जनहित याचिका पर हाईकोर्ट का त्रुटियां दूर दाखिल करने का निर्देश & आधा किलो आटेे केे पैसे की घोषणा; कांग्रेस का आरोप & Top UK News 22 May 20

22 May 20# Himalayauk Newsportal Bureau # Uttrakhand News# मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की पहली बैठक आयोजित # पूर्व विधायक श्री बृजमोहन कोटवाल के निधन पर शोक #  जनहित याचिका पर हाईकोर्ट का त्रुटियां दूर दाखिल करने का निर्देश #दिन के हिसाब से सरकार सवा सोलह रुपये देने की घोषणा कर रही है; कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा # चमोली जिले में होम क्वारेंटीन का पालन करने की सख्त हिदायत#   चमोली 22 मई, चमोली जनपद में 15482 प्रवासी देश के विभिन्न राज्यों से घर आए # चमोली जिले से 103 मरीजों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए #नीलकमल  कोविड-19  से लड़ने के लिये  नए-नए प्रोडक्ट सॉल्यूशन लेकर आया #Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 Mail; himalayauk@gmail.com

राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या 151

Corona Update;    उत्‍तराखण्‍ड में २२ मई शुक्रवार को पांच नये कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए। इस तरह राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या 151 पहुंच गई है। नये मरीजों में तीन देहरादून और दो यूएसनगर के हैं। इनमें एक थैलेसीमिया बीमारी से पीड़ित सात साल का हरिद्वार लक्सर क्षेत्र का बच्चा भी शामिल है। अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि कुल 1319 सैंपल जांच को भेजे गए थे। इसमें 1007 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यूएसनगर से दो कोरोना पॉजिटिव केस सीएचसी जसपुर के हैं। एक 47 वर्षीय व्यक्ति मुंबई और एक 23 वर्षीय युवक दिल्ली से लौटा है।  इस समय कोरोना के कुल एक्टिव केस की संख्या 94 है। सबसे ज्यादा कोरेाना पॉजिटिव केस देहरादून में 54 हैं। दूसरे नंबर पर 31 केस यूएसनगर में हैं। 28 केस नैनीताल, 10 हरिद्वार में हैं। पहाड़ों में सबसे अधिक सात केस उत्तरकाशी में है। टिहरी और बागेश्वर में छह छह केस हैं। अल्मोड़ा, पौड़ी में चार चार, चंपावत में एक कोरोना पॉजिटिव केस है।

ऋषिकेश एम्स में गर्भवती महिला समेत तीन लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें दो ऋषिकेश के निवासी हैं। वहीं, एक दबकी कला लक्सर(हरिद्वार) का रहने वाला है। ऋषिकेश निवासी गर्भवती महिला और दूसरा शख्स कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड पहुंचे थे। ऋषिकेश नगर निगम में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं। एम्स से शुक्रवार को मिली रिपोर्ट में ऋषिकेश के दो और हरिद्वार के एक बच्चे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें कोरोना संक्रमित सात साल का बच्चा दबकी कला लक्सर(हरिद्वार) का रहने वाला है। एम्स के कोविड-19 नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि सुमन विहार बापूग्राम ऋषिकेश निवासी 53 वर्षीय एक पुरुष और बैराज कॉलोनी वीरभद्र रोड ऋषिकेश निवासी 30 वर्षीय एक महिला कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

पौड़ी की यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में विधायक रितु खंडूरी को लेकर विपक्ष ने आरोप लगाया हैं कि उन्होंने दिल्ली से यहां आकर लॉकडाउन का उल्लंघन किया है। विधायक ने इस आरोप को बेबुनियादी बताया।

मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की पहली बैठक आयोजित

देहरादून 22 मई, 2020 (सू.ब्यूरो/Himalayauk Newsportal)      मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की पहली बैठक आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि विश्वभर में उत्तराखण्ड आध्यात्म का केन्द्र है। उत्तराखण्ड के मन्दिरों की प्राचीन शैली इसकी विशिष्टता है। इसको बनाये रखने के लिए यह सुनिश्चित किया जाय कि मन्दिरों का प्राचीन स्वरूप बना रहे। जो लोग मन्दिरों के ऑनलाइन दर्शन करना चाहते हैं, उन्हें गर्भगृह को छोङकर बाकी मन्दिर परिसर के ऑनलाइन दर्शन एवं ऑडियो के माध्यम से पूजा-अर्चना करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। साथ ही इसमें धार्मिक मान्यताओं का भी पूरा ध्यान रखा जाय। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थाम प्रबन्धन बोर्ड में सबके हक-हकूकों का ध्यान रखा जायेगा। बैठक में मन्दिरों एवं उनसे जुड़ी प्रमुख पाण्डुलिपियों एवं अन्य ऐतिहासिक महत्व के सामग्री संग्रहण के लिए संग्रहालय बनाने की बैठक में चर्चा की गई है।  

बोर्ड की इस पहली बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार द्वारा धार्मिक यात्रा के समुचित संचालन के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जायेगा। उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड का अलग लोगो बनाया जायेगा। मन्दिरों की सम्पति, निधि, बहुमूल्य वस्तुओं को बोर्ड के प्रबंधन में अन्तरित करने हेतु मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अधिकृत किया गया है, इसके लिए कार्यवाही सबंधित जिलाधिकारियों द्वारा की जायेगी। उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड का अलग बैंक एकाउण्ट होगा। इसके लिए बैठक में राज्य सरकार द्वारा 10 करोड़ रूपये की धनराशि की स्वीकृति दी गई है। बदरी -केदार मंदिर समिति की अवशेष धनराशि भी उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड में ट्रांसफर की जायेगी। बद्री-केदार मंदिर समिति के कार्मिकों का समायोजन उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड में किया जायेगा। बोर्ड के लिए अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति की जायेगी एवं वित्त नियंत्रक का एक पद सृजित किया जायेगा। उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड में विभिन्न न्यायिक मामलों के लिए ट्रिब्यूनल बनाई जायेगी। एनआईसी द्वारा बदरी-केदार मंदिर समिति के लिए बनाई गई वेबसाइट का अधिग्रहण कर इसका अपग्रेडेशन किया जायेगा। इस अवसर पर उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रविनाथ रमन ने कोविड-19 के दृष्टिगत बदरी-केदार मन्दिर समिति के कार्मिकों द्वार दिये गये एक दिन के वेतन का 05 लाख रूपये का चेक मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सौंपा।

उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री सतपाल महाराज ने मानव उत्थान सेवा समिति के माध्यम से  भी बोर्ड को 05 लाख एक रूपये की धनराशि देने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी रखे

बैठक में विधायक बदरीनाथ श्री महेन्द्र भट्ट, विधायक गंगोत्री श्री गोपाल सिंह रावत, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री दिलीप जावलकर, सचिव वित्त श्रीमती सौजन्या, मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड श्री रविनाथ रमन उपस्थित थे।

  जनहित याचिका पर हाईकोर्ट का त्रुटियां दूर दाखिल करने का निर्देश

नैनीताल. उत्तर प्रदेश के विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत 10 लोगों को लॉकडाउन के दौरान बदरीनाथ-केदारनाथ जाने के लिए का पास देने का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है. इस मामले की सीबीआई जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर को लेकर नैनीताल हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई. हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता को याचिका में दस्तावेज़ों की कमी और याचिका के कानून के अनुरूप न होने पर फटकार लगाई और एक हफ्ते में सभी त्रुटियां दूर करने का निर्देश दिया. राज्य सरकार ने इस पीआईएल को अनावश्यक बताते हुए इसे खारिज करने की मांग की है. देहरादून के आलोक घिल्डियाल ने आज हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर इस मामले की सीबाआई से जांच करने की मांग की. याचिका ढंग से तैयार न किए जाने की वजह से होईकोर्ट ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाकर एक हफ़्ते में ठीक करने का निर्देश दिया.

राज्य सरकार ने कोर्ट में कहा कि इस मामले में यूपी और उत्तराखण्ड में विधायक और उनके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है लिहाजा इस केस में सीबीआई जांच की ज़रूरत नहीं है. सरकार ने कोर्ट को कहा कि ये याचिका खारिज करने योग्य है.

2 MAY 20 तारीख को जब लॉकडाउन के चलते अंतर्राज्यीय तो क्या अंतरज़िला आवाजाही भी बंद थी तब यूपी के महाराजगंज ज़िले की नौतनवा से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी बदरीनाथ-केदारनाथ जाने के इरादे से कर्णप्रयाग पहुंच गए थे. त्रिपाठी की तीन गाड़ियों और उनके समेत 10 लोगों को देहरादून ज़िलाधिकारी कार्यालय से श्रीनगर, बदरीनाथ, केदारनाथ जाने लिए 4 दिन का पास जारी किया गया था. इसी महीने की 2 तारीख को जब लॉकडाउन के चलते अंतर्राज्यीय तो क्या अंतरज़िला आवाजाही भी बंद थी तब यूपी के महाराजगंज ज़िले की नौतनवा से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी बदरीनाथ-केदारनाथ जाने के इरादे से कर्णप्रयाग पहुंच गए थे. त्रिपाठी की तीन गाड़ियों और उनके समेत 10 लोगों को देहरादून ज़िलाधिकारी कार्यालय से श्रीनगर, बदरीनाथ, केदारनाथ जाने लिए 4 दिन का पास जारी किया गया था.

वही दूसरी ओर उत्तराखंड में कोरोना वायरस, कोविड-19, संक्रमण की स्थिति पिछले कुछ दिन में विस्फोटक हो गई है. बीते तीन दिन में ही औसतन 10 पेशेंट पॉज़िटिव मिले हैं और संक्रमण का दायरा अब तक ग्रीन रहे ज़िलों में भी फैल गया है. कोरोना वायरस को लेकर उत्तराखंड सरकार सरकार की तैयारियों और कदमों को अपर्याप्त, बेकार बताते हुए हरिद्वार निवासी सचिदानंद डबराल ने नैनीताल हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी. डबराल कहते हैं कि प्रदेश सरकार की तैयारी और रवैया इस कोरोना संकट से निबटने को लेकर शुरु से ही गलत रहा. सरकार एक के बाद एक ऐसे कदम उठा रही थी कि यह आशंक बढ़ती जा रही थी कि कोविड-19 का संक्रमण गांव तक फैल जाएगा इसलिए मजबूरी में पीआईएल दायर करनी पड़ी.

डबराल की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कहा था कि एक बार यह संक्रमण गांव तक फैल गया तो भारी संकट आ जाएगा. इस याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट थर्मल टेस्टिंग को अपर्याप्त बता चुका है और रैपिड, एंटीजन टेस्ट करने की क्षमता के बारे में सवाल कर चुका है. वह आशंका जताते हैं कि स्थिति विस्फोटक होने के कगार पर पहुंच चुकी है और आशा जताते हैं कि सरकार हाईकोर्ट के निर्देश का पालन कर स्थिति को नियंत्रण में लाने की ईमानदार कोशिश करेगी.

खाली थाली बजाकर किया श्रम कानून के परिवर्तन का विरोध कहा कि मजदूर की थाली खाली हो रही है

दिन के हिसाब से सरकार सवा सोलह रुपये देने की घोषणा कर रही है; कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा

देहरादून 22 मई, 2020 (Himalayauk Bureau) देहरादून प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सरकार ने परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोगों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ढाई लाख लोगों को एक हज़ार रुपए देने का ऐलान ऐसे किया है, मानों वो एकमुश्त एक लाख रुपये दे रहे हों। उन्होंने कहा कि 24 मार्च से लेकर अब तक साठ दिनों से ये सभी लोग, जिनका जिक्र सरकार ने किया है पूरी तरह से बेरोजगार हैं। 

सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि ये रोज कमाकर खाने वाले लोग हैं। पोर्टर, गाइड, ड्राइवर-क्लीनर ये सभी लोग साठ दिनों से बिना काम के हैं और उन्हें हर दिन के हिसाब से सरकार अगर सवा सोलह रुपये देने की घोषणा कर रही है, तो ये सरकार का दिमागी दिवालियापन ही कहलाएगा। उनका कहना है कि सवा सोलह रुपये में तो सिर्फ आधा किलो आटा ही आएगा।

धस्माना ने ये भी कहा कि सरकार को लॉकडाउन वन के घोषित होते ही इन लोगों के खाते में कम से कम पांच हज़ार रुपये डालने चाहिए थे, जिससे ये सम्मानजनक तरीके से घर-परिवार का पेट तो भर ही लेते। धस्माना ने कहा कि सरकार को तत्काल अपने फैसले को संशोधित करते हुए इन लोगों के खाते में पांच हजार रुपये महीने के हिसाब से डालने चाहिए। 


वही दूूसरी ओर कांग्रेस नेत्री व उत्तराखण्ड़ कामगार महासंघ की अध्यक्ष ने आज महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर लाकड़ॉउन की आड़ में केन्द्र व राज्य सरकारें द्वारा श्रम कानून में लगातार श्रामिक विरोधी परिवर्तन को वापस कराने की मांग करते हुए अपने कार्यालय में साकेंतिक धरना उपवास करते हुए खाली थाली करछी बजाकर गरीब मजदूरों की खाली पेट की ओर सरकार का घ्यान आकर्षित करते हुए कहा कि कामगारों की थाली खाली हो रही है। उन्होने ज्ञापन में कहा कि लाकड़ॉउन की आड़ में केन्द्र व राज्य सरकारें द्वारा श्रम कानून में लगातार श्रामिक विरोधी परिवर्तन किये जा रहे है जिसके कि रोजगार के क्षेत्र में निजी व सरकारी क्षेत्र में कार्यरत कामगारों के सामने आर्थिक, सामाजिक व रोजगार की सुरक्षा का संकट खडा़ हो गया है, देश की अर्थ व्यवस्था पहले से ही गम्भीर संकट से गुजर रही है। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा लाकड़ाउॅन की आड़ में किये गये श्रम कानून में बदलाव जिसमें मजदूरों के काम को आठ घंटो से बढ़ाकर बारह घंटे किया जाना, उसे तुरंत वापस लिया जाये व ईएसआई में ब्याज दर को घटाकर केन्द्र सरकार ने श्रमिक विरोधी कार्य कर उनको आर्थिक हानि पहुॅचाई है।

 ईएसआई में दो प्रतिशत की भागीदारी कम कर श्रमिकों को भारी हानि पहुॅचाई है। श्रमिक कानूनों में कोई भी परिवर्तन किया जाना सभी कामगारों के साथ अन्याय है व इस तरह के कदम उठाने से तमाम कामगारों के आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा को खतरा हो गया है। विभिन्न रक्षा संस्थान सहित सार्वजनिक उपक्रमों का निगमीकरण व निजीकरण पर भी रोक लगाने की मांग ज्ञापन के माध्यम से करते हुए आज विभिन्न ट्रेड़ यूनियन संगठनों द्वारा किये जा रहे आन्दोलन व श्रमिक कानून परिवर्तन के विरोध का समर्थन भी किया है।

चमोली जिले में होम क्वारेंटीन का पालन करने की सख्त हिदायत

चमोली 22 मई,2020 (सू0वि0/Himalayauk Newsportal)  जिले में कोरोना वायरस ंसंक्रमण फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन दिन रात जुटा है। कोविड संक्रमण के प्रति लोगों जागरूक करते हुए सभी को मास्क लगाना तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य किया गया है। सीमा पर प्रवेश होने वाले वाहनों को सेनेटाइज्ड किया जा रहा है तथा प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग कराई जा रही है। गांव गलियों में साफ सफाई के बाद स्प्रे एवं ब्लीचिंग पाउडर का लगातार छिडकाव किया जा रहा है। नगर निकायों में सड़कों, नालियों, पैदल मार्गो में भी फागिंग एवं डिसिन्फेक्टेन्ट दवाओं का छिडकाव करके सेनेटाइज्ड किया जा रहा है। क्वारेंटीन सेंटरों में भी विशेष सफाई रखते हुए प्रतिदिन सेनेटाइज्ड कराया जा रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और प्रत्येक दिन जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति की समीक्षा भी कर रहे है।  
जिला प्रशासन क्वारेंटीन किए गए व्यक्तियों पर भी कडी नजर रखे हुए है। क्वारेंटीन किए लोगों से नियमों का पालन कराया जा रहा है और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है। गांव में शासकीय कार्मिकों के अलावा वरिष्ठ अधिकारी स्वयं भी गांव क्षेत्रों का भ्रमण कर औचक निरीक्षण कर रहे है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया एवं पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान द्वारा स्वयं भी काण्डई, कुरूड, रोपा, बछेर एवं आसपास के कई गांवों का औचक निरीक्षण कर चुके है। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को भी अपने क्षेत्रान्तर्गत क्वारेटीन किए गए व्यक्तियों पर निगरानी रखने तथा किसी प्रकार से उल्लंघन पाए जाने पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। होम क्वारेंटीन किए गए व्यक्तियों के घरों के बाहर स्टीकर चस्पा कर चेतावनी भी प्रदर्शित की जा रही है और होम क्वारेंटीन का पालन करने की सख्त हिदायत दी जा रही है।

जिला प्रशासन के निर्देशों के क्रम में जोशीमठ एसडीएम अनिल चन्याल ने जोशीमठ क्षेत्र के विभिन्न गांवों में होम क्वारेंटीन व्यक्तियों का निरीक्षण किया। इस दौरान ग्राम बडागांव में क्वारेंटीन किए गए विनय सिंह कमदी क्वारेंटीन में रहने के बजाय बाहर घूमता हुआ पाया गया। नियमों का उल्लंघन करने पर संबधित व्यक्ति के विरूद्व थाना जोशीमठ में धारा-188, 269, 270 आईपीसी-51 आपदा प्रबधंन अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।

कर्णप्रयाग एसडीएम वैभव गुप्ता ने अपने क्षेत्रान्तर्गत लंगासू, उत्तरों, बैडाणू गांव आदि गांवों का औचक निरीक्षण कर क्वारेंटीन लोगों की जाॅच की। इस दौरान उन्होंने होम क्वारेंटीन किए गए प्रवासियों को निर्धारित अवधि तक अनिवार्य रूप से क्वारेंटाइन रहने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि नियमों के उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। क्षेत्र में डयूटी पर तैनात सहायक अघ्यापकों एवं अन्य शासकीय कार्मिकों सहित ग्राम प्रधानों को भी क्वारेंटीन किए गए लोगों की लगातार माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए। कर्णप्रयाग-नैनीसैंण मोटर मार्ग पर एक वाहन को नियम विरूद्व आधे से अधिक सवारी ले जाने पर कार्यवाह की गई।

   चमोली 22 मई, चमोली जनपद में 15482 प्रवासी देश के विभिन्न राज्यों से घर आए

चमोली 22 मई,2020 (सू0वि0/Himalayauk)  कोरोना संकट के चलते प्रवासियों की घर वापसी लगातार जारी है। विगत 3 मई से अब तक के आंकडो पर नजर डाले तो चमोली जनपद में 15482 प्रवासी देश के विभिन्न राज्यों से घर आए है।

चमोली में अब तक यूपी से 606, गुजरात से 366, राजस्थान से 623, मध्यप्रदेश से 55, हिमांचल से 191, दिल्ली से 931, पंजाब से 454, हरियाणा से 1135, महाराष्ट्र से 169, आन्ध्र प्रदेश से 158, दमनदीप से 18, जम्बू कश्मीर से 4, गोवा से 132, दादार एण्ड नगर हवेली से 149, तमिलनाडू से 16, पश्चिम बंगाल  से 1 तथा बिहार से 3 कुल 4710 प्रवासी घर पहुॅचे है। इसके अलावा उत्तराखण्ड राज्य के देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर एवं अन्य जनपदों से 10772 प्रवासी अपने घर पहुॅचे। 3 मई से अब तक 15482 प्रवासी घर पहुॅचे है। इसमें 5646 प्रवासियों को राज्य सरकार ने बसों से पहुॅचाया है। जबकि 9836 प्रवासी पास लेकर अपने निजी वाहनों से पहुॅचे है।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार गौचर मेला मैदान में बनाए गए स्टेजिंग एरिया में सभी प्रवासियों की थर्मल स्क्रीनिंग, मेडिकल जाॅच एवं पूरा डाटा तैयार किया गया है। गौचर से जिला प्रशासन द्वारा इन सभी प्रवासियों को उनके गतंब्य स्थलों तक पहुॅचाया गया है।

चमोली जिले से 103 मरीजों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए

जनपद चमोली (Himalayauk)। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते गुरूवार को जिले से 12 अन्य मरीजों के सैंपल जाच के लिए भेजे गए। जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक जिले से 103 मरीजों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए। इसमें से 90 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव व एक रिपोर्ट पाजेटिव आई। जबकि 12 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। कोविड हेल्थ सेंटर गोपेश्वर में 9 मरीजों को अभी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। 

      कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 550 प्रवासी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग, मंडल, गैरसैण, ग्वालदम, जोशीमठ भराडीसैंण, पीपलकोटी इत्यादि स्थानों पर फेसलिटी क्वारंन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारंन्टीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाच कर रही है। इसके अलावा 9771 लोगों को होम क्वारंन्टीन किया गया है। होम क्वारंन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने बुधवार को 67 गांवों में घर-घर जाकर 574 क्वारेंटीन व्यक्तियों का मेडिकल चैकअप किया गया।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार जिले में लाॅकडाउन का सख्ती के साथ पालन कराया जा रहा है। क्वारेंटीन लोगों पर शासकीय कार्मिकों के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण पर निगरानी रखने के लिए 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमें भी फिल्ड से जानकारी जुटा रही है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 30 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 3, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151 के तहत 62, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 45, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर गिरफ्तारियां 1, पुलिस एक्ट के तहत 262 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 454 चालान और 87 वाहनों को सीज किया गया है।

जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 2224.47 कुन्तल, चावल 4330.37 कुन्तल, मसूर दाल 359.85 कुन्तल, चना दाल 303.85 कुन्तल, चीनी 124.72 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 1415.28 कुन्तल व दाल 156.22 कुन्तल, एसएफवाई का अतिरिक्त गेहूॅ 2423.03 कुन्तल, चावल 3504.01 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3947 गैस सिलेण्डर है।

लाकडाउन अवधि में पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार कर रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है। लाॅकडाउन में कोई भूखा ना रहे इसके लिए भी जिला प्रशासन निरन्तर मदद कर रहा है। जिला प्रशासन ने गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 6157 ड्राई राशन किट तथा 5781 लोगों को भोजन खिलाया गया।

नीलकमल कोविड-19 से लड़ने के लिये नए-नए प्रोडक्ट सॉल्यूशन लेकर आया

नीलकमल ने हेल्थकेयर संबंधी आधारभूत संरचना की बढ़ती जरूरतों में सहयोग देने के लिये अपनी उत्पाद श्रृंखला का विस्तार किया है 

देहरादून-22 मई 2020, भारत के पसंदीदा फर्नीचर ब्राण्ड नीलकमल ने कोविड क्वारंटीन बेड, 7 पोजिशन आइसोलेशन बेड, वायरसगार्ड पार्टिशन, ट्रैवेलगार्ड पार्टिशन और हैंड वाश स्टेशंस जैसे विशिष्ट उत्पादों की एक व्यापक श्रृंखला पेश की है। इस ब्राण्ड ने क्विक कोविड बेड को भी लॉन्च  किया है, जो बहुत  किफायती है और  इसे असेंबल व इंस्टाल  करने में 3 मिनट  से भी कम का  समय  लगता है। इस नवाचार पर  टिप्पणी करते हुए श्री  अजय अग्रवाल,  वीपी ऑपरेशंस,  नीलकमल  लिमिटेड ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी  ने अभिनव एवं  उपयोग में लाए  जाने  वाले  समाधानों की  आवश्यकता को  जन्म दिया है ताकि  बाजार में  आ रहे अंतर  को  पूरा  किया  जा सके। एक संगठन  के तौर पर,  नीलकमल  ने आगे आकर  इस जरूरत को  पूरा करने  का  संकल्प लिया है। यह खोजपरक  उत्पाद  हमारी रिसर्च  एंड डेवलपमेन्ट  टीम की देन हैं,  जो अनूठे समाधान  बनाने  के लिये चैबीसों घंटे काम कर रही है। हमें  उम्मीद है  कि यह  समाधान इस  महामारी  के  विरूद्ध  हमारी लड़ाई में सभी हितधारकों को लाभ देंगे।’’

नीलकमल ने 2 सप्ताह के रिकॉर्ड समय में बने अस्थायी आपातकालीन अस्पताल के लिये एमएमआरडीए को 1000 कोविड क्वारंटीन बेड्स, मैट्रेसेस और अन्य फर्नीचर की सफलतापूर्वक आपूर्ति की है। बे ड्स समेत  इस इंफ्रास्ट्रक्चर  का विकास रोगियों  के आराम और सुविधा  को ध्यान में  रखकर किया  गया है। नीलकमल  ने 3 इनोवेटिव बेड डिजाइन पेश किये हैं।

नीलकमल का कोविड क्वारंटीन बेड इस ब्राण्ड की समर्पित डिजाइन और विकास टीम की देन है। किफायती और सस्ते होने के साथ ही यह बेड इस्तेमाल के लिए बिल्कुल तैयार हैं। इसमें आपको प्रॉडक्ट को असेंबल करने का बोझिल काम नहीं करना पड़ता। ये बेड इस्तेमाल  में आसान हैं। इन्हें  स्टोर  किया  जा सकता है  और एक जगह से दूसरी जगह ले जाया  जा सकता है।  यह बेड  तरह-तरह से इस्तेमाल की  जा सकने  वाली कैबिनेट  के साथ आते हैं। इससे यूजर्स को कई  तरह की  सुविधा मिलती है।  इसमें  कोई सामान रखा जा सकता है। इसे  खाना खाने  के लिए या बेड  के  साइड  में  रखी हुई  टेबल के  रूप में उपयोग  किया जा सकता है। नीलकमल  के क्वारंटीन और  आइसोलेशन बेड्स का  उपयोग  देश के विभिन्न राज्यों  जैसे झारखण्ड, सोलापुर,  पश्चिम  बंगाल,  तमिलनाडु  और  ठाणे के अस्पतालों में किया जा रहा है ।

नीलकमल 7 पोजिशन आइसोलेशन बेड एक एंग्युलर बेड है, जिस पर रोगी बेहतर ढंग से सांस ले सकते हैं। इसमें ऑक्सीजन  सिलेंडर और सलाइन हुक  लगाया जा सकता है, क्योंकि यह  65 डिग्री तक झुक सकता है। इसमें 360  डिग्री की सुरक्षात्मक  पारदर्शी कवरिंग है,  ताकि वायुजनित संचरण न हो और  वेंटिलेशन के लिए यह उपर से खुल भी सकता है। इसमें पाउडर- कोटेड मेटल  फ्रेम है और नॉकडाउन असेंबली फीचर भी है।

नीलकमल का क्विक कोविड बेड प्लास्टिक की मजबूत चादरों से बना है, यह बहुत टिकाऊ और सबसे सस्ता है। इसे 3 मिनट में असेंबल किया जा सकता है। इसे साफ  करना और डिसइंफेक्टेन्ट्स  से सैनिटाइज करना सरल है और यह 100 प्रतिशत वाटरप्रूफ और पुनःचक्रण के योग्य है। हल्का होने के कारण  इसे कहीं भी आसानी  से लाया जा सकता  है और इस पर 300  किलोग्राम  तक वजन रखा  जा सकता है। यह दीमक और  जीवाणुओं से भी सुरक्षित  है और इसमें  कार्डबोर्ड के  बिस्तरों  की  तरह कोई दुर्गंध नहीं आती है।

वायरसगार्ड कैंटीन और कैफे के लिये एक स्वच्छ और सुरक्षित टेबलटॉप डिवाइडर है, जो संक्रमण फैलने से रोकता है। यह 100 प्रतिशत  पुनःचक्रण  योग्य डिवाइडर्स  सामाजिक दूरी  बनाये  रखने में मदद  करते हैं। यह लंबे समय  तक चलते हैं,  लागत में किफायती हैं  और  इन्हें फैब्रिकेट  और इंस्टाल  करना  सरल है।  इन्हें  साफ और  सैनिटाइज करना  आसान है, किसी भी  डिसइंफेक्टेन्ट  के  लिये  क्लिनिकली  सुरक्षित है औ र  सभी टेबलों के लिये कॉम्पैटिबल भी हैं। इसकी  सपाट सतह  पर जीवाणु  एकत्र नहीं हो पाते हैं।  इसे  ग्राफिक्स  से कस्टमाइज  किया जा सकता  है और  यह  सेल्फ- स्टैंडिंग है।  नीलकमल की नई पेशकश है  ट्रैवेलगार्ड  पार्टिशन। इसे वायरस  का फैलाव  जाँचने  के  लिये  सार्वजनिक  परिवहन की  बसों,  आदि में सीटों  के बीच  रखा जा सकता है ।

नीलकमल हैण्ड वाश स्टेशन उच्च गुणवत्ता के वर्जिन प्लास्टिक से बना है। इसके साफ-सुथरे डिजाइन में पानी का पूरा उपयोग होता है। इसे  इंस्टाल  करना आसान है  और  शारीरिक दूरी के जरूरी  नियमों को पूरा करता है। यह  कम जगह  घेरता है और छोटी जगह  में इंस्टाल  हो सकता है।

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