गंगोत्री हाइवे पिछले 72 घंटों से बंद; फंसे हैं कांवड़ी और 4धाम यात्रीी

gangotriउत्तराखंड में जारी भारी बारिश के चलते गंगोत्री हाइवे पिछले 72 घंटों से बंद है. राज्य में इस समय कांवड़ और चाम धाम यात्रा जारी है जिस वजह से बड़ी तादाद में श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं. रास्ता बंद होने की वजह से कई लोग जगह-जगह फंसे हुए हैं हालांकि कुछ लोग पैदल चलकर भी अपनी-अपनी जगहों तक पहुंच रहे हैं. प्रशासन की ओर से रास्तों को खोलने की कोशिश जारी है. www.himalayauk.org (Newsportal

2005 में महाशिवरात्रि सोमवार के दिन पड़ी थी। इसके बाद इस साल भी यह शुभ संयोग आज बन रहा है। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक सोमवार के दिन शिवरात्रि का होना शुभ फलदायी माना जाता है। सोम साक्षात शिव का स्वरूप है। इसलिए इस दिन सोम शिव योग का संयोग बन रहा है जो विशेष शुभ फलदायी है। इस दिन भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से विशेष शुभ फल की प्राप्ति होती है।

पंडितों के मुताबिक यह शिवरात्रि और सोमवार का दूसरा व्रत, व्रत राज के नाम से विख्यात है और चारों पुरुषार्थों धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाला है। कालसर्प योग की शांति के लिए शिवरात्रि का विशेष महत्व है। इस दिन रुद्राभिषेक और भगवान शिव की पूजा करने से कालसर्प योग की शांति होती है। जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो या चंद्रमा की दशा चल रही हो उन लोगों को इस दिन रुद्राभिषेक से विशेष लाभ और शिव की कृपा प्राप्त होती है।   शिवरात्रि के पर्व पर भोले शिव का जलाभिषेक करने के लिए शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. हरिद्वार में शिव की ससुराल कनखल में दक्ष मंदिर में शिव का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी हुई हैं. श्रद्धालु भोले शंकर से कर रहें हैं सुख और समृद्धि की कामना. इसी के साथ करीब 15 दिनों से चल रहा दुनिया की सबसे बङी धार्मिक कांवड़ यात्रा भी सम्मपन्न हो गई है. शिव चतुर्दशी यानि शिवरात्री का त्योहार यानि भोले शंकर की कृपा पाने का सबसे उत्तम दिन. इस मौके पर शिव का जलाभिषेक करने के लिए शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. मान्यता है कि शिव चतुर्दशी के दिन शिव का जल से, दूध दही, शहद से, शक्कर से, बेलपत्र से जलाभिषेक करने से शिव प्रसन्न होते हैं. 

अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर देवदार के जंगल में बारहवें ज्योतिर्लिंग के रूप में भगवान शंकर विराजमान हैं. श्रावण के माह में शिव को गंगा जल, दूध और बेलपत्री चढ़ाया जाता हैं. कुमाऊं से ही नहीं बल्कि देश दुनियां से श्रद्धालु भगवान शंकर के जलाभिषेक के लिए जागेश्वर पहुंचते हैं. सोमवार को जागेश्वर धाम में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ हैं. बारह ज्योतिर्लिंग में से एक ज्योतिर्लिंग जागेश्वर धाम में वर्ष भर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रहती हैं. श्रावण के माह को शिव के लिए विशेष माना जाता हैं. इस माह में पार्थिक पूजा का विशेष महत्व है. अलग-अलग तरह के पार्थिक पूजा यहां की जाती हैं. संतान की कामना के लिए भी यहां श्रद्धालु पार्थिक पूजा करने दूर-दूर से आते हैं.

वहीं ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो दिनों में बिजली गिरने से 41 लोगों की मौत हो गई. ओडिशा सरकार के मुताबिक, राज्य के 10 ज़िलों में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में 41 लोगों की मौत हो गई है. सबसे अधिक आठ लोगों की मौत भद्रक ज़िले जबकि सात लोगों की मौत बालेश्वर जिले में, पांच की मौत खुरदा और तीन मौत मयूरभज ज़िले में हुआ. घटना के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पीड़ित परिवारों तक प्रशासन को राहत पहुंचाने का आदेश दिया है.
असम में हो रही भारी बारिश और बाढ़ के चलते मरने वालों की तादाद बढ़कर 31 हो चुकी है. रविवार को भी बाढ़ की चपेट में आने से दो लोगों की मौत की ख़बर है. असम में 21 जिलों के 2266 गांव के करीब 17 लाख लोग बाढ़ प्रभावित हैं. वहीं राज्य में चल रहे 463 राहत शिविरों में 18 जिलों के करीब डेढ़ लाख लोगों ने शरण ली हुई है. इसके अलावा ओडिशा में बिजली गिरने से 41 और महाराष्ट्र में नौ लोगों की मौत हुई है.
आज सावन महीने की दूसरी सोमवारी है। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक सोमवार के दिन शिवरात्रि का शुभ संयोग बना है। शिवरात्रि इस बार शिव के प्रिय दिन सोमवार को पड़ी है। सोमवार को शिवरात्रि होने से शिव पूजा करने से कई गुणा अधिक पुण्य फल की प्राप्ति होगी। ऐसा काफी कम होता है कि शिवरात्रि और सोमवार दोनों एक दिन हो लेकिन जब ऐसा संयोग और सुयोग होता है तब उसकी महत्ता और बढ़ जाती है। लिहाजा यह सोमवार शिवरात्रि पर्व एक साथ होने से शिवभक्तों के लिए पुण्य लाभ कमाने का सर्वश्रेष्ठ अवसर है।

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