भारत सरकार के निर्देशों पर कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु हरिद्वार में तैयार की गयी औषधि का वितरण शुरू & Top UK News 26 May 20

26 May 20 # Uttrakhand News # Himalayauk Newsportal & Print Media # High Light# भारत सरकार के निर्देशों पर कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु हरिद्वार में तैयार की गयी औषधि का वितरण शुरू :जनपद चमोली से अभी तक 233 लोगों के सैंपल कोरोना जाॅच के लिए भेजे जा चुके है। जिसमें से 11 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव तथा 127 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव #मेडिकल टीम एवं आशा वर्कर के माध्यम से प्रत्येक दिन अधिक से अधिक होम क्वारेंटाइन प्रवासियों की स्वास्थ्य जाॅच कराई जाए – जिलाधिकारी # आपदा जैसे कार्यो में किसी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य ; जिलाधिकारी श्री सी रविशंकर

भारत सरकार के निर्देशों पर कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु हरिद्वार में तैयार की गयी औषधि का वितरण शुरू

हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री सी रविशंकर ने आयुष मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों पर  कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु हरिद्वार में तैयार की गयी औषधि को आज जनसामन्य के लिए विततरण की औपचारिक शुरूआत कलेक्ट्रेट से की। डीएम ने आयुष विभाग के चिकित्सकों द्वारा ऋषिकुल आयुर्वेद काॅलेज के माध्यम से तैयार की गयी संक्रमण रोधि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले काढ़े तथा गोलियों की किट सभी अधिकारियों को दी। जिलाधिकारी के निर्देश पर आयुष चिकित्सकों द्वारा इसकी प्रयोग विधि की भी जानकारी सभी को दी गयी।

उक्त किट में तीन आयुर्वेदिक औषधियों का शामिल किया गया है। डाॅ जिला आयुर्वेद एंव युनानी अधिकारी डाॅ जीसीएस जंगपांगी एवं डाॅ स्वस्तिक जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि एक किट में एक व्यक्ति के लिए 15 दिन की खुराक है। जिसमें संशमनी वटी हर प्रकार के संक्रमण को रोकन व इम्यून सिस्टम बूस्ट करने में कारगर है, इसका मुख्य घटक गिलोय है तथा अश्वगंधा घनवटी जिससे इम्यून सिस्टम को मजबूती छाती, श्वांस रोग तथा कफ की तकीफ में आराम मिलता है यह कमजोरी की अवस्था में शरीर को पोषण देती है।

दोनों गोलियों को एक सुबह शाम खानी होंगी तथा किट में शामिल क्वाथ को लगभग 400 ग्राम पानी में 15 ग्राम उबालकर एक कप शेष रह जाने चाय की तरह छान कर दिन में एक बार शहद के साथ पिया जा सकता है। जिन लोगों ाके शुगर की समस्या है वह बिना शहद ही सेवना कर सकते है। 

जनपद चमोली से अभी तक 233 लोगों के सैंपल कोरोना जाॅच के लिए भेजे जा चुके है। जिसमें से 11 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव तथा 127 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव

चमोली 26 मई,2020 (सू0वि0)  जनपद चमोली से अभी तक 233 लोगों के सैंपल कोरोना जाॅच के लिए भेजे जा चुके है। जिसमें से 11 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव तथा 127 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। जबकि 95 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। 

कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 241 प्रवासी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग, मंडल, गैरसैण, ग्वालदम, जोशीमठ भराडीसैंण, पीपलकोटी इत्यादि स्थानों पर फेसलिटी क्वारंन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारंन्टीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। जबकि 12228 प्रवासियों को होम क्वारंन्टीन किया गया है। होम क्वारंन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने सोमवार को 74 गांवों में घर-घर जाकर 763 क्वारेंटीन व्यक्तियों की स्वास्थ्य जाॅच की। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण की जानकारी जुटाने के लिए 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीम निरंतर कार्य कर रही है।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्वारेंटीन किए गए सभी प्रवासियों को नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारेंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही भी की जा रही है।

जिले में लाॅकडाउन का भी सख्ती से पालन कराया जा रहा है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 32 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 3, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151 के तहत 62, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 47, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर गिरफ्तारियां 1, पुलिस एक्ट के तहत 315 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 490 चालान और 74 वाहनों को सीज किया गया है। 

जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 2224.47 कुन्तल, चावल 4330.37 कुन्तल, मसूर दाल 359.85 कुन्तल, चना दाल 303.85 कुन्तल, चीनी 124.72 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 1438.00 कुन्तल व दाल 158.92 कुन्तल, एसएफवाई का अतिरिक्त गेहूॅ 2428.48 कुन्तल, चावल 3504.00 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 4577 गैस सिलेण्डर है।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के प्रयासों से मोबाइल फिश आउटलेट वैन के माध्यम से हर रोज जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन खिलाया जा रहा है। अब तक 6139 लोगों को भोजन कराया गया है जबकि गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 6173 ड्राई राशन किट का वितरण कराया गया है। लाॅकडाउन अवधि में पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार कर रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है।

मेडिकल टीम एवं आशा वर्कर के माध्यम से प्रत्येक दिन अधिक से अधिक होम क्वारेंटाइन प्रवासियों की स्वास्थ्य जाॅच कराई जाए – जिलाधिकारी

चमोली 26 मई,2020 (सू0वि0)  
कोविड संक्रमण के प्रभावी रोकथाम के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। जिले में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे है। जिले में कोरोना संक्रमण के प्रभावी रोकथाम को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देश दिए कि मेडिकल टीम एवं आशा वर्कर के माध्यम से प्रत्येक दिन अधिक से अधिक होम क्वारेंटाइन प्रवासियों की स्वास्थ्य जाॅच कराई जाए और जिन लोगों ने क्वारेंटीन अवधि पूरी कर ली है उनको डिस्चार्ज भी किया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि आशा प्रत्येक दिन अपने क्षेत्र का अनिवार्य रूप से भ्रमण कर होम क्वारेंटीन लोगों की स्वास्थ्य जाॅच करना सुनिश्चित करें। साथ ही मोबाइल मेडिकल टीमों के माध्यम से भी प्रत्येक दिन अधिक से अधिक गांवों का भ्रमण कर क्वारेंटीन लोगों की स्वास्थ्य जाॅच कराने के निर्देश दिए गए। होम क्वारेंटीन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य जाॅच के लिए जिले में 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गठित है, जो हर रोज गांव गांव जाकर क्वारेंटीन लोगों की स्वास्थ्य जाॅच कर रही है।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिन लोगों को फसेलिटी क्वारेंटाइन किया गया है एहतियात के तौर पर उनका भी रेन्डम तौर पर सैंपल लिया जाए। ताकि प्रारम्भिक स्टेज पर ही संक्रमण की स्थिति का पता चल सके और इसकों यही पर रोका जा सके। जिलाधिकारी ने गांव में तैनात शासकीय कार्मिकों एवं ग्राम प्रधानों के माध्यम से होम क्वारेंटीन लोगों पर कडी निगरानी रखते हुए क्वारेंटीन नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए है। इस दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी विभिन्न व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की गई। बैठक में बताया गया कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में अधिक से अधिक लोगों की सैंपल लिए जा रहे है। अभी तक अधिकांश सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 केके सिंह, एसीएमओ डा0 उमा रावत, आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी मौजूद थे। 

आपदा जैसे कार्यो में किसी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य ; जिलाधिकारी श्री सी रविशंकर

हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री सी रविशंकर ने आगामी मानसून की तैयारियांे को लेकर जिला आपदा प्रबंधन की एक महत्वूपर्ण बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में ली। डीएम ने मानसून में बाढ़ नियंत्रण के उपायों को त्वरित तथा को सदृढ़ बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने सभी तहसीलों व थानों के माध्यम से किये जाने वाले राहत एवं बचाव कार्यो की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि आपदा जैसे कार्यो में किसी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी।

जिलाधिकारी ने आपदा, राजस्व तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को मानसून से पूर्व ही इस बार ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर लिये जाने के निर्देश दिये जो मानसून के दौरान बाढ़ तथा जलभराव के दृष्टि से संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि इस चिन्हिकरण में कोई भी संवेदनशील क्षेत्र छूटना नहीं चाहिए।
डीएम ने बचाव एवं सुरक्षा के लिए बनाये जाने वाले शैल्टर होम, रिलीफ कैम्प, आवश्यक उपकरणों, रेस्क्यू प्रबंधों का पुनः आंकलन कर लिया जाये। आंकलन के आधार पर इस वर्ष के लिए नयी रणनीति तैयार की जायेगी। प्रभावितों के लिए सुरक्षित स्थलों के लिए सार्वजनिक भवनों के साथ-साथ निजि संस्थानों खुले मैदानों आदि को भी एसडीएम आंकलन में शामिन करें।

आपदा के समय लोगों को कहां जाना है, किससे सहायता लेनी है, किस नम्बर पर सूचना दी जाने है इस सम्बंध में स्थायी स्पष्ट सूचना बाढ़ चैकियों पर कंट्रोल रूम नम्बर सहितह चस्पा करने के लिए पोस्टर की जगह स्थायी पेंटिंग का प्रयोग किया जाये। जिससे बरसाती दिनों में लोगों को असुविधा न हो।
लगाया जाना भी सुनिश्चि करें। इन सूचनाओ में सभी आपदा मित्रों के मोबाइल नम्बर, आपदा राहत में सीधे तौर पर राहत कार्य करने वाले विभागों व सम्बंधित अधिकारियों के नम्बर भी प्रसारित किये जायें।  बाढ़ चैकी में तैनाक कार्मिकों तथा वाॅलिटियर्स का ड्यूटी चार्ट एक सप्ताह में तैयार कर प्रस्तुत किया जाये। अपने क्षेत्रों में मानसून पूर्व की जाने वाली नाले नालियों आदि की सफाई के लिए जो भी टेंडर प्रकिया होनी है अभी शुरू कर दें। दोनों निगमों तथा भेल की ओर से टेंडर प्रकिया की जा चुकि है। जिन तहसीलों एवं थानों में में आपदा राहत उपकरण सामग्री प्रयोग में ली जा रही है इस सामग्री की सूची तथा निरीक्षण के उपरांत उपयोग की स्थिति तथा खराब होने का प्रमाण पत्र थानाध्यक्ष तथा तहसीलों द्वारा प्रस्तुत कर दिया जाये। यदि किसी सामग्री की आवश्यकता है तो उसके लिए डीमांड और प्रक्योरमेंट की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाये तथा जो सामग्री उपकरण खरीदे जाने हैं उन्हे आज से 15 से 20 दिन की अवधि में क्रय कर लिया जाये। जल आपूर्ति करने वाले विभाग अपनी टंकियों की सफाई कर सफाई का दिनांक अंकित कर अपना प्रमाण प्रस्तुत करें।

इन सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सायरन की भी व्यवस्था की जाये तथा लोगों को जागरूक किया जाये कि सायरन बजने का क्या अर्थ होगा और ऐसा होने पर उन्हें क्या करना है कहां जाना है। बैठक में एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट सहित समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थितह रहे।

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