देहरादून में पर्यावरण प्रेमी और पशु प्रेमी चिंतातुर & चमोली में बदरी गाय के दूध व घी की अच्छी कीमत & Top UK News 19 Oct. 20

19 Oct. 20; # Himalayauk Newsportal & Print Media # देहरादून में पर्यावरण प्रेमी और पशु प्रेमी चिंतातुर # दमुवांढुगा क्षेत्र की पेयजल समस्याओं ;नई विछाई जा रही पेयजल लाईन में पेयजल सुचारू कराने के निर्देश #चमोली – यूथ क्लब ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता सहित कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यो में अपनी भागीदारी निभा सकते है# चमोली जिले में 70 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव मिली # हल्द्वानी – लोक संगीत के माध्यम से जनता को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रेरित # तुंगनाथ में एशियन डेवलपमेंट बैंक  के माध्यम से करवाए जा रहे  यात्री सुविधाओं व स्थापना कार्यों का निरीक्षण # मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने किया देश के पहले फुल वर्चुवल होम स्कूल का उद्घाटन

# उत्तराखण्ड के उत्पादों का अम्ब्रेला ब्रांड बनाया जाएगा  # ग्रोथ सेंटर लक्ष्य निर्धारित कर काम करें #   जिलाधिकारी ग्रोथ सेंटरों में स्वयं जाकर वहां की समस्याओं का निस्तारण करें #   मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में ग्रोथ सेंटरों की समीक्षा की #

देहरादून 19 अक्टूबर, 2020 (सू.ब्यूरो)

        मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड के उत्पादों के लिए एक अम्ब्रेला ब्रांड बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। सभी ग्रोथ सेंटर, बिक्री और मुनाफे का लक्ष्य निर्धारित कर काम करें। जिलाधिकारी ग्रोथ सेंटरों में स्वयं जाकर वहां आने वाली समस्याओं का निस्तारण करें। इनके उत्पादों की ऑनलाईन मार्केटिंग की व्यवस्था की जाए। स्थानीय बाजारों पर भी फोकस किया जाए। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सचिवालय में ग्रोथ सेंटरों की समीक्षा कर रहे थे।

ग्रोथ सेंटरों से जुड़े लोगों का स्किल डेवलपमेंट हो

       थानो व कोटाबाग के एलईडी ग्रोथ सेंटरों को क्वालिटी डिजायनर उपलब्ध कराए जाएं। हरिद्वार का प्रसाद निर्माण से जुड़ा सेंटर आगामी कुम्भ को देखते हुए अपनी तैयारियां करे। सभी ग्रोथ सेंटरों से जुड़े लोगों के स्किल डेवलपमेंट की भी व्यवस्था की जाए।

नियमित बिक्री की व्यवस्था हो

       मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रोथ सेंटरों के उत्पादों की सीजनल ही नहीं बल्कि नियमित बिक्री सुनिश्चित की जाए। आसपास के कुछ ग्रोथ सेंटरों को मिलाकर एक पिकअप वाहन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा सकती है। इससे यातायात लागत कम होगी।

ग्रोथ सेंटर आत्मनिर्भर भारत और वोकल फोर लोकल का अच्छा उदाहरण

       मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रोथ सेंटरों से जुड़े लोगों विशेषतौर पर महिलाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है। इस आत्मविश्वास को और बढ़ाना है। जिलाधिकारी ग्रोथ सेंटरों में खुद जाकर वहां आने वाली समस्याओं का निस्तारण करें। ग्रोथ सेंटर आत्मनिर्भर भारत और वोकल फोर लोकल का अच्छा उदाहरण हैं।

उत्तराखण्ड के उत्पादों के लिए एक अम्ब्रेला ब्रांड बने

       मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड के उत्पादों के लिए एक अम्ब्रेला ब्रांड बनाया जाए। इसके अंतर्गत अन्य ब्रांड भी चलते रहेंगे। इसके लिए दक्ष विशेषज्ञों की सहायता ली जाए। इसके लिए उत्तराखण्ड के उत्पादों की विशेषता, सम्भावित मार्केट आदि का पूरा अध्ययन किया जाए। ब्रांड का नाम इस प्रकार हो जिसमें उत्तराखण्ड की फीलिंग आए। उद्योग विभाग इसे क्रियान्वित करेगा।

ग्रोथ सेंटरों के संचालकों ने मुख्यमंत्री को दिया फीडबैक

       मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से विभिन्न ग्रोथ सेंटरों के संचालक स्वयं सहायता समूहों से बात की और उनसे फीडबैक लिया। बताया गया कि ग्रोथ सेंटर प्रारम्भ होने से उनसे जुड़े ग्रामीणों और महिलाओं की आय में बढ़ोतरी हुई है। धीरे-धीरे उत्पादों को बाजार भी मिलता जा रहा है। स्थानीय लोग ग्रोथ सेंटरों से जुड़ने के लिए आगे आ रहे हैं। लोहाघाट के स्वयं सहायता समूह द्वारा बताया गया कि मशीनें मिलने के बाद लोहे की कढ़ाई के निर्माण में काफी वृद्धि हुई है। इससे उनकी आय भी बढ़ी है। चमोली के उर्गम के स्वयं सहायता समूह ने बताया कि बदरी गाय के दूध व घी की अच्छी कीमत मिल रही है। दर्जनों ग्रोथ सेंटरों से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री को ग्रोथ सेंटर योजना के लिए आभार व्यक्त करते हुए ग्रोथ सेंटरों की कार्यविधि की जानकारी दी।

चमोली के उर्गम के स्वयं सहायता समूह ने बताया कि बदरी गाय के दूध व घी की अच्छी कीमत मिल रही है। दर्जनों ग्रोथ सेंटरों से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री को ग्रोथ सेंटर योजना के लिए आभार व्यक्त करते हुए ग्रोथ सेंटरों की कार्यविधि की जानकारी दी।

अभी तक 104 ग्रोथ सेंटर स्वीकृत, 72 क्रियाशील

        अपर मुख्य सचिव श्रीमती  मनीषा पंवार ने बताया कि अभी तक कुल 104 ग्रोथ सेंटर स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 72 क्रियाशील हो चुके हैं। अन्य भी जल्द ही शुरू हो जाएंगे। इन ग्रोथ सेंटरों से लगभग 30 हजार लोग लाभान्वित हो रहे हैं। स्वीकृत किए गए ग्रोथ सेंटरों में एग्री बिजनेस आधारित 38, बेकरी आधारित 04, डेयरी व दुग्ध उत्पाद आधारित 05, मत्स्य 11, आर्गेनिक ऊन 10, प्रसाद 05, मसाला 04, फल प्रसंस्करण 05, शहद व मौन पालन 04, एलईडी 02, शिल्प आधारित 05, आईटी 02, पर्यटन 02, हथकरघा व क्विल्ट आधारित 02, पशुआहार 01 और एरोमा आधारित 04 ग्रोथ सेंटर हैं। बताया गया कि सितम्बर 2020 तक क्रियाशील ग्रोथ सेंटरों की कुल बिक्री धनराशि 6 करोड़ 09 लाख रूपए रही जबकि लाभ की राशि 60 लाख रूपए से अधिक रही। ग्रोथ सेंटरों के टर्नओवर और मुनाफे में लगातार वृद्धि हो रही है। ग्रोथ सेंटरों की ऑनलाईन मार्केटिंग के लिए वेबसाईट बनाई जा रही है। इनका थर्ड पार्टी मूल्यांकन भी कराया जाएगा।
       बैठक में मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश, उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास और पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डा.एसएस नेगी, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री आलोक भट्ट, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव श्री आनंदबर्द्धन, सचिव श्री आर.के. सुधांशु, श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम, श्रीमती राधिका झा, श्री हरबंस सिंह चुघ, डा. रणजीत सिन्हा, श्री एस.ए. मुरूगेशन, निदेशक उद्योग श्री सुधीर नौटियाल सहित अन्य अधिकारी जबकि जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग से उपस्थित थे

सरकार को न इंन्सान की परवाह है न जीव-जंतू और जंगल की- # जौली ग्रांट एयरपोर्ट के विस्तार के खिलाफ सामने आई जनभावना के साथ है कांग्रेसः देवेन्द्र यादव :

दिल्ली/देहरादून, 19 अक्टूबर। कांग्रेस के उतराखंड प्रभारी एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री दवेंद्र यादव ने देहरादून जौली ग्रांट एयरपोर्ट मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आंदोलन इस बात का गवाह है कि उतराखंड में एक पेड़ का स्थानीय उतराखंडी के लिए प्राणों से भी ज्यादा महत्व है। जल, जंगल और जमीन उतराखंड के प्राण हैं। पर्यटन उद्योग की धूरी और यहां की खूबसूरती ही जंगल है लेकिन केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर देहरादून जौली ग्रांट के रनवे के विस्तार के लिए दस हजार पेड़ों को काटने और वन्य प्राणियों के लिए आरक्षित भूमि एयरपोर्ट को सौंपने पर आमदा है। इस सरकार को न इन्सान की परवाह है न जीव जंतुओं और जंगल की। कांग्रेस जनभावना का समर्थन करती है और इस विरोध में जनता के साथ है।

प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के माध्यम से जारी बयान में श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार को जनभावनाओं और जंगल और उसमें रह रहे वन्य प्राणियों के प्रति जो जिम्मेदारी बनती है उसे निभाना चाहिए था लेकिन वो जनआवाज की अनदेखी कर रहे हैं। पर्यावरण संतुलन और वन्य प्राणियों तक की परवाह नहीं की जा रही। राजाजी नेशनल पार्क के इको सेंसटिव जोन के दस वर्ग किमी एरिया को एयरपोर्ट को सौंपने से हाथियों का कारिडोर ऐरिया समाप्त हो जाएगा। वन संपदा अमुल्य संपदा है। इसी संपदा में मौजूद दस हजार पेड़ों में खैर, सागोन, गुलमोहर सहित विभिन्न 25 किस्मों के वृक्ष  शामिल हैं, जिन्हें काट दिया जाएगा। सरकार के इस निर्णय के बाद शिवालिक एलिफेंट रिजर्व एरिया इससे प्रभावित होगा।

श्री यादव ने कहा कि इस निर्णय के दूरगामी परिणाम होंगे। इस फैसले के कारण स्थानिय लोगों की आबादी से जंगली जानवरों का टकराव पहले से ्ययादा बढ़ जाएगा। जंगली जानवरों खासतौर से हाथियों की जीवन शैली और उनके प्रजनन पर इसका प्रभाव पड़ेगा। ऐसे फैसलों से प्रदेश के हर आदमी पर असर पड़ता है। एक पेड़ कटने का मतलब है हरियाली पर असर और हरियाली और वनों की वजह से ही पर्यटन और उससे जुड़ा रोजगार है। ये कदम स्थाई बेरोजगारी पैदा करने वाला भी है। यहां ये भी गौर करने वाली बात है कि ये एरिया सैसेमिक जोन-चार में आता है जोकि भूकंप के लिए लिहाज से अतिसंवेदनशील श्रेणी में है। ये प्रमाणित है कि खनन, जंगल कटाव इस संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं। फिर भी सरकार इस विस्तार को करने पर अड़ी हुई दिखाई देती है। जोकि उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि देहरादून की थानो फारेस्ट रेंज में रहने वाले जीव जन्तुओं पर इस फैसले का बुरा प्रभाव पडना तय है, क्योंकि इस ऐरिया में तेंदुए, साही, जंगली बिल्लियां, जंगली सुअर, बाज, विशिष्ट प्रजातियों से आने वाले उल्लू और बाज, चिडियां, चींटीखोर तो रहते हैं ही बल्कि हाथियों की पनाहगाह के रास्ते भी यहीं से हैं। यदि सरकार ने अपना निर्णय नहीं बदला तो ये जंगली व्यवस्था और तानाबान छिन्न भिन्न हो जाएगा, पर्यावरण प्रेमी और पशु प्रेमी इसी को लेकर चिंतातुर हैं और इसी का हवाला दे रहे हैं।

देहरादून की थानो फारेस्ट रेंज में रहने वाले जीव जन्तुओं पर इस फैसले का बुरा प्रभाव पडना तय है, क्योंकि इस ऐरिया में तेंदुए, साही, जंगली बिल्लियां, जंगली सुअर, बाज, विशिष्ट प्रजातियों से आने वाले उल्लू और बाज, चिडियां, चींटीखोर तो रहते हैं ही बल्कि हाथियों की पनाहगाह के रास्ते भी यहीं से हैं। यदि सरकार ने अपना निर्णय नहीं बदला तो ये जंगली व्यवस्था और तानाबान छिन्न भिन्न हो जाएगा, पर्यावरण प्रेमी और पशु प्रेमी इसी को लेकर चिंतातुर हैं और इसी का हवाला दे रहे हैं।

उतराखंड प्रभारी श्री देवेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस इस जनभावना का सम्मान करती है। कांग्रेस पार्टी उतराखंड और केंद्र की भाजपा सरकार की इस जिद भरे निर्णय के लिए कड़ी निंदा करती है और मांग करती है कि जो प्रश्र पर्यावरण संगठनों, स्थानिय लोगों द्वारा उठाए जा रहे हैं सरकार उनका जवाब दे उसके बाद ही कोई निर्णय ले। कांग्रेस पार्टी चिपकों आंदोलन की इस वीर भूमि से उठी विरोध की इस भावना के साथ है। हम फैसले का विरोध कर रहे संगठनों और समान विचार धारा वालों के साथ हैं।

दमुवांढुगा क्षेत्र की पेयजल समस्याओं ;नई विछाई जा रही पेयजल लाईन में पेयजल सुचारू कराने के निर्देश

हल्द्वानी 19 अक्टूबर (सूचना) . दमुवांढुगा क्षेत्र की पेयजल समस्याओं को गम्भीरता से लेते हुए जनसम्पर्क अधिकारी मा.मुख्यमंत्री श्री विजय बिष्ट ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान विशाल सक्सेना को 02 दिन में नई विछाई जा रही पेयजल लाईन में पेयजल सुचारू कराने के निर्देश दिये।
दमुवांढुगा क्षेत्र में कई लोग जनसम्पर्क अधिकारी मा.मुख्यमंत्री श्री बिष्ट से क्षेत्र में आ रही पेयजल समस्या के बारे में मिले। उन्होंने बताया कि जल संस्थान द्वारा दमुवांढुगा में पेयजल की नई पेयजल लाईन विछाई गई है जिसमें अभी पेयजल सुचारू नहीं किया गया है जिससे क्षेत्रवासियों को पेयजल नहीं मिल पा रहा है। जिसको गम्भीरता से लेते हुए श्री बिष्ट ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को 02 दिन में नई पेयजल लाईन में पानी संचालित कराने के निर्देश दिये साथ ही क्षेत्र के सभी पेयजल संयोजनों को नियमित कराने के निर्देश भी दिये।
श्री बिष्ट ने वैशाली कौलानी, आवास विकास क्षेत्र में अमृत योजना के अन्तर्गत नई पेयजल लाईन विछाने हेतु काटी गई क्षतिग्रस्त सड़कों को शीघ्र टेडंर कर ठीक कराने के निर्देश अधिशासी अभियंता लो.नि.वि को दिये। बताते चले की पेयजल निगम द्वारा सड़क कटिंग सुधार की धनराशि लो.नि.वि को स्थानान्तरित कर दी गई है।  

हल्द्वानी – लोक संगीत के माध्यम से जनता को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रेरित

हल्द्वानी 19 अक्टूबर (सूचना) . कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिलाधिकारी श्री सविन बंसल के निर्देशन में सूचना एवं लोक संपर्क विभाग एवं जिला प्रशासन नैनीताल ने संयुक्त रूप से जन जागरूकता अभियान तेज करते हुए लोक संगीत के माध्यम से जनता को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के उद्घोष जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं के नारे को बुलंद करते हुए सूचना एवं लोक संपर्क विभाग ने वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया प्लेटफार्म को भी चुना है। कोरोना जागरूकता शाॅट फिल्म सोशल मिडिया के साथ ही हल्द्वानी डिजिटल सर्विस एंव एंजिल ब्राॅडकास्ट प्रा.लि. केबल नेटवर्क पर भी प्रसारित की जा रही है।
सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा जारी वीडियो में त्योहारों एवं ठंड के मौसम में कोरोना से बचाव के लिए तीन मंत्र याद करने के लिए जनता से अपील करते हुए मास्क का अच्छी तरह से सही एवं अनिवार्य रूप से प्रयोग करने तथा जब भी किसी के संपर्क में आए तो 2 गज की सामाजिक दूरी के अलावा हर कार्य के बाद बार-बार 21 सेकेंड तक साबुन से हाथ धोने के लिए प्रेरित करते हुए कहा है की कोरोना हारेगा-कोरोना भागेगा पर लोगों को पूरी तरह से अमल करना पड़ेगा।
2 मिनट 15 सेकंड के वीडियो में लोगों से कोरोना से बचाव के लिए सरकार के इस जनआंदोलन में हिस्सा बनने की भी अपील की गई है साथ ही किसी भी तरीके से कोरोना के संक्रमण लक्षण पाए जाने पर हेल्पलाइन नंबर 1075,जिला कोरोना कन्ट्रोल रूम 05946-281234 पर भी संपर्क करने की अपील करते हुए कोविड-19 कि इस चुनौती से निपटने की भी अपील की गई है।

चमोली – यूथ क्लब ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता सहित कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यो में अपनी भागीदारी निभा सकते है

चमोली 19 अक्टूबर,2020 (सू0वि0)
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को नेहरू युवा केन्द्र की जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक ली। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में युवा प्रतिभाओं को तराशने हेतु सत्त प्रयास करने, युवा मंडलों को प्रशिक्षित करते हुए सक्रिय और सशक्त बनाने पर जोर दिया। कहा कि यूथ क्लब ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता सहित कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यो में अपनी भागीदारी निभा सकते है। 

जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवक मंगल दल, एनएसएस, रेडक्राॅस एवं नेहरू युवा केन्द्र के युवाओं को मिलाकर एक सक्रिय यूथ क्लब तैयार किए जाए। सक्रिय यूथ क्लबों को आपदा, कोविड, रेडक्राॅस एक्टिविटी एवं स्वरोजगार पर फोकस करते हुए विशेष प्रशिक्षण देकर सशक्त बनाया जाए। ताकि ऐसे यूथ क्लबों का विशेष परिस्थिति में लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे सक्रिय यूथ क्लबों को आपदा, रेडक्राॅस, नेहरू युवा केन्द्र आदि संस्थानों से प्रोत्साहन राशि भी दी जा सकती है। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ एवं प्लास्टिक मुक्त करने के लिए यूथ क्लबों के माध्यम से स्वच्छता अभियान चलाए जाए और सबसे स्वच्छ गांवों को चिन्हित कर पुरस्कृत करें। युवाओं को एलईडी बल्व बनाने, पनीर, अचार आदि सूक्ष्म औद्योगिक गतिविधियों का व्यावसायिक प्रशिक्षण भी दिया जाए। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में ही यूथ क्लबों को स्वरोजगार का लाभ मिल सके।

बैठक में नेहरू युवा केंद्र के जिला समन्वयक राहुल डबराल ने युवा केंद्र के कार्यक्रमों, गतिविधियों एवं युवा मंडलों के वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत कराया। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2020-21 की वार्षिक कार्य योजना के सभी कार्यक्रमों के बारे में भी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

इस दौरान एसीएमओ डा0 एमएस खाती, जिला क्रीडा अधिकारी गिरीश कुमार, एनएसएस के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी भालचन्द्र सिंह नेगी, जिला युवा कल्याण अधिकारी शरत सिंह भण्डारी, नेहरू युवा केन्द्र के परियोजना अधिकारी देवेन्द्र सिंह दानू, सचिव जिला रेडक्राॅस सोसायटी दलवीर बिष्ट, हिमाद संस्था के सचिव उमा शंकर बिष्ट, स्काउट गाइड राजेन्द्र कण्डारी आदि मौजूद थे।

चमोली जिले में 70 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव मिली

चमोली 19 अक्टूबर,2020 (सू0वि0) सोमवार को जिले में 70 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव मिली। सबसे ज्यादा केस जोशीमठ के माधव आश्रम से सामने आए। यहाॅ पर 35 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली। इसके अलावा दशोली से 9, गोपेश्वर नगर क्षेत्र से 7, कर्णप्रयाग तथा नारायणबगड से 5-5, घाट व एचसीसी पीपलकोटी से 3-3, पोखरी से 2 तथा थराली से 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है। कोरोना वायरस से जिले में अब तक 1549 लोग संक्रमित हुए है। हालांकि इसमें से 1247 लोग स्वस्थ भी हो चुके हंै और 302 एक्टिव केस है। कोरोना संक्रमण से जिले में अभी तक कोई भी मृत्यु नही हुई है। 
कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है। कोविड की जांच के लिए जिला प्रशासन ने गौचर एवं जोशीमठ में भी ट्रू-नाॅट मशीन लगा दी है। जबकि कर्णप्रयाग व जिला अस्पताल में पहले से ही जांच के लिए यह सुविधा है। जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल जांच का दायरा भी बढा दिया है ताकि अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके। सोमवार को 427 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जिले से अभी तक 34249 व्यक्तियों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा चुके हैं, जिसमें से 30476 सैंपल नेगेटिव तथा 1549 सैंपल पाॅजिटिव मिले। जबकि 625 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। 
कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 48 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारटीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। इसके अलावा 192 प्रवासियों को होम क्वारंटीन किया गया है। होम क्वारंटीन लोगों के मेडिकल जांच के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गांवों में घर-घर जाकर जांच कर रही है। इसके अलावा आशा के माध्यम से भी होम क्वारंटीन लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी प्रवासियों को क्वारंटीन नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है।
जिले में कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 43 एफआईआर, सोशियल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 1892 तथा मास्क न पहनने पर 5242 लोगों को दंड स्वरूप जुर्माना लगाया गया। महामारी अधिनियम के तहत क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 01 तथा पुलिस एक्ट के तहत 2476 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। पुलिस प्रशासन के माध्यम से अब तक 5520 मास्क भी वितरित किए गए है। 
जिले में आवश्यक सेवाओं के तहत खाद्यान की आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 3813.20 कुन्तल, चावल 1927.32 मसूर दाल 1.53 कुन्तल, चना दाल 9.55 कुन्तल, अरहर दाल 605.34, उडद दाल 603.69, चीनी 63.19 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 347.65, कुन्तल पीएम गरीब कल्याण गेहूं 5494.26 कुन्तल व दाल 706.70 कुन्तल त घेरलू गैस के 2861 गैस सिलेण्टर अवशेष है। 

तुंगनाथ में एशियन डेवलपमेंट बैंक  के माध्यम से करवाए जा रहे  यात्री सुविधाओं व स्थापना कार्यों का निरीक्षण

देहरादून (सू.ब्यूरो)
उत्तराखंड के पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर ने आज तुंगनाथ में एशियन डेवलपमेंट बैंक  के माध्यम से करवाए जा रहे  यात्री सुविधाओं व स्थापना कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने इस बात की आवश्यकता पर बल दिया कि  तुंगनाथ यात्रा को संचालित करने में  देवस्थानम बोर्ड को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ट्रैकिंग रूट पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु जरूरी इंतजाम किए जाएंगे और इसके साथ ही पर्यावरण विकास समिति का गठन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चोपता को कैंपिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा और इसके लिए जिलाधिकारी तथा डीएफओ से प्रस्ताव लिए जाएंगे।

सचिव पर्यटन ने ट्रैकिंग ट्रैक्सन होम स्टे योजना के अंतर्गत क्लस्टर केंद्रों हेतु चयनित स्थानों तथा ट्रैक्स का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा महत्वपूर्ण तथा लोकप्रिय ट्रैक रूट्स के निकट  स्थित गांवों को ट्रैकिंग क्लस्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत पुराने मकानों में नए कमरे बनाने हेतु प्रति कक्ष ₹60000 तथा पुराने कक्षों में शौचालय आदि की व्यवस्था हेतु 25000 रूप्ये प्रति कक्ष की राज सहायता अधिकतम 6 कक्षा हेतु  उपलब्ध करवाई जा रही है।  योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के माध्यम से योजना हेतु ट्रेकरूटों तथा क्लस्टर हेतु स्थानों का चयन किया जा रहा है।
सचिव पर्यटन ने बताया कि तुंगनाथ भगवान शिव का सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित मंदिर है यह काफी पुराना हो चुका है, इस संबंध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से मंदिर का जीर्णोद्धार करवाए जाने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने मौके पर मौजूद अभियंताओं को निर्देशित किया कि  निर्माण कार्य के दौरान मंदिर परिसर को स्वच्छत एवं व्यवस्थित रखा जाए और निर्माण इस प्रकार किया जाए कि मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग के ढाल को कम किया जा सके और पर्यटकों को चढ़ने में कम से कम कठिनाई हो।
उन्होंने कहा कि तुंगनाथ शिव भक्तों तथा साहसिक ट्रैकर्स का एक प्रिय स्थान है। एशियन डेवलपमेंट बैंक के माध्यम से किए जा रहे निर्माण कार्यों का उद्देश्य पर्यटकों को अधिकतम सुविधाएं पहुंचाना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां आ सकें और स्थानीय रोजगार में इजाफा हो सके। सचिव पर्यटन ने कहा कि यहां पर आवासीय सुविधाओं को विकसित करने की आवश्यकता  पर बल देते हुए कहा कि वन विभाग से अनुमति प्राप्त होते ही गढ़वाल मंडल विकास निगम के पुराने बंगले  का नवीनीकरण किया जाएगा। जिला पर्यटन विकास अधिकारी को स्थानीय नागरिकों को पर्यटन विभाग की होमस्टे योजना के संबंध में जानकारी देने के लिए कैंप लगाने के निर्देश भी दिए ताकि स्थानीय लोगों को स्वरोजगार हेतु अपने आवासों को होमस्टे के रूप में विकसित करने  हेतु प्रेरित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ रही है और वर्क फ्रॉम होम स्टे और वर्क फ्रॉम माउंटेंस की ओर पर्यटकों का आकर्षण बढ़ रहा है। आशा है कि आने वाले दिनों में त्योहारों वाले सप्ताहांत राज्य  के पर्यटन के लिए और अच्छी खबर लेकर आएंगे।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने किया देश के पहले फुल वर्चुवल होम स्कूल का उद्घाटन

देहरादून (सू.ब्यूरो)
देश के पहले फुल वर्चुअल होम स्कूल सीज ग्लोबल इंसीट्यूट का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दीप प्रज्वलित कर किया। उत्तराखंड से संचालित होने वाले पहले फुल  वर्चुवल इंसीट्यूट के जरिए भारतीय ज्ञान परंपरा, वैदिक गणित, विज्ञान तथा भारतीय शास्त्रीय संगीत, संस्कृति, कला और परंपराओं को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी। अब संस्कृत को भी कैम्ब्रिज बोर्ड के माध्यम से एफिलेएटेड विश्व भर के स्कूल पढ़ा पायेंगे। उत्तराखंड तथा समस्त भारत के लिए यह गर्व का विषय है। संस्थान के इस वर्चुवल कार्यक्रम में अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका समेत देश विदेश के कई लोग जुड़े हुए थे। 

उदघाटन अवसर पर संस्थान की संस्थापक श्रीमती रीना त्यागी ने कहा कि जब बच्चे को बिना किसी दिलचस्पी के किसी विषय को सीखने के लिए मजबूर किया जाता है, तो वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है। वर्चुअल होम स्कूल स्कूली शिक्षा के विकल्प के रूप में कार्य करता है। और इससे बच्चे का आत्मविश्वास भी बढ़ता है।  एक बच्चा एक विषय में कमजोर हो सकता है लेकिन दूसरे में मजबूत हो सकता है। ऐसे में माता-पिता के पास बच्चे की रूचि के अनुरूप क्षेत्र चुनने का विकल्प होता है। यहां विशेषज्ञों ने बताया कि होम स्कूलिंग में परीक्षाएँ तनाव मुक्त होती हैं, और बच्चे में अपनी तैयारी के अनुसार परीक्षा देने का लचीलापन होता है। माता-पिता अपने बच्चे के अभिनव विचारों और स्कूल में शिक्षकों की तुलना में अनुसूची में बदलाव के लिए अधिक खुले हो सकते हैं। पहले, स्कूलों को शिक्षा का प्राथमिक स्रोत माना जाता था, लेकिन हर बच्चा उसी तरह चीजों को समझने में सक्षम नहीं था, माता-पिता ने अपने बच्चे को शिक्षा के वैकल्पिक स्रोत के रूप में होमस्कूलिंग का विकल्प चुना है। वर्चुवल उद्घाटन अवसर पर डा संदीप मारवाह, डा राधा सिंह, साउथ अफ्रीका से डा स्टीव रार्मन, अमेरिका से डा माइक लोकेट समेत कई लोग सीज ग्लोबल इंसीट्यूट के वर्चुवल होम स्कूल के उद्घाटन अवसर पर जुड़े रहे। स्कूल से जुड़े लोगों ने सहयोग के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का आभार जताया।

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