उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही & Top UK News 11 June 20

11 June 20# Himalayauk (Newsportal & Print Media) Publish at Dehradun & Haridwar# High Light# उत्तराखण्ड मैट्रो रेल परियोजना के कॉम्प्रीहेंसिव मॉबिलिटी प्लान (सी.एम.पी) को मंजूरी #प्रदेश में नई भर्तियों पर रोक नहीं- नये पदों के सृजन पर रोक  – मुख्यमंत्री # मसूरी विधानसभा क्षेत्र में 197 पुरोहित किये गये सम्मानित: विधायक गणेश जोशी # जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर पंहुचे प्रवासी 125 व्यक्तियों को स्वास्थ्य जांच उपरान्त जनपद में क्वारेंटीन # देहरादून जनपद में कोरोना पाॅजिटिव संक्रमितों की संख्या 426 # माणा घिंघराण में भोटिया जनजाति की महिलाओं को हस्तशिल्प हथकरघा के आकर्षक उत्पाद तैयार करने हेतु ईपीसीएच दिल्ली की कंपनी द्वारा 3 महीने का बेसिक प्रशिक्षण # मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय ने प्रदेश के ग्राम प्रधानों, वार्ड सदस्यों तथा अन्य जनप्रतिनिधियों व सदस्यों के साथ वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से संवाद # जनपद चमोली- 84 लोगों की सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव और 3 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाॅजेटिव # चमोली – जिला स्वरोजगार प्रोत्साहन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक क्लेक्ट्रेट सभागार में संपन्न # हरिद्वार- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना जिले में वहृद स्तर पर लागू करने के लिए बैठक

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उत्तराखंड में कोरोना मरीजों (Corona Patients) की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 1637 हो गई है. कोरोना के चलते राज्य में अबतक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 837 मरीज ठीक भी हुए हैं. फिलहाल प्रदेश में एक्टिव केसों (Active Cases) की संख्या 778 है. राज्य में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 75 नए मामले सामने आए. नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1637 हो गई है.

उत्तराखंड में गुरुवार को कोरोना के 75 नए मरीज मिले। इसमें से देहरादून में 16, टिहरी में 30, चमोली में तीन, हरिद्वार में 15, पौड़ी में एक, रुद्रप्रयाग में छह, यूएस नगर में चार मरीज शामिल हैं। ज्य में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 31 प्रतिशत से अधिक चल रही है।

इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या 1637 हो गई है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि गुरुवार को लैब से कुल 1238 सैंपल की रिपोर्ट आई जिसमें से 1163 नेगेटिव जबकि 75 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

उत्‍तराखंड में गुरुवार को दोपहर दो बजे तक 75 नए मामले सामने आए। इनमें चमोली में तीन, देहरादून में 16, हरिद्वार में 15, पौड़ी में एक, टिहरी में 30,  उधमसिंह नगर में चार और रुदप्रयाग में छह लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, एक और कोरोना संक्रमित की मौत हो गई। इसके साथ ही सूबे में मृतकों की संख्‍या 17 पहुंच गई है। हालांकि, इस पखवाडे कोरोना के मरीजों का ठीक होने को सिलसिला तेज हुआ है। प्रदेश में कुल संक्रमित 1637 मरीजों में से 837 स्‍वस्‍थ होकर घर लौट चुके हैं। 778 एक्टिव केस हैं। 

राज्य में अभी 4654 सैम्पल की रिपोर्ट आना बाकी है. कोरोना की वजह से 15 लोगों की मौत हो चुकी है. 837 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि एक्टिव केसों की संख्य 778 है. उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बृहस्पतिवार को प्रदेश में 75 और कोरोना संक्रमित मिले हैं। अपर सचिव स्वास्थ्य डॉ. युगल किशोर पंत ने इसकी पुष्टि की है। वहीं, अब प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 1637 हो गई है। इसमें से 837 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, 778 एक्टिव केस हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार नए मामलों में से सबसे अधिक 30 मामले टिहरी गढ़वाल जिले से हैं, जबकि देहरादून से 16, हरिद्वार से 15, रूद्रप्रयाग से 6, उधमसिंह नगर से 4, चमोली से 3 और एक मामला पौड़ी जिले से सामने आया है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना संक्रमितों में से ज्यादातर मुंबई, गुरुग्राम, दिल्ली और गाजियाबाद जैसे शहरों से प्रदेश में लौटे हैं. देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज के 4 स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना की चपेट में आ गये हैं. दून मेडिकल कॉलेज में पहले भी 8 कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. उधमसिंह नगर- 99, अल्मोड़ा- 74, उत्तरकाशी- 25, बागेश्वर- 40, चमोली- 37, चंपावत- 48, देहरादून- 419, नैनीताल- 334, हरिद्वार- 169, पौड़ी- 53, टिहरी- 253, पिथौरागढ़- 51 और रुद्रप्रयाग- 35

  स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, टिहरी जनपद में 30, देहरादून में 16, चमोली में तीन, हरिद्वार में 15, पौड़ी में एक, रुद्रप्रयाग में छह, ऊधमसिंह नगर में तीन केस सामने आए हैं। वहीं, एक प्राईवेट लैब से आई जांच रिपोर्ट में भी संक्रमित केस सामने आया है। उत्तराखंड में बीते दस दिनों में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या सक्रिय मामलों से अधिक हो गई है। प्रदेश की रिकवरी दर 51.79 प्रतिशत हो गई है। अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि केंद्र की ओर से कोरोना संक्रमित मरीजों को डिस्चॉर्ज करने के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है।

देहरादून और टिहरी जिले ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। देहरादून में पिछले कुछ दिन से बिना ट्रेवल हिस्ट्री के मरीज मिल रहे हैं।

जबकि टिहरी जिले में संक्रमितों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में इन दोनों जिलों की स्थिति को नियंत्रित करना चुनौती बन रहा है। देहरादून जिले में राज्य में अअभी तक सबसे अधिक मरीज मिले हैं। गुरुवार को सामने आए नए मामलों के साथ ही देहरादून का कुल आंकड़ा 419 हो गया है। 

एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भर्ती की कराए गए प्रथम कोरोना पॉजिटिव मरीज को गुरुवार के रोज स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी गई। केयर सेंटर प्रभारी डॉ सागर भट्ट ने बताया कि 45 वर्षीय मरीज इंदिरापुरम कॉलोनी गाजियाबाद का रहने वाला है। एक जून को वह ऋषिकेश अपनी ससुराल आया था। हरिद्वार बॉर्डर पर जांच के दौरान इस व्यक्ति को सीमा डेंटल कॉलेज में क्‍वारंटाइन किया गया। 4 जून को इनका सैंपल लिया गया। 5 जून को इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद इस मरीज को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में भर्ती किया गया। यहां 7 दिन की अवधि में इस मरीज में बुखार या अन्य कोई लक्षण नहीं आए। गाइडलाइन के अनुरूप मरीज को छुट्टी दे दी गई।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में नर्सिंग ऑफिसर सहित आइडीपीएल कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एम्स प्रशासन के मुताबिक 28 वर्षीय नर्सिंग ऑफिसर भरत बिहार कॉलोनी गली नंबर 4 में रहता है। वह एक जून को चित्तौड़गढ़ राजस्थान से आया था। तब से वह होम क्‍वारंटाइन था। दो जून को इनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। 9 जून को इनका फिर सैंपल लिया गया। आज रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। एक अन्य 48 वर्षीय व्यक्ति आईडीपीएल कॉलोनी निकट राम मंदिर में रहता है। 8 जून को गुड़गांव से आया था। 9 तारीख को इनका सैंपल लिया गया। इनकी आज रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस व्यक्ति में भी कोरोना के  लक्षण नहीं है।   मंत्री सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) की पत्नी व पूर्व विधायक अमृता रावत 28 मई को कोरोना पॉजिटिव आई थी. इसके अगले ही दिन 29 मई को सतपाल महाराज, उनके पुत्र और पुत्रबधु समेत 22 अन्य लोग भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे. इनमें से सतपाल महाराज समेत उनके परिवार के छह लोगों को 30 मई को एम्स में भर्ती किया गया था. वहीं, अमृता राव 29 मई को ऋषिकेश एम्स में भर्ती हुई थीं.

बुधवार देर शाम पर्यटन मंत्री के पांच स्वजनों को एम्स से डिस्चार्ज करते हुए होम क्वारेंटिन में भेज दिया गया  है. एम्स प्रशासन का कहना है कि पर्यटन मंत्री के स्वजनों को एम्स में दस दिन से ज्यादा का समय हो गया था. सभी लोग शुरू से एसिम्टोमेटिक थे. इसके चलते शासन की नई गाइडलाइन के मुताबिक उनको रिलीव कर दिया गया. जबकि पर्यटन मंत्री और उनकी पत्नी रिपोर्ट नेगेटिव आने तक अभी एम्स में ही भर्ती रहेंगे.

इससे पहले भी एक जून को पर्यटन मंत्री और उनकी पत्नी को छोड़कर बेटों, पुत्रबधु और पोते को एम्स प्रशासन ने रिलीव कर होम क्वारेंटिन में भेज दिया था. लेकिन, नियमों की अनदेखी पर जब मामले ने तूल पकड़ा तो एम्स प्रशासन ने कुछ ही घंटों के भीतर सभी को वापस बुलाकर दोबारा एम्स में भर्ती करा दिया था.

29 मई को सतपाल महाराज के कोरोना पॉजीटिव आने के बाद राज्य में काफी उथल पुथल रही. स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत उनके तीन अन्य कैबिनेट सहयोगी मंत्री हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल और मदन कौशिक को तीन दिन होम क्वारेंटिन में रहना पड़ा था. इधर सचिवालय कर्मियों ने भी कोरोना संक्रमण का खतरा बताते हुए तीन दिन खुद को होम क्वारेंटिन किया था. इस दौरान खुद मुख्यमंत्री ने भी अपना कोरोना टेस्ट कराया था.उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.

उत्तराखण्ड मैट्रो रेल परियोजना के कॉम्प्रीहेंसिव मॉबिलिटी प्लान (सी.एम.पी) को मंजूरी

देहरादून 11 जून, 2020 (सू.ब्यूरो Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper,   )
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में गुरूवार को सचिवालय में यूनिफाईड मैट्रो पॉलिटन ट्रांसपोर्ट ऑथोरिटी (यू.एम.टी.ए) की बैठक हुई। बैठक में उत्तराखण्ड मैट्रो रेल परियोजना के कॉम्प्रीहेंसिव मॉबिलिटी प्लान (सी.एम.पी) को मंजूरी दी गई। देहरादून शहर में दिल्ली मैट्रो रेल कॉरपोरेशन के सहयोग से रोप-वे प्रणाली की डीपीआर तैयार की जा रही है। हरिद्वार-ऋषिकेश एवं नेपाली फार्म -विधानसभा कोरिडोर में मैट्रो लाईट के निर्माण के साथ ही हरिद्वार शहर में पी.आर.टी के निर्माण हेतु अनुमोदन प्राप्त किया गया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में यू.एम.टी.ए का गठन किया गया है। इसमें आवास मंत्री, उत्तराखण्ड उपाध्यक्ष, मुख्य सचिव सदस्य सचिव, सचिव आवास, वित्त, परिवहन, नियोजन, राजस्व एवं शहरी विकास सदस्य हैं।
बैठक में एमडी उत्तराखण्ड मैट्रो रेल श्री जितेन्द्र त्यागी ने देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश मैट्रोलाईट सिस्टम पर विस्तार से प्रस्तुतिकरण दिया। इस अवसर पर उन्होंने हरिद्वार से ऋषिकेश, देहरादून से नेपाली फार्म तक मैट्रो लाईट के लिए रूट प्लान स्टडी के बारे में जानकारी दी। देहरादून व हरिद्वार शहर के लिए भी बनाई गई योजना के बारे में जानकारी दी गई।
इस अवसर पर आवास मंत्री श्री मदन कौशिक, प्रमुख सचिव श्री आनन्द वर्द्धन, सचिव श्री नितेश झा एवं सबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

प्रदेश में नई भर्तियों पर रोक नहीं- नये पदों के सृजन पर रोक  – मुख्यमंत्री

देहरादून 11 जून, 2020 (सू.ब्यूरो) Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper,      मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश में नई भर्तियों पर रोक नहीं लगायी गई है। केवल नये पदों के सृजन पर रोक लगाई गई है। पहले से सृजित पदों पर भर्ती पर रोक नहीं है।  उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में जारी शासनादेश में भी स्पष्ट किया गया है। इसके साथ ही चतुर्थ श्रेणी के पदों के साथ-साथ कतिपय विशिष्ट/तकनीकी कार्य हेतु सृजित वाहन चालक, माली, वायरमैन, इलेक्ट्रीशयन, प्लम्बर, मिस्त्री, लिफ्टमैन, ए.सी.-मैकेनिक एवं अन्य इसी प्रकार से रिक्त होने वाले पदों पर समस्त सेवायें अधिप्राप्ति नियमावली, 2017 के अध्याय-5 बाह्य स्त्रोत से सेवायें कराये जाने के अन्तर्गत नियम-61 से 64 तक स्थापित व्यवस्था के अनुरूप संविदा/आउटसोर्सिंग के आधार पर सम्पादित करवाया जानी है। चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नई भर्ती पर सातवें वेतन आयोग द्वारा पूर्व में ही रोक लगाई हुई है।
     मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना प्रारम्भ की है। जिसके माध्यम से प्रदेश के युवा अपना काम शुरू कर सकते हैं। इसमें ऋण और अनुदान की व्यवस्था की गई है। इसमें ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है। अपने गांवों को वापस लौटे लोगों की आजीविका के लिए सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। युवा अपनी ऊर्जा का उपयोग स्वरोजगार के लिए करें, सरकार हर कदम पर आप सभी के साथ है।  
     मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं से स्वरोजगार की मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा के राज्य में बहुत से युवाओं ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने न केवल अपना व्यवसाय प्रारम्भ किया बल्कि बहुत से अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान किया। हम सब मिलकर सकारात्मक माहौल बनायें और अपनी देवभूमि में जन भागीदारी से एक नई स्फूर्ति का संचार करें।

मसूरी विधानसभा क्षेत्र में 197 पुरोहित किये गये सम्मानित: विधायक गणेश जोशी

फोटो: धोरण में पुरोहितों को सम्मानित करते मसूरी विधायक गणेश जोशी।
अब तक मसूरी विधानसभा क्षेत्र में 197 पुरोहित किये गये सम्मानित: विधायक जोशीदेहरादून 11 जून:
Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper,    वीरवार को देहरादून के धोरण वार्ड में मसूरी विधायक गणेश जोशी ने मंदिरों में पूजा-पाठ करने वाले 21 पुरोहितों को कोरोना महामारी के दौर में हो रही परेशानियों के दृष्टिगत राशन एवं आर्थिक सहायता प्रदान की।
        सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 21 विभिन्न मंदिरों के पुरोहितों को वितरण के बाद मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि मेरा संकल्प है कि प्रत्येक जरुरतमंद व्यक्ति को मदद पहुॅच सके और भारतीय जनता पार्टी का हर एक कार्यकर्ता इस हेतु प्रतिबद्ध है। उन्होनें कहा कि यह मेरी व्यक्तिगत श्रद्धा है कि पुरोहितों को उचित सम्मान दिया जा सके ताकि किसी को भी राशन की कमी न हो। विधायक जोशी ने बताया कि अब तक मसूरी विधानसभा क्षेत्र में निवास करते वाले 197 पुरोहितों को सम्मानित किया जा चुका है।

विदित है कि कोरोना महामारी के चलते मंदिर बंद है न ही कोई धार्मिक आयोजन हो पा रहा है, जिसके चलते जजमानी भी नहीं हो रही है ऐसे में पुजारियों पर परिवार के पालन में परेशानी होने के साथ ही आर्थिक संकट गहरा गया है।
           इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष पूनम नौटियाल, महामंत्री सुरेन्द्र राणा, निरंजन डोभाल, अरविन्द डोभाल, आशीष थापा आदि उपस्थित रहे।          

जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर पंहुचे प्रवासी 125 व्यक्तियों को स्वास्थ्य जांच उपरान्त जनपद में क्वारेंटीन

देहरादून दिनांक 11 जून 2020 (जि.सू.का Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, ),  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि जनपद देहरादून के नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत तथा उससे लगे छावनी परिषद-गढीकैन्ट व क्लेमेन्टाउन एवं कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत बनाये गये कन्टेंमेंट जोन के अन्तर्गत होटल, रेस्टोरेंट, शाॅपिंग माल्स, धार्मिक स्थलों को खोलना प्रतिबन्धित है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि उक्त क्षेत्रान्तर्गत होटल, रेस्टोरेंट, शाॅपिंग माल्स, आदि खोले जाते हैं तो सम्बन्धित के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
विज्ञप्ति जारी किये जाने तक वायु सेवा के माध्यम से जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर पंहुचे प्रवासी 125 व्यक्तियों को स्वास्थ्य जांच उपरान्त जनपद में क्वारेंटीन किया गया है। इसी प्रकार जनपद के जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट से विभिन्न प्रदेशों के 202 व्यक्तियों को गंतव्यों हेतु भेजा गया। विज्ञप्ति जारी किये जाने तक देहरादून रेलवे स्टेशन से दिल्ली हेतु  217 व्यक्ति गये।
जनपद के  विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 29 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते  दरों पर 316.00 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये विभिन्न कन्टेंमेंट जोन में दुग्ध विकास विभाग द्वारा बीस बीघा ऋषिकेश में 15 बैराज कालोनी में 20 ली0, आशुतोष नगर में 20 ली0, शिवाजी नगर में 15 ली0,  आदर्श नगर जौली ग्रान्ट में 15, रायवाला मोतीचूर में 10 ली0, सोलंकी मौहल्ला में 5 ली0, रेलवे कालोनी ऋषिकेश में 10 ली0, भागीरथी पुरम में 10 ली0, राम विहार ऋषिकेश में 15 ली0, नेगी तिरहा  रेसकोर्स में 10 ली0, संतोवाली में 10 ली0, डांडीपुर मौहल्ला में 15 ली0, ब्रहा्रम्पुरी में 15 ली0, सेवलाकला में 20 ली0, ईडब्लूएस कालोनी एमडीडीए में 20 ली0, वंसत विहार कालोनी में 10 ली0, सर्कुलर रोड में 5 ली0, खुड़बुड़ा मौहल्ला में 10 ली0, गुरू रोड में 15 ली0, सहित  कुल 265 ली0 दूध विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला एवं तहसील सदर में कुल 181 निराश्रित पशुओं जिसमें, 157 गौवंश एवं 24 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया। जनपद में विभिन्न विकासखण्डवार मनरेगा कार्याें के अन्तर्गत आतिथि तक 1208 निर्माण कार्य प्रारम्भ किये गये, जिनमें 17024 श्रमिकों को सैनिटाईजेशन एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करवाते हुए उक्त कार्य में योजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया। प्रधानमंत्री जनधन खाताधारकों द्वारा जनपद में विभिन्न बैंकों से 3230 लाभार्थियों द्वारा अपने जनधन खाते से धनराशि की निकासी की गयी।
कोविड-19 के संक्रमण के  दृष्टिगत जिला आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून में जन सहायता हेतु स्थापित कन्ट्रोलरूम में कुल 64 काॅल प्राप्त हुई हैं, जिनमें पास सभी काल पास हेतु प्राप्त हुई। जनपद में कोरोना वायरस से संक्रमण के प्रसार को रोके जाने के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए निबन्धन कार्यालयों में आज जन सामान्य द्वारा कुल 125 लेख पत्रों का पंजीकरण (रजिस्ट्री) कराई गयी, जिससेे  91.43 ल़ाख  का राजस्व प्राप्त हुआ।
  लाॅक डाउन अवधि में सिविल सोसायटी व शासकीय विभागों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों  के दृष्टिगत आज के कोरोना वाॅरियर-
कोरोना वाॅरियर (सिविल सोसायटी से)
राजा हयूमन राईटस, फाउंडेशन, देहरादून
श्री जसबीर सिंह रणांेत्रा,
अध्यक्ष,
लाॅक डाउन अवधि में खाद्य सामग्री, फेस वाईसर एवं मास्क उपलब्ध करवाकर , जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान किया।

कोरोना वाॅरियर (शासकीय विभाग से),
श्रीमती रेखा आर्य,
तहसीलदार, ऋषिकेश
लाॅक डाउन अवधि में दिये गये दायित्वों का कुशल रूप से निर्वहन कर रही हैं।    

देहरादून जनपद में कोरोना पाॅजिटिव संक्रमितों की संख्या 426

देहरादून दिनांक 11 जून 2020 (जि.सू.का Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, ),  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत 70 सैम्पल जाचं हेतु भेजे गये तथा 144 जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 24 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के फलस्वरूप जनपद में कोरोना पाॅजिटिव संक्रमितों की संख्या 426 हो गई है, जिनमें  231 व्यक्ति वर्तमान में उपचाररत् हैं। इसके अतिरिक्त जनपद में आज कुल 301 व्यक्तियों के सैम्पल लिये गये तथा  32 व्यक्तियों की रैण्डम सैम्पलंग की गयी ।
आज आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों की 19 टीमों द्वारा जनपद देहरादून अन्तर्गत बनाये गये विभिन्न कन्टेंमेंट जोन में 473 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया। इसी प्रकार आशा कार्यकर्तियों द्वारा जनपद में  होम क्वारेंटीन किये गये 1106 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया। अन्य राज्यों से जनपद में पंहुचे कुल 1006 व्यक्तियों को स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत क्वारेंटाइन किया गया।
कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु समस्त मेडिकल स्टोर पर बिना चिकित्सक के परामर्श की पर्ची के सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयों का विक्रय प्रतिबन्धित किये जाने के उपरान्त समस्त मेडिकल स्टोर स्वामियों द्वारा जनपद में कुल 97 व्यक्तियों को चिकित्सकीय पर्ची के आधार पर सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयां विक्रय की गयी।
कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि के दौरान जनपद में बनाये गये 2 राहत शिविरों में ठहरे हुए 24 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग प्रदान की गयी। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत दिहाड़ी/मजदूरी करने आये 9 श्रमिकों जिन्हे रेनबसेरा लालपुल देहरादून  में  बनाये गये राहत शिविर में ठहराया गया है, की साईकेट्रिक सपोर्ट टीम द्वारा रिवाइस्ड कांउसिलिंग की गयी। आज विभिन्न ड्यूटियों में तैनात कार्मिकों को 255 एन-95 मास्क, 2000 ट्रिपल लेयर मास्क, 50 पीपीई किट, 171 सेनिटाइजर, 200 सर्जिकल गलब्स, 1300 एक्सामिनेशन गलब्स वितरित किये गये।

माणा घिंघराण में भोटिया जनजाति की महिलाओं को हस्तशिल्प हथकरघा के आकर्षक उत्पाद तैयार करने हेतु ईपीसीएच दिल्ली की कंपनी द्वारा 3 महीने का बेसिक प्रशिक्षण

चमोली 11 जून,2020 (सू0वि0 Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, )  
माणा घिंघराण में भोटिया जनजाति की महिलाओं को हस्तशिल्प हथकरघा के आकर्षक उत्पाद तैयार करने हेतु ईपीसीएच दिल्ली की कंपनी द्वारा 3 महीने का बेसिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भोटिया जनजाति की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए कुशन, टोपी, मफलर, धोखा इत्यादि आकर्षक हस्तशिल्प ऊनी वस्त्रों की गुरूवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में प्रदर्शनी लगाई गई। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने हस्तशिल्प उत्पादों का निरीक्षण करते हुए प्रशिक्षण ले रही महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की खूब सराहना की। उन्होंने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि प्रशासन की तरह से हस्तशिल्प को बढावा देने के लिए हर संभव मदद दी जाएगी। इस दौरान महिलाओं ने अपने हाथों से तैयार किया गया शाॅल भी जिलाधिकारी को भेंट किया। 
 गौरतलब है कि भोटिया जनजाति की महिलाएं पहले से ही कई तरह के गर्म एवं ऊनी वस्त्रों का उत्पाद तैयार करती आ रही है लेकिन परंपरागत तरीके से तैयार किए जा रहे वस्त्रों से इन महिलाओं को अच्छा मूल्य नही मिल पाता है। ईपीसीएच के डिजायनर रणबीर सिंह एवं समन्वयक अनिल बिष्ट ने बताया कि अब इन महिलाओं को एब्रोइडरी बेस प्रशिक्षण देकर हस्तशिल्प उत्पादों को और भी आकर्षक तरीके से तैयार कराया जा रहा है। इसके लिए डीसी हैडीक्राफ्ट देहरादून द्वारा वित्तीय सहायता दी जा रही है। इन महिलाओं द्वारा तैयार किए उत्पादों को ग्रेटर नोएडा में लगने वाले एशिया के सबसे बडे हस्तशिल्प हथकरघा मेले में प्रदर्शित एवं विपणन कराया जाएगा। इस दौरान जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक डा0 एमएस सजवाण एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। 

मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय ने प्रदेश के ग्राम प्रधानों, वार्ड सदस्यों तथा अन्य जनप्रतिनिधियों व सदस्यों के साथ वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से संवाद

चमोली 11 जून,2020 (सू0वि0 Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, )  
शिक्षा, युवा कल्याण एवं पंचायतीराज मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय ने पंचायती राज विभाग के माध्यम से दीनदयाल उपाध्याय ई-पंचायती राज सम्मेलन कार्यक्रम के तहत प्रदेश के ग्राम प्रधानों, वार्ड सदस्यों तथा अन्य जनप्रतिनिधियों व सदस्यों के साथ वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से संवाद किया।
चमोली जिले में राजकीय इंटर काॅलेज टंगसा, जोशीमठ, कर्णप्रयाग, पोखरी, थराली, गैरसैंण, नारायणबगड सहित 40 केन्द्रों पर वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से सीधा संवाद किया। कोरोना महामारी में गांव लौटे प्रवासियों को बेहतर सुविधाएं देने एवं उनका पूरा ध्यान रखने पर मा0 मंत्री ने सभी ग्राम प्रधानों के कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस महामारी में सभी ग्राम प्रधानों ने एक कोरोना वारियर्स की भूमिका अदा की है इसके लिए सभी बधाई के पात्र है। मा0 मंत्री ने राजकीय इंटर काॅलेज जोशीमठ में ल्यारीथैंणा के ग्राम प्रधान अनूप सिंह से संवाद किया। ग्राम प्रधान ने मा0 मंत्री को कोरोना महामारी में गांव लौटे प्रवासियों को दी जा रही सुविधा की जानकारी दी। संवाद के दौरान प्रदेश के ग्राम प्रधानों ने अपनी समस्याएं भी मा0 मंत्री के समक्ष रखी। ग्राम प्रधानों ने प्रत्येक विकासखंड में जेई एवं डाटा एंट्री आॅपरेटर की नियुक्ति करने, ग्राम प्रधानों का मानदेय बढाने तथा ग्राम प्रधानों के पास विवेकाधीन कोष रखने की बात कही। जिस पर मा. मंत्री ने ग्राम प्रधानों को बेहतर सुविधाएं देने का भरोसा दिलाया। वर्चुअल क्लासरूम में जिला पंचायत राज अधिकारी राजेन्द्र सिंह गुजियाल, विभाग के अन्य अधिकारियों सहित विभिन्न गांवों के ग्राम प्रधानों, वार्ड सदस्यों तथा अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

जनपद चमोली- 84 लोगों की सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव और 3 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाॅजेटिव

  जनपद चमोली- Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, 84 लोगों की सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव और 3 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाॅजेटिव
जिले में गुरूवार को 84 लोगों की सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव और 3 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाॅजेटिव आई है। कोेरोना संक्रमित मरीजों को कोविड केयर सेंटर भराडीसैंण में उपचार के लिए भर्ती किया गया है। इसके साथ ही जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढकर 37 हुई है। जिसमें से 28 लोग पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर सभी संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे जा रहे है। गुरूवार को भी 50 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल भेजे गए। अब तक कुल 1146 सैंपल जाॅच के लिए जा चुके है, जिसमें से 803 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 37 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव मिली है। जबकि 306 सैपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन पूरी सक्रियता के साथ दिन-रात जुटा हुआ है और इससे निपटने के लिए हर आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे है। 
कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 447 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग, मंडल, गैरसैण, ग्वालदम, जोशीमठ भराडीसैंण, पीपलकोटी इत्यादि स्थानों पर फेसलिटी क्वारंन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारंन्टीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। जबकि 4683 प्रवासियों अभी होम क्वारंन्टीन में चल रहे है। होम क्वारंन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने बुधवार को 38 गांवों में घर-घर जाकर 317 क्वारेंटीन व्यक्तियों की स्वास्थ्य जाॅच की। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण की जानकारी जुटाने के लिए 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीम निरंतर कार्य कर रही है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्वारेंटीन किए गए सभी प्रवासियों को नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारेंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही भी की जा रही है।
जिले में लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 35 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 4, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151 के तहत 62, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 59, महामारी अधिनियम के तहत गिरफ्तरियां 8, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर गिरफ्तारियां 1, पुलिस एक्ट के तहत 603 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 920 चालान और 82 वाहनों को सीज किया गया है। 
जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 3705.13 कुन्तल, चावल 8939.89 कुन्तल, मसूर दाल 658.59 कुन्तल, चना दाल 111.61 कुन्तल, चीनी 165.03 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 856.33 कुन्तल व दाल 388.94 कुन्तल, एसएफवाई का अतिरिक्त गेहूॅ 1475.55 कुन्तल, चावल 2309.29 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3384 गैस सिलेण्डर है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के प्रयासों से मोबाइल फिश आउटलेट वैन के माध्यम से हर रोज जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन खिलाया जा रहा है। अब तक 7337 लोगों को भोजन कराया गया है जबकि गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 6217 ड्राई राशन किट का वितरण कराया गया है। पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार करा रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है।  

चमोली – जिला स्वरोजगार प्रोत्साहन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक क्लेक्ट्रेट सभागार में संपन्न

चमोली 11 जून,2020 (सू0वि0 Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, )  
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत विभिन्न उद्यमों, व्यवसायों की स्थापना के लिए कार्ययोजना तैयार करने के उदेश्य से जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में जिला स्वरोजगार प्रोत्साहन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक क्लेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिसमें सभी रेखीय विभागों से गहनता से चर्चा करते हुए बाहरी प्रदेशों से लौटे अधिक से अधिक प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता, समाज कल्याण, डेयरी, आजीविका, साहसिक पर्यटन आदि रेखीय विभागों के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत निर्धारित लक्ष्यों की गहनता से समीक्षा की। रेखीय विभागों के निर्धारित लक्ष्यों के आधार पर वर्तमान में जिले के 4814 प्रवासियों को स्वरोजगार से जोडा जा सकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोडने के लिए सभी रेखीय विभाग शीघ्र कार्ययोजना तैयार करना सुनिश्चित करें। कहा कि जो प्रवासी इन योजनाओं के मानकों में नही आ रहे है उनको मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से लाभान्वित किया जाएगा। स्वरोजगार के इच्छुक प्रवासियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर हर संभव मदद भी की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी के माध्यम से प्रवासियों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाए। ताकि स्वरोजगार के इच्छुक प्रवासी अपनी इच्छानुसार उद्यम स्थापित कर सके। उन्होंने अधिक पैदावार वाली फसलों, पशुपालन, बागवानी, सब्जी उत्पादन, होटल व्यवसाय, रिवर राफ्टिंग एवं अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए बेहतर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वरोजगार स्थापित करने के इच्छुक प्रवासी जिला उद्योग केन्द्र के दूरभाष नंबर 01372-252126 तथा जिला आपदा कन्ट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 9068187120 पर भी संपर्क कर सकते है। 
महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र डा0 एमएस सजवाण ने अवगत कराया कि बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोडने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वरोजगार प्रोत्साहन एवं अनुश्रवण समिति का गठन किया गया है। इसमें मुख्य विकास अधिकारी उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक उद्योग को संयोजक सदस्य नामित किया है। उद्यमशील युवा प्रवासियों को स्वयं के व्यवसाय स्थापना हेतु बैंकों के माध्यम से सुविधा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना संचालित की गई है। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के माध्यम से सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों के विकास की योजना बनाई जानी है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत वनिर्माणक क्षेत्र के उद्यम के लिए परियोजना की अधिकतम लागत 25 लाख रुपये तथा सेवा व व्यवसाय क्षेत्र के लिए अधिकतम लागत 10 लाख रुपये है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग द्वारा योजनान्तर्गत मार्जिन मनी की धनराशि अनुदान के रूप में उपलब्ध करायी जाएगी। है। योजनान्तर्गत एमएसएमई नीति में वर्गीकृत श्रेणी ए में मार्जिन मनी की अधिकतम सीमा व मात्रा कुल परियोजना लागत का 25 प्रतिशत, श्रेणी बी में कुल लागत का 20 तथा श्रेणी सी व डी में कुल लागत का 15 प्रतिशत मार्जिन मनी के रूप में देय होगी। उद्यम के 2 वर्ष सफल संचालन के उपरान्त मार्जिन मनी अनुदान के रूप में समायोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जनपद में 125 का लक्ष्य दिया गया है। अब तक जनपद के 300 से अधिक प्रवासियों ने  https:// msy.uk.gov.in पोटर्ल पर अपना रजिस्ट्रेशन किया है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, पीडी प्रकाश रावत, एलडीएम पीएस राणा सहित कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, समाज कल्याण आदि सभी रेखीय विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

हरिद्वार- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना जिले में वहृद स्तर पर लागू करने के लिए बैठक

 हरिद्वार Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper,   । जिलाधिकारी श्री सी रविशंकर ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना को जिले में वहृद स्तर पर लागू कर जिले के अधिकांश युवाओं को योजना में आच्छाादित करने के लिए अधिकारियों की एक बैठक ली। डीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण अवधि में अपनी आजीविका को छोड़ हरिद्वार लौटे प्रवासियों को फिर से आर्थिक रूप् से सबल बनाने उद्यमशील युवाओं एवं स्थानीय नागरिकों की आर्थिक स्थिति को पुनः सशक्त बनाने के लिए जरूरी है कि योजना का लाभ प्रत्येक जरूरतमंद तक पहुंचे।  कुशल एवं अकुशल दस्तकारों एवं हस्तशिल्पियों तथा शिक्षित शहरी व ग्रामीण बेरोजगारी को स्वंय का रोजगार उपलब्ध कराते हुए आत्मनिर्भर बनाना होगा।
बैठक में महाप्रबंधक उद्योग, सेवा योजन, कृषि, उद्यान, डेयरी विकास, मत्स्य, पयर्टन से सम्बंधित विभागों को ग्राम प्रधानों के माध्यम से ग्राम स्तर पर भी ऐसे प्रवासियों को चिन्हित करना होगा। आवेदक व्यक्ति को स्वयं के उद्यम/व्यवसाय की स्थापना करने के लिए राष्ट्रीयकृत बैंक/अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, राज्य सहकारी बैंकों/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। योजना के सम्बंध में कोई भी जानकारी तथा मार्गदर्शन जिला उद्योग केन्द्रों के माध्यम से लगातार कराया जाता रहे।
‘मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना’’ के अन्तर्गत स्वरोजगार हेतु किसी सेवा, व्यवसाय तथा सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना कर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों का सृजन, युवा उद्यमियों, उत्तराखण्ड के ऐसे प्रवासी जो कोविड-19 के कारण राज्य में वापस आये हैं को यथासम्भव उनके आवासीय स्थल के पास रोजगार के अवसर सुलभ कराना है तथा पर्वतीय व ग्रामीण क्षेत्रों से नौकरी की खोज में होने वाले पलायन को रोकना है।
योजना के अंतर्गत राष्ट्रीयकृत बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, राज्य सहकारी बैंकों व अन्य बैंकों के माध्यम से पात्र विनिर्माणक, सेवा व व्यावसायिक गतिविधियों की स्थापना के लिए वित्त पोषण किया जाएगा जिसके सापेक्ष सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग द्वारा योजनान्तर्गत मार्जिन मनी की धनराशि अनुदान के रूप में उपलब्ध करायी जाएगी।
विनिर्माण क्षेत्र के उद्यम के लिए परियोजना की अधिकतम लागत रूपये 25 लाख तथा सेवा व व्यवसाय क्षेत्र के लिए अधिकतम लागत रूपये 10 लाख होगी। योजना के अंतर्गत एम0एस0एम0ई0 नीति-2015 में वर्गीकृत श्रेणी ए में मार्जिन मनी की अधिकतम सीमा व मात्रा कुल परियोजना लागत का 25 प्रतिशत तथा श्रेणी बी में कुल परियोजना लागत का 20 प्रतिशत तथा श्रेणी सी व डी में कुल परियोजना लागत का 15 प्रतिशत मार्जिन मनी के रूप में देय होगी।
उद्यम के 2 वर्ष तक सफल संचालन के उपरान्त मार्जिन मनी अनुदान के रूप में समायोजित की जाएगी। सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों द्वारा लागत का 10 प्रतिशत स्वयं के अंशदान के रूप में बैंक में जमा करना होगा तथा अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, अल्पसंख्यक, भूतपूर्व सैनिक, महिला एवं दिव्यांगजन लाभार्थियों को कुल परियोजना का 5 प्रतिशत जमा करना होगा।
‘‘मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना’’ हेतु आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष होनी चाहिए, शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नही है। आवेदक किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था/सहकारी बैंक आदि का डिफाॅल्टर नहीं होना चाहिए तथा विगत 05 वर्ष के भीतर भारत सरकार या राज्य सरकार द्वारा संचालित किसी अन्य स्वरोजगार योजना का पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं किया गया हो, किन्तु 05 वर्ष पूर्व किसी स्वरोजगार योजना में लाभ प्राप्त किया गया है और आवेदक डिफाॅल्टर नहीं है, तो वह अपने उद्यम के विस्तार के लिए योजनान्तर्गत वित्त पोषण प्राप्त कर सकता है। योजनान्तर्गत आवेदक को केवल एक बार ही लाभान्वित किया जाएगा। अधिक आवेदन प्राप्त होने पर प्रोजेक्ट विजीबिलटी देखते हुए फस्र्ट कम फस्र्ट सर्व के आधार पर चयन किया जाएगा। आवेदक द्वारा अपना आवेदन जनपद के महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र को प्रस्तुत करना होगा। योजना का क्रियान्वयन जिला स्तर पर जिला उद्योग केन्द्र द्वारा किया जाएगा। लाभार्थी का चयन जिला कार्यदल समिति के माध्यम से किया जाएगा।योजना में पंजीकरण करने हेतु आवेदक  www.msy.uk.gov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री विनीत तोमर, मुख्य कृषि अधिकारी श्री वीके यादव, महाप्रबंधक जिला उद्योग श्रीमती अंजनी रावत, मुख्य उद्यान अधिकारी श्री नरेन्द्र यादव, कृषि अधिकारी श्री विकेश कुमार यादव, सहायक निदेशक मत्स्य श्री अनिल कुमार, सहायक निदेशक डेयरी हरिद्वार श्री पीयूष आर्य आदि उपस्थित थे।        

Yr. Contribution Deposit Here: HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND  Bank: SBI CA
30023706551 (IFS Code SBIN0003137) Br. Saharanpur Rd Ddun UK

     

जब तक पंडित-समुदाय अल्पमत में रहेगा तब तक उस पर हर तरह की ज़्यादतियां होती रहेंगी          

हाल ही में दक्षिणी कश्मीर में हुई सरपंच अजय पण्डिता भारती की निर्मम हत्या को लेकर यह कहा जा रहा है कि पण्डिता ने स्वेच्छा से कश्मीर में ही रहने का निर्णय लिया था।उन्हें पूरी उम्मीद थी कि घाटी का तनावपूर्ण माहौल एक न एक दिन ज़रूर बदलेगा।वे शायद दूसरे पंडितों को भी प्रेरित कर रहे थे कि वे भी घाटी में लौट आएं।सवाल यह है कि अजय ने वहां के बहुसंख्यकों पर विश्वास कर घाटी न छोड़ने का जो फैसला किया,क्या वह सही था?विश्वास टूटा था तभी तो लगभग चार लाख पंडित घाटी से बेघर होने को विवश हुए थे। दरअसल,सच्चाई यह है कि कश्मीर समस्या न राजनीतिक समस्या है और न ही कूटनीतिक।असल में,यह संख्या-बल की समस्या है।जब तक पंडित-समुदाय वहाँ पर अल्पमत में रहेगा तब तक उस पर हर तरह की ज़्यादतियां होती रहेंगी।मुझे लड़कपन की एक बात याद आ रही है:हमारे समय में भारत-पाक क्रिकेट खेल के दौरान यदि पाक टीम भारत के हाथों हार जाती थी तो स्थानीय लोगों का गुस्सा ‘पंडितों’ पर फूट पड़ता था। उनके टीवी/रेडियो सेट तोड़ दिए जाते,धक्का मुक्की होती आदि।भारत टीम के विरुद्ध नारे बाज़ी भी होती।और यदि पाक टीम जीत जाती तो मिठाइयां बांटी जाती या फिर रेडियो सेट्स पर खील/बतासे वारे जाते।यह बातें पचास/साठ के दशक की हैं।तब मैं कश्मीर में ही रहता था और वहां का एक स्कूली/कॉलेज छात्र हुआ करता था।भारतीय टीम में उस ज़माने में पंकज राय,नारी कांट्रेक्टर,पोली उमरीगर,गावस्कर,विजय मांजरेकर,चंदू बोर्डे,टाइगर पड़ौदी,एकनाथ सोलकर आदि खिलाड़ी हुआ करते थे।कहने का तात्पर्य यह है कि कश्मीर में विकास की भले ही हम लम्बी-चौड़ी दलीलें देते रहें,भाईचारे का गुणगान करते रहें या फिर ज़मीनी हकीकतों को जानबूझकर दबाये रखें,मगर असलियत यह है कि लगभग चार/पांच दशक बीत जाने के बाद भी हम वहां के आमजन का मन अपने देश के पक्ष में नहीं कर सके हैं।सरकारें वहां पर आयीं और चली गयीं मगर कूटनीतिक माहौल वहां का जस का तस रहा। कौन नहीं जानता कि वादी पर खर्च किया जाने वाला अरबों-खरबों रुपैया सब अकारथ जा रहा है।’नेकी कर अलगाववादियों की जेबों में डाल’ इस नई कहावत का निर्माण वहां बहुत पहले हो चुका था।यह एक दुखद और चिंताजनक स्थिति है और इस स्थिति के मूलभूत कारणों को खोजना और यथासम्भव शीघ्र निराकरण करना बेहद ज़रूरी है।कश्मीर समस्या न मेरे दादाजी के समय में सुलझ सकी, न पिताजी के समय में ही कोई हल निकल सका और अब भी नहीं मालूम कि मेरे समय में यह पहेली सुलझ पाएगी या नहीं!आगे प्रभु जाने।
DR.S.K.RAINA
(डॉ० शिबन कृष्ण रैणा)
पूर्व सदस्य,हिंदी सलाहकार समिति,विधि एवं न्याय मंत्रालय,भारत सरकार।
पूर्व अध्येता,भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान,राष्ट्रपति निवास,शिमला तथा पूर्व वरिष्ठ अध्येता (हिंदी) संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार।
2/537 Aravali Vihar(Alwar)
Rajasthan 301001
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