UTTRAKHAND; मुख्यमंत्री किस विधानसभा से चुनाव लडेगे? & लगातार चुनाव जीतने वाले विधायक भी इस बार खाली हाथ

23 MARCH 2022 (Himalayauk Bureau) देहरादून के परेड ग्राउंड में पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्हें राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (रि) ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. विधानसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी को खटीमा सीट से हार मिली है. हार के बावजूद बीजेपी ने उनपर भरोसा जताया है. पुष्कर सिंह धामी को अब 6 महीने के भीतर जीत हासिल करके विधानसभा का सदस्य बनना होगा. रितु खंडूरी के रूप में पहली महिला स्पीकर मिली है। इस बार के विधानसभा चुनाव में कोटद्वार के दिग्गज कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह नेगी को हराकर विधायक बनी रितु खंडूरी ने कई मिथक तोड़े हैं। प्रधानमंत्री मोदी 2:40 के करीब एमआई-17 हेलीकॉप्टर से परेड ग्राउंड में उतरें। 

उत्तराखंड मंत्रिमंडल में लगातार विधानसभा चुनाव जीतने वाले विधायक भी इस बार खाली हाथ रह गए, मदन कौशिक बिशन सिंह चुफाल , बंशीधर भगत अरविंद पांडेय लालकुआ से हरीश रावत को चुनाव हराने वाले मोहन सिंह बिष्ट, प्रीतम सिंह पंवार, मुन्ना सिंह चौहान, विनोद चमोली, उमेश शर्मा काउ, खजान दास, दिलीप सिंह रावत कैलाश गहतोडी, दीवान सिंह बिष्ट को भी तवज्जो नही मिली

Report by: Chandra Shekhar Joshi- Editor; www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Print Media) Publish at Dehradun & Haridwar Mail; csjoshi_editor@yahoo.in & himalyauk@gmail.com Mob. 9412932030

 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अगले 6 महीने के अंदर उन्हें विधानसभा का सदस्य बनना होगा. क्यों कि धामी को इस विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है. अब उनके पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट या चम्पावत सीट से उपचुनाव लड़ने की चर्चा है. ये भी कहा जा रहा है कि कपकोट और लालकुआं सीटों से भी चुनाव लड़ सकते हैं.

 शपथ का कार्यक्रम ढाई बजे शुरू होगा। प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 2.10 बजे परेड मैदान में बनाए गए हेलीपैड पर पहुंचेंगे। कार्यक्रम दोपहर ढाई बजे शुरू होगा।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे। इससे पहले, प्रदेश को रितु खंडूरी के रूप में पहली महिला स्पीकर मिली है। 

पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री रहे हैं. उन्होंने पिछले साल 45 साल की उम्र में सत्ता संभाली थी. सीएम धामी को महाराष्ट्र के राज्यपाल और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के शिष्य के रूप में माना जाता है. वह उनके विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) और सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके हैं.

इस दौरान मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे. शपथ लेने के तुरंत बाद पुष्कर धामी पीएम मोदी का आशीर्वाद लेने उनके पास पहुंचे. धामी राज्य के 12वें मुख्यमंत्री बने हैं. 

पुष्कर सिंह धामी के बाद सतपाल महाराज ने मंत्री पद की शपथ ली. सतपाल के अलावा धन सिंह रावत, गणेश जोशी, रेखा आर्य, सुबोध उनियाल, सौरव बहुगुणा, प्रेमचंद अग्रवाल और चंदन राम दास को भी राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (रि) ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मंच पर पहुंच गए हैं। नितिन गडकरी, मीनाक्षी लेखी, विजय बहुगुणा, रमेश पोखरियाल निशंक, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा भी मौजूद हैं। .

पुष्कर सिंह धामी लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं. वह सूबे के 12वें सीएम हैं. इससे पहले जुलाई 2021 में तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी को राज्य की कमान सौंपी थी. सोमवार शाम बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सह पर्यवेक्षक और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की मौजूदगी में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी को सर्वसम्मति से उसका नेता चुना गया था. 

पुष्‍कर सिंह धामीप्रोफाइलजन्‍म तिथि- 16 सितंबर 1975 जन्म स्थान- कनालीछीना, जिला पिथौरागढ़, उत्तराखंड कर्म स्थान- खटीमा, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड शैक्षणिक योग्यता- स्नातकोत्तर (मानव संसाधन प्रबंधन एवं औद्योगिक संबध), एलएलबी  सामाजिक जीवनराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रशिक्षित स्वयंसेवक , संघ आयु- 33 वर्ष

पुष्कर सिंह धामी ने 1990 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और दो बार भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे. उन्होंने स्थानीय युवाओं के लिए उद्योगों में नौकरियों के आरक्षण के लिए अभियान चलाया.

पुष्कर सिंह धामी के पिता सेना में सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए. उनका जन्म पिथौरागढ़ के टुंडी गांव में हुआ था, धामी का परिवार अपने पैतृक गांव हरखोला से वहां शिफ्ट हो गया था. पुष्कर सिंह धामी जब क्लास 5 में थे तब वे खटीमा चले गए, जो बाद में धामी की ‘कर्मभूमि’ बन गई. उन्होंने वहां से दो बार विधानसभा चुनाव जीता. उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और उनके पास कानून की डिग्री भी है.

पुष्कर सिंह धामी के साथ जिन मंत्रियों ने शपथ ली, उनमें गणेश जोशी, रेखा आर्य, सुबोध उनियाल, प्रेमचंद अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा, सतपाल महाराज, धन सिंह रावत और चंदन रामदास शामिल हैं. उत्तराखंड की नई कैबिनेट में सभी कैबिनेट मंत्री ही होंगे. कोई राज्यमंत्री नहीं होगा. 

पुष्कर सिंह धामी लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं. वह सूबे के 12वें सीएम हैं. इससे पहले जुलाई 2021 में तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी को राज्य की कमान सौंपी थी. सोमवार शाम बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सह पर्यवेक्षक और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की मौजूदगी में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी को सर्वसम्मति से उसका नेता चुना गया था

विधानसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी को खटीमा सीट से हार मिली है. हार के बावजूद बीजेपी ने उनपर भरोसा जताया है. पुष्कर सिंह धामी को अब 6 महीने के भीतर जीत हासिल करके विधानसभा का सदस्य बनना होगा.

चुनाव से 8 महीने पहले जब पुष्कर सिंह धामी को कमान मिली तब बीजेपी उत्तराखंड में दो मुख्यमंत्री बदलने के लिए आलोचना झेल रही थी. पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के विवादास्पद बयान भी पार्टी के लिए मुश्किलें पैदा कर रहे थे. ऐसे में पुष्कर सिंह धामी ने विवादित बयानों से बचते हुए जनता के बीच बीजेपी के कामों को ज्यादा से ज्यादा पहुंचाया. 

कोविड के चलते पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था, तीर्थ पुरोहितों का चारधाम बोर्ड को लेकर आंदोलन और कोविड फर्जी जांच घोटाला जैसी चुनौतियां भी उनके सामने थीं. उन्होंने कई आर्थिक पैकेजों की घोषणा और चारधाम बोर्ड भंग कर जीत हासिल की और ऐन विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष के हाथ से मुददे छीन लिए. युवा नेता होने के साथ-साथ साफ छवि का फायदा भी उन्हें मिला. 

धामी पहाड़ी क्षेत्र के ठाकुर समुदाय से आते हैं. चुनावों से पहले सीएम बनाकर बीजेपी ने उन्हें सीएम बनाकर पहले जाति और फिर क्षेत्रीय समीकरणों को संतुलित करने की कोशिश की. उत्तराखंड में वोट तीन कारकों पर विभाजित होते हैं- कुमाऊं बनाम गढ़वाल क्षेत्र, ठाकुर बनाम ब्राह्मण, और पहाड़ी बनाम मैदान. ऐसे में बीजेपी को परफेक्ट चॉइस के तौर पर पुष्कर सिंह धामी ही नजर आए. 

पुष्कर सिंह धामी —16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ़ जिले के टुंडी गांव के राजपूत परिवार में धामी का जन्म हुआ था. उनके पिता आर्मी से रिटायर्ड सूबेदार थे.  उन्होंने ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट एंड इंडस्ट्रियल रिलेशन्स में लखनऊ यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने एलएलबी की.  साल 2001 में जब भगत सिंह कोश्यारी मुख्यमंत्री थे, तब धामी उनके सलाहकार थे. 

उन्होंने आरएसएस और उससे जुड़ी संस्थाओं के साथ 33 साल तक काम किया. उनकी पॉलिटिकल यात्रा उत्तर प्रदेश से शुरू हुई, जहां उन्होंने बतौर एबीवीपी सदस्य अवध प्रांत में एक दशक तक काम किया. साल 2008 तक वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी थे. साल 2012 में वह खटीमा से विधायक चुने गए. 2017 में भी उन्होंने इसी सीट से जीत हासिल की. 

पुष्कर सिंह धामी के बाद सतपाल महाराज ने शपथ ली. इससे पहले भी वो बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. उन्हें फिर से धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. सतपाल महाराज चौबट्टाखाल से विधायक है और उत्तराखंड के बड़े नेता माने जाते हैं.

सतपाल महाराज के बाद प्रेमचंद अग्रवाल ने मंत्री पद की शपथ ली. प्रेमचंद अग्रवाल ने संस्कृत भाषा में शपथ ग्रहण की. प्रेमचंद 4 बार विधायक रहे हैं इसके अलावा वो पिछली सरकार में स्पीकर भी रहे हैं.  प्रेम चंद अग्रवाल ने संस्कृत में शपथ ली। इस दौरान संतों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया।

गणेश जोशी ने भी मंत्रीपद की शपथ ली. गणेश जोशी मसूरी से विधायक बने हैं और चार बार विधायक रहे हैं.

धामी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाला एक नाम सुबोध उनियाल का भी है. वो पिछली सरकार में भी कृषि मंत्री रहे हैं.

रेखा आर्या के बाद बागेश्वर सीट से विधायक चंदन राम दास ने शपथ ग्रहण की. रेखा आर्य आज फिर परंपरागत परिधान में पहुंची ।  चंदन राम दास आरक्षित सीट से लगातार चौथी बार जीत धामी के मंत्रिमंडल में एक और युवा चेहरे सौरव बहुगुणा को इस बार मौका दिया गया है.

सौरव, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे और हेमवती नंदन बहुगुणा के पोते हैं. उन्होंने सितारगंज सीट से जीत हासिल की है.कर आए हैं.

भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी की बेटी रितु खंडूरी को विधानसभा स्पीकर बनाए जाने का यह बड़ा फैसला लिया है। उत्तराखंड में भाजपा ने यह नया इतिहास लिखा है। रितु कोटद्वार से विधायक चुनकर आई हैं। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कोटद्वार से उनकी यह जीत कई मायनों में खास रही है। कोटद्वार सीट से चुनाव जीतकर उन्होंने अपने पिता की हार का बदला लिया था। अब इसके साथ ही अब पहली महिला स्पीकर का बनकर इतिहास रच रही हैं।

रितु खंडूरी भूषण का जन्म नैनीताल में 29 जनवरी 1965 को एक फौजी परिवार में हुआ। मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के राधाबल्लभ पुरम गांव निवासी उनके पिता मेजर जनरल (रिटा.) भुवन चंद्र खंडूरी तब एक फौजी ऑफिसर थे। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीतकर वाजपेयी सरकार में मंत्री भी बने।

सीएम पुष्‍कर सिंह धामी ने कहा कल 24 मार्च को हमारी पहली कैबिनेट बैठक होगी। आगामी दशक उत्तराखंड का होगा और हम ऐसा करने के लिए दृढ़ हैं। हम अपने राज्य के विकास के लिए आज से काम करना शुरू कर देंगे।

चिदानंद मुनि, आचार्य बालकृष्ण, शंकराचार्य सहित तमाम संत भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद हैं। देहरादून के परेड मैदान में मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण समारोह के दौरान संत समाज के लोग भी पहुंचने शुरू हो गए। हरीधाम सनातन सेवा ट्रस्ट हरिद्वार हरिराम साईं ट्रस्ट दिल्ली भारतीय योग संस्थान सोसायटी हरिद्वार के आनंद पीठाधीश्वर आनंद विभूषित आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी व साधु संत पहुंचे।

उत्‍तराखंड राज्‍य को बने 21 साल पूरे हो चुके हैं। उत्‍तराखंड नौ नवंबर साल 2000 में अलग राज्‍य के रूप में अस्तित्‍व में आया था। तब से अब तक राज्‍य को 11 मुख्‍यमंत्री मिल चुके हैं।

खरमास 15 मार्च 2022 से शुरू हो गये और 14 अप्रैल 2022 को खत्म होगा. इस दौरान किसी भी तरह का शुभ काम नहीं किया जाता है

खरमास 15 मार्च 2022 से शुरू हो गये और 14 अप्रैल 2022 को खत्म होगा. इस दौरान किसी भी तरह का शुभ काम नहीं किया जाता है. 23 मार्च 2022 को पंचांग के अनुसार अनुराधा नक्षत्र है. जो शाम 6 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. पंचांग के अनुसार 23 मार्च बुधवार को राहुकाल दोपहर 12 बजकर 28 मिनट से दोपहर 1 बजकर 59 मिनट तक रहेगा. 23 मार्च 2022 बुधवार का दिन विशेष है. पंचांग के अनुसार चंद्रमा आज वृश्चिक राशि में   चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की षष्ठी की तिथि है. जो प्रात: 6 बजकर 26 मिनट तक रहेगी. 23 मार्च 2022 को पंचांग के अनुसार अनुराधा नक्षत्र है. जो शाम 6 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. विक्रमी संवत्: 2078  मास पूर्णिमांत: चैत्र  पक्ष: कृष्ण

दिन: बुधवार  ऋतु: वसंत  तिथि: षष्ठी – 26:18:34 तक नक्षत्र: अनुराधा – 18:53:03 तक  करण: गर – 15:21:34 तक, वणिज – 26:18:34 तक योग: वज्र – 10:18:55 तक  सूर्योदय: 06:22:21 AM  सूर्यास्त: 18:33:50 PM चन्द्रमा: वृश्चिक राशि  राहुकाल: 12:28:06 से 13:59:32 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)  शुभ मुहूर्त का समय, अभिजीत मुहूर्त -कोई नहीं  दिशा शूल: उत्तर अशुभ मुहूर्त का समयदुष्टमुहूर्त: 12:03:43 से 12:52:29 तक कुलिक: 12:03:43 से 12:52:29 तक कंटक: 16:56:19 से 17:45:05 तक कालवेला / अर्द्धयाम: 07:11:07 से 07:59:53 तक यमघण्ट: 08:48:39 से 09:37:25 तक यमगण्ड: 07:53:48 से 09:25:14 तक गुलिक काल: 10:56:40 से 12:28:06 तक

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