उत्तराखंड विस में अनुपूरक बजट & ‘Nishank’ Laid the Foundation stone of IIIT & Top UK News 21 Dec 20

High Light# उत्तराखंड विधानसभा में 4063.79 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश #श्री मोतीलाल वोरा के निधन पर  दुःख व्यक्त #क्रिसमस  के  त्यौहार  में  वह  उत्तराखंड  अवश्य  आयें- पर्यटन  मंत्री श्री सतपाल  महाराज  #केंद्रीय मंत्री  एस जयशंकर ने  ऑनलाइन कार्यक्रम  में  अनुभवी पत्रकार प्रेम प्रकाश की  पुस्तक “रिपोर्टिंग इंडियाः  मेरे सात  दशकों  के अनुभव पर आधारित’’  का लोकार्पण किया # कोटद्वार में 24 दिसंबर को जनपद के तहसील थराली, आदिबद्री व गैरसैंण के युवाओं की भर्ती #जनपद चमोली से 6849 युवाओं ने सेना भर्ती रैली में शामिल होने के लिए आवेदन किया #चमोली   जिले में सोमवार को  संक्रमितों की संख्या बढकर 3219 # DEHRADUN NEWS 21 DEC. 20 राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस तक पंहुचाने हेतु मुख्यमंत्री त्वरित कार्यवाही  टीम(सीएमक्यू0आर0टी0) का गठन # Union Education Minister lays the Foundation stone of permanent campus of IIIT Bhagalpur through virtual/online mode # # # # # # #

उत्तराखंड विधानसभा में 4063.79 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश

देहरादून. उत्तराखंड विधानसभा में सोमवार को वर्ष 2020-21 के लिए 4063.79 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया गया. जबकि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक द्वारा पेश इस अनुपूरक बजट पर मंगलवार को चर्चा की जाएगी.

उत्‍तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र शुरू में सोमवार को 4063.79 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया। राजस्व मद में 2071.42 करोड़ और पूंजीगत मद में 1992.36 करोड़ का प्रविधान किया गया। दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के मामले में सरकार पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया। सदन से बाहर पत्रकारों से बातचीत में उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा व कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने सत्तारूढ़ दल के विधायक पूरन सिंह फर्त्याल के सदन में दिए वक्तव्य का उल्लेख किया। विधायक जीना की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव थी, बावजूद इसके सरकार ने उनकी अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ नहीं की। उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभाओं में विधायक के निधन के बाद शोक स्वरूप सदन की कार्रवाई स्थगित रखने की परंपरा है। सरकार ने इसका पालन नहीं किया। निधन के निदेश के बाद अनुपूरक बजट रखा जाना सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्नचिह्न है।

संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि अनुपूरक बजट में 2071.42 करोड़ रुपये राजस्व लेखा और 1992.37 करोड़ रुपये पूंजीगत लेखा के लिए रखे गए हैं. इसके अलावा वेतन मद में 133.26 करोड़ रुपये, केंद्र की सहायता वाली परियोजनाओं के लिए 2293.38 करोड़, आपदा राहत के लिए 641 करोड़, शिक्षा के लिए 134 करोड़, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के लिए 500 करोड़, हरिद्वार कुंभ के लिए 200 करोड़ और निर्भया फंड में 1.98 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं.

कोविड-19 से संक्रमित होने की वजह से मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत विधानसभा सत्र की कार्रवाई में वर्चुअली शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने दिवंगत विधायक सुरेन्द्र सिंह जीना, पूर्व विधायक केसी पुनेठा, सुन्दरलाल मंद्रवाल, अनुसूया प्रसाद मैखुरी और तेजपाल सिंह पंवार को श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि जीना जी युवा, कर्मठ और ऊर्जावान विधायक थे. अभिवादन करने का उनका अपना तरीका था. उनके असमय जाने से हम सभी अत्यंत दुखी हैं. मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक केसी पुनेठा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह बहुत जुझारू व सहनशील व्यक्तित्व के थे. पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद मैखुरी का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अत्यंत विनम्र और सज्जन थे. पूर्व विधायक स्वर्गीय सुन्दरलाल मंद्रवाल सच्चे मायनों में गांधीवादी थे. उनमें कोई अहम नजर नहीं आता था. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय तेजपाल सिंह पंवार सीधी और सपाट बात करते थे. उन्होंने कभी असत्य का सहारा नहीं लिया.

उत्तराखंड में आज से तीन दिन का विधानसभा सत्र शुरू हो गया है। वहीं सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा के कर्मचारियों समेत कई विधायकों ने योग किया। पतंजलि योगीपीठ की ओर से योगाचार्य द्वारा यह योग शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद रहे। इस बार विधानसभा सत्र 21 से 23 दिसंबर तक है। हर माह की 21 तारीख को विधानसभा में योग अभ्यास किया जाता है।  इसी को देखते हुए इस बार सत्र के शुरू होने से ठीक पहले सभी सदस्यों और विधानसभा कर्मियों को योगाभ्यास कराया । 

श्री मोतीलाल वोरा के निधन पर  दुःख व्यक्त

देहरादून 21 दिसंबर, 2020 (सू.ब्यूरो) मुख्यमंत्री  श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वरिष्ठ राजनीतिज्ञ एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मोतीलाल वोरा के निधन पर  दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

क्रिसमस  के  त्यौहार  में  वह  उत्तराखंड  अवश्य  आयें- पर्यटन  मंत्री श्री सतपाल  महाराज 

देहरादून 21 दिसंबर,  2020। पर्यटन  मंत्री श्री सतपाल  महाराज  ने  क्रिसमस  पर्व  पर  पर्यटकों  का  आह्वान  करते  हुए  कहा  है कि  दिसंबर  माह में  क्रिसमस  के  त्यौहार  में  वह  उत्तराखंड  अवश्य  आयें।  श्री महाराज  ने कहा  कि  क्रिसमस  त्योहार  का  सप्ताह  करीब  आ  रहा है ।  क्रिसमस  मनाने  के  लिए  उत्तराखण्ड  आने  वाले  पर्यटकों  का  हम  स्वागत  करते हैं  साथ  ही  उनसे  हमारा  यह  भी अनुरोध  है  कि  वह  कोविड -19  के  लिए  सरकार  के  उचित  दिशानिर्देशों  का  पालन करते हुए छुट्टियों का आनंद लें।’’

श्री महाराज ने कहा कि भारत में सभी जगह क्रिसमस को बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी उत्तराखंड स्थित होटल और पर्यटन स्थल पर्यटकों के स्वागत में तैयार हैं। उन्होनें कहा कि उत्तराखण्ड के सभी हितधारकों को आने वाले सप्ताह के लिए बुकिंग और ईवेंट के बारे में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है जो कि कोरोना काल में एक अच्छी खबर है।

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा, “उत्तराखंड  के अनेक जगहों  पर बर्फ गिरती है जो  क्रिसमस की भावना को  प्रदान करता है। हम उन  पर्यटकों की अच्छी क्वेरी को  देखकर खुश हैं,  जो आने  वाले सप्ताह में  विशेष रूप से  क्रिसमस के त्योहार को मनाने  के लिए हमारे राज्य में  आने की योजना बना रहे  हैं।  हमें  विश्वास  है  कि  उचित  दिशा -निर्देशों  साथ  लोग पिछले  वर्षों की तरह इस बार भी  अपनी छुट्टियों का  आनंद लेंगे।”

उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष, संदीप सहानी ने कहा, ‘हम दिल्ली, चंडीगढ़  और आसपास के स्थानों के लोगों से  अच्छी  बुकिंग प्राप्त कर रहे हैं।  पिछले  साल की  तरह इस बार भी  विभिन्न होटल क्रिसमस  त्यौहार को मनाने के लिए थीम  पार्टी और केक  मिश्रण   समारोह का आयोजन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘यह  बहुत स्पष्ट है  कि कोविड ने  इस साल परिदृश्य को  बदल दिया है।  हम यह सुनिश्चित कर  रहे हैं कि पर्यटकों के साथ- साथ  सभी  हितधारक भी  दिशानिर्देशों  का ठीक से पालन करें।’’

नैनीताल होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन (एनएचआरए) के अध्यक्ष, दिनेश शाह ने कहा, ‘हमें क्रिसमस के  लिए पर्यटकों  की अच्छी बुकिंग मिल रही हैं। यहां  अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से होटल और रेस्तरां की जांच करते हैं कि सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं।’

जिम कार्बेट नेशनल पार्क के पास स्थित एक होटल के मैनेजर अभय त्रिपाठी ने कहा, “हम दिसंबर के आखरी सप्ताह से पहले पर्यटकों की अच्छी बुकिंग प्राप्त कर रहे हैं। पर्यटकों को क्रिसमस  त्योहार पर थीम पार्टियों,  संगीत भरी रातों और अन्य  गतिविधियों के  द्वारा बहुत  आकर्षित  किया जाता है।  हम कोविड-19  के बीच सुरक्षित रहने  के लिए  अपनी जगह को  साफ और सेनेटाइज  कर रहे हैं, तथा सरकार  द्वारा जारी  सभी दिशा निर्देशों  का पालन करते हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र ने 27 और 28 दिसबंर को बारिश और बर्फबाफी का अनुमान जताया है. इन दोनों दिनों में 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई के इलाकों में बर्फबारी देखने को मिल सकती है. वहीं मैदानी जिलों में हल्की बारिश की भी संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार को भले ही मौसम साफ ना रहा हो, लेकिन मंगलवार को मौसम पूरी तरह से साफ रहेगा. मौससम विभाग ने 25 दिसंबर तक मौसम के साफ रहने की ही उम्मीद जताई है. आपको बता दें कि 25 दिसंबर को क्रिसमस डे है. मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड में 26 तारीख के बाद बनता हुआ नजर आ रहा है, जिसकी वजह से 27 और 28 तारीख को प्रदेश में कहीं- कहीं हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है. मौसम विभाग ने चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई है.

केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर ने ऑनलाइन  प्रेम प्रकाश की पुस्तक  “रिपोर्टिंग इंडियाः  मेरे सात दशकों के अनुभव पर आधारित’’ का लोकार्पण किया

देहरादून 21 दिसंबर 2020।केंद्र  सरकार  में विदेश  मंत्री सुब्रह्मण्यम  जयशंकर ने अनुभवी  पत्रकार प्रेम प्रकाश द्वारा लिखी  ‘‘रिपोर्टिंग इंडियाः  मेरे सात दशकों के  अनुभव पर आधारित’’  पुस्तक का ऑनलाइन  बुक  लॉन्च  कार्यक्रम ‘किताब’ में इसका लोकार्पण किया। पेंगुइन इंडिया  के सहयोग से प्रभा  खेतान  फाउंडेशन  (पीकेएफ)  द्वारा इस  ऑनलाइन  कार्यक्रम  का आयोजन  किया  गया। देशभर से  प्रख्यात साहित्यकार, विद्वान,  पुस्तक प्रेमी, छात्र और बड़ी संख्या में वरिष्ठ  पत्रकार इस ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल हुए।

लेखक प्रेम प्रकाश के साथ पैनलिस्ट शीला भट्ट और सुशांत सरीन की मौजूदगी में  पीकेएफ की  आकृती पेरीवाल ने सत्र की शुरुआत की। एक घंटे से ज्यादा चलने  वाले इस  ऑनलाइन कार्यक्रम का  समापन वेंकट नारायण के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्यअतिथि विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने प्रेम प्रकाश द्वारा सात दशकों के  पत्रकारीय  अनुभव पर आधारित  इस पुस्तक पर कहा,  प्रेम प्रकाश की पुस्तक  वास्तव में उनके  जीवन की  बड़ी उपलब्धि है। वह कुछ कभी ना  भुलाने वाली  घटनाओं के दौरान  देश के लोगों की स्थिति एवं देश की छवि को इस पुस्तक के जरिये पेश करने की कोशिश की है। वह हमेशा वास्तविक स्थिति में रहकर अलग सोचते हैं। देश की विभिन्न घटनाओं का रिकॉर्डर  हमेशा उनके मन में  ताजा रहा है। उनकी पुस्तक  एक व्यापक प्रवाह  है जिसे आज की युवा  पीढ़ी को उस अतीत के युग के  वार्तालाप को अवश्य पढ़कर  पहले के युग की  जानकारी रखनी  चाहिए।”

प्रेम प्रकाश,  जिन्होंने 1971  में भारतीय  समाचार  एजेंसी एशियन  न्यूज नेटवर्क  (एएनआई)  की स्थापना की  जो  भारत  और विदेशी  मीडिया घरानों को  सिंडिकेटेड  मल्टी -मीडिया  न्यूजफीड  प्रदान करती है। उनका कहना है कि हिंदी- चीनी  भाई-भाई का  नारा अब बकवास लगता है। अतीत के दिनों में चीनियों के  प्रति भारत की  रणनीति एवं विचारों को एक तरह के रूमानियत के रूप में वर्णित किया जा सकता है। हमने तिब्बत  के लिए  अपना सब कुछ छोड़  दिया, जबकि  चीनी  अपनी संप्रभुता  पर जोर देकर अब तिब्बत पर पूरी तरह से कब्जा करने की फिराक में लगे हैं।

लेखक, जो एक पत्रकार के  रूप में पहली बार 1962 में हुए भारत-  चीन सीमायुद्ध के  दौरान भारतीय सेना की  दयनीय स्थिति को देख  चुके थे, उन्होंने अपनी हालिया  पुस्तक में  कहा है कि, नेहरू  व्यक्तिगत रूप से  इस पराजय के लिए  जिम्मेदार थे, क्योंकि  उन्होंने अपने  कार्यकाल की  शुरुआत में भारत के  सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण  को नजरंदाज किया था। नेहरू मानते थे कि कूटनीतिक स्तर पर बातचीत  जारी रखने पर युद्ध  कभी नहीं हो सकता है,  लेकिन चीन की तरफ से इसके विपरित युद्ध के तौर पर आक्रामक रूख देखा गया। भारत-चीन  युद्ध के बाद 20 महीनों के दौरान  भारतीय सशस्त्र बलों को  पुनर्जीवित करने और  अत्याधुनिक  हथियारों से लैस कर मजबूत सेना के गठन का प्रयास शुरू किया गया।

प्रेम प्रकाश ने कहा कि, अफगानिस्तान पहले क्या हुआ करता था और उसका अभी भविष्य क्या है, अफगानिस्तान के अभी की स्थिति को याद करने से काफी दुख की अनुभूति होती है। कई मामलों में  अफगानिस्तान  कोल्ड वार का शिकार  होने से पहले भारत से  काफी आगे रहा  करता था। लेकिन  इस्लाम खतरे में है, का  नारा अफगानिस्तान में  इस्लामिक  कट्टरवाद की  स्थापना  के लिए किया गया,  और अब अफगानिस्तान  को हमारी मदद की जरूरत है। भारत को एक बड़ा  देश होने के कारण हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम उनकी मदद करें। हमें यह पूछने का हक है कि, चाबहार बंदरगाह को कार्यात्मक बनाने में इतना समय क्यों लग रहा है? यह भारत के हित में है कि अफगानिस्तान को खुशहाल दिनों में वापस पहुंचाने के लिए कारगर कदम उठाया जाये। तालिबान के  गलत सोच एवं फैसले ने  अफगानिस्तान को प्रगति से  काफी दूर वापस पाषाण युग के अंधेरे में धकेल दिया है।

आज की पत्रकारिता की गुणवत्ता पर श्री प्रकाश ने कहा, मौजूदा समय में कई बड़े संस्थान मार्केट में हैं। उन्हें  अपने युवा  पत्रकारों को अपने  क्षेत्र में जाकर बहुत कुछ पढ़कर,  तथ्यों के मुताबिक  रिपोर्ट करने पर जोर देना  चाहिए।

प्रेम प्रकाश उन कुछ गिने-चुने  पत्रकारों में से हैं  जिन्होंने  सात दशकों के अपने  शानदार करियर में  भारत के सभी प्रधानमंत्रियों से साक्षात्कार ले चुके हैं। उन्होंने  अपने जीवन  को खतरे में डालते हुए  बांग्लादेश के अंदर से  1971 के  बांग्लादेश  मुक्ति  युद्ध की सूचना दी थी।  वह कुछ  ऐतिहासिक घटनाओं  जैसे गोवा, भारत-चीन  सीमा युद्ध,  भारत-पाकिस्तान  युद्ध,  भोपाल गैस  त्रासदी, कोलंबो में  राजीव गांधी पर हमले और  एक  फोटोग्राफर,  रिपोर्टर  और कैमरामैन के रूप में पत्रकारिता कर रहे हैं। उन्होंने  प्राकृतिक  आपदाओं  के  साथ  विद्रोहियों को देखा है  जिसका  जिक्र उन्होंने  अपनी  पुस्तक में भी  विस्तार  से किया  हैं।

हम अभी भी भारत के साथ पूरी दुनिया को पश्चिमी सभ्यता के संवाददाता की दृष्टिकोण से देखते हैं। मैं अब तक यह समझने में असफल रहा कि भारतीय मीडिया घराने, जो भारी मुनाफा कमाते हैं, विदेशों में अपने संवाददाताओं को नियुक्त करने में असफल क्यों रहते हैं, हमेशा वे वहां के संवाददाताओं पर आश्रित रहकर भारत में विदेशी दृष्टिकोण से उन देशों के समाचार प्रस्तुत करते हैं।

कोटद्वार में 24 दिसंबर को जनपद के तहसील थराली, आदिबद्री व गैरसैंण के युवाओं की भर्ती

चमोली 21 दिसंबर, 2020 (सू.वि.)विक्टोरिया क्राॅस गबर सिंह आर्मी कैम्प कोटद्वार में 24 दिसंबर को जनपद के तहसील थराली, आदिबद्री व गैरसैंण के युवाओं की भर्ती होगी। इस भर्ती रैली में शामिल होने के लिए प्रत्येक युवा को कोविड नेगेटिव प्रमाण पत्र साथ लाना अनिवार्य किया गया है। युवाओं को कोविड जांच कराने में कोई समस्या न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने तहसील स्तरों पर ही विशेष चिकित्सा शिविर लगाए है। 

सोमवार को सीएचसी थराली, गैरसैंण तथा सिमली अस्पताल में चिकित्सा शिविर में युवाओं की कोविड जांच कर प्रमाण पत्र निर्गत किए गए। सीएचसी थराली में 489, गैरसैंण में 738 तथा सिमली अस्पताल में 276 युवाओं की कोविड जांच कर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया। सीएचसी थराली में केवल 2 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली जबकि अन्य सभी युवाओं की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इन तहसीलों के छूटे हुए युवा 22 दिसंबर को भी प्रातः 10 से सायं 4 बजे तक अपने निर्धारित शिविरों में जाकर कोविड टेस्ट का प्रमाण पत्र ले सकते है। 

दरअसल इस सेना भर्ती रैली में सभी युवाओं को 72 घंटे पहले की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य किया गया है। युवाओं को कोविड संबधी रिपोर्ट लेने में कोई परेशानी ना हो, इसके लिए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सेना भर्ती रैली से दो दिन पूर्व सभी अभ्यर्थियों का उनके तहसील स्तरों पर ही विशेष शिविर लगाकर प्रमाण पत्र निगर्त करने के निर्देश दिए थे। 

जनपद के युवाओं की आगामी 24, 25 एवं 26 दिसंबर 2020 को कोटद्वार में भर्ती होगी। 24 दिसंबर को तहसील थराली, आदिबद्री व गैरसैंण के युवाओं की भर्ती होगी तथा 25 दिसंबर को तहसील जोशीमठ, चमोली, कर्णप्रयाग, देवाल, नारायणबगड, जिलासू, नंदप्रयाग और घाट के युवाओं की भर्ती होगी। तहसील पोखरी के युवाओं की भर्ती 26 दिसंबर को होगी। ये सभी युवा भर्ती के दो दिन पूर्व अपने तहसील स्तरों पर निर्धारित शिविरों से कोविड जांच का प्रमाण पत्र ले सकते है। 

विदित हो कि जनपद चमोली से 6849 युवाओं ने सेना भर्ती रैली में शामिल होने के लिए आवेदन किया है। जिसमें तहसील जोशीमठ से 347, चमोली से 1077, पोखरी से 641, कर्णप्रयाग से 892, थराली से 1233, गैरसैंण से 1224, घाट से 547, देवाल से 61, नारायणबगड से 418, आदिबद्री से 261, जिलासू से 80 तथा नंदप्रयाग से 68 शामिल है। 

चमोली   जिले में सोमवार को  संक्रमितों की संख्या बढकर 3219

चमोली  21 दिसंबर,2020 (सू0वि0) जिले में सोमवार को कोरोना के 7 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढकर 3219 हो गई है। हालांकि इसमें से 2891 लोगों संक्रमण ठीक हो चुके हंै और 328 केस एक्टिव हैं। सोमवार को कर्णप्रयाग से 4, गैरसैंण से 2 तथा दशोली से 1 केस सामने आया। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है। 

कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है। जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में भी ट्रू-नाॅट मशीन से कोविड टेस्ट किया जा रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिक से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा रहे है। सोमवार को 148 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जिले से अभी तक 57421 व्यक्तियों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा चुके हैं, जिसमें से 51635 सैंपल नेगेटिव तथा 3219 सैंपल पाॅजिटिव मिले। जबकि 632 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। 

कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 14 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारटीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। इसके अलावा 72 प्रवासियों को होम क्वारंटीन किया गया है। होम क्वारंटीन लोगों के मेडिकल जांच के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गांवों में घर-घर जाकर जांच कर रही है। इसके अलावा आशा के माध्यम से भी होम क्वारंटीन लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी प्रवासियों को क्वारंटीन नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है।

जिले में कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 45 एफआईआर, सोशियल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 3148 तथा मास्क न पहनने पर 8311 लोगों को दंड स्वरूप जुर्माना लगाया गया। महामारी अधिनियम के तहत क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 01 तथा पुलिस एक्ट के तहत 2781 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। पुलिस प्रशासन के माध्यम से अब तक 20024 मास्क भी वितरित किए गए है।

जिले में आवश्यक सेवाओं के तहत खाद्यान की आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 4121.44 कुन्तल, चावल 4091.36, चना दाल 906.00 कुन्तल, अरहर दाल 3185.34, उडद दाल 499.06, चीनी 2.14 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 966.53, कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण गेहूं 1252.81 कुन्तल व दाल 171.85 कुन्तल तथा घेरलू गैस के 2615 गैस सिलेण्टर गोदाम में उपलब्ध है।  

DEHRADUN NEWS 21 DEC. 20 राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस तक पंहुचाने हेतु मुख्यमंत्री त्वरित कार्यवाही  टीम(सीएमक्यू0आर0टी0) का गठन

देहरादून दिनांक 21 दिसम्बर 2020 (जि.सू.का), मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल ने अवगत कराया है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस तक पंहुचाने हेतु माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा मुख्यमंत्री त्वरित कार्यवाही  टीम(सीएमक्यू0आर0टी0) का गठन किया गया है। जिसके तहत् विकासखण्ड स्तर पर प्रति सप्ताह न्याय पंचायत /ग्राम पंचायत स्तर पर बहुद्देशीय शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विकासखण्ड एवं तहसील स्तर के सक्षम अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रति सप्ताह विकासखण्डवार निर्धारित कार्यक्रमों में प्रतिभाग करते हुए मौके पर ही जनसाधारण की समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। यदि किन्ही समस्याओं के समाधान में अतिरिक्त समय की आवश्यकता प्रतीत होती हो तो न्यूनतम अवधि का उल्लेख किया जाए एवं दी गयी अवधि के भीतर समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।

आगामी शिविर 24 दिसम्बर 2020 को विकासखण्ड चकराता में न्याय पंचायत त्यूनी, तहसील परिसर में तथा 26 दिसम्बर को विकासखण्ड विकासनगर के न्याय पंचायत सभावाला, पंचायतघर में बहुद्देशीय शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होनंे बताया कि त्यूनी में आयोजित शिविर में चिकित्सा विभाग द्वारा दिव्यांगजनों हेतु प्रमाण-पत्र निर्गत किए जाएंगे एवं पात्र व्यक्तियों को समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रचालित विभिन्न पेंशन लाभों की स्वीकृति हेतु भी शिविर लगाया जाएगा।

उन्होनें सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिविर के लिए समय-समय पर निर्गत कोविड-19 आपदा शमन प्रोटोकाॅल के अन्तर्गत आवश्यक व्यवस्थाएं करते हुए सम्बन्धित ग्राम पंचायतों व आसपास उपरोक्त शिविरों का प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें। 

Union Education Minister lays the Foundation stone of permanent campus of IIIT Bhagalpur through virtual/online mode

New Delhi   21stDecember, 2020  Union Education Minister Shri Ramesh Pokhriyal ‘Nishank’ today laid the Foundation stone of permanent campus of IIIT Bhagalpur through virtual/online mode. The permanent campus will have Academic block, Administrative block, Lecture halls, Computer centre & Library block, workshop cum incubation centre, Girl’s and Boy’s Hostel, faculty residence, etc.ShriAshwini Kumar Choubey, Minister of State for Health and Family Welfare inaugurated the collection of Hindi books written by eminent litterateur including the books written by himself. Shri Ashok Chaudhary, Minister, Education and Science & Technology, Government of Bihar; Shri Ajay Mandal, Member of Parliament, Bhagalpur; ShriAmitKhare, Secretary HEMoE, and Prof. ArvindChoubey, Director, IIIT Bhagalpurwere also present on the occasion.

Speaking on the occasion, ShriPokhriyalsaid that the institute is setting new standards in providing quality education at par with the top institutions in the country.He praised institute’s initiative of adopting 4-5 nearby villages for providing technical knowledge. The Minister was happy to learn that IIIT Bhagalpur was continuously working during the lockdown period. The institute is also engaged in research work which can help in combating COVID 19 outbreak, he added.He told that in short span of time the institute has done tremendous work in the area of technology and has taken up initiatives for social issues.ShriPokhriyalurged that the institute can extend help to the silk industry by providing technical inputs and support for manufacturing the high quality silk clothes and exporting the silk of Bhagalpur under Atmanirbhar Bharat initiative.

ShriAshwaniChoubey, MoS for Health and Family Welfare said that IIIT Bhagalpur can work on improvingfor the advancement in the silk technology. He commended the Institute for doing a tremendous work for the silk industry.

Prof. ArvindChoubeyspoke about the proposed building architecture, vision and mission of the Institute.He further briefed about the initiatives taken by the Institute during COVID-19. He further said thatafter the construction of permanent campus of IIIT Bhagalpur, it can provide high quality education to approximately 600 students from across the country. The institute will start new programs in the emerging areas such as Data Science, Artificial Intelligence, Robotics, Electric Vehicle Technology, and Information& Communication Technology. With these initiatives the institute will create highly skilled engineers to cater the need of country and industry, he added.

Shri Ashok Chaudhary, Minister, Education and Science & Technology, Government of Biharsaid that the IIIT Bhagalpur is running under public-private partnership mode and within short span of time this institute has performed very well.He further told that Bihar will be benefitted by the initiatives being taken by the Institute.

The MoU has been signed between IIIT Bhagalpur and CPWD for construction of all the above mentioned buildings of IIIT Bhagalpur. The total area of construction will be 25000 metre squarewith a cost of Rs. 122 crores approximately. In view of new education policy-2020, each class in this building will havedigital facilities. The lecture hall having capacity of 250 will be constructed. The construction of workshop cum incubation centre would also be constructed for the innovation and start-up promotion. All the building mentioned will be fully furnished with furniture and equipment. There will be provision of facilities like canteen, parking, LED fixtures, solar photo voltaic power generation systems and high capacity open air theatre along with Automatic Weather Station surrounding in computer centre cum library which will be signature building of IIIT Bhagalpur.

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