पीएम मोदी ने 2024 को लेकर भविष्यवाणी की- अगले साल इसी लाल किले से झंडा फहराऊंगा & Today Top News 15 August 2023

DT 15 AUGUST 2023# HIGH LIGHT # अगले साल इसी लाल किले से झंडा फहराऊंगा # अगले महीने अपने जन्मदिन विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने का एलान किया # आगामी आम चुनाव 2024 के पूर्व मोदी का लालकिले से यह अंतिम संबोधन #प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल लाल किले से नहीं अपने घर पर झंडा फहराएंगे–कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे #लाल किले से अंतिम बार तिरंगा फहरा रहे हैं– लालू यादव # अब अगला पीएम बिहार का हो- जेडीयू के ट्विटर हैंडल से #एक्टर अक्षय कुमार को लेकर 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बड़ी खबर सामने आई है. अक्षय को भारत की नागरिकता वापस मिल गई है. कुमार को भारत का पासपोर्ट मिला है. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.#स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सूर्य आराधना का आयोजन बहुत सार्थक -मोहन भागवत #

#By Chandra Shekhar Joshi Chief Editor www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Haridwar. Mail; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030 — कलयुग तारक मन्त्र- राधे राधे

77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया

77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने 90 मिनट तक लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. इस दौरान देश के विकास से लेकर पीएम मोदी ने कई विषयों पर अपनी बात देश वासियों से कही. इस दौरान पीएम ने कहा, 2014 में मैंने परिवर्तन का वादा किया था. आप देश वासियों ने मुझ पर भरोसा किया.  2019 में आपने फिर मुझे आर्शीवाद दिया. मैं आपका हर सपना पूरा करुंगा. मैं अगली 15 अगस्त को फिर आपके सामने आऊंगा. मैं आपके लिए ही जीता हूं. मैं अगर पसीना बहाता हूं तो आपके लिए बहाता हूं. क्योंकि आप ही मेरा परिवार है. मैं आपका दुख नहीं देख सकता. 

A panoramic view of Red Fort on the occasion of 77th Independence Day from the ramparts of Red Fort, in New Delhi on August 15, 2023.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर  को संबोधित किया. जिन योजनाओं का शिलान्यास किया है, उसका भी उद्घाटन करना जनता ने हमारे लिए रख छोड़ा है. अगले साल इसी लाल किले से झंडा फहराऊंगा. पीएम मोदी ने अपने संबोधन   में कहा, ‘इतना बड़ा देश, 140 करोड़ मेरे भाई-बहन, मेरे परिवारजन… आज आजादी का पर्व मना रहे हैं. मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले कोटि-कोटि जनों को इस महान पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं. मैं तिरंगे को साक्षी मानकर अपने देशवासियों को 10 साल का हिसाब दे रहा हूं. हमने सहकार से समृद्धि का रास्ता अपनाया है.’ उन्होंने कई जगह परिवारजन के साथ ही देशवासियों शब्द का भी उपयोग किया.

अगले साल इसी लालकिले से देश की उपलब्धि और देश का गौरव गान प्रस्तुत करूंगा # अगले महीने अपने जन्मदिन विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने का एलान किया # यह मोदी की गारंटी है कि अगले पांच साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, ‘‘इतना बड़ा देश, 140 करोड़ मेरे भाई-बहन, मेरे परिवारजन… आज आजादी का पर्व मना रहे हैं। मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले कोटि-कोटि जनों को इस महान पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब “भारत की क्षमताओं को लेकर किसी के मन में कोई किंतु-परंतु नहीं है. गेंद अब हमारे पाले में है हमें इस मौके को गंवाना नहीं चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा कि देश की आजादी की जंग में जिन लोगों ने योगदान और बलिदान दिया, त्याग किया, उन सबको नमन करता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किए हैं, जिन परिवारों ने इनका सामना किया, उनके प्रति संवेदना प्रकट करता हूं. केंद्र और राज्य सरकार मिलकर संकट से निपटेंगे, प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले दिनों वहां हिंसा का दौर चला, मां बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ, लेकिन अब शांति बहाल हो रही है और शांति से ही समाधान निकलेगा. पूर्वोत्तर में और हिंदुस्तान के भी कुछ अन्य भागों में… लेकिन विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला… कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा. पीएम मोदी ने  कहा कि राज्य और केंद्र की सरकारें मिलकर वहां समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत से जो प्रकाशपुंज उठा है उसमें विश्व को ज्योति नजर आ रही है. आज हमारे पास लोकतंत्र, जनसंख्या और विविधता है और यह त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है. ‘आज मेरे युवाओं ने दुनिया के पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिलाया है.’

प्रधानमंत्री ने लालकिले के प्राचीर से कहा कि पिछले पांच सालों में करीब 13.5 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आकर नव-मध्यम, मध्यम वर्ग का हिस्सा बन गए.

पीएम मोदी बोले कि देश में अवसरों की कमी नहीं है, जितने अवसर की जरूरत होगी, उतने अवसर निकाले जाएंगे. भारत का सबसे बड़ा सामर्थ्य बना है विश्वास, सरकार के प्रति जन जन का विश्वास और विश्व का भारत के प्रति विश्वास.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमृतकाल के इस कालखंड में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे, जितना त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे, उसका आने वाले एक हजार साल पर प्रभाव होगा. बदलते हुए विश्व को आकार देने में आज 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य नजर आ रहा है, आप निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री  ने कहा कि भारत एक हजार साल की गुलामी और आने वाले एक हजार साल के भव्य भारत के बीच में पड़ाव में हम खड़े हैं. देश इस समय ऐसी संधि पर खड़ा है और इसलिए अब हमें रुकना है, दुविधा में नहीं जीना है.

PM interacting with participants of Independence Day celebrations at Red Fort, in New Delhi on August 15, 2023.

पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें खोई हुई उस विरासत का गर्व करते हुए, खोई हुई समृद्धि को प्राप्त करते हुए, हमें फिर एक बार और ये बात मानकर चलें कि हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे और जो भी साधना करेंगे वो अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है.’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना, लोगों को सशक्त बनाना और भारत को विकसित देश बनाना है.’ जब देश आर्थिक रूप से समृद्ध होता है, तब केवल देश की तिजोरी ही नहीं भरती है बल्कि देश का सामर्थ्य भी बढ़ता है.

पीएम मोदी ने कहा, ‘2014 में हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, आज 140 करोड़ देशवासियों का पुरूषार्थ रंग लाया और हम विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन चुके हैं, यह ऐसे ही नहीं हुआ है, हमने लीकेज बंद किया, मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई, गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने का प्रयास किया.’ उन्होंने कहा कि विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति विश्वास पैदा हुआ है, मेरी सरकार और मेरी देशवासियों का मान राष्ट्र प्रथम के वाक्य से जुड़ा है.

पीएम मोदी ने कहा, मैं अगली 15 अगस्त को इसी जगह से देश की उपलब्धियों का लेखा-जोखा दूंगा. पीएम बोले कि जिस तरह विश्व युद्ध के बाद एक नई विश्व व्यवस्था का उदय हुआ था. मैं उसी तरह कोविड-19 महामारी के बाद एक नई विश्व व्यवस्था को आकार लेते देख सकता हूं.    

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमें संतुलित विकास पर बल देना है, क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना है. कोविड महामारी के बाद एक नयी वैश्विक व्यवस्था, एक नया भू राजनीतिक समीकरण बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है.’ उन्होंने कहा कि आज दुनिया महंगाई की समस्या से जूझ रही है, हम जब सामान बाहर से मंगाते हैं तब महंगाई भी आती है, देश में महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा.

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जिन योजनाओं का शिलान्यास करते हैं, उनका उद्घाटन भी करते हैं, इन दिनों जिन योजनाओं का शिलान्यास कर रहा हूं, उसका भी उद्घाटन करना आपने (जनता ने) हमारे लिए रख छोड़ा है. अगले साल इसी लाल किले से झंडा फहराऊंगा. उन्होंने यह भी कहा, ‘स्थिर सरकार चाहिए, पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए और 30 साल के अनिश्चितता के कालखंड के बाद देश के लोगों ने एक स्थिर सरकार दी, 2014 और 2019 में एक पूर्ण बहुमत वाली, स्थिर सरकार बनाई तो मोदी में सुधार की हिम्मत आई. मैं तिरंगे को साक्षी मानकर अपने देशवासियों को 10 साल का हिसाब दे रहा हूं. हमने सहकार से समृद्धि का रास्ता अपनाया है ‘

PM interacting with participants of Independence Day celebrations at Red Fort, in New Delhi on August 15, 2023.

उन्होंने कहा कि जब आपने एक मजबूत सरकार फॉर्म की तो मोदी ने रिफॉर्म किया, नौकरशाही ने परफॉर्म किया और जनता जुड़ गई तो ट्रांसफॉर्म हुआ. आज झुग्गी-झोपड़ी से निकले बच्चे दुनिया में पराक्रम दिखा रहे हैं, छोटे-छोटे गांव, कस्बे के नौजवान, हमारे बेटे-बेटियां आज कमाल दिखा रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि साल 2047 में जब देश आजादी के 100 साल का जश्न मना रहा होगा तब भारत का तिरंगा विकसित भारत का तिरंगा झंडा बने. हमारी नीतियां स्पष्ट हैं, नीयत पर कोई सवालिया निशान नहीं है लेकिन मुद्दे हैं जिस पर मैं लाल किले की प्राचीर से देश की जनता से मदद और आशीर्वाद मांग रहा हूं. उन्होंने कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का था, स्वतंत्रता सेनानियों का था, वीरांगनाओं का था.

पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे देश में 25 साल से चर्चा हो रही थी कि नई संसद बने, लेकिन यह मोदी है… समय से पहले नई संसद बन गई, यह काम करने वाली सरकार है, निर्धारित लक्ष्यों के साथ काम करने वाली सरकार है. देश में रेल आधुनिक हो रही है तो वंदे भारत ट्रेन भी आज देश में चल रही है, गांव-गांव पक्की सड़कें बन रही हैं तो इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो की रचना भी आज देश में हो रही है. आज गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंच रहा है.’

सितंबर में विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर देश में विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आने वाली सितंबर में विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर देश में विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना को शुरू करने का एलान किया है. इस योजना के जरिए देश के छोटे कामगारों और कारीगरों की आर्थिक मदद की जाएगी जिसके तहत उन्हें लोन से लेकर ट्रेनिंग, एडवांस टेक्नीक की जानकारी और स्किल से जुड़ी मदद भी दी जाएगी. इस स्कीम की मदद से छोटे कामगारों, कारीगरों, काश्तकारों को MSME से जुड़ने और उनके बारे में जानने का मौका मिलेगा. विश्वकर्मा योजना के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया है कि छोटे कारोबारियों को इसका फायदा मिलने जा रहा है और ये अगले महीने से शुरू होने जा रही है. इसके लिए सरकार 13,000 से 15,000 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली है. 15 हजार करोड़ रुपये की इस विश्वकर्मा योजना के जरिए सुनार, लोहर, हेयर ड्रेसर, धोबी और राजमिस्त्री और वेंडर्स जैसे पारंपरिक व्यव्साय के लोगों को भी 15,000 करोड़ रुपये की सहायता से कारोबारी मदद दी जाएगी. पीएम मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा योजना से हर एक विश्वकर्मा को पारंपरिक कारोबार के लिए संस्थागत सपोर्ट दिया जाएगा जिसकी मदद से वो अपना जीवन स्तर सुधार सकते हैं. इसे मुख्य तौर पर ओबीसी वर्ग के लिए शुरू किया जाएगा और इसके जरिए ओबीसी वर्ग के श्रमिकों को अच्छी मदद मिलेगी.  

अपने भाषण में कहा कि शहरों में रहने वाले जो परिवार अपने घर का सपना देखते हैं, उनके लिए केंद्र सरकार एक नई योजना लेकर आ रही है. जो लोग शहरों में या किराए के मकान, झुग्गी-झोपड़ी, चॉल में रहते हैं, ऐसे लोगों को होम लोन के ब्याज में लाखों की राहत देने का फैसला उनकी सरकार ने कर लिया है. शहरों में एक बड़ी जनसंख्या अभी भी झुग्गियों में रहती है जिनको अपना आवास दिलाने के लिए सरकार ये लोन के ब्याज में राहत देने का फैसला किया है. हालांकि इस स्कीम की विस्तृत डिटेल्स बाद में सामने आएंगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल लाल किले से नहीं अपने घर पर झंडा फहराएंगे–कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार (15 अगस्त) को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल लाल किले से नहीं अपने घर पर झंडा फहराएंगे.  मल्लिकार्जुन खरगे 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. उनकी कुर्सी वहां खाली रही. कार्यक्रम में उनकी गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठे तो मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उन्हें अपने कार्यालय पर झंडा फहराना था अगर लाल किले पर आयोजित कार्यक्रम में जाते तो कार्यालय पर झंडा नहीं फहरापाते. लाल किला में हुए समारोह से दूर रहने के कारण के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे आंखों में कुछ समस्या है. प्रोटोकॉल के अनुसार, मुझे सुबह अपने आवास पर ध्वजारोहण करना था. इसके बाद मुझे कांग्रेस मुख्यालय में झंडा फहराना था.’ उन्होंने यह भी कहा, ‘सुरक्षा इतनी कड़ी होती है कि प्रधानमंत्री के निकलने से पहले किसी को जाने नहीं दिया जाता… अगर मैं वहां जाता तो यहां कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाता. मल्लिकार्जुन खरगे ने पहले अपने आवास और फिर कांग्रेस मुख्यालय में ध्वजारोहण किया. उन्होंने केंद्र सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि मौजूदा समय में लोकतंत्र, संविधान और संस्थान, तीनों के लिए खतरा पैदा हो गया है. मल्लिकार्जुन खरगे ने  स्वतंत्रता दिवस पर अपने एक संदेश में यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) अन्याय के खिलाफ खड़ा होगा और जीतेगा.

लाल किले से अंतिम बार तिरंगा फहरा रहे हैं- लालू यादव

आरजेडी   सुप्रीमो लालू यादव  ने कहा कि पीएम मोदी अगले साल नहीं फहरा पाएंगे. इस साल वो लाल किले से अंतिम बार तिरंगा फहरा रहे हैं. इसके साथ ही लालू यादव ने राज्य और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी.  लालू यादव ने कहा कि भारत के लोग खुश रहें और हमेशा प्रसन्न रहें. देश बहुत कुर्बानी के बाद आजाद हुआ. सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, जननायक कर्पूरी ठाकुर और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सहित सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.

अब अगला पीएम बिहार का हो- जेडीयू के ट्विटर हैंडल से

नीतीश की पार्टी जेडीयू के ट्विटर हैंडल से सोमवार (14 अगस्त) की सुबह एक वीडियो पोस्ट किया गया था. इस वीडियो में बताया गया है कि पीएम मोदी लाल किले पर इस साल आखिरी बार तिरंगा फहरा रहे हैं. इसको लेकर बिहार में खूब राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई. आरजेडी के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि अब अगला पीएम बिहार का हो. वहीं, आज पीएम मोदी लाल किले से संबोधन के दौरान राजनीतिक विरोधियों पर निशाना भी साधा और संबोधन के आखिरी हिस्से में उन्होंने 2024 में एक बार फिर से वापसी की बात कही.

प्रेस की आजादी में हम कहां खड़े हैं? अखिलेश यादव

इटावा के सैफई पहुंचे अखिलेश यादव ने ध्वजारोहण किया. उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी. साथ ही सरकार पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री  बयानों का जवाब भी दिया. उन्होंने कहा कि देश में मणिपुर जैसी डरावनी हिंसक घटनाएं दोबारा न हों, इसका हर देशवासी को संकल्प लेना पड़ेगा 

अखिलेश ने कहा कि भारत की इतनी आबादी है, लोगों की आगे बढ़ने की इच्छा है, सरकार अपना योगदान कम भी दे, उसके बावजूद भी यहां की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ती है समस्याओं को देखते हुए लोकतंत्र में जो स्वतंत्रता होती है, उसमें हम कहां खड़े हैं? प्रेस की आजादी में हम कहां खड़े हैं? हम भ्रष्टाचार के मामले में कहां खड़े हैं? इन बातों पर भी विचार करना चाहिए.  

अखिलेश ने कहा कि लाल किले से कही जाने वाली बातों में जो निर्णय हों वो मानवतावादी हों. हम लोगों ने हमेशा कहा है ‘हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, हम सब  हैं भाई-भाई’. वहीं परिवारवाद के सवाल पर सीएम योगी पर हमला बोलेत हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का परिवारवाद देखना चाहिए. वो हमसे पहले परिवारवाद के उदाहरण बने हैं. हम लोग तो बाद में हैं. बीजेपी ने और उन्होंने खुद परिवारवाद अपनाया है.  

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि किसी भी देश में ऐसा नहीं हुआ होगा, जो मणिपुर में हुआ है. हम लोगों को अपील भी करनी चाहिए कि मणिपुर के लोग जिस प्रेम और सद्भावना के साथ मिल-जुलकर रह रहे थे, वैसे ही रहें. इस तरह की घटना दोबारा न हो. न केवल मणिपुर बल्कि देश के किसी भी कोने में किसी भी बेटी या महिला के  साथ इस तरीके का व्यवहार न हो

अंतरिक्ष से हिमालय दिखने में कैसा लग रहा है     

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के एस्ट्रोनॉट सुल्तान अल नेयादी इस वक्त अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर छह महीने के लिए एक मिशन पूरा करने गए हैं. वो  यहां से ली जा रही तस्वीरें सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर शेयर कर रहे हैं. अब उन्होंने बताया है कि अंतरिक्ष से हिमालय दिखने में कैसा लग  रहा है. उन्होंने हिमालय की दो तस्वीरें शेयर की हैं, इन्हें अंतरिक्ष से लिया गया है.   

एक्स (पहले ट्विटर) पर शेयर की गई इन तस्वीरों को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. अपने ट्वीट के कैप्शन में अल नेयादी ने लिखा है, ‘अंतरिक्ष से हिमालय. एवरेस्ट  समिट का घर, पृथ्वी पर समुद्र तल से सबसे ऊंचा पॉइंट, ये पहाड़ हमारे ग्रह की समृद्ध प्रकृति के प्रतिष्ठित स्थलों में से एक हैं. आप हिमालय को देख सकते हैं, जिनपर बादल भी नजर आ रहे हैं. ये नजारा अल नेयादी के लिए बेशक आश्चर्यजनक हो सकता है. लेकिन उनसे पहले भी कई एस्ट्रोनॉट  एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष से तस्वीरें लेकर शेयर कर चुके हैं.  

इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के एस्ट्रोनॉट जोश कसादा ने ऑरोरा बोरियालिस की तस्वीरें शेयर की थीं. जिसमें हमारे ग्रह के ऊपर रोशनी की एक हरी  चादर को खूबसूरती से लहराते हुए दिखाया गया था. वहीं इसके बैकग्राउंड में दूर स्थित शहर की रोशनी टिमटिमा रही थी. वहीं अल नेयादी की बात करें तो उनके  हिमालय की तस्वीरों वाले पोस्ट को 69 हजार से अधिक लोगों ने देख लिया है. इसे 1100 से अधिक लोगों ने लाइक किया है. जबकि बड़ी संख्या में लोग इस पर कमेंट कर  रहे हैं.  

रायसेन में ध्वजारोहण के दौरान बिगड़ी स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी की तबीयत, चक्कर खाकर गिरे

जिला मुख्यालय के होमगार्ड मैदान में चल रहे स्वतंत्रता दिवस के आयोजन में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा प्रभुराम चौधरी का स्वास्थ बिगड़ गया। मैदान में परेड चल रही थी, वे मंच पर खड़े थे इसी दौरान उन्हें चक्कर आ गए। वे तुरंत कुर्सी पर बैठे जहां वे बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत रायसेन के जिला अस्पताल लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद वे बेहतर इलाज कराने भोपाल चले गए।

हालाकि वे स्वस्थ है, रायसेन जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा अनिल ओड़ का कहना है कि वे काफी देर तक खड़े थे इसलिए उनके पैर ठंडे पड़े गए थे संभवता उसी कारण उन्हें चक्कर आए। अस्पताल में शुगर, ब्लड प्रेशर की जांच की थी सब कुछ नार्मल था। करीब 15 मिनिट अस्पताल में रहने के बाद स्वास्थ्य मंत्री स्वयं चलकर गाड़ी में बैठे और भोपाल निकल गए।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सूर्य आराधना का आयोजन बहुत सार्थक -मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा कि भारत को आजादी दुनिया को ज्ञान देने के लिए मिली है। मोहन भागवत ने आज बेंगलुरु में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बसवनगुड़ी के वासवी कन्वेंशन हॉल में तिरंगा फहराया। यहां अपने संबोधन में आरएसएस प्रमुख ने कहा कि ‘सनातन धर्म में सूर्य की पूजा की जाती है और यही कारण हैं कि हमें भारत कहा जाता है। ‘भा’ यहां प्रकाश का प्रतीक है।’ मोहन भागवत ने आगे कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सूर्य आराधना का आयोजन बहुत सार्थक है। भारत ने दुनिया को ज्ञान देने के लिए भी आजादी हासिल की है।

मोहन भागवत ने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ध्वज के शीर्ष पर भगवा रंग जीवन को ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ (अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो) की दिशा में ले जाने के बलिदान का प्रतीक है। ध्वज में सफेद रंग पवित्रता और बगैर स्वार्थ के काम करने का प्रतीक है। वहीं हरा रंग लक्ष्मी जी का प्रतीक है, जो बौद्धिक, आध्यात्मिक और निस्वार्थ शक्ति को पाने में मदद करता है।

मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया को प्रबुद्ध करने के लिए भारत को भी सक्षम होने की जरूरत है। भारत यदि ऐसा नहीं करता है तो कई ऐसी सक्रिय ताकतें हैं जो हमें तोड़ने के लिए तत्पर बैठी है। हमें सतर्क रहने और राष्ट्रीय ध्वज द्वारा दिए गए संदेश के आधार पर काम करने की जरूरत है। सभी लोगों को साथ लाने की जरूरत है ताकि बंटवारा करने वाली साजिश सफल ना हो।

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