चमोली स्‍थित माता अनसूया मंदिर- जहां से कोई खाली हाथ नहीं लौटता & Top UK News 28 Dec 20

28 DEC. 20; (Himalayauk Newsportal & Print Media Bureau) # निसंतान दंपति की संतानदायिनी शक्ति शिरोमणि माता अनसूया मनौती पूरी करती है # जनपद चमोली संक्रमितों की संख्या बढकर 3304 # चमोली जनपद में 33 लाभार्थियों का चयन # ऋषिकेश -कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के निर्माण कार्यो की समीक्षा # सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल की उपलब्धता का टारेगट शीघ्र पूर्ण किया जाए # देहरादून में कोविड-19 इश्यु एण्ड चैलेंज विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन # हल्द्वानी – आरक्षित श्रेणी का पात्र उम्मीदवार उपलब्ध न होेने के कारण पदों पर नामांकन नही #Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR; Mail; himalayauk@gmail.com

निसंतान दंपति की संतानदायिनी शक्ति शिरोमणि माता अनसूया मनौती पूरी करती है

चमोली 28 दिसम्बर,2020(सू0वि0) संतानदायिनी शक्ति शिरोमणि माता अनसूया का दो दिवसीय मेला विधि विधान व पूजा-पाठ के साथ सोमवार को शुरू हो गया। दत्तात्रेय जयंती के अवसर पर होने वाले इस मेले में 6 देवियों की डोलियां भी सती मां अनसूया के दरवार पहुॅची। माॅ अनसूया मंदिर में दत्तात्रेय जयंती पर सम्मपूर्ण भारत से हर वर्ष निसंतान दंपत्ति और भक्तजन अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पहुॅचते है लेकिन कोविड के चलते इस बार संतान कामना के लिए बरोहियों (निसंतान दंपति) को मंदिर में रात्रि जागरण की अनुमति नही है वही सीमित संख्या में ही तीर्थ यात्रियों को जाने के अनुमति दी गई है। अनसूया मंदिर पूरे सालभर खुला रहता है और भक्तजन अन्य किसी भी दिन यहाॅ अपनी तपस्या कर मनौती मांग सकते है। जिला प्रशासन ने मेले के दौरान पूरे पैदल मार्ग पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए है। 

विदित हो कि पौराणिक काल से दत्तात्रेय जंयती पर हर वर्ष सती माता अनसूया में दो दिवसीय मेला लगता है। माॅ अनुसूया मेले में निसंतान दंपत्ति और भक्तजन अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पहुूचते है। मान्यता है कि मां के दर से कोई खाली हाथ नहीं लौटता। मां सबकी झोली भरती है। इसलिए निसंतान दंपत्ति पूरी रात जागकर मां की पूजा अर्चना कर करते है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में जप और यज्ञ करने वालों को संतान की प्राप्ति होती है। इसी मान्यताओं के अनुसार, इसी स्थान पर माता अनसूया ने अपने तप के बल पर त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु और शंकर) को शिशु रूप में परिवर्तित कर पालने में खेलने पर मजबूर कर दिया था। बाद में काफी तपस्या के बाद त्रिदेवों को पुनः उनका रूप प्रदान किया और फिर यहीं तीन मुख वाले दत्तात्रेय का जन्म हुआ। इसी के बाद से यहां संतान की कामना को लेकर लोग आते हैं।

यहां दत्तात्रेय मंदिर की स्थापना भी की गई है। बताते है कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने मां अनुसूया के सतीत्व की परीक्षा लेनी चाही थी, तब उन्होंने तीनों को शिशु बना दिया। यही त्रिरूप दत्तात्रेय भगवान बने। उनकी जयंती पर यहां मेला और पूजा अर्चना होती है।  

जनपद चमोली संक्रमितों की संख्या बढकर 3304

जनपद चमोली। जिले में सोमवार को कोरोना के 3 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढकर 3304 हो गई है। हालांकि इसमें से 3029 लोगों संक्रमण ठीक हो चुके हंै और 275 केस एक्टिव हैं। सोमवार को पोखरी से 2 तथा जोशीमठ से 1 व्यक्ति कोविड पाॅजिटिव मिला। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है।

कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है। जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में भी ट्रू-नाॅट मशीन से कोविड टेस्ट किया जा रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिक से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा रहे है। सोमवार को 75 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जिले से अभी तक 58616 व्यक्तियों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा चुके हैं, जिसमें से 52933 सैंपल नेगेटिव तथा 3304 सैंपल पाॅजिटिव मिले। जबकि 459 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। 

कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 7 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारटीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। इसके अलावा 61 प्रवासियों को होम क्वारंटीन किया गया है। होम क्वारंटीन लोगों के मेडिकल जांच के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गांवों में घर-घर जाकर जांच कर रही है। इसके अलावा आशा के माध्यम से भी होम क्वारंटीन लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी प्रवासियों को क्वारंटीन नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है।

जिले में कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 45 एफआईआर, सोशियल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 3208 तथा मास्क न पहनने पर 8464 लोगों को दंड स्वरूप जुर्माना लगाया गया। महामारी अधिनियम के तहत क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 01 तथा पुलिस एक्ट के तहत 2811 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। पुलिस प्रशासन के माध्यम से अब तक 20362 मास्क भी वितरित किए गए है।

चमोली जनपद में 33 लाभार्थियों का चयन

चमोली 28 दिसंबर,2020(सू0वि0)  जनपद में बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार मुहैया कराने के लिए साक्षात्कार के माध्यम से 33 लाभार्थियों का चयन किया गया। सोमवार को अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आयोजित साक्षात्कार में कृषि, उद्यान, डेरी, पशुपालन, मत्स्य आदि रेखीय विभागों में स्वरोजगार हेतु लाभार्थियों का चयन हुआ। जिला स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत डेरी विभाग की गंगा गाय योजना के तहत  17, मत्स्य में तालाब निर्माण व मत्स्य पालन हेतु 4, उद्यान में पाॅली हाउस, सब्जी उत्पादन हेतु 11 तथा कृषि हेतु 1 सहित 33 लाभार्थियों को सब्सिडी युक्त ऋण योजनाओं की मंजूरी दी गई। 

अपर जिलाधिकारी ने कहा कि रेखीय विभागों की विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के अन्तर्गत इच्छुक बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए सब्सिडी युक्त ऋण दिया जा रहा है। उन्होंने बेरोजगार युवाओं का हौसला बढाते हुए सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ लेने की बात कही। इस दौरान मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, सहायक निदेशक डेयरी राजेन्द्र सिंह चैहान सहित अन्य रेखीय विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

ऋषिकेश -कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के निर्माण कार्यो की समीक्षा

चमोली 28 दिसबंर,2020(सू0वि0)  ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने समय से निर्माण कार्यो को पूरा करने के निर्देश परियोजना अधिकारियों को दिए।

सोमवार को जिलाधिकारी ने क्लेक्ट्रेट सभागार में रेल परियोजना के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यो की प्रगति समीक्षा की। उन्होंने कहा कि परियोजना के निर्माण में जिला स्तर से जो भी कार्य अपेक्षित है वह समय पर किए जाएगे। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों को माइनिंग, बैचिंग प्लांट, स्टोन क्रैशर लगाने एवं अन्य जरूरतों के लिए निर्धारित प्रारूप पर ही आवेदन करने के निर्देश दिए ताकि समय से नियमानुसार अनुमति जारी की जा सके। जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य के दौरान उत्सर्जित मलबे में से उपलब्ध उपयुक्त पत्थर एवं अन्य खनिजो के उपयोग की दशा में रॉयल्टी राजकोष में तत्काल जामा करवाने के भी निर्देश दिए। कहा कि राॅयल्टी जमा न करने पर जुर्माना भी देना होगा। साथ पत्थर एवं अन्य खनिजो के उपयोग की मासिक विवरण प्रत्येक महीने उपलब्ध कराना को कहा। ताकि राॅयल्टी का ठीक से आंगणन किया जा सके। 

परियोजना के तहत टनल निर्माण में कन्ट्रोल ब्लास्टिंग की अनुमति चाहने पर जिलाधिकारी ने ब्लास्टिंग के पूरे नार्म के साथ डिटेल प्लान उपलब्ध कराने की बात कही। कहा कि टनल के आसपास या इसके ऊपर जो भी बसावटें है उनका गहनता से सर्वे करें और कितने डायमीटर में ब्लास्टिंग का प्रभाव हो सकता है इसकी रिपोर्ट दें। ताकि कही पर भी सुरक्षा की दृष्टि से अग्रिम कोई कार्यवाही की जानी हो तो समय पर की जा सके। सिवाई में मुआवजा वितरण के दो साल बाद भी कुछ मकान मालिकों द्वारा मकान खाली न करने पर जिलाधिकारी ने मकान मालिकों को अंतिम नोटिस जारी कर मकान खाली कराने के निर्देश राजस्व उप निरीक्षक को दिए ताकि परियोजना के निर्माण में कोई बाधा न रहे। 

रेल परियोजना के एजीएम विजय ढंगवाल ने प्रजेंटेशन देते हुए बताया कि 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पूरा करने हेतु दिसंबर 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें 12 स्टेशन, 17 सुरंगों व 35 ब्रिज बनेंगे। चमोली में गौचर भटनगर और सिवाई में स्टेशन बनने है। यहाॅ पर अप्रोच रोड, रेल और रोड ब्रिज बनाने का कार्य चल रहा है। यह भी बताया गया कि उत्तराखंड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ को रेल सेवा से जोडने के लिए 327 किमी की चार रेलवे लाइन अलाइनमेंट पर कार्य किया जा रहा है। बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, एजीएम रेलवे विजय ढंगवाल, डीजीएम पीपी बडोगा आदि उपस्थित थे।

सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल की उपलब्धता का टारेगट शीघ्र पूर्ण किया जाए

देहरादून 28 दिसम्बर, 2020 (सू.ब्यूरो)  मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने सोमवार को सचिवालय में जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल की उपलब्धता का टारेगट शीघ्र पूर्ण किया जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत निर्धारित मानकों को पूर्णतः पालन करते हुए पेयजल उपलब्ध कराया जाय। इसकी लगातार मॉनिटरिंग भी की जाए। जिलाधिकारी भी कार्यों की प्रगति बैठक समय-समय पर लेते रहें। उन्होंने सुस्ती दिखा रहे डिवीजन पर कार्यवाही करते हुए, रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय शीघ्र भेजे जाने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि योजना को प्राथमिकता पर लेते हुए जनपद मुख्यालयों में रिक्त जे.ई. व ए.ई. की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मुख्य अभियंताओं को फील्ड में जाकर समस्याओं के निराकरण किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चीफ इंजीनियर लगातार भ्रमण कार्यक्रम संचालित कर क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण करें।

मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश ने कहा कि प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता में कमी न हो इसके लिए जल जीवन मिशन में तेजी लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पानी मौलिक आवश्यकता है। प्रत्येक घर तक इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए।

इस अवसर पर जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारी तथा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।

देहरादून में कोविड-19 इश्यु एण्ड चैलेंज विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

देहरादून दिनांक 28 दिसम्बर 2020 (जि.सू.का), स्वास्थ्य संभागीय प्रशिक्षण केन्द्र चन्दरनगर  देहरादून में कोविड-19 इश्यु एण्ड चैलेंज विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

आपदा प्रबन्धन प्रकोष्ठ डाॅ0 रघुनन्दन सिंह टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी नैनीताल के समन्वय से आयोजित कार्यशाला में कोविड-19 से उत्पन्न समस्यायं और चुनौतियों तथा कोविड-19 के पर्यावरण पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रजेन्टेशन के माध्यम से अवगत कराया गया। सर्वप्रथम डाॅ आर.एस टोलिया प्रशासनिक अकादमी नैनीताल के कार्यक्रम समन्वयक डाॅ0 ओमप्रकाश द्वारा आपदा प्रबन्धन के सम्बन्ध में संक्षिप्त प्रकाश डाला गया। तत्पश्चात मुख्य चिकित्साधिकारी देहरादून डाॅ अनूप कुमार डिमरी द्वारा कोविड-19 इश्यु और चैलेंज विषय पर, इसके पश्चात राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन संस्थान नई दिल्ली से आॅनलाईन के माध्यम से प्रो0 संतोष कुमार ने कोविड-19 इश्यू और चैलेंज विषय पर प्रजेन्टेशन दिया गया। इसके पश्चात कोविड-19 के पर्यावरण पर सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव विषय पर प्रो0 सूर्य प्रकाश राष्ट्रीय  आपदा  प्रबन्धन संस्थान नई दिल्ली द्वारा आॅनलाईन प्रजेनटेशन दिया गया। अन्त में प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित सदस्यों द्वारा सम्बन्धित विषय पर आपसी-चर्चा, शंका-समाधान  फीडबैक इत्यादि लिया गया।

इस दौरान विषय विशेषज्ञों द्वारा अवगत कराया गया कि कोविड-19 वायरस की सर्वाइवल क्षमता अन्य वायरस के मुकाबले अधिक है जो लगभग 45 डिग्री सेल्सियस उच्च तापमान और -5 डिग्री सेल्सियस निम्न तापमान में भी सर्वाइवल कर पा रहा है। लेकिन अधिक पैनिक होने की बात नही हैं, क्योंकि इस वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की रिकवरी प्रतिशत्ता  बहुत अच्छी है ( 95 प्रतिशत् से अधिक है)। वायरस से केवल को-मोर्बिडिटिज ( किसी असाध्य बिमारी से पीड़ित  व्यक्ति) से प्रभावित लोगों के लिए उच्च जोखिम की स्थिति बनती है अतः उनको विशेष सतर्कता  बरतने की जरूरत है।

अतः सभी लोगों को कोविड-19 के बचाव से सम्बन्धित समय-समय पर जारी की गई गाइडलाईन का अनुपालन करने की नितांत आवश्यकता है। कोविड-19 से बचाव में मास्क पहनना, समय-समय पर हाथ सैनिटाइज करना अथवा साबुन से 20 सैकण्ड तक धोना, 1.5 मीटर (डेढ मीटर) की अनिवार्य सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना, भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना इत्यादि मुख्य बातों को अमल में लाने की जरूरत है।

विशेषज्ञों द्वारा कोविड-19 के पर्यावरण पर सकारात्मक-नकारात्मक  प्रभावों के अन्तर्गत बताया गया कि कोविड-19 और पर्यावरण आपस में गहराई से एक-दूसरे से प्रभावित हो रहे हैं। अधिक प्रदूषण, गंदगी वाली जगह में कोविड-19 के प्रसार की अधिक संभावना रहती है जबकि स्वच्छता-सेनिटेशन से कोविड-19 से बचाव में आसानी होती है। अतः सभी को स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पौष्टिक आहार, विटामिन-सी, नियमित एक्सरसाइज से इम्युन सिस्टम को मजबूत करके कोराना को निष्प्रभावी किया जा सकता है।    

सभी विषेशज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि लोगों तक कोविड-19 तथा इसके बचाव व एहतियात बरतने से सम्बन्धित बातों की ठीक से जानकारी पंहुचाना जरूरी है, ताकि इसके सम्बन्ध में लोगों के बीच किसी तरह का भ्रम ना रहे। इसके लिए सभी विभागों एजेंसियों, प्रशासन के विभिन्न घटक, एनजीओ, मीडिया और सभ्य नागरिक-समाज को आपस में बेहतर योगदान देने की जरूरत है। लोगों से कोविड-19 से बचाव से सम्बन्धित  जरूरी बातों का अनुपालन करवाने की नितांत आवश्यकता है।
इस दौरान प्रशिक्षण कार्यशाला में निदेशक स्वास्थ्य डाॅ0 भारती राणा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बीर सिंह बुदियाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ अनूप कुमार डिमरी, प्रशिक्षण कार्यक्रम समन्वय प्रशासनिक अकादमी नैनीताल डाॅ ओमप्रकाश, जिला विकास अधिकारी  सुशील मोहन डोभाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ दिनेश चैहान, जिला बाल विकास अधिकारी डाॅ अखिलेश मिश्रा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ उत्तम सिंह चैहान, जिला सर्विलांस  अधिकारी डाॅ दीक्षित, डाॅ त्यागी, सहित जनपद के जिला व उप जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधीक्षक, संभागीय प्रशिक्षण केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी डाॅ एस.एस कण्डारी सहित सम्बन्धित सदस्य उपस्थित थे।

कोटेशन आंमत्रित — साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन के द्वितीय तल

देहरादून दिनांक 28 दिसम्बर 2020 (जि.सू.का), वरिष्ठ/ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ देहरादून अजय सिंह ने अवगत कराया है कि साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन के द्वितीय तल फाॅल्स सिलिंग, 02 शौचालय निर्माण एवं  खिड़की दरवाजे का कार्य कार्य अवधि 30 दिवस तथा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन के द्वितीय तल पर बिजली फिटिंग का कार्य कार्य अवधि 20 दिवस हेतु 02 जनवरी 2021 को प्रातः 10 बजे से 02 बजे तक कोटेशन आंमत्रित की गई हैं।

उन्होंने बताया कि कोटेशन केवल उन्ही ठेकेदारों की स्वीकृत की जाएंगी, जो उत्तराखण्ड लोक निर्माण विभाग से मान्यता प्राप्त होंगे तथा जिनको पुलिस विभाग के कार्य का अनुभव होगा। अधिक जानकारी के लिए वरिष्ठ/ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड देहरादून के कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है।

हल्द्वानी – आरक्षित श्रेणी का पात्र उम्मीदवार उपलब्ध न होेने के कारण पदों पर नामांकन नही

हल्द्वानी-28 दिसम्बर2020-(सूचना)- जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) श्री सविन बंसल ने बताया कि सामान्य निर्वाचन-2019 एंव उप निर्वाचन-2019 में आरक्षित श्रेणी का पात्र उम्मीदवार उपलब्ध न होेने के कारण कतिपय ग्राम पंचायतों में प्रधान एंव ग्राम पंचायत सदस्यों के पदों पर नामांकन नही हो पाया। इस क्रम में रिक्त पंचायतों में आरक्षण सम्बन्धी सूचना का अनन्तिम प्रकाशन कर दिया गया है। उन्होने कहा कि आरक्षण से सम्बन्धित सूची को किसी भी कार्य दिवस में सम्बन्धित ग्राम पंचायत कार्यालय, क्षेत्र पंचायत कार्यालय, तहसील कार्यालय, जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय एंव जिलाधिकरी कार्यालय में देखा जा सकता है। अनन्तिम प्रकाशन पर आपत्तियां 29 दिसम्बर तक कार्यालय समय में सम्बन्धित विकास खण्ड कार्यालय, जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय एंव जिलाधिकारी कार्यालय में लिखित रूप में प्रस्तुत की जा सकती हैं।

श्री बंसल ने समस्त हितबद्ध व्यक्तियों को सूचित किया जाता है कि यदि उन्हें अनन्तिम प्रकाशन पर कोई आपत्ति हो, तो वह लिखित रूप से आपत्ति सम्बन्धित कार्यालयों में 29 दिसम्बर तक कार्यालय समय में दर्ज करा सकते है।  उन्होने कहा कि निर्धारित समय में प्राप्त आपत्तियों पर 30 दिसम्बर को प्रातः 11 बजे से सुनवाई जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में की जायेगी।  

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