राहुल की PM मोदी को चिट्ठी & लॉकडाउन -कुछ खास बातों को नजरअंदाज न करे & Today Top 29 March 20

High Light#29 March 20 # राहुल की PM मोदी को चिट्ठी- संकट के इस दौर में कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ता आपके साथ खड़े हैं # कोरोना: दुनिया भर में मरीजों की तादाद 665,616, अब तक 30,857 लोगों की मौत #कोरोना वायरस संकट से चिंतित जर्मन के मंत्री थॉमस शेफर ने की आत्महत्या #जरूरत पड़ी तो दूसरे राज्यों से लौट रहे मजदूरों को 14 दिन के लिए किया जाएगा क्वारनटीनः यूपी सरकार #पंजाब सरकार का औद्योगिक संस्थानों को एडवाइजरी, कर्मचारियों को न नौकरी से निकालें, न वेतन रोकें #  गृह मंत्रालय का राज्यों को निर्देश- लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को 14 दिन के लिए क्वारनटीन करें #कोराना वायरसः कोटक महिंद्रा बैंक और MD उदय कोटक PM राहत कोष में 25-25 करोड़ दान करेंगे #कोरोना पर ‘मन की बात’, पीएम मोदी बोले- वायरस इंसान को मारने की जिद लिए उठाए बैठा है# यूपी: जेलों से पेरोल और जमानत पर छूटेंगे 11 हजार बंदी#. देश की राजधानी में लॉकडाउन की धज्जियां- सोशल मीडिया के जरिए ये अफवाह उडी थी #मध्य प्रदेश पुलिस का एक अमानवीय चेहरा भी सामने आया है. #

 राहुल की PM मोदी को चिट्ठी- संकट के इस दौर में कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ता आपके साथ खड़े हैं

कोरोना वायरस को देखते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि देश इस वक्त बड़े मानवीय संकट से गुजर रहा है. ऐसे में मैं और कांग्रेस पार्टी के लाखों कार्यकर्ता आपके साथ खड़े हैं. देश में कोरोना वायरस के खिलाफ जो लड़ाई चल रही है, उसमें सरकार के एक-एक कदम में हम सहयोग कर रहे हैं. कोविड-19 वायरस के तेजी से प्रसार को रोकने के लिए दुनिया को तत्काल कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा है और भारत वर्तमान में तीन सप्ताह के लॉकडाउन में है. मुझे संदेह है कि सरकार अंततः इसे और भी आगे बढ़ाएगी.

राहुल गांधी ने लिखा है, हमारे लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि भारत की परिस्थितियां कुछ अलग हैं. हमें पूर्ण लॉकडाउन रणनीति का पालन करने वाले अन्य बड़े देशों की तुलना में अलग-अलग कदम उठाने होंगे. भारत में वैसे गरीब लोगों की संख्या काफी अधिक है जो दैनिक आय पर निर्भर हैं. ऐसा देखते हुए हमारे लिए सभी आर्थिक गतिविधियों को एकतरफा बंद करना बहुत बड़ी चुनौती है. इस पूर्ण आर्थिक बंद के कारण कोविड-19 वायरस से होने वाली मौतों की संख्या और भी बढ़ जाएगी. यह महत्वपूर्ण है कि सरकार इस मुश्किल परिस्थिति के साथ आम लोगों की भी परेशानी समझे. हमारी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि बुजुर्गों को इस वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए उन्हें कैसे सुरक्षा दी जाए और आइसोलेट कैसे किया जाए. इसके साथ ही युवा वर्ग को यह संदेश दिया जाए कि उनका बुजुर्ग लोगों के नजदीक जाना कितना खतरनाक हो सकता है.

प्रधानमंत्री के नाम पत्र में राहुल गांधी ने लिखा है, देस के लाखों बुजुर्ग गांवों में रहते हैं. देश में पूर्ण बंदी से लाखों बेरोजगार युवा भी गांव की ओर लौटेंगे. इससे उनके माता-पिता के संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा जो गांवों में रहते हैं. इससे बड़े पैमाने पर लोगों की जान जा सकती है. इस विषम परिस्थिति में हमें सामाजिक सुरक्षा का पूरा ख्याल रखना चाहिए. हमें हर हाल में सुनिश्चित करना चाहिए कि कामकाजी गरीबों को सरकारी संसाधनों के माध्यम से मदद और सहारा मिल सके. लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बड़े अस्पताल जिनमें हजारों बेड और वेंटिलेटर्स हों, की जरूरत पड़ेगी. जरूरतों को देखते हुए इन सभी चीजों का निर्माण जितनी जल्दी हो सके, उतनी तेजी से किया जाना चाहिए. साथ ही टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए जिससे वायरस के प्रसार के बारे में सही आंकड़े मिलें और इसे रोकने के कदमों के उपाय हो सकें.

पत्र में राहुल गांधी ने आगे लिखा है, अचानक किए गए लॉकडाउन से लोगों में डर और भ्रम की स्थिति पैदा हुई है. फैक्ट्री, छोटे कल-करखाने और निर्माण कार्य बंद हो गए हैं. हजारों प्रवासी मजदूर अपने-अपने गांव घर के लिए पैदल निकल पड़े हैं. इस क्रम में वे राज्यों की सीमा पर जहां-तहां फंसे हुए हैं. वे जल्दी में अपने घर पहुंचने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. इस समय जरूरी है कि हम उन्हें सहारा देने में मदद करें. उनके बैंक खाते में पैसा जमा कराया जाए जिससे कि अगले कुछ महीने तक उनकी मदद हो सके. लॉकडाउन और आर्थिक बंदी के कारण हमारी वित्तीय संस्थाएं भी प्रभावित होंगी, इसलिए उनकी सुरक्षा के भी इंतजाम किए जाने चाहिए. इसमें हमारी अनौपचारिक अर्थव्यवस्था और छोटे व मध्यम व्यवसायों और किसानों का विशाल नेटवर्क किसी भी पुनर्निर्माण के प्रयास के लिए महत्वपूर्ण होने जा रहा है. यह जरूरी है कि हम उन्हें बातचीत में शामिल करें, उनके आत्मविश्वास बढ़ाएं और सही और समय पर कार्रवाई के साथ उनके हितों की रक्षा करें. इस मुश्किल परिस्थिति में हम सरकार के साथ खड़े हैं.

कोरोना वायरस उन लोगों को जल्दी शिकार बनाता है, जिनका इम्यून सिस्टम काफी ज्यादा खराब है.

कोरोना वायरस उन लोगों को जल्दी शिकार बनाता है, जिनका इम्यून सिस्टम काफी ज्यादा खराब है. हेल्थ एक्सपर्ट इसे लेकर शुरुआत से ही चेतावनी दे रहे हैं. खराब इम्यून सिस्टम के लिए लोग डाइट या खाने-पीने की चीजों को जिम्मेदार मानते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि आपकी बुरी आदतों के चलते भी इम्यून सिस्टम खराब होता है. कोरोना वायरस उन लोगों को जल्दी शिकार बनाता है, जिनका इम्यून सिस्टम काफी ज्यादा खराब है. हेल्थ एक्सपर्ट इसे लेकर शुरुआत से ही चेतावनी दे रहे हैं. खराब इम्यून सिस्टम के लिए लोग डाइट या खाने-पीने की चीजों को जिम्मेदार मानते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि आपकी बुरी आदतों के चलते भी इम्यून सिस्टम खराब होता है.

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कोरोना वायरस के डर से भारत में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन जारी है. इस वक्त घरों में कैद रहना ही लोगों के लिए एकमात्र विकल्प है. लेकिन घर में रहकर भी यदि आप कुछ खास बातों को नजरअंदाज कर रहे हैं तो यकीन मानिए आप वहां भी सुरक्षित नहीं है. आइए आपको बताते हैं घर में रहकर आपकों खास बातों का ख्याल रखना है. घर में रहकर यदि आप बाहर से खाना ऑर्डर कर रहे हैं तो ये आपके लिए खतरे से खाली नहीं होगा. इस तरह के ऑर्डर की पेमेंट ऑनलाइन करें. कैश लेन-देन से बचें और ऑर्डर लेने से पहले हाथों में ठीक से ग्लव्स पहनें.’ किसी भी चीच को छूने के बाद साबुन या सैनिटाइजर से अच्छे से हाथों को धोएं. कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर अलग कमरे में रहें. अपने कपड़ों या बर्तनों के संपर्क में घर के अन्य सदस्यों को न आने दें. यदि आप घर में भी मास्क पहनकर रह रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो डिसइंफेक्टेड होना चाहिए. मास्क खराब होने की स्थिति में उसे इधर-उधर फेंकने की बजाय जला दें या फिर जमीन में गाड़ दें. यदि आप घर में भी मास्क पहनकर रह रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो डिसइंफेक्टेड होना चाहिए. मास्क खराब होने की स्थिति में उसे इधर-उधर फेंकने की बजाय जला दें या फिर जमीन में गाड़ दें. यदि आप घर में भी मास्क पहनकर रह रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो डिसइंफेक्टेड होना चाहिए. मास्क खराब होने की स्थिति में उसे इधर-उधर फेंकने की बजाय जला दें या फिर जमीन में गाड़ दें. यदि आप घर में भी मास्क पहनकर रह रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो डिसइंफेक्टेड होना चाहिए. मास्क खराब होने की स्थिति में उसे इधर-उधर फेंकने की बजाय जला दें या फिर जमीन में गाड़ दें. यदि आप घर में भी मास्क पहनकर रह रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो डिसइंफेक्टेड होना चाहिए. मास्क खराब होने की स्थिति में उसे इधर-उधर फेंकने की बजाय जला दें या फिर जमीन में गाड़ दें. यदि आप घर में भी मास्क पहनकर रह रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो डिसइंफेक्टेड होना चाहिए. मास्क खराब होने की स्थिति में उसे इधर-उधर फेंकने की बजाय जला दें या फिर जमीन में गाड़ दें. यदि आप घर में भी मास्क पहनकर रह रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो डिसइंफेक्टेड होना चाहिए. मास्क खराब होने की स्थिति में उसे इधर-उधर फेंकने की बजाय जला दें या फिर जमीन में गाड़ दें.

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वॉल सिट्स के जरिए जांघ और टांगों के लिए बेहद फायदेमंद है. साथ ही इससे शरीर का संतुलन बनाने में मदद मिलती है. हमारे शरीर का पूरा भार पैरों पर है, इसलिए शरीर के इस हिस्से का मजबूत रहना बेहद जरूरी है.  एक्‍सरसाइज करने वालों में सबसे मशहूर पुश अप को भी इस सेट का हिस्‍सा बनाया गया है. पुश आप की सबसे खास बात ये है कि इससे आपकी पूरी बॉडी का वर्कआउट हो जाता है.

जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कॉर्डियोलॉजी ने एक सीधा-सादा और नया दिशा-निर्देश निकाला है. इसके मुताबिक हर दिन सिर्फ सात मिनट तक धीमी दौड़ लगाने से सेहत पर जोखिम कम होता है.

New Delhi: Congress leader Rahul Gandhi on Sunday said the sudden lockdown announced by the Central government to combat coronavirus has created immense “panic” and “confusion” among citizens in the country. In a letter to Prime Minister Narendra Modi, he highlighted the plight of the poor and called for steps other than total lockdown which has been announced by other developed nations too in a bid to tackle the COVID-19 pandemic. “It is critical for us to understand that India’s conditions are unique. We will be required to take different steps than other large countries who are following a total lockdown strategy,” he said.

Gandhi said the number of poor people in India who are dependent on a daily income is too large to unilaterally shut down all economic activities in the wake of the pandemic. “The consequences of a complete economic shut down will disastrously amplify the death toll arising from COVID-19,” he feared. “The sudden lockdown has created immense panic and confusion,” he said, adding “factories, small industries and construction sites have closed, and tens of thousands of migrant labourers are undertaking arduous journey to reach their home states”.  The Gandhi scion said the labourers have been rendered vulnerable without their daily wages or access to nutrition and basic services.

“It is important that we help such sections find shelter and provide them with money directly into their bank accounts to help them tide over the next few months,” he said. The Congress leader added that a complete lockdown will almost certainly lead to millions of unemployed youths rushing to their villages, thus increasing the risk of infecting their parents and the elderly population living in villages.

“This will result in a catastrophic loss of life,” he noted. Gandhi called for a nuanced approach that takes the complex realities of our people into consideration. “Our priority must be to protect and isolate the elderly and vulnerable from the virus, and to clearly and strongly communicate to the young the dangers of proximity to older people,? he said. With fresh deaths reported in six states, the death toll from COVID-19 climbed to 25 in the country and the total number of cases to 979 on Sunday, according to the Union Health Ministry.

 कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जारी महायुद्ध के बीच चंद लोग लॉकडाउन को फेल करने की साजिश रच रहे हैं. सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई जिसका नतीजा यह निकला कि शनिवार शाम को हजारों की संख्या में लोग आनंद विहार बस अड्डे (Anand Vihar Bus Stand) पर उमड़ पड़े. लेकिन दोबारा ऐसी विकट स्थिति से बचने के लिए यूपी गेट पर रविवार को पुलिस बल बढ़ा दिया गया. दिल्ली-यूप बॉर्डर पुलिस ने बैरीकेडिंग कर दी है. अब बिना पास के किसी को भी बॉर्डर पार नहीं करने दिया जाएगा. इसका असर दिखने भी लगा है. आज बॉर्डर पर पलायन करने वाले लोग भी नजर नहीं आ रहे हैं.  गौरतलब है कि शनिवार को किसी ने सोशल मीडिया के जरिए ये अफवाह फैलाई थी कि सरकार द्वारा लॉकडाउन में 24 घंटे की राहत दी गई है ताकि लोग कहीं भी आ जा सकें. इस अफवाह ने सोशल मीडिया पर ऐसा जोर पकड़ा कि देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोग अपना बोरिया बिस्तर लिए आनंद विहार बस अड्डे पर पहुंच गए. देश की राजधानी में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ गईं. दिल्ली में ITO-विकास मार्ग पर लोगों से बात में ये सामने आया कि टीवी और सोशल मीडिया पर देखकर ये लोग अपने घर जाने के लिए निकले हैं. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर मैसेज चल रहा था कि दो दिन का समय है घर जाने का और सरकार ने बसों का इतंजाम भी कर दिया है.  लॉकडाउन के दौरान लोगों के जमावड़े की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच जहां हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ को देख पुलिस भी सतके में आ गई. पूरी जानकारी करने पर पुलिस ने लोगों को समझानें की कोशिश की और उनसे घर वापस लौटने की अपील की लेकिन लोग ने पुलिस की किसी भी बात को मानने से साफ इंकार कर दिया.

इसी बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलायन करने वालों से अपील की है कि वह जहां हैं, वहीं रहें. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के 800 ऐसे केंद्र हैं, जहां लोगों को खाना खिलाया जा रहा है. केजरीवाल ने कहा, “लॉकडाउन का पालन करें और घर छोड़कर न जाएं. हजरत निजामुद्दीन, शकूर बस्ती, आनंद विहार में खाने का इंतजाम किया गया है.”

मध्य प्रदेश पुलिस का एक अमानवीय चेहरा भी सामने आया है. 

भोपाल: कोरोना वायरस की वजह से जहां पूरा देश लॉकडाउन है. यातायात के सारे साधन बंद हैं. ऐसे में लोग, मजदूर पैदल ही अपने-अपने गांवों-घरों में जाने को मजबूर हैं. कुछ जगहों पर पुलिस ऐसे लोगों की मदद में दिन रात जुटी है. कहीं उनको खाने-पीछे की चीजें मुहैया कराने के साथ उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने में मदद कर रही है. वहीं मध्य प्रदेश पुलिस का एक अमानवीय चेहरा भी सामने आया है. हालांकि लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर रही है, लेकिन इसी दौरान किसी एक पुलिसकर्मी द्वारा कुछ ऐसा कृत्य कर दिया जाता है जो पूरे अच्छे कामों पर पानी फेर देता है. साथ ही पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी खड़े करता है.  प्रदेश के छतरपुर से पुलिस की एक ऐसी तस्वीर आई है जो सबको विचलित कर रही है. लॉकडाउन के दौरान पुलिसकर्मियों को कुछ मजदूर सड़क पर मिल गए. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक छतरपुर के गौरिहार में महिला सब-इंस्पेक्टर ने सड़क पर मौजूद एक मजदूर को पकड़कर उसके माथे पर लिख दिया, “मैंने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है, मुझसे दूर रहना”. जबकि मजदूरों का कहना था कि वे काम करके अपने घरों को लौट रहे थे. जैसे ही यह तस्वीर वायरल हुई पुलिस के आलाअधिकारी एक्शन में आ गए. एसपी सौरभ कुमार ने कहा, “इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता, महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ नियमों के मुताबिक एक्शन लिया गया है.” 

देश में अब तक कोरोना वायरस (Coronavirus) के 979 केस सामने आए हैं. इस वायरस से 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 86 लोगों का सफल इलाज हुआ है. सबसे ज्यादा मामले केरल और महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं.  लॉकडाउन के 5वें दिन केंद्र सरकार ने राज्यों को सख्ती से लॉकडाउन करवाने का निर्देश दिया है. गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि लॉकडाउन तोड़ने वालो को 14 दिन क्वारंटाइन में भेजें.  कैबिनेट सेक्रेटरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग पर राज्यों से कहा कि राज्यों की सीमाएं कड़ाई से सील हों. कोई मूवमेंट न हो सिर्फ जरूरी मूवमेंट जारी रहेगा. DM एक्ट के तहत डीएम और एसपी निजी तौर पर इसके लिए जिम्मेदार माने जाएंगे. लॉकडाउन का पूरा पालन हो. जरूरी सामानों की सप्लाई बनाए रखें. कोई मूवमेंट अगर किसी का सामने आता है तो उसे 14 दिन क्वेरेंटाइन में रखें. 

TOP HIGH LIGHT 29 MARCH 20

मुंबई में 40 साल की महिला की कोरोना वायरस के कारण हुई मौत. महाराष्ट्र में अब तक कुल 7 लोगों की इस वायरस के कारण मौत हो चुकी है. महाराष्ट्र में कुल 167 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं.

– कोरोना वायरस के कारण स्पेन की राजुकमारी मारिया टेरसा का निधन

– कश्मीर में कोरोना वायरस के 5 और मरीजों की पुष्टि हुई है. इनमें 2 मरीज श्रीनगर, 2 बडगाम और 1 बारामुला से हैं.

– भारत में कोरोना पीड़ितों की संख्या 979 हुई, जबकि इस संक्रमण से 25 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले 24 घंटे में 6 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. 

– बिहार में अब तक 900 से भी ज्यादा कोरोना संदिग्ध मरीज पाए गए, अब तक कुल 11 पॉजिटिव मरीज मिले.

– पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के 6,61,367 मामले सामने आ चुके हैं.

 इस वायरस के कारण पूरी दुनिया में अब तक 30,671 लोगों की मौत हो चुकी है, जबिक 1,41,464 लोग बचाए जा चुके हैं.

कर्नाटक में पोसिटिव केस की संख्या 76 पहुंच गई है. पिछले 22 घंटे में 12 नए मामले सामने आए.

यूपी में अस्थाई शेल्टर होम बनाए जा रहे हैं. यूपी सरकार ने लोगों से घर से ना निकलने की अपील की है. यूपी में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 4786 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

– मध्य प्रदेश में कोरोना से पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है. 

– उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 61 में कोरोना की पुष्टि हुई है. शनिवार को नोएडा में कुल 9 नए मामले सामने आए. पूरे प्रदेश में शनिवार को कोरोना के 11 नए केस मिले. 

– महाराष्ट्र में कोराना वायरस के 9 नए मामले सामने आए हैं. मुंबई में 8 और नागपुर में एक नए मरीज में Covid-19 की पुष्टि हुई है. इसी के साथ महाराष्ट्र में पीड़ितों की संख्या बढ़कर 167 हो गई है. 

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