Law of attraction- जब हमारे विचार ब्रह्मांड की ऊर्जा से मिलते हैं तो विचारों को सार्थक रूप मिल जाता है & ब्रह्म मुहूर्त में 3 शब्दों का उच्चारण

What Is the Law of Attraction?  Religious Belief You can apply the Law of Attraction for love, money and more. Learn what it is, how to use it, and how to master the Law of Attraction.

रात्रि के अंतिम प्रहर के बाद और सूर्योदय से ठीक पहले का जो समय होता है उसे ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। यानी सुब‍ह के 4 बजे से लेकर 5:30 बजे तक का जो समय होता है उसे ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है।

By Chandra Shekhar Joshi Editor www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Print Media) Publish at Dehradun & Haridwar. Mail; csjoshi_editor@yahoo.in & himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030

ब्रह्म मुहूर्त में इस वक्त 3 शब्दों का उच्चारण कर दो।जो आपकी इच्छा होगी पूरी हो जाएगी। बिस्तर पर सोते नींद आने के कुछ समय पहले यह बोले इस वक्त आपकी नींद खुलती है 3 शब्दों का उच्चारण करें नींद खुलते ही बिस्तर छोड़ दें और 3 शब्द बोले आपकी हर मनोकामना पूरी होगी महाभारत ग्रंथ में भी लिखा हुआ है हर जगह पर की चीज साबित की गई है ब्रह्म मुहूर्त में आप कोई भी सच्चे दिल से मांगते हो तो वह आपको मिल जाता है पर आप मांगना क्या है वह किस तरह मांगना है  बड़ी परेशानी में हो तो यह तीन शब्दों को शरण करें नीद खुलते ही बिस्तर छोड़ दें और 3 शब्द बोले आपकी हर मनोकामना पूरी होगी

सिर्फ एक बार यह शब्द बोल करके पानी पी लीजिए,रोजाना कहीं ना कहीं से जबरदस्त धन आता ही रहेगा…

सभी धर्मों में सुबह जल्दी उठने को कहा जाता है। हिंदू धर्म में सभी महत्वपूर्ण कार्याें और बड़ी वस्तुओं को मुहूर्त के समय खरीदना शुभ माना जाता है। इस प्रकार पुराणों व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक दिन में पूरे 30 मुहूर्त आते हैं। सूर्योदय होने से पहले ब्रह्म मुहूर्त आता है जिसे नींद त्याग करके ज्ञान को प्राप्त करने के लिए बहुत शुभ समय माना जाता है। रात्रि के चौथे प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। सूर्योदय से पहले ब्रह्म मुहूर्त और विष्णु मुहूर्त आते हैं जिसमें प्राचीन काल से ब्रह्म मुहूर्त में सुबह उठकर ऋषि मुनि अपने दिन की शुरुआत करते आ रहे हैं। 

स्वामी विवेकानंद ने भी कहा हैं – “हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया हैं ।” इसलिए हमेशा आप जो भी सोचते है उस पर ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते हैं ? और क्यों सोचते है ? शब्द गौण हैं, विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं।”

चौबीस घंटे के 30वें भाग अर्थात रात्रि के अंतिम प्रहर के समाप्त हो जाने के बाद ही ब्रह्म मुहूर्त आरंभ हो जाता है। यह कालखंड मुहूर्त 48 मिनट या दो घंटे समय तक का हो सकता है। प्राचीन काल में सूर्योदय के आधार पर दिनों की गणना की जाती थी। इसलिए वर्तमान समय के हिसाब से अधिकतर त्योहारों के समय काल की अवधि त्योहार की तारीख से पहले ही आरंभ हो जाती है। इसी प्रकार वर्तमान समय के आधार पर ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह के 4 बजकर 24 मिनट पर आरंभ हो जाता है और 5 बजकर 12 मिनट पर समाप्त हो जाता है। इस मुहूर्त में यदि कोई सोता है तो उसके द्वारा किए गए पुण्यों का नाश होता रहता है। 

ये Law of attraction है क्या? तथा आकर्षण का सिद्धांत कैसे काम करता है?

तो, आकर्षण का सिद्धांत ब्रह्मांड की वह चुंबकीय शक्ति है जो व्यक्ति के विचारों और भावों से मिश्रित होकर निकलती है। गुरुत्वाकर्षण का नियम भी आकर्षण के नियम का ही एक हिस्सा है। आपका मन इस दुनिया का सबसे चुंबकीय ताकत है। यदि आपके मन की गहराइयों में कहीं कुछ ठीक नहीं लग रहा है तो वह बिल्कुल वैसा ही होगा। जैसा हमारा अंतर्मन विश्वास करता है वह वैसी ही परिस्थितियां या चीजें आकर्षित करता है। आप जिन बातों को सच होते हुए देखना चाहते हैं  ब्रह्मांड [ Universe] से उसकी मांग [Demand] करें। आप इतिहास के पन्नों में झाँकेंगे तो पाएंगे कि हमारे ऋषि मुनि सदियों से इसका प्रयोग करते आए हैं। फिर भी, आकर्षण के सिद्धांतों का उल्लेख सबसे पहले 1877 में लेखिका हेलेना ब्लावात्स्की द्वारा एक पुस्तक में किया गया था। 1886 में, लेखक प्रेंटिस मूलफोर्ड ने पहली बार आकर्षण के नियमों के सिद्धांतों को स्पष्ट किया।  कहते हैं लिखे हुए शब्दों में जान होती है।  कैलिफोर्निया यूनिवरसिटी के मगेल मैथ्यू द्वारा किए गए संशोधन से पता चला था कि जिन लोगों ने अपने लक्ष्यों को कागज़ पर लिखा था वे दूसरे लोगों से [जिनका लक्ष्य सिर्फ उनके मस्तिष्क में था] से 33% अधिक सफल थे। जब हम अपने लक्ष्य को किसी डायरी में या कागज़ पर लिखते हैं, तो वह हमारे अवचेतन मन पर भी छाप छोड़ता है।

हालांकि, कई विद्वानों, मनोवैज्ञानिकों और अध्यात्म गुरुओं का मानना ​​है कि यह दुनिया के शुरू होने के साथ से ही अस्तित्व में है।

यदि सबूत की तलाश में आप सभी धर्म ग्रंथों या इतिहास का गहराई से अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि सभी महान राजाओं ने, संतों ने या धर्म गुरुओं ने आकर्षण के नियम [Law of attraction] को अपने जीवन में प्रयोग करके अपने लक्ष्य को हासिल किया था। यह विचार इसलिए भी सत्य है क्योंकि आप इतिहास, पुस्तकों या फिलॉसफर की बातों पर यकीन ना करके यदि स्वयं के ही जीवन में थोड़ी गहराई से देखेंगे तो, आपको यह जानकर आश्चर्य कि आपने भी इस नियम का प्रयोग अपने जीवन में किया है। अंतर बस इतना है कि आपको पता ही नहीं था कि ये प्रकृति का एक नियम है और इसे जीवन के हर क्षेत्र में प्रयोग करके बेहतर जीवन जिया जा सकता है। उदाहऱण स्वरूप आपके ही जीवन की घटना देख लेते हैं। क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ कि आपने किसी मित्र, सहपाठी, या विदेश में रह रहे रिश्तेदार को बहुत शिद्दत से याद किया और उनका फोन आ गया आपको?Law of Attraction in Hindi- या फिर, आपने किसी को फोन किया और सामने वाले ने आपको बताया कि वह आपको ही याद कर रहा था? मुझे उम्मीद है आपका उत्तर हां ही होगा।

ऐसा क्यों हुआ? क्योंकि आपके और सामने वाले के विचारों की फ्रीक्वेंसी एक दूसरे से मिली और किसी एक ने फोन किया। जब हमारे विचार ब्रह्मांड की ऊर्जा से मिलते हैं तो वह आपके विचारों को सार्थक रूप मिल जाता है।

बाज़ार में बहुत सारी पुस्तकें हैं जो आकर्षण के नियम (Law of attraction) विषय पर लिखी गई हैं। लेकिन जो सबसे प्रचलित पुस्तक है, वह है रहस्य [The Secret]। इस पुस्तक की लेखिका ने दुनिया के महान लोगों से मुलाकात की और उनके अनुभवों के आधार पर [आकर्षण का नियम] बहुत ही सरल तरीके से तथा विस्तार में लिखा है।

रहस्य [The Secret] नाम की इनकी मूवी भी है जिसे आप यूट्यूब पर देख सकते हैं। जैसे रेडियो की फ्रीक्वेंसी सही चैनल पर जाते ही उसकी आवाज़ साफ़ सुनाई देने लगती है वैसे ही यदि हमारे विचार और भावनाओं की फ्रीक्वेंसी मिल गई तो आपका वह विचार आपका जीवन बदल सकता है। इन दोनों फ्रीक्वेंसी को मिलाने के लिए आपको इन विचारों को अपने मन में दोहराते रहना चाहिए। सिर्फ विचारों को मन में दोहराने की ही नहीं बल्कि उसे महसूस करने की कोशिश कीजिए कि जब आपका वह विचार सच हो जाएगा तो आप कैसा महसूस करेंगे।

Law of Attraction Definition- आपके प्रत्येक विचार से एक ऊर्जा प्रवाहित होती है जो ब्रह्मांड में फैली हुई वैश्विक ऊर्जा से मिलती है। जब दोनों फ्रीक्वेंसी आपस में मिलती हैं तो आपका विचार आपके सामने सत्य बनकर आ जाता है। यह आकर्षण का नियम आपके जीवन में हर उस व्यक्ति, घटनाओं, परिस्थितियों तथा सफलता को प्रत्यक्ष करता है जिसके बारे में आप हमेशा सोचते रहते हैं और आपको विश्वास भी है कि ऐसा ही होगा। आकर्षण का नियम यह हमारे विश्वास और हमारी मानसिक धारणाओं का संग्रह है। इसके आधार पर ही आप अपने जीवन में जो चाहते हैं, उसे अधिक आकर्षित कर सकते हैं। जो लोग आकर्षण के नियम में विश्वास करते हैं, वे लोग अपने जीवन में अत्यधिक केन्द्रित रहते हैं। क्योंकि उन्हें पता होता है कि उनके एक-एक विचार उनका भविष्य बना रहे हैं।
हालांकि कुछ लोग इस बात से सहमत नहीं होते हैं। लेकिन आकर्षण के नियम का सिद्धांत ही यही है कि जो इसमें जितना विश्वास रखता है यह उसके लिए इतना अधिक काम करता है।

जीवन में कुछ भी इत्तफ़ाक़ नहीं होता, हर छोटी-छोटी चीज़ एक दूसरे से जुड़ी हुई है। जिस प्रकार की ऊर्जा आप बाहर छोड़ेंगे, वही आपके पास वापस लौटेगी। आकर्षण का नियम न्यू थॉट आध्यात्मिक विश्वास है कि सकारात्मक या नकारात्मक विचार व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक या नकारात्मक अनुभव लाते हैं।  आकर्षण के नियम (Law of Attraction) के अनुसार आप अपने जीवन में पॉज़िटिव (positive) और निगेटिव (negative) चीज़ों को अपने विचारों और कर्मों से अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं। यह इस सिद्धान्त पर आधारित है कि सब कुछ ऊर्जा से निर्मित है, इसलिए जिस प्रकार की ऊर्जा आप बाहर छोड़ेंगे, वही आपके पास वापस लौटेगी। आकर्षण के नियम के द्वारा अपनी मनोकामना को कैसे पूर्ण करे! यानी आकर्षण के कुछ नियम होते है, जिसका उपयोग करके आप अपने सपनो को पूरा कर सकते है…

Law of Attraction in Hindi (आकर्षण के नियम ) के अनुसार आप जो भी सोचते है, जो इमेज आपके दिमाग मे चलते रहते है , चाहे वो पॉज़िटिव (positive) हो या निगेटिव (negative) आप उसे अपने विचार और अपने कर्मों के अनुसार अपनी लाइफ मे अट्रैक्ट करने लगते है । यानी आप जो हमेशा सोचते है वो सच हो जाता है ।

ये एक सार्वभौमिक सत्य है। यानि हम अपनी सोच के दम पर जो चाहे वो बन सकते है । और ये कोई नयी खोज नहीं है भगवान बुद्ध ने भी कहा है- “हम जो भी हैं वो हमने आज तक क्या सोचा हैं इस बात का परिणाम हैं।”

स्वामी विवेकानंद ने भी यही कहा हैं – “हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया हैं ।” इसलिए हमेशा आप जो भी सोचते है उस पर ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते हैं ? और क्यों सोचते है ? शब्द गौण हैं, विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं।”

यानि Law of Attraction पूरी तरह से हमारे विचारों से संबंधित है । आकर्षण के इस नियम के मुताबिक हमारे विचारों मे आपार शक्ति है । हम अपने विचारों के अनुसार अपनी पूरी जिंदगी को बदल सकते है । यदि हम लगातार किसी चीज के विषय मे सोचते रहे तो कुछ समय बाद वो सच बनकर हमारे जीवन मे प्रगट हो जाता है ।

इस नियम के मुताबिक यूनिवर्स को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता की हम क्या सोच रहे है और उससे हमे फायदा होगा या नुकसान वो सिर्फ हमारे विचारों की वाइब्रेशन को समझता है और हमारे विचारों की वाइब्रेशन के अनुसार ही हमारे जीवन मे हर चीजों को भेजता है ।

Law of Attraction के अनुसार हमारे आसपास जो भी चीजे है वो सभ कुछ एक एनर्जी है । हर एनर्जी की एक वाइब्रेशन होती है । हमारे विचारों की भी एक वाइब्रेशन होती है । जब हमारे मन मे कोई विचार आता है तो वह यूनिवर्स मे एक सिग्नल की तरह जाता है और वह अपने जैसे सेम चीजों को हमारे जीवन मे आकर्षित करता है ।

आकर्षण के नियमको आप माने या न माने परंतु ये प्रत्येक जगह काम करता है, ये आपके कर्मों और विचारों के अनुसार आपके सम्पूर्ण जीवन को नियंत्रित करता है । इसे कोई फर्क नहीं पड़ता की आप कौन है और कहाँ से है 

ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार आप गुरुत्वाकर्षण के नियम को माने या न माने परंतु ये हर हाल मे हर जगह काम करता है । आप कोई भी चीज कितनी भी ताकत के साथ आसमान मे फ़ेके धरती उसे अपनी ओर आकर्षित कर ही लेती है ।

Law of Attraction कहता है की यदि आप किसी निगेटिव चीजों के विषय मे लगातार सोचते है तो आप चाहे या न चाहे परंतु आपके साथ हर हाल मे बुरा ही होगा । जैसे यदि आप सोच रहे है की मेरे पास पैसा नहीं है तो आप दिन प्रतिदिन गरीब होते जाएंगे । क्योंकि यूनिवर्स समझेगा की आपको पैसा की कमी चाहिए ।

अगर आप Law of Attraction को नहीं भी माने तो विज्ञान के अनुसार भी जब आप किसी निगेटिव चीजों के विषय मे लगातार सोचते है तो आप का दिमाग उस बुरे हालात से बाहर निकलने का उपाय सोच ही नहीं सकता , और इस तरह आपका हालात दिन प्रतिदिन और बुरा होते जाएगा ।

जबकि यदि आप किसी पॉजिटिव चीजों के विषय मे लगातार सोचते है तो आपका आने वाला कल खुशियों से भर जाएगा । क्योंकि यूनिवर्स आपके विचरो के वाइब्रेशन के अनुसार चीजों को आपके जीवन मे भेजना शुरू कर देगा ।

विज्ञान के अनुसार भी यदि हम इस बात को देखे तो जब हम किसी पॉजिटिव चीजों के विषय मे लगातार सोचते है तब हमारा दिमाग शांत होता है और वो हमे नया – नया आइडिया देता रहता है जिससे हम जल्द ही अपनी मंजिल को हासिल कर लेते हैं।

तो यदि आप जीवन में अधिक धन, सफलता, समृद्धि तथा अपनी मनचाही चीजें पाना चाहते हैं तो सकारात्मक सोच और अच्छे कर्मों के साथ विश्वास करे की ये नियम काम करता है और फिर आकर्षण के नियम (Law of attraction) को समझे । क्योंकि आकर्षण का नियम आपके लिए पूर्ण रूप से काम करे इसके लिए पहले इसपर विश्वास करना आवश्यक है ।

यकीन मानिए, यदि आपने पूरे विश्वास के साथ इसके बारे में जानकारी ली और इसे जीवन में उतारने की कोशिश की तो, आपके जीवन में हर वह चीज सार्थक होगी जिनके सपने आप अभी तक देखते आए हैं।


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