17 Nov. Top News Uttrakhand

HIGH LIGHT# देहरादून 17 नवम्बर, 2019(सू.ब्यूरो) Himalayauk Bureau # स्मार्ट सिटी मिशन में 575.18 करोड़ रूपए के कामों का हुआ शिलान्यास # मुख्यमंत्री ने ‘सदैव दून’ के नाम से देहरादून में इंटीग्रेटेड कन्ट्रोल एंड कमांड सेंटर की घोषणा की। # स्मार्ट सिटी में देहरादून 10 माह में 99 से 30 वीं रैंकिंग पर पहुंचा# स्मार्ट सिटी मिशन में 575.18 करोड़ रूपए के कामों का हुआ शिलान्यास #  मुख्यमंत्री ने ‘सदैव दून’ के नाम से देहरादून में इंटीग्रेटेड कन्ट्रोल एंड कमांड सेंटर की घोषणा # स्मार्ट सिटी में देहरादून 10 माह में 99 से 30 वीं रैंकिंग पर #यमकेश्वर में कार्यरत स्टार्ट अप को मुख्यमंत्री ने दिए 10 लाख रूपए #गोवा विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर से मिले मसूरी विधायक गणेश जोशी # चमोली 17 नवम्बर 2019 (सू0वि0) Himalayauk Bureau # गौचर मेला इन दिनों अपने पूरे यौवन पर


तकनीक से होगी स्मार्ट सिटी की परिकल्पना साकार—– मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत कुल 575 करोड़ 18 लाख रूपए के कार्यों का शिलान्यास किया। इनमें दून लाईब्रेरी लागत 12 करोड़ 33 लाख, पलटन बाजार विकास लागत 13 करोड़ 10 लाख, वर्षा जल निकासी लागत 16 करोड़ 27 लाख, परेड़ ग्राउन्ड जीर्णोद्धार लागत 20 करोड़ 85 लाख, सीवरेज लागत 28 करोड़ 41 लाख, पेयजल संवर्धन व वाटर मीटरिंग लागत 32 करोड़ 59 लाख, स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट लागत 56 करोड़ 63 लाख, स्मार्ट रोड लागत 190 करोड़ 54 लाख, इंटीग्रेटेड ऑिॅफस काम्प्लैक्स ग्रीन बिल्डिंग लागत 204 करोड़ 46 लाख के काम शामिल हैं।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि तकनीक के बिना स्मार्ट सिटी की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। सरकार, तकनीक के माध्यम से जनसुविधाओं में सुधार करने की कोशिश कर रही है। स्मार्ट दून के लिए पिछले कुछ समय में बहुत तेजी से काम हुआ है। आने वाले समय में बदला हुआ दून दिखेगा। स्मार्ट दून की तरफ आगे बढ़ने में दून वासियों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।

देहरादून में बनेगा इंटीग्रेटेड कन्ट्रोल एंड कमांड सेंटर

मुख्यमंत्री ने देहरादून में इंटीग्रेटेड कन्ट्रोल एंड कमांड सेंटर की घोषणा करते हुए कहा कि इसका नाम ‘सदैव दून’ होगा और 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन जिसे गुड गवर्नेंस दिवस के तौर पर मनाया जाता है, पर इसका शुभारम्भ किया जाएगा।

प्रमुख मार्गो पर होगी अंडरग्राउन्ड केबलिंग

मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून के प्रमुख मार्गों पर अंडरग्राउन्ड केबलिंग की जाएगी। इसका टेंडर जल्द ही कर दिया जाएगा। सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा का काम शुरू हो चुका है। धीरे-धीरे हम ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ रहे हैं। स्मार्ट सिटी के साथ ही स्मार्ट विलेज की सोच भी बनानी होगी। प्रदेश के चयनित राजकीय विद्यालयों में वर्चुअल क्लास की सुविधा प्रारम्भ की गई है।

दूनवासियों का मिल रहा सहयोग

नगर विकास मंत्री श्री मदन कौशिक ने कहा कि जब कोई काम किया जाता है तो उसकी समालोचना होती है। परंतु लोगों का सहयोग भी मिलता है। दून में अतिक्रमण हटाने के लिए लोग स्वयं आगे आए। शहरी क्षेत्र में देश में तेजी से काम हो रहा है। हम भी यथासम्भव प्रयास कर रहे हैं। वेस्ट टू एनर्जी के कन्सेप्ट पर आगे बढ़े हैं। इसका परिणाम भी जल्दी ही देखने को मिलेगा।

दून की बनेगी अलग पहचान

देहरादून नगर निगम के मेयर श्री सुनील उनियाल गामा ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन में बड़े विस्तार पर काम किया जाना है। शहरवासियों को शुरू में कुछ असुविधा हो सकती हैं। परंतु जब काम पूरा हो जाएगा तो इससे सुविधा होगी। इससे दून की अलग पहचान बनेगी।  सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति में देहरादून में काफी प्रगति हुई है।

देहरादून मोस्ट प्रोग्रेसिव स्मार्ट सिटी

देहरादून स्मार्ट सिटी लि. के अध्यक्ष श्री रविनाथ रमन ने बताया कि स्मार्ट सिटी में देहरादून का चयन तीसरे चरण में किया गया था। दिसम्बर 2018 में 100 शहरों में से देहरादून की रैंकिंग 99 थी जो कि केवल 10 माह बाद ही 30 हो गई है। देहरादून को स्मार्ट सिटी में मोस्ट प्राग्रेसिव सिटी में पहला स्थान मिला है। सीईओ श्री आशीष श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए स्मार्ट सिटी में संचालित कार्यों की जानकारी दी।

शिक्षण संस्थानों, रेजीडेंस वेलफेयर सोसायटियों, संस्थाओं, पार्षदों को किया सम्मानित

इस अवसर पर प्लास्टिक वापसी अभियान में सराहनीय काम करने के लिए राजकीय प्राथमिक विद्यालय, दिलाराम बाजार, जीआईसी खुड़बुड़ा, बालिका शिक्षा सदन जूनियर हाई स्कूल आनंद चौक को पुरस्कृत किया गया। इसी प्रकार छात्राओं कुमारी सलोनी, रोजी व नेहा को भी सम्मानित किया गया। स्वच्छ कॉलोनी वर्ग में केवल विहार व सिद्वार्थ पैराडाईज अपार्टमेंट पंडितवाड़ी को पुरस्कृत किया गया। महत्वपूर्ण सहयोग के लिए डा. महेश भण्डारी, गति फाउंडेशन के श्री अनूप नौटियाल, पार्षद श्रीमती अमिता गर्ग व श्री वीजेन्द्रपाल सिंह को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विधायक श्री हरबंस कपूर, श्री विनोद चमोली, श्री मुन्ना सिंह चौहान, श्री खजानदास, श्री सहदेव सिंह पुण्डीर, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डा.आर.के.जैन, श्री विनय गोयल, सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी व गणमान्य आदि उपस्थित थे।       

यमकेश्वर में कार्यरत स्टार्ट अप को मुख्यमंत्री ने दिए 10 लाख रूपए # हेम्प के रेशे बनाने की मशीन खरीदने के लिए दी राशि# हेम्प के रेशे बनाने की मशीन खरीदने के लिए दी राशि। # दिल्ली से आकर नम्रता व गौरव ने शुरू किया स्टार्ट अप।

यमकेश्वर ब्लॉकके कंडवाल गांव में हेम्पसे विभिन्न उत्पाद तैयार करने वाले गौरव व नम्रताको मशीन खरीदने के लिए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावतने सीएमविवेकाधीन कोष से 10 लाख रूपए की राशि का चेक प्रदान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेशे से आर्किटेक्ट नम्रताव गौरव ने यमकेश्वर जैसे दूरदराज ब्लॉकके गांव में हेम्पसे उत्पाद बनाने का स्टार्टअप शुरू कर अन्य युवाओं को स्वरोजगार की राह दिखाई है। उन्होंने बताया है कि किस प्रकार से स्थानीय रूप से उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग कर स्वयं के साथ ही अन्य लोगों को रोजगारदिया जा सकता है। गौरव और नम्रताने बताया कि वे दोनों दिल्ली में रहते थे। काफी रिसर्च के बाद उन्होंने पहाड़ में पाए जाने वाले हेम्पको रोजगारका साधन बनाने का निर्णय किया। वर्तमान में वे इसके बीज के तेल से साबुन बना रहे हैं। इससे भवन निर्माण सामग्री भी बनाई जा सकती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को उनके द्वारा हेम्पसे ग्रामीण आर्थिकीमें सुधार पर जानकारी दी गई थी। मिनिस्ट्रि ऑफ हाउसिंग के स्पेशल पब्लिकेशन में ‘हेम्प की भवन निर्माण तकनीक’ पर उनकी रिसर्च पर लेख भी प्रकाशित हुआ था।    

#गोवा विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर से मिले मसूरी विधायक गणेश जोशी #

देहरादून 17 नवम्बर : मसूरी विधायक गणेश जोशी ने रविवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में गोवा राज्य विधानसभा के अध्यक्ष राजेश पाटनेकर से मुलाकात कर उन्हें पुष्पगुच्छ एवं शॉल भेंट किया।
        विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर एवं विधायक गणेश जोशी के बीच दोनों राज्यों की संस्कृति एवं पर्यटन पर चर्चा हुई। गोवा राज्य के प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि वह मसूरी गये और मसूरी की सुन्दरता को बेहद करीब से देखा। विधायक जोशी ने बताया कि जल्द ही मसूरी-देहरादून के बीच रोपवे का निर्माण होना है, जिसके बाद पर्यटकों को और अधिक सुविधा प्रदान होगी।
         गोवा विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक जोशी को गोवा आने का आमंत्रण दिया। इस अवसर पर गोवा राज्य के कई विधायक, पूर्व विधायक एवं अधिकारी मौजूद रहे।

देहरादून दून विश्वविद्यालय के प्रबन्धशास़़्त्र विभाग द्वारा आयोजित 

18 नवम्बर को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सी0एस0 नौटियाल एवं अखिल भारतीय वाणिज्य संघ के अध्यक्ष प्रो0 एच0 वैकटेश्वर लू करेंगे।

कार्यशाला के आयोजक एवं प्रबन्धशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 एच0सी0 पुरोहित ने कहा कि यह कार्यशाला भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला का उद्देश्य शोध छात्रों को शोध प्रविधि की बारीकियों से अवगत कराना है। जिससे शोध की गुणवत्ता में गुणात्मक सुधार हो सके। इस कार्यशाला में विभिन्न विश्वविद्यालयों के 20 शोधार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं। दस दिवसीय कार्यशाला में कई विशेषज्ञ छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि वैश्विक परिदृश्य के अनुरूप शोध प्रविधि ज्ञान के माडल को विकसित करने की दिशा में यह कार्यशाला कारगर सिद्व होगी। उन्होंने कहा कि प्रबन्धशास्त्र विभाग द्वारा लगातार इस तरह के कार्यक्रम आयोजित जाते हैं जिससे उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण का निर्माण हो सके एवं शोध की गुणवत्ता में सुधार हो सके। 

सड़क सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सीड्स-हनीवेल ने दिलाराम चैक पर कार्यक्रम आयोजित

देहरादून, 17 नवंबर 2019: सड़क सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सीड्स-हनीवेल ने दिलाराम चैक पर कार्यक्रम आयोजित किया। सीड्स ने अपने हनीवेल सेफ स्कूल्स प्रोग्राम के तहत सड़क सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाने के लिए अपने स्वयंसेवकों के साथ एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जो शहर में दुर्घटनाओं की रोकथाम और प्रतिक्रिया तंत्र पर ध्यान केंद्रित करने के साथ- साथ सड़क यातायात में दुर्घटना के शिकार हुए लोगों के लिए विश्व स्मरण दिवस के सिलसिले में आयोजित किया गया।

यह कार्यक्रम चार बुनियादी मुद्दों का समाधान करने पर केंद्रित थे – गैर-जिम्मेदार पार्किंग प्रवृत्ति, यातायात संकेतों पर नियमों का पालन, उचित सुरक्षा गियर (हेलमेट, सीट बेल्ट) पहनना और दुर्घटना प्रतिक्रिया तंत्र। दिलाराम चैक, राजपूर रोड पर हनीवेल स्वयंसेवकों और सीड्स टीम ने सड़क सुरक्षा के संदेश को फैलाने के लिए शहर के यातायात अधिकारियों और निवासियों के साथ बातचीत की। हनीवेल स्वयंसेवकों और ट्रैफिक अधिकारियों की निगरानी में छात्र ट्रैफिक नियमों और सुरक्षा के बारे में फ्लैशकार्ड प्रदर्शित करते हुए एक फ्लैश माॅब (एक आवेगपूर्ण नृत्य) पेश करने के लिए एक व्यस्त ट्रैफिक सिग्नल पर इकट्ठा हुए।

कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा जागरूकता पर एक नाटक का भी मंचन किया गया और लोगो को सड़क सुरक्षा के नियम का पालन करने का संदेश दिया गया।

भारत में दुनिया में सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। सड़क सुरक्षा 2013 की वैश्विक स्थिति रिपोर्ट का अनुमान है कि भारत में हर साल 2,31,000 से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। भारत में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले लोगों में लगभग 50 प्रतिषत मोटरसाइकल चालक, पैदल यात्री और साइकिल चालक होते हैं।

उत्तराखंड ने सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को कम करने के लिए 2016 में पहली सड़क सुरक्षा नीति पेश की थी। नीति में सड़क सुरक्षा समस्याओं के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और सड़क सुरक्षा की योजना बनाने और बढ़ावा देने के लिए राज्य के विभिन्न हितधारकों को सुविधा प्रदान करने के लिए गंभीर प्रयास करने का वादा किया गया। हनीवेल के स्वयंसेवकों ने प्रदर्शित किया कि हेलमेट सवारियों को गंभीर सड़क दुर्घटनाओं से किस प्रकार बचाता है। छात्रों ने एम्बुलेंस सेवाकर्मियों के साथ भी बातचीत की, जिन्होंने घायल सड़क दुर्घटना पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने में आने वाली कठिनाइयों के बारे में बात की क्यांेकि अन्य ड्राइवर भारी यातायात की स्थिति में एम्बुलेंस को रास्ता नहीं देते हैं। उसके बाद हनीवेल के स्वयंसेवकों ने अस्पतालों में जल्दी और सुरक्षित रूप से पहुंचने के वैकल्पिक तरीके बताए। स्वयंसेवकों ने यह प्रदर्शित करने के लिए कि नागरिक सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों की मदद करने में क्यों हिचकते हैं और कोई दुर्घटना होने पर क्या करना चाहिए या किसी दुर्घटना के गवाह के रूप में क्या करना चाहिए, एक नाटक, ‘एक्सीडेंट रिस्पांस एक्ट’ का मंचन किया। अंत में स्वयंसेवकों और प्रतिभागियों को हेलमेट बांट कर इस कार्यक्रम का समापन हुआ।

चमोली 17 नवम्बर 2019 (सू0वि0) Himalayauk Bureau

उत्तराखंड की संस्कृति और तिब्बत व्यापार से जुडा गौचर मेला हमारी संस्कृतिक विरासत है। आज भी गौचर मेला स्थानीय हस्तशिल्प और हथकरघा के पारम्परिक परिधान बहुत लोकप्रिय है। 

गौचर मेले में इस बार भी लोगों को जिले के हस्तशिल्प, हथकरघा व लघु उद्यमियों द्वारा निर्मित पारम्परिक परिधान एवं ऊनी वस्त्र बहुत भा रहे है और मेले में लगे उद्यमियों के स्टाॅलों पर जमकर खरीददारी भी हो रही है। इन स्टाॅलों पर गृहणियों को हैंडलूम के उत्पाद भा रहे है तो ठंड के मौसम को देखते हुए गर्म ऊनी वस्त्रों की भी जमकर खरीद्दारी हो रही है। मेले में अच्छी ब्र्रिक्री को देखते हुए स्थानीय बुनकारों एवं शिल्पियों के चेहरे खिल उठे है। 

मेले में स्थानीय हस्तशिल्प, हथकरघा, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग से जुड़े लगभग 50 उद्यमियों ने इस बार 40 स्टाॅल लगाए गए है। इन स्टाॅलों पर 17 नवंबर तक 15 लाख 50 हजार की खरीद्दारी हो चुकी है। मेले में तीन दिन अभी बाकी है और मेले के आखिरी दिन तक इन स्टाॅलों पर 50 लाख तक की खरीद्दारी होने की उम्मीद है। 

गौचर मेला इन दिनों अपने पूरे यौवन पर

चमोली 17 नवम्बर 2019 (सू0वि0) गौचर मेला इन दिनों अपने पूरे यौवन पर पहुॅच गया है। ज्यों ज्यों मेला आगे बढता जा रहा है, मेले में मेलार्थियों की भारी भीड भी जुटने लगी है। मेलार्थी जहाॅ एक ओर कार्यक्रमों का भरपूर आनंद ले रहे है वही मेले में लगे स्टाॅलों पर भी जमकर खरीदारी हो रही है।

वैसे तो गौचर मेले में महिलाएं, बुर्जुग एवं युवा सभी आनंद उठा रहे है, लेकिन इस बार का गौचर मेला बच्चों के लिए भी खासा आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। मेले में ऊंट की सवारी, वाटर पाॅट में वोटिंग, तरह तरह के झूले, चरखी व किड्स जोन का बच्चे खूब आनंद ले रहे है। मेले में ऊंट की सवारी करने से बच्चे खासे उत्साहित है और हर कोई एक बार ऊंट की सवारी करना चाह रहा है। वाॅटर पाॅट में भी बच्चे वोट का जमकर आनंद ले रहे है। वही दूसरी ओर किड्स जोन में जहाॅ बच्चों को खेलने के लिए सभी प्रकार के खिलौने रखे गए है वही बच्चों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। अभिभावक भी बच्चों को किड्स जोन में भेजकर मेला का आनंद उठा पा रहे है। किड्स जोन में बच्चों के खेलने कूदने के लिए टमपोलिन, जिकजैक स्लाइडर, फिसल पट्टी, मिक्की माउस, रंग बिरंगे गुब्बारे सहित तमाम तरह के खिलौने रखकर बच्चों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से बच्चों के मनोरंजन के लिए मेले में काफी कुछ व्यवस्थाएं रखी गई है। जिसका बच्चे भरपूर आनंद ले रहे है।

चमोली 17 नवम्बर 2019 (सू0वि0)
गौचर मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या पद्मश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण एवं कवि सुरेश अलवेला, सुरेश सोनी ऊर्फ भोला, उपासना सेमवाल व अन्य कवियों के नाम रही। इस मौके पर लोक संस्कृति पर आधारित भजन, जागरों, लोकगीत व लोकनृत्त की प्रस्तुति पर देर रात तक लोग थिरकते रहे। हजारों की संख्या में कार्यक्रम में पहुॅचे स्रोताओं ने कार्यक्रम का खूब लुत्फ उठाया। तीसरी सांस्कृतिक संध्या पर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, रूद्रप्रयाग के जिला जज हरीश गोयल एवं अल्मोडा के जिलाधिकारी नितिन भदौरिया ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। 

जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने अपने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शुरूआत खोली का गणेशा हे….मोरी का नारायण’’ जागर से की। इसके बाद उन्होंने एक से एक पहाडी लोक गीतों एवं पौराणिक जागरों की प्रस्तुति देकर लोगों का खूब मनोरजंन किया। उन्होंने ‘‘जा बाडुली सुआ माॅ रैबार पंहुचायों…,’’ तिवारी मां बैठी होलि सौजणयां मेरी, मोहना तेरी मुरली बाजी……, सरूली मेरू जिया लगी गे….. जैसे कई गानों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को रातभर थिरकने पर मजबूर किया। लोकगायक सूरतम भरतवाण ने भी खुदेड गीत गाकर लोगों को भाव विभोर किया।
इससे पूर्व तीसरी सांस्कृतिक संध्या पर आयोजित कवि सम्मेलन में सुरेश अलवेला, सुरेश सोनी ऊर्फ भोला, उपासना व अन्य कवियों ने अपने काव्यपाठों से श्रोताओं को खूब आनंदित किया। कवि सम्मेलन में एक से बढकर एक हास्य व्यंग्य की कविताओं ने दर्शकों को हंसा हंसा कर लोटपोट किया। सम्मेलन में कवियों ने जहाॅ समसामयिक विषयों एवं वर्तमान राजनीति पर करारा प्रहार किया वही वीर रस से ओतप्रोत देश प्रेम की कविताओं से स्रोताओं में देशभक्ति का जोश भी भरा। तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित उपासना सेमवाल ने बेटी बचाओ बेटी पढाओं का संदेश देती कविता ‘‘बेटी बिरणी बणाई किले….,’’ वर्तमान परिदृश्य में सोशल मीडिया पर इंगित कविता ‘‘फेसबुक कू रोग…संगति मचि हाय हाय, जब बिटिन यू फेसबुक आई’’ तथा पलायन पर व्यंगात्मक कविता ‘‘नकली जन्म पत्री….’’ पर लोगों की खूब तालियां बोटोरी। 

वही तीसरे दिन सायं को प्रसिद्व जागर गायिका बंसती बिष्ट के जागरों ने भी मेले में खूब समा बांधा। उन्होंने गढवाली व कुमांऊनी बोली के पौराणिक जागर गीतों की एक से बढकर एक प्रस्तुति दी। जागर गीत ‘‘ऊंचि ऊंचि डांडियों में हे कुहेडी ना लगे तू………मेरी झांवरी बाजि झमा झम…….के साथ ही देव स्तुति पर आधारित कई पौराणिक जागरों की प्रस्तुति देकर लोगों भाव विभोर कर दिया। बंसती बिष्ट के जागरों को सुनने के लिए दूर दराज से लोग मेले में पहुॅचे थे।  इस दौरान मंच का संचालन राकेश कुमार पल्लव, योगेश धसमाना तथा सानिया अजीज द्वारा किया गया। सभी कलाकारों को मेला समिति की ओर से प्रतीक चिन्ह व शाॅल भेंट कर सम्मानित भी किया गया।

www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Haridwar ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR 9412932030

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