कैबिनेट मंत्री का इस्तीफा- बीजेपी में भगदड़ ; विधायकों के धड़ाधड़ इस्तीफे, नाराज मंत्री ने कहा 2 दिन में कितने मंत्री, कितने विधायक और कितने पदाधिकारी इस्तीफा देगे; देखते रहिये

11 JANUARY 2022 यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उनके बाद तीन और विधायकों ने पार्टी को अलविदा कह दिया. बांदा के तिंदवारी से बीजेपी विधायक ब्रजेश प्रजापति, बिल्हौर से भगवती सिंह सागर और तिलहर विधानसभा से विधायक रोशन लाल वर्मा ने इस्तीफा दे दिया है.   BJP के 6 विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य के घर पर हैं.

कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि अगले कदम का खुलासा 2 दिन में किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगले 2 दिन में कितने मंत्री, कितने विधायक और कितने पदाधिकारी उनके साथ आ रहे हैं. मौर्य ने केशव मौर्य के ट्वीट पर कहा कि केशव जी को अपनी दुर्गति पर तरस आना चाहिए और उन्हें अपनी स्थिति का आकलन करना चाहिए.

सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट में लिखा, सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा-पिछड़ों, दलितों,अल्पसंख्यकों,वंचितों का हक़ लूटने वालों का खदेड़ा होगा. बीजेपी का विकेट गिरना शुरू हो गया है. आगे देखते जाइए कतार लगने वाली है. 

बीजेपी को बड़ा झटका: कैबिनेट मंत्री का इस्तीफा, क्या बेटी सांसद भी इस्तीफ़ा देगी? बीजेपी में भगदड़ मच गई है। समर्थक विधायकों के धड़ाधड़ इस्तीफे # स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा- दलितों, किसानों घोर उपेक्षा के चलते इस्तीफा # उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के लिए जरूरी विधायकों का आंकड़ा 202 है ऐसे में बीजेपी के पास बहुत ज्यादा लीड नहीं है और सपा 202 के इस आंकड़े से बहुत ज्यादा दूर नहीं दिखती। 10 मार्च को बाकी राज्यों के साथ ही चुनाव नतीजे आएंगे। 

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कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बीजेपी में भगदड़ # सर्वे उत्तर प्रदेश में सीधा मुकाबला बीजेपी गठबंधन और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बीच है।   सर्वे दिखाता है कि बीजेपी को इस बार नुकसान हो रहा है और सपा बढ़त बना रही है।  # बहुजन समाज पार्टी की हालत बेहद खस्ता बताई गई है और ऐसा ही हाल कांग्रेस का होने की बात इस सर्वे में कही गई है।

गृह मंत्री अमित शाह की सहमति से यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य लगातार असहमत विधायकों और स्वामी प्रसाद मौर्य को मनाने में जुटे हैं. इसके अलावा पार्टी महासचिव सुनील बंसल और यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं.

बीएसपी सुप्रीमो मायावती और पार्टी महासचिव सतीश मिश्रा ने यूपी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। यह घोषणा खुद सतीश मिश्रा ने आज की।  इससे उत्तर प्रदेश में सीधा मुकाबला बीजेपी गठबंधन और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बीच हो गया है

कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बीजेपी में भगदड़ मच गई है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पिछड़ों के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में शामिल होने के बाद बीजेपी में उनके समर्थक विधायकों के धड़ाधड़ इस्तीफे हो रहे हैं। 

अब तक बिल्हौर से बीजेपी विधायक भगवती सागर, तिलहर से विधायक रोशनलाल वर्मा और तिंदवारी से विधायक बृजेश प्रजापति ने इस्तीफा दे दिया है।

अमर उजाला के मुताबिक, विधायक ममतेश शाक्य, विनय शाक्य, धर्मेंद्र शाक्य और नीरज मौर्य भी इस्तीफ़ा दे सकते हैं। इसे इस तरह भी देखा जा सकता है कि ओबीसी वर्ग के कई विधायक बीजेपी छोड़कर जा रहे हैं। 

यूपी सरकार में श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने मंगलवार को योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनका इस्तीफा बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य पिछले कई दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे. उनके समाजवादी पार्टी में जाने की खबर है.

यह निश्चित रूप से 45 फ़ीसदी ओबीसी आबादी वाले राज्य में बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका है। इसके अलावा यूपी श्रम बोर्ड के सदस्य रजनीकांत मौर्य सहित बोर्ड के कई और सदस्यों ने भी इस्तीफा दे दिया है।

उत्तर प्रदेश के चुनाव में बीजेपी का अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के साथ गठबंधन है जबकि समाजवादी पार्टी ने महान दल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल के साथ गठबंधन किया हुआ है। बीएसपी और कांग्रेस चुनाव मैदान में अकेले उतर रहे हैं। 

अखिलेश यादव की तरफ से फोटो ट्ववीट किए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक व्यक्ति हैं और किसी राजनीतिक दल में तो ज्वाइन करेंगे ही.

स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्र मौर्य बीजेपी के टिकट पर लोकसभा सांसद हैं। मौर्य इससे पहले बीएसपी प्रमुख मायावती के साथ थे और बीएसपी के कद्दावर नेताओं में शुमार थे। मौर्य ने राज्यपाल को भेजे इस्तीफ़े में लिखा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी काम किया लेकिन दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षा के कारण वे मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहे हैं। 

स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए सभी दलितों-किसाों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा- दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.

स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की है. अखिलेश ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य और अन्य नेताओं का अपनी पार्टी में स्वागत किया. मौर्य ने आज उत्तर प्रदेश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है.

अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, ”सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन. सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा.”

बीएसपी का यूपी में व्यापक जनाधार है। इसके बावजूद मायावती और सतीश मिश्रा के चुनाव नहीं लड़ने से पार्टी काडर में अच्छा संकेत नहीं जाएगा।  मायावती लंबे समय से चुप थीं और अगर वो आरोप भी लगाती थीं तो कांग्रेस और सपा पर लेकिन बीजेपी के लिए कुछ नहीं कहती थीं। दबी जुबान से उन्होंने सरकार को सुझाव जरूर दिए लेकिन आलोचना नहीं की।   कुल मिलाकर बीएसपी संगठन में कुल मिलाकर बिखराव की स्थिति बनी हुई है। कभी यही पार्टी संगठन के दम पर अपने लक्ष्य तक जा पहुंची थी लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। इसका सीधा सीधा फायदा सपा को होने जा रहा है

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