बच्चों के खिलौने अब केवल खिलौने नहीं

kids-indiaबच्चों के लिए खिलौना निर्माण से जुङे लोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास – किड्स इंडिया बिजनेश एग्जीबिशन में 10 देशों की150 से अधिक कंपनियों के 350 से अधिक उत्पादों को देखने समझने का मौका मिलेगा।

Shashidhar Shukla <shukla.shashidhar@gmail.com> Report:  www.himalayauyk.org (Leading Digital Newsportal) 

किड्स इंडिया : खिलौना उद्योग की सबसे बङी बिजनस-टू-बिजनश एग्जिबिशन 15 सितंबर से मुंबई में नई दिल्ली – बच्चों के खिलौने अब केवल खिलौने नहीं रह गए हैं। मौजूदा समय में खिलौना कारोबार दुनिया के तमाम देशों के उद्योग क्षेत्र में अपनी खास भूमिका निभाता है। बच्चों के लिए बनने वाले उत्पादों और उनके निर्माण, वितरण व कच्चा माल उपलब्ध कराने वाले देश-विदेश के कारोबारियों को एक मंच पर लाने के लिए बीते तीन वर्ष से मुंबई में किड्स इंडिया बिजनेश टू बिजनेश फेयर का आयोजन किया जाता है।

इसी कङी को आगे बढाते हुए आयोजकों ने इस बार भी चौथे तीन दिवसीय किड्स इंडिया : खिलौना उद्योग बिजनस-टू-बिजनश एग्जिबिशन को 15 से 17 सितंबर तक मुंबई में आयोजित करने की घोषणा की है।दिल्ली में आयोजित प्रकार सम्मेलन के दौरान किड्स इंडिया बिजनस-टू-बिजनश एग्जिबिशन के बारे में जानकारी देते हुए द आल इंडिया टॉय मैनिफैक्चरिंग एसोशिएशन के अध्यक्ष विवेक जंगानी ने बताया कि 15 से 17 सितंबर तक मुंबई के बॉम्बे कॉनवेंशन एण्ड एग्जिबिशन सेंटर के हॉल न. 5 व 6 में आयोजित की जाएगी। यहां 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए प्रवेश नहीं होगा।

किड्स इंडिया बिजनस-टू-बिजनश एग्जिबिशन देश की सबसे बङी बिजनश एग्जिबिशन है जो देश-विदेश के बच्चों के लिए खिलौना निर्माण से जुङे लोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास करती है। एग्जिबिशन में देश-विदेश से हजारों खिलौना कारोबारी शामिल होते हैं जो बच्चों के लिए श्रेष्ठ खिलौना उत्पाद तैयार करते हैं। दुनिया के की देशों की विख्यात कंपनिया एग्जिबिशन के माध्यम से बाजार में आने वाले नए खिलौना उत्पादों की जानकारी देती है। इसके अलावा कारोबारी व्यापार से जुङी अपनी-अपनी जानकारियों को एक दूसरे के साथ साझा करते हैं। एग्जिबिशन में खिलौना कारोबार से जुङने वाले नए युवा कारोबारियों की संख्या भी अधिक रहती है। क्योंकि उन्हें यहां खिलौना व्यापार से जुङने के लिए तमाम जानकारियों व बारीकियों का एक ही स्थान पर समाधान मिलता है। कारोबारियों के लिए यहां निःशुल्क प्रवेश रहेगा। इस बार हॉल न. 6 में वर्ल्ड ऑफ टॉय नाम से खास प्वेलियन होगा, वहीं बैक टू स्कूल के लिए भी विशष स्थान हैं जहां स्टेशनरी संबंधि आईटम होंगी। व्यापारियों की बिजनेश मीटिंग के लिए खास इंतजाम रहेंगे।

आयोजकों ने उम्मीद जताई है कि 15 सितंबर से शुरू होने वाली किड्स इंडिया बिजनेश एग्जीबिशन में 10 देशों की150 से अधिक कंपनियों के 350 से अधिक उत्पादों को देखने समझने का मौका मिलेगा।पत्रकार सम्मेलन के दौरान स्पाईलवरनमिसी(Spielwarenmesse) की प्रबंध निदेशक (Katharina Janotta) कटहॉरियन जनॉटा ने किड्स इंडिया आयोजन में शामिल होने की खुशी जाहिर करते हुए बताया कि इस प्रकार की एग्जिबिजशन से खिलौना कारोबार को मजबूती मिलेगी। व्यापार के लिए नए रास्ते खुलेंगे। इसके अलावा कारोबारियों को अपनेउत्पादों को बेचने के लिए एक-दूसरे देशों के बाजारों की भी जानकारी मिलती है।स्पोर्ट्स गुड्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के कार्यकारी निदेशक तरुण दीवान ने बताया कि मौजूदा समय में दुनिया के 75 प्रतिशत खिलौना कारोबार पर चीन का कब्जा है। यह सभी देशों के लिए चुनौती है कि वो अपने देश के खिलौना कारोबार को कैसे आगे बढाए। दीवान ने बताया कि इन दिनों पारंपरिक खिलौनों की बजाय आधुनिक खिलौनों का बोलबाला है। जिसमें खेल, साईंस, रोबॉट, बच्चों की फिल्मी अधारित पात्रों जैसे छोटा भीम आदि के पात्रों के खिलौने बाजर में हैं, जो बच्चों द्वारा पंसद कि जाते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *