा्रम्पुरी में 30, कौलागढ में 4, मच्छीबाजार में 30, कचहरी रोड में 40, किशननगर में 10, पत्थरीबाग में 2, घंटाघर में 40, आराघर चैकी में 300, थाना नेहरू कालोनी में 700, इन्दिरानगर चैकी में 250, घारा चैकी में 904, आईएसबीटी चैकी में 280, बल्लीवाला में 14, थाना रायपुर में 400, व्यक्तियों को भोजन के पैकेट वितरित किये गये।
जिला प्रशासन की टीम द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला एवं तहसील सदर में कुल 2387 निराश्रित पशुओं जिसमें 1723 श्वान, 597 गौवंश एवं 67 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं व्यक्तियों के सहयोग से जनपद के विभिन्न स्थानों पर 1620 अन्नपूर्णा राशन किट वितरित की गयी थाना रायपुर में 300, थाना नेहरूकालोनी में 300, थाना पटेलनगर में 300, थाना राजपुर 200, कोतवाली दून में 150, थाना डालनवाला में 75, थाना प्रेमनगर में 175, थाना कैन्ट में 20, तहसील मसूरी में 100, अन्नपूर्णा किट वितरित किये गये। आज दून हैप्पी मील के अन्तर्गत श्रीमती नीतू सिंह सेवायोजन कार्यालय देहरादून द्वारा 5 अन्नपूर्णा किट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई गयी।
जनपद के देहरादून क्षेत्र में 10 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के माध्यम से प्रति पैकेट रू0 43 की दर से 500 पैकेट विक्रय किया गया। इसी क्रम में जनपद के विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 25 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते दरों पर 126.60 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा जनपद के नगर निगम क्षेत्र देहरादून में अवस्थित भगत सिंह कालोनी में खाद्य एवं दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई गयी।
जिला पूर्ति विभाग द्वारा भगत सिहं कोलोनी में 22, मुस्लिम कालोनी, लक्खीबाग में 36, आजाद कालोनी में 15 गैस सिलेण्डर वितरित किये गये। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत भगत सिंह कालोनी में 680, लक्खीबाग क्षेत्र में 677, आजाद कालोनी में 957 तथा बीस बीघा ऋषिकेश में 466 उपभोक्ताओं को खाद्यान उपलब्ध कराया गया। दुग्ध विकास विभाग द्वारा आज भगत सिंह कालोनी 335 ली0, लक्खीबाग 300 ली0, कारगीग्रान्ट 320 ली0 , आजाद कालोनी 140 ली0, बीस बीघा कालोनी में 60 ली0 एवं शिवा एन्कलेव कालोनी ऋषिकेश में 65 ली0 चमन विहार में 35 ली0, आवास विकास कालोनी ऋषिकेश में 50 ली0 कुल 1305 ली0 दूध विक्रय किया गया। इसी क्रम में आज मोबाईल एटीएम बीस बीघा ऋषिकेश क्षेत्र में जनसुविधा हेतु उपलब्ध रही। आजाद कालोनी एवं भगत सिंह कालोनी में 4-4 मोबाईल वैन के माध्यम से फल एवं सब्जियां उपलब्ध करवाई गयी।
देहरादून से जनपद उत्तरकाशी के लिए 42 बसों के माध्यम से लगभग 1109 व्यक्त्यिों को स्वास्थ्य जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजे गये लाॅक डाउन अवधि में सिविल सोसायटी व शासकीय विभागों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों के दृष्टिगत आज के कोरोना वारियर-
कोरोना वाॅरियर (सिविल सोसायटी से)
श्री सत्य सांई मन्दिर सुभाषनगर देहरादून,
श्री नरेश कुमार धीर, अध्यक्ष
लाक डाउन अवधि में निर्धन व्यक्तियों/परिवारों के लिए भोजन तैयार कर जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
कोरोना वाॅरियर (शासकीय विभाग से) श्री सचिन सिंह रावत
सफाई निरीक्षक, नगर निगम ऋषिकेश, देहरादून
लाॅक डाउन अवधि में सफाई व्यवस्था, सेनिटाईजेशन तथा सिटी रिस्पांस टीम के सदस्य के रूप में दिये गये दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।
देहरादून जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 33 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 13 व्यक्ति उपचाररत्
देहरादून दिनांक 04 मई 2020 (जि.सू.का), जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध व्यक्तियों हेतु दैनिक सर्विलांस के आधार पर शिक्षकों, आशा कार्यकर्तियों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा अब तक कुल 385226 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य का द्धितीय चरण पूर्ण कर लिया गया है तथा तृतीय चरण की शुरूआत में आज 2885 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया गया।
इसी क्रम में आज 38 टीमों द्वारा दूरभाष के माध्यम से 230 व्यक्तियों से सम्पर्क कर सामुदायिक निगरानी का कार्य किया गया। आज कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत संदिग्ध 42 व्यक्तियों के सैंपल जांच हेतु भेजे गये हैं तथा 42 सैम्पल प्राप्त हुए जिनमें सभी की रिपोर्ट नेगिटिव प्राप्त हुई है।जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 33 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 13 व्यक्ति उपचाररत् हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि के दौरान जनपद में बनाये गये 08 राहत शिविरों में ठहरे 156 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग प्रदान की गयी। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत दिहाड़ी/मजदूरी करने आये 11 श्रमिकों जिन्हे आश्रम पद्धति स्कूल हरिपुर कालसी में बनाये गये राहत शिविर में ठहराया गया है, की साईकेट्रिक सपोर्ट टीम द्वारा रिवाइस्ड कांउसिलिंग की गयी। आज कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हेतु नियुक्त विभिन्न कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षा के दृष्टिगत 25 एन-95 मास्क, 350 ट्रिपल लेयर मास्क, 4 पी.पी.ई किट, 30 वीटीएम वाईल, 125 सर्जिकल गलब्स, 100 एग्सामिनेशन गलब्स तथा 60 सेनिटाइजर उपलब्ध कराये गये। कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु समस्त मेडिकल स्टोर पर बिना चिकित्सक के परामर्श की पर्ची के सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयों का विक्रय प्रतिबन्धित किये जाने के उपरान्त समस्त मेडिकल स्टोर स्वामियों द्वारा जनपद में कुल 126 व्यक्तियों को चिकित्सकीय पर्ची के आधार पर सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयां विक्रय की गयी।
जनपद चमोली के सभी कार्यालयों को खोल दिया गया –
Mohan Singh Bist- Distt CHAMOLI Crosspondece
चमोली 04 मई,2020 (सू0वि0) जनपद चमोली के सभी सरकारी कार्यालयों में 04 मई से शासकीय कार्य शुरू हो गया। कोरोना संकट के चलते आवश्यक सेवाओं को छोडकर पूर्व में अन्य सभी कार्यालयों को बंद किया गया था। जिला मजिस्ट्रेट स्वाति एस भदौरिया के आदेशों पर 50 प्रतिशत कार्मिकों के साथ जिले के सभी कार्यालयों को 04 मई से सुबह 10 से सायं 4 बजे तक खोल दिया गया है।
सोमवार को सभी विभागों/कार्यालयों को सेनेटाइज्ड किया गया। कार्मिकों द्वारा मास्क तथा फेस कवर के साथ शारीरिक दूरी रखते हुए शासकीय कार्य संपादित किए गए।
स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर में डीएम कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जज कोर्ट, विकास भवन, वन विभाग, जल निगम, जल संस्थान, सूचना, पुस्तकालय, लोक निर्माण विभाग आदि दफ्तरों में जाकर सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों की थर्मल स्क्रीनिंग की। मेडिकल टीम में डा0 नेहा नेगी, फार्मेसिस्ट आरती सती एवं उदय सिंह रावत शामिल थे।
जनपद में कौन कौन से व्यक्ति आ रहे है; प्रधानो की होगी जिम्मेदारी
चमोली 04 मई,2020 (सू0वि0)कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने ग्रामीण स्तर पर बाहरी व्यक्तियों पर निगरानी रखने हेतु समितियां गठित की है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने ग्राम स्तर पर राजस्व उप निरीक्षक, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं अन्य कार्मिकों सहित ग्राम प्रधान को भी समिति में शामिल किया है। ग्राम स्तर पर होम क्वारेन्टीन लोगों की निगरानी एवं स्वास्थ्य परीक्षण के लिए आशा कार्यकत्री, मेडिकल टीम, ब्लाॅक रिसपोन्स टीम एवं सिटी रिसपोन्स टीम का गठन भी किया गया है। सभी टीमों को बाहर से आने वाले व्यक्तियों पर सतत निगरानी रखने एवं नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के निर्देश दिए गए है। वर्तमान में जनपद अन्तर्गत बाहरी प्रदेशों से आने वाले व्यक्तियों की संख्या में निरन्तर बृद्वि हो रही है। जिस कारण बाहरी व्यक्तियों पर कडी निगरानी रखी जानी नितान्त आवश्यक है। जनपद में कौन कौन से व्यक्ति आ रहे है उनके स्वास्थ्य की स्थिति कैसी है। संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी कोविड कन्ट्रोल रूम को उपलब्ध कराने को कहा गया है, ताकि संबधित व्यक्ति का तत्काल स्वास्थ्य परीक्षण कर सुरक्षात्मक कार्यवाही की जा सके।
जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी एनके जोशी ने सभी सम्मानित प्रधानगणों, नगर पालिका एवं नगर पंचायत के सभासदों एवं अन्य जन प्रतिनिधियों से भी अनुरोध किया है कि अपने ग्राम पंचायत क्षेत्र में बाहर से आ रहे व्यक्तियों से संबधित जानकारी प्रतिदिन कोविड कन्ट्रोल रूम/जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र, गोपेश्वर चमोली के दूरभाष नंबर 01372-251437, मोबाईल नंबर 906817120, 7055753124 पर उपलब्ध कराने को कहा है, ताकि बाहर से जनपद के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आ रहे व्यक्तियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जा सके।
उद्योग मित्र समिति ने भी हाथ बढाया
चमोली 04 मई,2020 (सू0वि0) चमोली 04 मई,2020 (सू0वि0)
कोरोना संकट से निपटने के लिए मिनि औद्योगिक अस्थान जयकंडी कालेश्वर की उद्योग मित्र समिति ने भी हाथ बढाया है। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक डा0 एमएस सजवाण ने बताया कि उद्योग मित्र समिति ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 11 हजार एक रुपये की सहयोग धनराशि जमा की है। संकट की इस घडी में प्रदेश सरकार सभी नागरिकों को आर्थिक मदद पहुंचा रही है। मानवीय संवेदनाओं का उत्कृष्ट व अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अनेक औद्योगिक, व्यापारिक एव सामाजिक संगठन मदद के लिए आगे आ रहे है।
जनपद चमोली के सभी सरकारी कार्यालयों में 04 मई से शासकीय कार्य शुरू हो गया। कोरोना संक्रमण के चलते आवश्यक सेवाओं को छोडकर पूर्व में अन्य सभी कार्यालयों को बंद किया गया था। जिला मजिस्ट्रेट स्वाति एस भदौरिया के आदेशों पर 50 प्रतिशत कार्मिकों के साथ जिले के सभी कार्यालयों को 04 मई से सुबह 10 से सायं 4 बजे तक खोल दिया गया है।
सोमवार को सभी विभागों/कार्यालयों को सेनेटाइज्ड किया गया। कार्मिकों द्वारा मास्क तथा फेस कवर के साथ शारीरिक दूरी रखते हुए शासकीय कार्य संपादित किए गए। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर में डीएम कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जज कोर्ट, विकास भवन, वन विभाग, जल निगम, जल संस्थान, सूचना, पुस्तकालय, लोक निर्माण विभाग आदि दफ्तरों में जाकर सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों की थर्मल स्क्रीनिंग की। मेडिकल टीम में डा0 नेहा नेगी, फार्मेसिस्ट आरती सती एवं उदय सिंह रावत शामिल थे।