उत्तराखंड पुलिस ने 2019 में वाहन चालान से वसूले 29.44 करोड़ रूपये & Top UK News 7 May 20

7 MAY 20# HIGH LIGHT# Uttrakhand News; Himalayauk Newsportal Bureau #  उत्तराखंड पुलिस ने वसूले 29.44 करोड़ रूपये # माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने  1 करोड़ 51 लाख रूपये राशि प्रदान # विधायक श्री जॉर्ज आईवन ग्रेगरी मैन ने भेंट की #देहरादून जनपद में 5 कन्टेंन्टमेंट जोन हैं जिनमें नगर निगम देहरादून क्षेत्रान्तर्गत 2 जोन एवं नगर निगम ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत 3 जोन #देहरादून जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 34 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 13 व्यक्ति उपचाररत् # ट्रेनों से लाए जाने वाले लोगों का खर्च उत्तराखंड सरकार ही उठाएगी- मुख्य सचिव #  आरोग्य सेतु एप  प्रदेश में फिलहाल 11 लाख 73 हजार 448 लोग इस एप का इस्तेमाल कर रहे हैं।   #यह समय है अपनी आंतरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का- पीआरएसआई# भाजपा कार्यकर्ता की मृत्यु के पश्चात परिवार की स्थिति को देखते हुए उनकी पुत्री को 51 हजार की धनराशि का चैक प्रदान करते मसूरी विधायक गणेश जोशी।#भाजपा संगठन से 16 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा हो जाएंगे; # चमोली बाहरी राज्यों में फंसे लोगों का आना आज भी जारी #उत्तराखंड में लगभग 50 लाख स्मार्ट फोन हैं, लेकिन अभी तक महज 12 लाख लोग ही इस एप से जुड़े हैं।  # Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mail; himalayauk@gmail.com

TOP HIGH LIGHT# 7 MAY 20; UTTRAKHAND NEWS;                               देहरादून. पूरे देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच उत्तराखंड  (Uttarakhand) से अच्छी खबर आई है. गुरुवार को दोपहर 2 बजे तक कोई नया पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है. राज्य में अब तक कोविड-19 (COVID-19) के 21 एक्टिव केस समेत कुल 61 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. सूबे में कोरोना संक्रमण से अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है.

 उत्तराखंड पुलिस ने वसूले 29.44 करोड़ रूपये # उत्तराखंड में साल भर में 14.19 लाख वाहन चालान करके पुलिस ने वसूले 29.44 करोड़ रूपये #        देहरादून जिले में सर्वाधिक चालान, उधमसिंह नगर जिले में सर्वाधिक वसूली

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने हिमालयायूके को एक प्रेस विज्ञप्‍ति भेज कर अवगत कराया है कि उत्तराखंड में वर्ष 2019 में पुलिस ने 14 लाख 19 हजार वाहन चालान किये तथा वाहन चालकों से 29 करोड़ 44 लाख रूपये का शमन शुल्क (चालान धनराशि) वसूली है।

उक्त खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट को उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ है।

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के लोक सूचना अधिकारी से वर्ष 2019 में उत्तराखंड पुलिस व इसके अन्तर्गत सी.पी.यू. द्वारा किये गये जिलेवार चालानों तथा वसूली गयी शमन शुल्क (जुर्माने) की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में लोेक सूचना अधिकारी/पुलिस उपमहानिरीक्षक (फायर/कार्मिक) पुलिस मुख्यालय एन0एस0नपल च्याल ने अपने पत्रांक 554  के साथ उत्तराखंड पुुलिस व इसके अन्तर्गत सी.पी.यू द्वारा जिलेवार किये गये मोटर वाहन चालानों की संख्या तथा वसूली गयी धनराशियों का विवरण उपलब्ध कराया है।

श्री नदीम को उपलब्ध विवरण के अनुसार उत्तराखंड पुलिस ने वर्ष 2019 मेें कुल 14 लाख 19 हजार चालान किये गये है। इसमें से 3 लाख 56 हजार चालान चार बड़े जिलों के कार्यरत सी.पी.यू. द्वारा किये गये है। इन चालानों से पुलिस द्वारा कुल 29 करोड़ 44 लाख रूपये का शमन शुल्क (जुर्माना) वसूला गया हैै जिसमें 4 करोड़ 68 लाख रूपये केवल सी.पी.यू. द्वारा वसूले गये है।

श्री नदीम को उपलब्ध जिलावार विवरणों के अनुसार वर्ष 2019 में सर्वाधिक 3 लाख 22 हजार 600 चालान देहरादून जिले में जबकि 3 लाख 16 हजार चालान उधमसिंह नगर जिले में किये गये हैै। शमन शुल्क वसूलने में उधमसिंह नगर जिला सबसेे आगे हैै इसमें 7 करोड़ 80 लाख रूपयेे वसूले गये हैै जबकि देहरादून में 6 करोड़ 3 लाख 80 हजार रूपये वसूले गये है।

अन्य जिलों के विवरण के अनुसार नैनीताल जिले में 1 लाख 82 हजार चालान करके 3 करोड़ 75 लाख 30 हजार, अल्मोड़ा जिले में 40 हजार 200 चालान करके 1 करोड़ 10 हजार, पिथौरागढ़ में 52 हजार 200 चालान करके 93 लाख 60 हजार, बागेश्वर में 24 हजार 200 चालान करके 40 लाख 50 हजार, चम्पावत में 36 हजार 500 चालान करके 59 लाख 30 हजार, उत्तरकाशी में 29 हजार 800 चालान करके 42 लाख 10 हजार, टिहरी में 89 हजार 300 चालान करके 1 करोड़ 63 लाख, चमोली में 31 हजार 700 चालान करके 60 लाख 50 हजार, रूद्रप्रयाग में 13 हजार 200 चालान करके 29 लाख 20 हजार, पौड़ी में 98 हजार 300 चालान करके 1 करोड़ 97 लाख, हरिद्वार में 1 लाख 83 हजार 100 चालान करके 3 करोेड़ 89 लाख 40 हजार का शमन शुल्क वसूला गया है।

श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार सी.पी.यू. द्वारा नैनीताल जिले में 68 हजार चालान करके 97.3 लाख, देहरादून में 96.6 हजार चालान करके 53.8 लाख, हरिद्वार में 71.1 हजार चालान करके 86.4 लाख तथा उधमसिंह नगर जिले में 1.2 लाख चालान करके 2.3 करोड़ रूपये का शमन शुल्क वसूला गया हैै। 

माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने  1 करोड़ 51 लाख रूपये राशि प्रदान

देहरादून 07 मई, 2020 (सू.ब्यूरो) कोविड-19 के दृष्टिगत  माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने मुख्यमंत्री राहत कोष में  1 करोड़ 51 लाख रूपये राशि प्रदान की है।

आज उन्होंने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को उक्त धनराशि का चेक भेंट किया। मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से कोविड-19 के खिलाफ लङाई में हम अवश्य जीतेंगे।

मंत्रिपरिषद् के सदस्यों को उत्तराखंड में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी गई

देहरादून 07 मई, 2020 (सू.ब्यूरो)     गुरूवार को मंत्रिमंडल की बैठक से पूर्व मंत्रिपरिषद् की बैठक हुई। इसमें मंत्रिपरिषद् के सदस्यों को उत्तराखंड में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। राज्य में कोविड-19 के दृष्टिगत स्वास्थ्य सुविधाओं में किए गए सुधार और कृषि, उद्योग सहित पुनः प्रारंभ की गई आर्थिक गतिविधियों के बारे में भी बताया गया।

आयुष मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व मंत्री परिषद के सभी सदस्यों को  रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने संबंधी आयुष विभाग द्वारा तैयार किये गये आयुष किट भेंट किए।

विधायक श्री जॉर्ज आईवन ग्रेगरी मैन ने भेंट की

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से कोविड-19 के दृष्टिगत विधायक श्री जॉर्ज आईवन ग्रेगरी मैन ने भेंट की। विधायक श्री जॉर्ज आईवन ग्रेगरी मैन ने सैंट जौन्स चर्च की ओर से मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को 100 पीपीई किट सौंपी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कोरोना योद्धाओं के लिये मदद के प्रयासों की सराहना भी की।

ट्रेनों से लाए जाने वाले लोगों का खर्च उत्तराखंड सरकार ही उठाएगी- मुख्य सचिव

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बुधवार को सचिवालय मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता  में  बताया कि उत्तराखंड के 1321 लोग सूरत, 1102 अहमदाबाद जबकि 2277 लोग पुणे में फंसे हुए हैं। इनकी सूची रेल मंत्रालय के साथ ही गुजरात और महाराष्ट्र सरकारों को उपलब्ध करा दी है। अब दोनों राज्य, मंत्रालय से समन्वय कर इन्हें ट्रेनों से भेजने की व्यवस्था करेंगे। इन्हें हरिद्वार व काठगोदाम तक लाया जाएगा।

जहां स्क्रीनिंग के बाद इन्हें अनिवार्य होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा। ट्रेनों से लाए जाने वाले लोगों का खर्च उत्तराखंड सरकार ही उठाएगी।  मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में पंजीकृत श्रमिकों के खातों में एक-एक हजार रुपये की दूसरी किश्त भी डाल दी गई है। यह लाभ 1,98,000 श्रमिकों को मिला है।   विभिन्न प्रांतों में फंसे अब तक 7363 प्रवासी अपने घर लौट चुके हैं। मुख्य सचिव ने बताया कि ये लोग उत्तर प्रदेश, राजस्थान और चंडीगढ़ से लाए गए। वहीं, राज्य में विभिन्न जिलों में फंसे 8104 लोग अपने घरों को जा चुके हैं।  

 आरोग्य सेतु एप  प्रदेश में फिलहाल 11 लाख 73 हजार 448 लोग इस एप का इस्तेमाल कर रहे हैं।  

देहरादून जनपद में 5 कन्टेंन्टमेंट जोन हैं जिनमें नगर निगम देहरादून क्षेत्रान्तर्गत 2 जोन एवं नगर निगम ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत 3 जोन

 देहरादून दिनांक 07 मई 2020 (जि.सू.का),  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि नगर निगम देहरादून  क्षेत्रान्तर्गत स्थित भगत सिंह कालोनी में कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति चिन्हित होने के पश्चात कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया था। उक्त क्षेत्र की 28 दिन की अवधि पूर्ण होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी देहरादून द्वारा की गयी संस्तुति के उपरान्त उक्त क्षेत्र को कन्टेन्टमेंट जोन से मुक्त किया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद देहरादून में कोविड-19 संक्रमण व्यक्ति चिन्हित होने के पश्चात 11 कन्टेन्टमेंट जाने बनाये गये थे, जिनमें 6 कन्टेन्टमेंट जोन को अब-तक मुक्त किया गया हैं वर्तमान में जनपद में 5 कन्टेंन्टमेंट जोन हैं जिनमें नगर निगम देहरादून क्षेत्रान्तर्गत 2 जोन एवं नगर निगम ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत 3 जोन हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि जो लोग होम क्वारेंटीन किये गये हैं उनपर स्मार्ट सिटी के इन्टिग्रेटेड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सिस्टम से माॅनिटिरिंग की जा रही है यदि ऐसे व्यक्ति अपने घर से बाहर निकलते हैं तो तत्काल उसकी जानकारी सम्बन्धित निगरानी टीम को दे दी जाती है, बार-बार घर बाहर आने पर सम्बन्धित को इंस्टिट्यूशन क्वोंरटीन किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि आज विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं ने जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुए भोजन पैकेट उपलब्ध कराये, जिसमें मुख्यतः राधास्वामी सत्संग व्यास, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर समिति, झण्डा बाजार, रोशनी जन सेवा संस्थान डी.एल रोड चैक देहरादून, वेस्ट वाॅरियर्स, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय देहरादून, सत्य सांई सेवा संस्थान, शिल्पा प्रोडक्शन, सर्राफा मण्डल, कालिका मन्दिर समिति, स्काउट एवं गाईड द्वारा भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये गये। जनपद सदर क्षेत्रान्तर्गत कुल 4844 व्यक्तियों को  भोजन के पैकेट वितरित किये गये जिनमें, वरिष्ठ नागरिक 1, थाना पटेलनगर में 1200, पटेलनगर चैकी में 559, नेहरूकालोनी थाना में 500, थाना रायपुर में 400, इन्दिरानगर चैकी में 100, आराघर चैकी में 300, आईएसबीटी चैकी में 330, धारा चैकी में 1000,नगर निगम में 150, मच्छीबाजार में 28, पत्थरीबाग में 4, अजबपुर में 90, बल्लीवाला में 24, घंटाघर में 40, कौलागढ में 4, कचहरी रोड में 60, ब्रहा्रम्पुरी में 24, किशननगर में 10, दीपनगर में 20 व्यक्तियों को भोजन के पैकेट वितरित किये गये।

 जिला प्रशासन की टीम द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला एवं तहसील सदर में कुल 2344 निराश्रित पशुओं जिसमें 1644 श्वान, 630 गौवंश एवं 70 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं व्यक्तियों के सहयोग से जनपद के विभिन्न स्थानों पर 1595 अन्नपूर्णा राशन किट वितरित की गयी थाना रायपुर  में 500, थाना नेहरू कॉलोनी में 300, थाना डालनवाला में 115, थाना कैंट में 50, कोतवाली दून में 100, थाना पटेलनगर में 150, थाना राजपुर में 175,तहसील मसूरी में 100, मणिपुर स्टूण्डेन्ट यूनियन को  105 अन्नपूर्णा किट वितरित किये गये।  

जनपद के देहरादून क्षेत्र में 08 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के माध्यम से प्रति पैकेट रू0 43 की दर से 500 पैकेट विक्रय किया गया। इसी क्रम में जनपद के  विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 21 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते दरों पर 119.32 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा जनपद के नगर निगम क्षेत्र देहरादून में अवस्थित भगत सिंह कालोनी में खाद्य एवं दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई गयी। जिला पूर्ति विभाग द्वारा भगत सिहं कोलोनी में 9,  बीस बीघा ऋषिकेश में 5, आजाद कालोनी में 35 गैस सिलेण्डर वितरित किये गये। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत भगत सिंह कालोनी में 689, आजाद कालोनी में 964, तथा बीस बीघा ऋषिकेश में 479 उपभोक्ताओं को खाद्यान उपलब्ध कराया गया। दुग्ध विकास विभाग द्वारा आज भगत सिंह कालोनी 345 ली0, लक्खीबाग 325 ली0, कारगीग्रान्ट 330, ली0 , आजाद कालोनी 155 ली0, बीस बीघा कालोनी में 70 ली0 चमन विहार में 45 ली0, आवास विकास कालोनी ऋषिकेश में 60 ली0 कुल 1330 ली0 दूध विक्रय किया गया। आजाद कालोनी में 3 एवं भगत सिंह कालोनी में 1 मोबाईल वैन के माध्यम से फल एवं सब्जियां उपलब्ध करवाई गयी।

जनपद देहरादून के महराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज रायपुर से विभिन्न जनपदों हेतु 52 बसों के माध्यम से कुल 1308 व्यक्ति सम्बन्धित जनपदों को भेजे गये, जिनमें जनपद टिहरी हेतु 41 बसों के माध्यम से 1207 व्यक्ति, उत्तरकाशी हेतु 1 बस के माध्यम से 21 व्यक्ति, पौड़ी हेतु 1 बस के माध्यम से 22 व्यक्ति, नैनीताल हेतु 1 बस के माध्यम से 20 व्यक्ति, रूद्रप्रयाग व चमोली 1 बस के माध्यम से 13 तथा टिहरी हेतु 1 बस के माध्यम बाहरी राज्यो से आये प्रवासी 25 व्यक्यिों को स्वास्थ्य जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजे गये है। इसी प्रकार ऋषिकेश क्षेत्र से जनपद टिहरी हेतु 16 बसों के माध्यम से 384 व्यक्ति स्वास्थ्य परीक्षण के उपरान्त सम्बन्धित जनपद को भेजा गया। इसी क्रम में कोविड-19 के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि में तहसील विकासनगर अन्तर्गत राहत शिविरों में ठहराये गये जम्मू कश्मीर के 35 व्यक्त्यिों को 28 दिन क्वारेंटाइन अवधि पूर्ण करने पर स्वास्थ्य जांच के उपरान्त उनके गृह जनपदों में भेजा गया। इसी क्रम में पर्ल एवं अग्रसेन होस्टल में इंस्टिटूसनल क्वारेंटीन किये गये अहमदाबाद निवासी 33 व्यक्यिों को 28 दिन क्वारेंटाइन अवधि पूर्ण करने पर स्वास्थ्य जांच के उपरान्त 1 बस के माध्यम से उनके गृह जनपदों में भेजा गया।

कोविड-19 के संक्रमण के  दृष्टिगत जिला आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून में जन सहायता हेतु स्थापित कन्ट्रोलरूम में कुल 97 काॅल प्राप्त हुई हैं, जिसमें, ई-पास हेतु 83, भोजन के लिए 5, राशन हेतु 8,  मेडिकल हेतु 1,काॅल प्राप्त हुई।

कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ ए.के डिमरी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी जी.सी कण्डवाल द्वारा स्पोर्टस कालेज रायपुर में 300 एवं आनंदम स्वीट् के 40 कार्मिकों सहित कुल 340 व्यक्तियों को  प्रशिक्षण दिया गया। आज मोबाईल एटीएम चमन विहार, आजाद कालोनी, क्षेत्र में जनसुविधा हेतु उपलब्ध रही तथा कल भगत सिंह कालोनी में  जनसुविधा हेतु उपलब्ध रहेगी। जनपद में मनरेगा कार्याें के अन्तर्गत आतिथि तक 679 निर्माण कार्य प्रारम्भ किये गये, जिनमें 6769 श्रमिकों को सैनिटाईजेशन एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करवाते हुए उक्त कार्य में योजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया।

लाॅक डाउन अवधि में सिविल सोसायटी व शासकीय विभागों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों  के दृष्टिगत आज के कोरोना वाॅरियर-
कोरोना वाॅरियर (सिविल सोसायटी से)
ग्लोबल गाॅड मदर फोंउडेशन, देहरादून
श्रीमती भावना पाण्डेय,
संस्थापक,
लाॅक डाउन अवधि में निराश्रित  व्यक्तियों हेतु भोजन पैकेट उपलब्ध करा रहे हैं।

कोरोना वाॅरियर (शासकीय विभाग से)  
श्री अनुराग मिश्रा,
सहायक निदेशक, दुग्ध विकास विभाग, देहरादून
लाॅक डाउन अवधि में कोरोविड संक्रमण के दृष्टिगत घोषित किये गये कन्टेंनमेंट जोन में दुग्ध, डेयरी उत्पाद पंहुचाने के दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।  

देहरादून जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 34 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 13 व्यक्ति उपचाररत्

देहरादून दिनांक 07 मई 2020 (जि.सू.का),  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है आज कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत संदिग्ध 25 व्यक्तियों के सैंपल जांच हेतु भेजे गये हैं तथा 72 सैम्पल प्राप्त हुए जिनमें सभी की रिपोर्ट नेगिटिव प्राप्त है। जनपद में कोरोना पाजिटिव संक्रमितों की संख्या 34 है, जिनमें 20 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 13 व्यक्ति उपचाररत् हैं। जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध व्यक्तियों हेतु विकासखण्डवार दैनिक सर्विलांस के आधार पर आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा कुल 448360 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य कर लिया गया है, जिनमें विकासखण्ड चकराता में 30690, विकासखण्ड डोईवाला में 63759, विकासखण्ड रायपुर में 193443, विकासखण्ड सहसपुर में 160468 शामिल हैं।

कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि के दौरान जनपद में बनाये गये 07 राहत शिविरों  में ठहरे 125 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग प्रदान की गयी। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत दिहाड़ी/मजदूरी करने आये 34 श्रमिकों जिन्हे रेनबसेरा पटेलनगर देहरादून में बनाये गये राहत शिविर में ठहराया गया है, की साईकेट्रिक सपोर्ट टीम द्वारा रिवाइस्ड कांउसिलिंग की गयी। आज कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हेतु नियुक्त विभिन्न कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षा के दृष्टिगत 85 एन-95 मास्क, 500 ट्रिपल लेयर मास्क, 620 सर्जिकल गलब्स तथा 108 सेनिटाइजर उपलब्ध कराये गये।

यह समय है अपनी आंतरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का- पीआरएसआई

देहरादून: पब्लिक रिलेशन सोसायटी आफ इंडिया देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष, अमित पोखरियाल ने अवगत कराया कि यह समय है अपने शरीर की आंतरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का, जब सारे विश्व में कोरोना संक्रमण फैला है तो स्वस्थ रहना जरूरी है ,इसी सोच को लेकर आज पीआरएसआई देहरादून चैप्टर और आर्ट ऑफ़ लिविंग देहरादून के संयुक्त समन्वय से मुख्य वक्ता के रूप श्वेता गोलानी, वरिष्ठ फैकल्टी एवं स्टेट डायरेक्टर ने एक आनलाइन डिजिटल इंटरेक्टिव कार्यशाला का आयोजन किया । जिसमें श्वेता गोलानी द्वारा श्वास एवं ध्यान के माध्यम से शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर एक सत्र लिया गया ।इस  डिजिटल ऑनलाइन इंटरेक्टिव सेशन में पीआरएसआई के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने भाग लिया। अनिल सती सचिव, पीआरएसआई देहरादून चैप्टर  ने कहा कि इससे पीआरएसआई के सदस्यों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी तथा इस सत्र के आयोजन हेतु संजय भार्गव, संयुक्त महाप्रबंधक, हुडको का विशेष सहयोग एवं समन्वय रहा है।

    श्वेता गोलानी ने प्रतिभागियों को बताया कि  हमारे फेफड़ों की क्षमता को कैसे बढ़ाया जाए? शारीरिक प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमारी सांस का उपयोग कैसे करें? ध्यान सीखना क्यों ज़रूरी है और इसमें सांस की क्या भूमिका है? प्रतिभागियों के लिए ध्यान का सत्र हुआ जिसमें सभी प्रतिभागियों को असीम मानसिक शांति का अनुभव हुआ।

 सेशन के अंत में पब्लिक रिलेशन सोसायटी आफ इंडिया के पदाधिकारियों और सदस्यों को जिसमें मुख्य रूप से डा. डीपी उनियाल, पूजा पोखरियाल, दीप्ति सती,  रोहित नौटियाल, महेश खंकरियाल, अशोक लालवानी आदि रहे जिन्हें आर्ट आफ लिविंग द्वारा संचालित ऑनलाइन हैप्पीनेस कार्यशाला की भी जानकारी दी गई। जो इस विषम परिस्थिति जब पूरे विश्व में कोविड 19 का संक्रमण फैला हुआ है, यह बहुत आवश्यक हो जाता है कि हम सभी अपने शरीर की आंतरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं और घर बेठे कैसे सुदर्शनक्रिया को सीखा जा सकता है जो सभी के लिए मानसिक एवं शारीरिक संतुलन बनाए रखने में बहुत लाभदायक रहेगी।

भाजपा कार्यकर्ता की मृत्यु के पश्चात परिवार की स्थिति को देखते हुए उनकी पुत्री को 51 हजार की धनराशि का चैक प्रदान करते मसूरी विधायक गणेश जोशी।

देहरादून 07 मई : विपदा की इस घड़ी में मसूरी विधायक गणेश जोशी जहां एक ओर मोदी किचन और मोदी फूड्स के माध्यम से जनसामान्य की सेवा में लगे हैं, वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता चरण सिंह पुण्डीर की कैंसर जैसी भयावह बिमारी मृत्यु होने पर उन्होनें अपनी ओर से 51 हजार की धनराशि का चैक उनकी पुत्री निकिता को प्रदान किया।
       वीरवार को देहरादून के रिखोली पहुॅचे मसूरी विधायक गणेश जोशी एक मिशाल पेश करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता रहे देहरादून के रिखोली निवासी पुण्डीर परिवार को सहारा देते हुए उनके पालन-पोषण के लिए 51 हजार का चैक प्रदान किया। जोशी ने यह चैक मृतक चरण सिंह पुण्डीर की पुत्री निकिता को प्रदान किया। विधायक जोशी ने कहा कि मानवता की दृष्टि से अगर हम किसी की मदद कर सके तो, हमें करनी चाहिए। उन्होनें यह भी कहा कि मेरा नैतिक कर्तव्य बन जाता है कि मेरे क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी न हो।
        स्थानीय लोगों ने बताया कि चरण सिंह पुण्डीर की मृत्यु कैंसर की बिमारी के कारण हो गयी थी और उनकी पत्नी ब्रेन स्टॉक के कारण पिछले तीन माह से देहरादून के श्री मंहत इन्द्रेश अस्पताल में भर्ती है, घर पर तीन बच्चें है जो भी स्कूल पढ़ते हैं। एक बेटी कक्षा 12 में, तथा दो बेटे क्रमशः कक्षा 6 एवं 12 में अध्ययनरत हैं। परिवार के मुख्या का देहान्त होने के कारण आर्थिक स्थिति बहुत की दयनीय हो गयी है।
        इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर भी उपस्थित रहे।  

भाजपा संगठन से 16 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा हो जाएंगे;

उत्तराखंड में बीजेपी के 11,235 बूथ हैं. भाजपा ने प्रत्येक बूथ पर अपने कार्यकर्ताओं को 21 लोगों को मोटिवेट कर मुख्यमंत्री राहत कोष में 100 रुपये दान करवाने का लक्ष्य दिया है. इससे पहले भाजपा संगठन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री राहत कोष में पैसा जमा करवाने के निर्देश दिए थे. इसमें भी कार्यकर्ताओं ने 100 रुपये जमा करवाए  और लगभग अब तक 54,000 से ज़्यादा कार्यकर्ता 100 रुपये जमा करवा चुके हैं, पार्टी ने सभी कार्यकर्ताओं से बूथ लेवल पर आम लोगों से मुख्यमंत्री राहत कोष में 100 रुपये दाने करने की अपील करने को कहा है. चुनाव हो या न हो भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को हमेशा पार्टी के किसी न किसी कार्यक्रम में लगाए रखती है. इससे भाजपा को दो फ़ायदे होते हैं. पहला तो उसका कार्यकर्ता पार्टी के कार्यक्रम में व्यस्त रहता है और दूसरा इस कार्यक्रम के ज़रिए पार्टी का जनता से भी जुड़ाव रहता है. इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने करीब 99,000 लोगों को मोटिवेट किया कि वह मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसा जमा करें.

मौजूदा समय में उत्तराखंड भाजपा संगठन में 16 लाख सक्रिय सदस्य हैंय. अगर पार्टी के 16 लाख सदस्य ही 100 रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करते हैं तो 16 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा हो जाएंगे. इस राहत कोष में जो भी पैसा इकट्ठा होगा उसको कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उपयोग में लाया जाएगा. इस फंड का मेडिकल इक्विपमेंट, दवाइयां, मास्क, सैनिटाइजर, राशन और अन्य उपायों में उपयोग किया जाएगा.

चमोली बाहरी राज्यों में फंसे लोगों का आना आज भी जारी

चमोली 07 मई,2020 (सू0वि0)  
लाकडाउन के कारण बाहरी राज्यों में फंसे लोगों का आना आज भी जारी है। कल देर रात्रि को हिमांचल, चण्ढीगढ तथा रूड़की से 22 लोग गौचर पहुॅचे। इन सभी लोगों को मेडिकल जाॅच के बाद भराडीसैंण में फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया गया है। जबकि 4 लोग आज शाम तक गौचर पहुॅच रहे है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार भारत सरकार द्वारा चिन्हित रेड जोन एरिया से आने वाले सभी लोगों को एहतियात के तौर पर फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया जा रहा है और इन लोगों की नियमित मेडिकल जाॅच भी कराई जा रही है। फेसलिटी क्वारेन्टाइन किए गए लोगों के लिए भोजन एवं आवास की समुचित व्यवस्थाएं भी की गई है।

मेडिकल टीम की सलाह पर केवल गम्भीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को ही होम क्वारेन्टीन में रहने की छूट दी जा रही है।

वही दूसरी ओर चमोली जनपद में बाहरी प्रदेशों के फंसे हुए लोगों को भी जिला प्रशासन द्वारा उनके गतंब्य स्थलों को भेजा जा रहा है। गुरूवार सुबह राजस्थान के 6 तथा हरियाणा के 16 लोगों को उनके गतंब्य स्थलों को भेजा गया।

उत्तराखंड में लगभग 50 लाख स्मार्ट फोन हैं, लेकिन अभी तक महज 12 लाख लोग ही इस एप से जुड़े हैं।

उत्तराखंड में लगभग 50 लाख स्मार्ट फोन हैं, लेकिन अभी तक महज 12 लाख लोग ही इस एप से जुड़े हैं।  आरोग्य सेतु एप  प्रदेश में फिलहाल 11 लाख 73 हजार 448 लोग इस एप का इस्तेमाल कर रहे हैं।  कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में आरोग्य सेतु एप को लोग कवच की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने 14 अप्रैल को यह एप डाउनलोड करने की अपील की थी। जिसके बाद उत्तराखंड में भी लोग लगातार आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर रहे हैं। प्रदेश में फिलहाल 11 लाख 73 हजार 448 लोग इस एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। चीफ ऑफिसर ऑपरेशंस डॉ. अभिषेक त्रिपाठी के अनुसार आरोग्य सेतु एप कोरोना वायरस को लेकर हर तरह की जानकारी से अपडेट करता है। शारीरिक दूरी के बारे में भी यह सतर्कता का संदेश देता है। यह व्यक्ति के जोखिम का स्तर भी बताता है।  उत्तराखंड में लगभग 50 लाख स्मार्ट फोन हैं, लेकिन अभी तक महज 12 लाख लोग ही इस एप से जुड़े हैं।  कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु एप तैयार किया है। इस एप को डाउनलोड कर लोगों को अपने स्वास्थ्य सबंधी जानकारी दर्ज करनी होती है। यह एप न केवल लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जानकारी देता है बल्कि आसपास कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज होने पर इसका अलर्ट भी देता है। एप डाउनलोड करने के बाद स्वास्थ्य विभाग के पास भी मरीज और लोगों की जानकारी रहती है। एप के जरिए कोरोना पॉजिटिव के मूवमेंट के बारे में भी पता किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग के आईईसी अफसर जेसी पांडे का कहना हैं कि समाज को कोरोना से बचाने में यह एप खासा कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लोग एप में सही सूचना भरें और ज्यादा से ज्यादा लोग एप को अपने फोन में डाउनलोड करें। 

एनएचएम के अपर निदेशक डॉ.अभिषेक त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि सरकार ने स्मार्ट फोन के अलावा सामान्य फोन के लिए भी आरोग्य सेतु का एक वर्जन तैयार किया है। यह दरअसल में एक टोल फ्री नम्बर है। 1921 नम्बर पर लोगों को सामान्य फोन या लैंड लाइन से मिस कॉल करनी है। उसके बाद आपको कॉल आएगी।

आपसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां पूछी जाएंगी। इसके बाद विभाग के पास आपका रिकार्ड रहेगा और इस टोल फ्री नम्बर के जरिए लगातार व्यक्ति से संपर्क रखा जाएगा ताकि कोरोना के लक्षण आने की दशा में व्यक्ति को इलाज दिलाया जा सके। डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि सभी जिला अधिकारियों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इस बारे में जानकारी भेजी गई है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे जोड़ा जाए।  

10 दिन के भीतर ही प्रदेश में इस एप से 1.85 लाख नए यूजर जुड़ गए हैं। आरोग्य सेतु कोरोना से जोखिम का स्तर बताता है। यह एप सेल्फ असेसमेंट टेस्ट में दिए गए लक्षणों, बीमारियों जैसी जानकारियों और आपकी लोकेशन के आधार पर बताता है कि आपको कोरोना का कितना जोखिम है। आपको टेस्ट की, डॉक्टर को दिखाने की या फोन पर परामर्श की जरूरत है या नहीं। एप पर प्रदेश और सेंट्रल हेल्पलाइन नंबर भी हैं। यही नहीं यह आपको ट्वीट फीड के जरिये कोरोना से जुड़ी लाइव जानकारियां भी देता रहता है।  यह आपकी लोकेशन और ब्लूटूथ का इस्तेमाल कर यह जांचता रहता है कि आपके आसपास कोई संक्रमित व्यक्ति या संभावित संक्रमित तो नहीं है। साथ ही संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की आशंका के बारे में अलर्ट करते हुए नोटिफिकेशन भी देता है। इस पर अब ई-पास का भी सेक्शन जोड़ दिया गया है। 

सरकारी कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना अनिवार्य किया है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों का मानना है कि सभी सरकारी कर्मचारियों ने अभी एप डाउनलोड नहीं की है। हालांकि विभाग के पास एप डाउनलोड करने वाले कर्मचारियों का आधिकारिक आंकड़ा नहीं है। अफसरों ने बताया कि सरकारी कर्मचारियों के संबंध में आंकड़ा जुटाया जा रहा है। 

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