राजनीति की ऐतिहासिक तस्वीर बन गयी – सिग्नेचर सीन

देश की मीडिया और सोशल मीडिया पर अविश्वास प्रस्ताव का मुद्दा गायब हो गया है. सोशल साइट्स पर राहुल गांधी की जादू की झपकी और आंख मारने की घटना की चर्चा है. राहुल जब अपनी सीट पर बैठे तो ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ देख कर ऐसी आंख मारी मानो वह किला फतह कर आए हों? इसके बाद सोशल साइट्स पर राहुल की तस्वीर के साथ प्रिया प्रकाश वॉरियर की तस्वीर वायरल हो गई.

नई दिल्ली: अविश्वास प्रस्ताव पर सदन के अंदर जमकर आरोपों-प्रत्यारोपों की बरसात हो रही है. इस बौछार के बाद राहुल गांधी ने 10 कदम पीएम की ओर बढ़ाए और बन गयी सियासत की आज की सबसे दिलचस्प तस्वीर. राहुल गांधी ने कांग्रेस की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार पर हमला बोला. इस हमले के सारे तीर सीधे अपने ठीक सामने बैठे प्रधानमंत्री पर बरसाए. अपना भाषण उन्होंने खुद को गुस्से और नफरत से दूर रहने वाला बताते हुए खत्म किया. भाषण खत्म करने के बाद राहुल गांधी को अपनी जगह बैठना था लेकिन वो अपोजिशन बेंच से ट्रेजरी बेंच की ओर बढ़े. सीधे प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंचे और झुककर उनके गले लग गए. हमेशा दूसरों को चौंकाने वाले प्रधानमंत्री मोदी राहुल गांधी के इस अंदाज से थोड़ा चौंक गए. राहुल गांधी उनके पास पहुंचते हुए कुछ इशारे कर रहे थे लेकिन पीएम को शायद इसकी उम्मीद नहीं थी.

 राहुल के उनके गले लगते ही पीएम को समझ आ गया कि ये तस्वीर राजनीति की ऐतिहासिक तस्वीर बन चुकी है. पीएम गले मिल कर अपनी सीट की तरफ मुड़ चुके राहुल को तुंरत अपने पास बुलाया और पीठ थपथपायी. हालांकि उन 10 कदमों और 10 सेकंड में लोकसभा के अंदर एक ऐसी सियासी तस्वीर बनी जो शायद सत्ता पक्ष को कभी पसंद नही आएगी. राहुल गांधी के वापस अपनी सीट पर पहुंचते ही अकाली दल की हरसिमरत कौर ने इसपर आपत्ति जता दी. कहा कि ये जादू की झप्पी का गलियारा नहीं बल्कि सदन है.

 राहुल के उनके गले लगते ही पीएम को समझ आ गया कि ये तस्वीर राजनीति की ऐतिहासिक तस्वीर बन चुकी है. पीएम गले मिल कर अपनी सीट की तरफ मुड़ चुके राहुल को तुंरत अपने पास बुलाया और पीठ थपथपायी. हालांकि उन 10 कदमों और 10 सेकंड में लोकसभा के अंदर एक ऐसी सियासी तस्वीर बनी जो शायद सत्ता पक्ष को कभी पसंद नही आएगी. राहुल गांधी के वापस अपनी सीट पर पहुंचते ही अकाली दल की हरसिमरत कौर ने इसपर आपत्ति जता दी. कहा कि ये जादू की झप्पी का गलियारा नहीं बल्कि सदन है.
गले मिलने के बाद राहुल गांधी ने अपनी सीट पर बैठे हुए अपनी पार्टी के साथियों को आंख दबा कर इशारा किया. वो इशारा अपने आप में राहुल के गले मिलने पूरी कहानी बयान कर रहा था. गृहमंत्री के भाषण के दौरान स्थगित होने के बाद जब सदन की कार्यवाही साढ़े चार बजे दुबारा शुरू हुई तो स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इसपर अपनी नाराजगी जतायी. उन्होंने राहुल गांधी के इस अंदाज को सदन और पीएम की गरिमा के खिलाफ बताया. स्पीकर ने कहा कि गले लगाने के बाद राहुल ने जिस तरह आंख मारी वो पूरी घटना सही नहीं थी.
राहुल गांधी के इस तरह पीएम को गले लगाने पर सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हुई. जादू की झप्पी मोमेंट पर किसी ने समर्थन कर तो किसी ने विरोध कर खूब मजे लिए. सदन के अंदर ऐसा कर राहुल गांधी ने सही किया या गलत किया, इसपर बहस होती रहेगी. लेकिन इस बात से कोई इंकार नही करेगा कि ये आज की सबसे दिलचस्प सियासी तस्वीर रही.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज सुर्खियों में हैं. ट्विटर से लेकर फेसबुक तक उनकी खूब चर्चा हो रही है. वजह कुछ और नहीं बल्कि संसद में आंख मारना है. कभी आंख मारकर दुनिया को दीवाना बनाने वाली प्रिया प्रकाश की तरह आज जब संसद में राहुल गांधी ने आंख मारी तो लोगों को उनका ये अंदाज काफी पसंद आया. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही है. ये वीडियो देखते ही प्रिया प्रकाश ने उस पर अपनी खुशी जाहिर की. आज ट्विटर पर टॉप टेन में से पांच ट्रेंड राहुल गांधी के हैं. इसके अलावा आज राहुल गांधी ने संसद में उस समय सबको हैरान कर दिया जब वह भाषण खत्म करने के बाद पीएम मोदी को गले लगाने के लिए उनकी सीट पर पहुंच गए. इस वजह से भी उनकी चर्चा हो रही है.
इसी साल वैलेंटाइन डे से कुछ दिन पहले प्रिया प्रकाश की एक वीडियो सामने आई. ये वीडियो आते ही वायरल हो गई जिसमें वो आंख मारती दिखीं थीं. इस वीडियो ने प्रिया प्रकाश को रातों रात स्टार बना दिया
प्रिया प्रकाश ने कहा ”मैंने खबर देखी कि आज संसद में राहुल गांधी आंख मारते दिखे. ये बहुत ही स्वीट है. मुझे बहुत खुशी हो रही है कि ये मेरा सिग्नेचर सीन था. आज मैं बहुत खुश हूं.”
वहीं आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने भी राहुल गांधी के आंख मारने पर ट्वीट किया. उन्होने लिखा, ”क्या बात है. वहीं निशाना लगाओ जहां उन्हें सबसे ज्यादा चोट लगे.”

ये खामोश मिज़ाजी मुझे जीने नहीं देगी, इस दौर में जीना है तो कोहराम मचा दो. 

राहुल गांधी ने जिस अंदाज में भाषण दिया और मुद्दों को उठाया उससे लग रहा है कि कांग्रेस के लिए उन्होंने 2019 आम चुनाव का प्रचार शुरू कर दिया है-   राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान यही कोहराम मचाने की कोशिश की है. जिस तरह सरकार पर राहुल गांधी ने हमला किया उससे संसद के बाहर और भीतर हलचल पैदा हो गई है. अविश्वास प्रस्ताव बड़ा मौका होता है. जहां सरकार को घेरने का मौका मिलता है. विपक्ष के नेता की हैसियत से राहुल गांधी ने इसका फायदा उठाया है. सरकार पर राहुल गांधी ने जबरदस्त हमला किया है. राहुल गांधी ने उन सभी मुद्दो पर सरकार को घेरा है, जिससे सरकार की पेशानी पर बल पड़ सकता है. महिला सुरक्षा से लेकर भ्रष्टाचार तक, राहुल गांधी मोदी सरकार को घेरने में कामयाब हो गए हैं. राहुल ने कहा कि उनकी बात में सच्चाई है इसलिए प्रधानमंत्री नजरे मिलाने से बच रहें हैं.

राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस और हिंदू धर्म दोनों प्यार करना सिखाता है, नफरत करना नहीं.  वो यही नहीं रुके प्रधानमंत्री के गले भी लग गए, ये जताने के लिए कि राजनीतिक प्रतिद्वंदी होने के बाद उनके दिल में कोई गिला नहीं है.   राहुल गांधी ने खुद कहा कि उनको पप्पू कहो या कुछ और लेकिन उनके दिल में नफरत नहीं है. हिंदू होने का मतलब सहिष्णु होना होता है, न कि नफरत फैलाना.

 
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह म0प्र0 में डेरा जमा कर कमान संभालेंगे
इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का पावर हाउस भोपाल में बनाया जा रहा है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह खुद यहां रहकर इसकी कमान संभालेंगे. उन्हें सरकारी बंगला अलॉट कर दिया गया है. अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होना हैं. बीजेपी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ और राजस्थान इन तीन हिंदी राज्यों की कमान भोपाल से संभालने वाली है. यहां बैठकर इन तीनों राज्यों के लिए रणनीति तैयार की जाएगी और फिर उस पर यहीं से अमल किया जाएगा. भोपाल में बनने वाला ये पावर हाउस चुनावी रणनीति का सेंटर होगा. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में पार्टी लगातार 15 साल से सत्ता में है. बीजेपी के लिए सत्ता में खुद को बनाए रखने की बड़ी चुनौती है. 2018 के चुनाव बीजेपी के लिए आसान नहीं हैं. पार्टी को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है. यही वजह है कि बीजेपी अब देश के ह्रदय स्थल भोपाल को सेंटर प्वाइंट बनाकर काम करना चाहती है. ऐसे में पार्टी के लिए ये चुनाव बेहद अहम हैं. चुनाव को लेकर सक्रिय हो चुके अमित शाह भोपाल से ही पूरी कमान संभालना चाहते हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के लिए सरकारी बंगले की तलाश हो चुकी है. भोपाल के 74 बंगला में बी-12 में बैठकर अमित शाह और उनकी टीम चुनावी रणनीति बनाएगी और पूरे अभियान की मनिटरिंग करेगी. शाह के लिए इस सरकारी बंगले को ख़ास तौर पर तैयार किया जा रहा है. ये बंगला अभी तक पूर्व सांसद मेघराज जैन को एलॉट था.

संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बड़ी बहस जारी है। राहुल गांधी के पीएम मोदी से गले मिलकर जादू की झप्पी देने पर शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी पॉलिटिक्स की असली पाठशाला में जा चुके हैं। जिस तरह से मोदी जी को जादू की झप्पी लगाई वो झप्पी नहीं थी झटका था। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपना भाषण खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जाकर उनसे गले मिले। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर राहुल गांधी को बुलाकर हाथ मिलाया और पीठ थपथपाया। राहुल के भाषण के दौरान पीएम मोदी मुस्कुराते हुए भी दिखे।

शुक्रवार को लोकसभा में पेश अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी  का यह भाषण जोशीला था. लोकसभा में भाषण के दौरान राहुल गांधी पहले की तुलना में कुछ ज्यादा ही परिपक्व नजर आ रहे थे. सत्ता पक्ष के सदस्यों के द्वारा टिप्पणी और शोर-शराबे के बीच भी राहुल गांधी ने अपने आप पर नियंत्रण रखा. यूपीए शासनकाल में यह अक्सर देखा गया था कि विपक्षी पार्टियों के टिप्पणी के बाद राहुल बैठ जाते थे या फिर अपना भाषण समाप्त कर देते थे. इस बार यह चीज देखने को नहीं मिली. राहुल गांधी के भाषण के दौरान सदन में हल्के-फुल्के अंदाज में हंसी के फुहारे भी छूटे. राहुल गांधी के बोलने के क्रम में एक समय ऐसा भी आया है जब राहुल की जुबान फिसल गई. राहुल गांधी पीएम मोदी के विदेश दौरों पर बात करते बोल दिया कि पीएम ‘बार’ जाते हैं. यहां पर बार बोलने का मकसद था पीएम मोदी हमेशा बाहर जाते हैं. बाद में जब राहुल को गलती का अहसास हुआ तो अग्रेजी में एब्रॉड शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा ओबामा और ट्रंप से मिलने जाते हैं. इस बात पर सदन में खूब ठहाके लगे. राहुल गांधी के भाषण देने के तरीके और बॉडी लैंग्वेज में काफी बदलाव नजर आया है. राहुल गांधी अपने भाषणों के जरिए अब मैनेजमेंट करना भी सीख लिया है.  

राहुल गांधी भी अब मीडिया के सुर्खियों में बने रहने के लिए  अपना एजेंडा तय करने कुछ हद तक कामयाब हो रहे हैं. शुक्रवार को संसद में उनकी जादू का झप्पी या आंख मारने की घटना को भी इसी नजरिए से देखा जा रहा है. यह कला कभी पीएम मोदी तो कभी केजरीवाल ने भी आजमाया करते थे. 

कांग्रेस पार्टी को इस अविश्वास प्रस्ताव में 33 मिनट का समय दिया गया. इस 33 मिनट में राहुल गांधी ही लगभग 15 मिनट बोले. राहुल ने नोटबंदी से लेकर राफेल डील तक सरकार को जमकर घेरा. इस बीच राफेल डील मुद्दे पर उन्होंने कुछ ऐसी बात कर दी जो सदन की मर्यादा के खिलाफ भी लगा, जिसे स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया. 

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने बारे में पहली बार पप्पू शब्द का जिक्र किया. राहुल गांधी ने भाषण के अंत में कहा कि आप लोगों के अंदर मेरे लिए नफरत है. आप मुझे पप्पू और बहुत गालियां दे कर बुला सकते हैं, लेकिन मेरे अंदर आपके लिए नफरत नहीं है. यानी कहा जा सकता है कि राहुल गांधी के लिए पप्पू शब्द का इस्तेमाल एक गाली की तरह है. 

देश की मीडिया और सोशल मीडिया पर अविश्वास प्रस्ताव का मुद्दा गायब हो गया है. सोशल साइट्स पर राहुल गांधी की जादू की झपकी और आंख मारने की घटना की चर्चा है. राहुल जब अपनी सीट पर बैठे तो ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ देख कर ऐसी आंख मारी मानो वह किला फतह कर आए हों? इसके बाद सोशल साइट्स पर राहुल की तस्वीर के साथ प्रिया प्रकाश वॉरियर की तस्वीर वायरल हो गई.

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