एक राजा, एक शहंशाह। शासकों का शासक, स्वामी का स्वामी … ; बयान पर -विशेषाधिकार हनन नोटिस

राहुल को घेरने के लिए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।  बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने गुरुवार को लोकसभा सचिवालय को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में बहस के दौरान अपनी टिप्पणी के माध्यम से सांसदों और देश को “उकसाने” के प्रयास के लिए एक विशेषाधिकार नोटिस सौंपा। . लोकसभा सचिवालय ने पुष्टि की कि उसे दुबे से नोटिस मिला है, लेकिन भविष्य की कार्रवाई पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से बहस के दौरान गांधी के भाषण से संबंधित हिस्से को हटाने का अनुरोध किया, यह दावा करते हुए कि ये “हमारे देश में अशांति पैदा करने की कोशिश है।”

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राहुल नेबुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा –  कांग्रेस ने 1947 में एक राजा (अंग्रेज) के विचार को तोड़ दिया था, लेकिन अब यह वापस आ गया है।

राहुल गांधी के भाषण को सोशल मीडिया पर दक्षिण भारत से लेकर उत्तर भारत की हस्तियां समर्थन कर रही हैं। इनमें कई कलाकार, लेखक, पत्रकार आदि भी हैं। तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने कहा कि राहुल गांधी ने तमिलनाडु के लोगों का दिल जीत लिया। बॉलीवुड एक्टर स्वरा भास्कर ने इसे सॉलिड स्पीच बताया।

नोटिस में कहा गया है, हर सांसद को संसद में बोलने और विभिन्न विषयों पर अपने विचार व्यक्त करने का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन शालीनता बनाए रखना भी प्रत्येक सदस्य के सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक है और ऐसा कुछ भी नहीं बोलना चाहिए जिससे उसकी गरिमा को ठेस पहुंचे।

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मीडिया से कहा, “अपने भाषण में, राहुल ने कहा है कि ‘भारत को राज्यों के संघ के रूप में वर्णित किया गया है और भारत को एक राष्ट्र के रूप में वर्णित नहीं किया गया है। उन्होंने इसे एक खोखली, निराधार और बचकानी भविष्यवाणी करने के साथ जोड़ा है कि तमिलनाडु के लोग, आदि कभी भी खुद को वर्तमान सरकार / पार्टी द्वारा शासित नहीं होने देंगे। राहुल गांधी के ये कथन लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से संसद के अन्य सदस्यों और हमारे ‘राष्ट्र’ के नागरिकों को ‘उकसाने’ का एक प्रयास है कि कोई भी राज्य आसानी से हमारे देश से अलग हो सकता है।

निशिकांत ने कहा – हमारे संविधान की प्रस्तावना में ‘रिपब्लिक’ शब्द का प्रयोग पहले ही सभी को स्पष्ट कर चुका है कि भारत हर तरह से एक ‘राष्ट्र’ है, लेकिन यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह साधारण तथ्य एक व्यक्ति द्वारा नहीं समझा जा रहा है। 

राहुल नेबुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में  कहा, सत्ताधारी सरकार ने दो भारत बनाए हैं – एक गरीबों के लिए और दूसरा अमीरों के लिए। राहुल ने भारत की विदेश नीति, रोजगार पर बोला। यह भी बताया कि चीन किस तरह खतरा है और कैसे मोदी सरकार की वजह से चीन और पाकिस्तान एक हो गए हैं।कई मंत्री मैदान मेंराहुल के खिलाफ मोदी सरकार के मंत्री मैदान में उतर आए हैं। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू तो इतने परेशान हैं कि उन्होंने कल रात से लेकर अब तक कई बार राहुल पर हमला बोला है।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लिखा है – 1963 में, पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सौंप दिया। पेइचिंग ने 1970 के दशक में पीओके के रास्ते काराकोरम हाईवे का निर्माण किया था। 1970 के दशक से, दोनों देशों के बीच घनिष्ठ परमाणु सहयोग भी था। 2013 में, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शुरू हुआ। तो, अपने आप से (राहुल गांधी) पूछें: क्या चीन और पाकिस्तान तब दूर थे?”

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने लिखा – सिर्फ भारत के कानून मंत्री के रूप में ही नहीं बल्कि एक सामान्य नागरिक के रूप में भी राहुल गांधी के उस बयान की निंदा करता हूं जिसमें राहुल ने चुनाव आयोग, न्यायपालिका की आलोचना की। ये हमारे लोकतंत्र के महत्वपूर्ण संस्थान हैं। राहुल गांधी को तुरंत लोगों, न्यायपालिका और चुनाव आयोग से माफी मांगनी चाहिए।

संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा –  राहुल गांधी भ्रमित और बिना दिमाग वाले नेता हैं।

असम के मुख्यमंत्री  ने कहा कि राहुल गांधी असम के नेताओं के सामने जो बिस्किट अपने डॉगी को खिलाते हैं, वही बिस्किट असम के नेताओं को भी खाने को देते हैं।

राहुल नेबुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा –

राहुल गांधी ने कहा कि भारत में दो भारत बसते हैं। एक वो हैं जहां अमीर रहते हैं। दूसरा वो है जहां न पानी है, न बिजली है, न खाना है। राष्ट्रपति का अभिभाषण उन चीजों की एक लंबी सूची थी जो सरकार करने का दावा करती है। इसकी कोई रणनीतिक दृष्टि नहीं थी। इसने हमारे देश के सामने मौजूद केंद्रीय चुनौतियों को नहीं छुआ।बिहार और इलाहाबाद में रोजगार मांग रहे युवकों के साथ जो हुआ वो सभी ने देखा। बेरोजगारी पर राष्ट्रपति ने कुछ नहीं बोला। देश का युवा इस सरकार से निराश है। 

कांग्रेस नेता ने आज लोकसभा में पेगासस का मुद्दा उठाया लेकिन बीजेपी सांसदों ने तेज शोर मचाकर उन्हें चुप कराने की कोशिश की। राहुल ने कहा कि सरकार को पेगासस जासूसी मामले में जवाब देना ही होगा।राहुल गांधी ने अडाणी और रिलायंस ग्रुप का नाम लेते हुए कहा कि मोदी सरकार ने सारा खजाना इनके लिए लुटा दिया। दोनों उद्योग समूहों ने इस देश के सारे संसाधनों पर कब्जा कर लिया। दस लोगों के हाथों में इस देश की 40 फीसदी दौलत है। इसकी वजह से असंगठित क्षेत्र को बर्बाद कर दिया गया।राहुल ने कहा कि जिस गरीब हिन्दुस्तान को बनाया जा रहा है, वो चुप नहीं बैठेगा। वो बोलेगा। सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी के जरिए छोटे और मझोले उद्योगों को तबाह कर दिया है। सरकार ने उस उद्योग का समर्थन नहीं किया जो भारत में विनिर्माण क्षेत्र को बनाए रखता है। छोटे और मझोले उद्योगों के बिना मेड इन इंडिया संभव नहीं है।

राहुल ने कहा कि दो दर्शन हैं। एक दृष्टि यह है कि – यह राज्यों का संघ है। यह एक साझेदारी है, साम्राज्य नहीं। आप (मोदी सरकार) कभी भी भारत के लोगों पर शासन नहीं कर पाएंगे। यह 3,000 वर्षों में कभी नहीं हो पाया है।

राहुल ने संसद में कहा –  तमिलनाडु के लोगों के पास तमिल भाषा का विचार है और भारत का भी विचार है। मैं समझता हूं कि केरल के लोगों की संस्कृति, गरिमा है। राजस्थान के लोगों की गरिमा है, जीवन जीने का एक तरीका है। यह हमारी ताकत है।

राहुल ने केंद्र सरकार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि – दूसरी दृष्टि एक छड़ी भारत पर राज कर रही है। एक केंद्रीकृत दृष्टि। 1947 में कांग्रेस ने राजा और साम्राज्यवाद के विचार को तोड़ा, लेकिन अब वह वापस आ गया है। तमाम संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं. आपके विजन में किसानों की आवाज नहीं है। ‘राजा’ किसी की नहीं सुन रहा है।

उन्होंने बिना नाम लिए कहा  कि एक खास संगठन ने भारत की संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। न्यायपालिका और चुनाव आयोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को नष्ट करने के साधन हैं।  वे हमारी भाषाओं और लोगों के बीच संबंधों को कमजोर कर रहे हैं। राहुल ने कहा कि भारत पूरी तरह से अलग-थलग और घिरा हुआ है। हमारे विरोधी हमारी स्थिति को समझते हैं। आप पाकिस्तान और चीन को साथ लाए हैं। चीनियों का एक बहुत स्पष्ट दृष्टिकोण है कि वे क्या करना चाहते हैं। भारत की विदेश नीति का एकमात्र सबसे बड़ा रणनीतिक लक्ष्य पाकिस्तान को चीन से दूर रखना रहा है। 

 राहुल ने कहा कि –  हमारे सामने जो ताकत है उसे कम मत समझो। चीन से ही भारत को असली खतरा है।

राहुल ने मोदी सरकार से आग्रहपूर्वक कहा कि केंद्र सरकार तमाम जनविरोधी नीतियों को रोक दे। उन्होंने कहा – “मेरे परदादा को 15 साल की जेल हुई थी। मेरी दादी को 32 बार गोली मारी गई थी। मेरे पिता पर हमला हुआ, वो शहीद हो गए। इसलिए मुझे पता है कि मैं किस बारे में बात कर रहा हूं। आप (केंद्र की मोदी सरकार) कुछ बहुत ही खतरनाक बात कर रहे हैं। मैं आपको रुकने की सलाह दे रहा हूं। नहीं रुके तो समस्या खड़ी कर देंगे। वो  समस्या पहले ही शुरू हो चुकी है।”

राहुल गांधी ने कहा-  मने 1947 में एक राजा के विचार को तोड़ दिया। अब एक राजा का विचार वापस आ गया है। एक राजा, एक शहंशाह। शासकों का शासक, स्वामी का स्वामी …।”

राहुल ने कहा, “अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण बिंदु। मेरी समझ यह है कि आरएसएस और बीजेपी हमारे देश की नींव के साथ खेल रहे हैं। वे देश के बीच की कड़ी को कमजोर कर रहे हैं। वे सुनिश्चित कर रहे हैं कि एक भी युवा को नौकरी न मिले। अपने आप से पूछें कि क्यों। आपको गणतंत्र दिवस पर अतिथि तक नहीं मिल रहा है। भारत आज पूरी तरह से अलग-थलग और घिरा हुआ है। हम नेपाल, अफगानिस्तान, चीन में घिरे हुए हैं। राहुल गांधी ने कहा, “हम कमजोर हो गए हैं। हमारे संस्थानों पर हमले हो रहे हैं। यह भारत के लोगों के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है। मैं स्पष्ट रूप से देख सकता हूं कि चीन के पास एक योजना है,

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