UK;कोरोनाकाल में सरकारी सिस्टम को भी मर्ज – क्वारंटाइन सेंटर में सांप के डंसने से बच्ची की मौत &मरीजों के सैंपल ‘गुम’ &नवविवाहिता से छेड़छाड़ Top UK News 25 May 20

25 May 20# High Light# Himalayauk Newsportal Bureau (Web & Print Media) # प्रवासियों के आने से कोरोना पॉजेटिव केस बढ़ रहे है # सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे – मुख्यमंत्री # जनपद चमोली से 172 लोगों के सैंपल- 11 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव तथा 102 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव  # उत्तराखंड में सोमवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के 15 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में कोविड-19 (COVID-19) से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 332 हो गई है. # सेंटर के अंदर गंदगी बिखरी पड़ी है. एक हीं गद्दो पर आने जाने वाले यात्री सो रहे हैं. इनके सैनेटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां ठहराए गए लोगों ने क्वारंटाइन सेंटर के वीडियो बनाकर भेजे हैं, जो हैरान कर देने वाले हैं.- हो न हो देर सबेर रायपुर का ये सेंटर कोरोना का एपिक सेंटर निकल जाए.# क्वारंटाइन सेंटर में सांप के डंसने से बच्ची की मौत & ऊधमसिंह नगर के किच्छा के तहत सूरजमल अग्रवाल कॉलेज में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में रविवार सुबह ड्यूटी पर तैनात नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने नवविवाहिता से छेड़छाड़ कर दी # Presents by Himalayauk Newsportal

देहरादून 25 मई, 2020 (सू.ब्यूरो/ Himalayauk Bureau)
     मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न प्रान्तो से आ रहे प्रवासियों के आने से कोरोना पॉजेटिव केस बढ़ रहे है ऐसे मे सभी लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। यह बात मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक लेते हुये कही। उन्होने कहा कि विभिन्न प्रान्तां से उत्तराखण्ड के लोगों को लाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। उन्होने कहा कि सरकार हर परिस्थिति से लडने व निपटने के लिए तैयार व सक्षम है। समीक्षा बैठक मे मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह तथा वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोरेन्टीन किये गये व्यक्ति कोरेन्टीन के नियमों का पालन करें जो कोरेन्टीन व्यक्ति कोरेन्टीन नियमों का पालन नही करते है। उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। उन्होने कहा कि संक्रमण का दौर है सभी जनता अपनी जिम्मेदारियों को समझे व इस लडाई मे सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने  जनपद में कोविड -19 मे किये जा रहे कार्यो एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आधुनिकतम उपकरणों  की व्यवस्था कर रही है। बढते संक्रमण को देखते हुये सुशीला तिवारी चिकित्सालय को और अन्य उपकरणों  व संसाधनो की आवश्यकता हो उसकी मांग तत्काल शासन को उपलब्ध करायें ताकि व्यवस्था की जा सके। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमारी फं्रट लाइन वारियर टीम है इसलिए स्वास्थ्य कर्मी सहज व सक्रिय रहकर कार्य करें। उन्होने कहा मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार डिस्पोज किया जाए। उन्होने इस संक्रमण काल मे आईएमए द्वारा दिये जा रहे सहयोग की सराहना की, इसके साथ ही प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा रात-दिन तत्परता के साथ जो सेवाये दी जा रही है वह भी प्रशंसनीय है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से आनेवाले 10 दिन काफी अहम होंगे ऐसे में हम एहतियात बरतने की जरूरत होगी तथा संयम से कार्य करने व रहने का समय है। उन्होने कहा जिन्हे कोरेन्टाइन किया गया है अगर अगले 10 दिन तक उनकी रिपोर्ट नगेटिव आने के साथ ही उनमें दूसरे लक्षण भी नही दिखते है तो ऐसे लोगो को घर भी भेजा जा सकता है। उन्होने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वह पूरी तत्परता कार्य कुशलता एवं निष्ठा के साथ संक्रमण काल मे टीम भावना के साथ दायित्यां का निर्वहन करें।

कैबिनेट मंत्री श्री यशपाल आर्य एवं सांसद श्री अजय भटट ने कहा बाहर से आने वाले प्रवासियों से अपील की है कि वे कोरेन्टीन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें, नियम तोडने वालों से सख्ती से निपटने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग व अन्य विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा इस आपदा दौर मे किये जा रहे कार्यो की सराहना करते हुये उनकी भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक आम नागरिक को बचाने की है।

मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि राज्यभर में अब तक 1.54 लाख लोग आ चुके हैं। जबकि देश के विभिन्न प्रान्तों से उत्तराखण्ड आने के लिए 2.47 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है। उन्होने कहा कि विभिन्न प्रान्तों से लोगो का आना बढ रहा है इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही कोरेन्टीन सेन्टर में भी पर्याप्त व्यवस्थायें रखी जांए। उन्होने कहा कि होम एवं संस्थागत कोरेन्टीन किये गये व्यक्तियां की नियमित चैकिंग की जाए तथा कोरेन्टीन का पालन कराया जाए जो कोरोन्टीन नियमो का पालन नही करता है उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। श्री कुमार ने कोरेन्टीन सेन्टर व स्टेजिंग एरिया में साफ सफाई व्यवस्था, सेनेटाइजेशन आदि की व्यवस्थायें सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरान्त ही उन्हे होम अथवा संस्थागत कोरेन्टीन किया जा रहा है। उन्होने जनपद में प्रवासियों के सर्वलांस, स्कैनिंग,स्वास्थ्य परीक्षण एवं कोरेन्टीन पर नजर रखने हेतु जनपद में 27 आईडीएसपी टीमें, 84 वीआरटी, 126 सीआरटी, 30 आरआरटी की टीमे लगाई गई है जो सतत् निगरानी कर रही है। श्री बंसल ने बताया कि एसटीएच को कोविड चिकित्सालय बनाया गया है चिकित्सालय मे 337 बैड आईसीयू, 220 बैड कोरोना पॉजेटिव हेतु, 85 आईसोलेशन बैड तथा 35 बैड वेंटिलेटर हेतु बनाये गये है। उन्होने बताया की कोरोना महामारी के दौरान गम्भीर बीमारी उपचार हेतु 6 प्राइवेट चिकित्सालय भी अधिगृहित किये गये है, जिनमें सरकारी अथवा आयुष्मान दरों पर ही ईलाज किया जा रहा है अभी तक 20 गम्भीर बीमारी से ग्रसित लोगों का ईलाज किया जा चुका है। जनपद में 121 कोरेन्टीन सेंटर शहरीय व ग्रामीण इलाको मे संचालित है। श्री बंसल ने बताया कि अभी तक जनपद मे 20465 पास जारी किये गये है, विभागीय निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिये गये है। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों मे 7921 प्रवासी पहुचे है, जिसमें से 5493 प्रवासी को होम कोरेन्टीन व 2428 को संस्थागत कोरेन्टीन किया गया है। जबकि शहरों मे 6479 प्रवासी विभिन्न प्रान्तो से पहुचे है।
     बैठक में विधायक नवीन दुम्का, संजीव आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, उपाध्यक्ष आनन्द सिह दरम्वाल, मण्डी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट,पीआरओ मुख्यमंत्री विजय बिष्ट, दर्जा धारी मंत्री प्रकाश हर्बोला, बहादुर सिह बिष्ट, मेयर डा0 जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, प्रकाश रावत,सभापति मण्डी मनोज साह, रविन्द्र रैकुनी, तरूण बंसल, प्रदीप जनौटी, प्रमोद तोलिया के अलावा डीआईजी जगत राम जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, सीएमओ डा0 भारती राणा, एमडी केएमवीएम रोहित मीणा, आरएफसी ललित मोहन रयाल, अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपागी, केएस टोलिया, प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज डा0 सीपी भैसोडा, डा0 अरूण जोशी. सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिह, श्रमायुक्त दीप्ति सिह  के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे। प्रस्थान से पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने स्टेजिंग एरिया अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार का निरीक्षण कर स्टेजिंग एरिया की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे – मुख्यमंत्री

देहरादून 25 मई, 2020 (सू.ब्यूरो/HIMALAYAUK BUREAU)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद भ्रमण के दौरान राधास्वामी सत्संग व्यास स्टेजिग एरिया में संचालित कोविड-19 से सम्बन्धित राहत केन्द्र क्वारंटीन सेंटर का जायजा लिया इसके बाद जिला चिकित्सालय मे रामसुमेर शुक्ल मेडिकल कालेज के 300 बेडों के चिकित्सालय का निरीक्षण एवं चिकित्सालय मे व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री श्री रावत एपीजे अब्दुल कलाम सभागार मे कोविड-19 राहत कार्यो एवं बचाव मे लगे सम्बन्धित अधिकारियों की समीक्षा बैठक की। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न प्रान्तो से आ रहे प्रवासियों से कोरोना पॉजिटिव केस बढ रहे है ऐसे मे सभी लोगों को एहतियात बरतने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि विभिन्न प्रान्तो से उत्तराखण्ड के लोगों को लाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। उन्होने कहा कि सरकार हर परिस्थिति से लडने व निपटने के लिए तैयार व सक्षम है। समीक्षा बैठक मे मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिह तथा वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि क्वारंटीन किये गये व्यक्ति क्वारंटीन के नियमों का पालन करें जो क्वारंटीन व्यक्ति क्वारंटीन नियमो का पालन नही करते है, उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। उन्होने कहा कि संक्रमण का दौर है सभी जनता अपनी जिम्मेदारियों को समझे व इस लडाई मे सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने  जनपद में कोविड -19 के संक्रमण को रोकने के लिए किये जा रहे कार्यो एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आधुनिकतम उपकरणों  की व्यवस्था कर रही है। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमारी फ्रंट लाइन वारियर टीम है इसलिए स्वास्थ्य कर्मी सहज व सक्रिय रहकर कार्य करें। उन्होंने कहा प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा रात-दिन तत्परता के साथ जो सेवाये दी जा रही है वह भी प्रशंसनीय है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से आनेवाले 10 दिन काफी अहम होंगे ऐसे में हम एहतियात बरतने की जरूरत होगी तथा संयम से कार्य करने व रहने का समय है। उन्होने कहा जिन्हें क्वारंटीन किया गया है अगर अगले 10 दिन तक उनकी रिपोर्ट नगेटिव आने के साथ ही उनमें दूसरे लक्षण भी नही दिखते है तो ऐसे लोगो को घर भी भेजा जा सकता है। उन्होने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वह पूरी तत्परता कार्य कुशलता एवं निष्ठा के साथ संक्रमण काल मे टीम भावना के साथ दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होने जनता से अपील की है कि सोशल डिस्टेंस का अवश्य पालन करे ताकि कोरोना संक्रमण को बढने से रोका जा सकें।  

सांसद श्री अजय भटट ने कहा बाहर से आने वाले प्रवासियों से अपील की है कि वे क्वारंटीन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें, नियम तोडने वालों से सख्ती से निपटने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग व अन्य विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा इस आपदा दौर मे किये जा रहे कार्यो की सराहना की। उन्होने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक आम नागरिक को बचाने की है।

मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिह ने बताया कि राज्यभर मे अब तक 1.54 लाख लोग आ चुके है। उन्होने कहा कि विभिन्न प्रान्तों से लोगो का आना बढ रहा है इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही कोरेन्टीन सेन्टर में भी पर्याप्त व्यवस्थायें रखी जांए। उन्होने कहा कि होम एवं संस्थागत कोरेन्टीन किये गये व्यक्तियों की नियमित चैंकिंग की जाए तथा कोरेन्टीन का पालन कराया जाए जो कोरोन्टीन नियमो का पालन नही करता है उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। श्री कुमार ने कोरेन्टीन सेन्टर व स्टेजिंग एरिया मे साफ सफाई व्यवस्था, सेनेटाइजेशन आदि की व्यवस्थायें सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये।

जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरान्त ही उन्हे होम अथवा संस्थागत क्वारंटीन किया जा रहा है व लगभग 11138 लोगो को होम कवारंटीन किया गया तथा लगभग 170 ग्रामीण क्षेत्रो मे विलेज क्वारंटीन सेंटर बनाये गये है। उन्होने बताया 1546 लोगो को फैसेलिटी क्वारंटीन किया गया। उन्होने बताया स्थानीय होटलो मे भी क्वांरटीन फेसिलिटी हेतु व्यवस्था की गई है। उन्होने बताया जनपद की सीमाओ पर 124 चैक पोस्ट बनाये गये है, जिसमे केवल 11 चैक पोस्ट द्वारा ही जनपद मे लोगों को प्रवेश कराया जा रहा है। उन्होने बताया बाहर से आने वाले मजदूरो के रोजगार हेतु स्थानीय कम्पनियो से समन्वय स्थापित कर तालमेल किया जा रहा है व बाहर से आने वाले मालवाहनो को भी बार्डर पर चैक करने के उपरान्त ही जनपद मे प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा 1939 लोगो की एसपीओ फोर्स तैनात की गई है, जो कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए निःशुल्क योगदान दे रहे है। उन्होने कहा कृषि क्षेत्र मे मनरेगा के तहत जॉब कार्ड बनाये जा रहे है ताकि प्रवासियां को रोजगार मिल सके। उन्होने राम सुमेर शुक्ल मेडिकल कालेज मे 300 बेड तैयार होने व जल्द ही बेडो की संख्या बढाने की बात कही।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेनू गंगवार, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, हरभजन सिंह चीमा, पुष्कर सिंह धामी, मेयर राजपाल सिंह, उषा चौधरी, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा सहित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिन्दरजीत सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, उत्तम सिंह चौहान, एमएनए जयभारत सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 शैलजा भट्ट आदि उपस्थित थे।

जनपद चमोली से 172 लोगों के सैंपल- 11 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव तथा 102 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव 

जनपद चमोली से 172 लोगों के सैंपल कोरोना जाॅच के लिए भेजे गए थे। जिसमें से 11 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव तथा 102 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। जबकि 59 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। कोविड हेल्थ सेंटर गोपेश्वर में 11 मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। 
कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 188 प्रवासी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग, मंडल, गैरसैण, ग्वालदम, जोशीमठ भराडीसैंण, पीपलकोटी इत्यादि स्थानों पर फेसलिटी क्वारंन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारंन्टीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। जबकि 11514 प्रवासियों को होम क्वारंन्टीन किया गया है। होम क्वारंन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने रविवार को 51 गांवों में घर-घर जाकर 420 क्वारेंटीन व्यक्तियों की स्वास्थ्य जाॅच की। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण की जानकारी जुटाने के लिए 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीम निरंतर कार्य कर रही है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्वारेंटीन किए गए सभी प्रवासियों को नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारेंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही भी की जा रही है।

जिले में लाॅकडाउन का भी सख्ती से पालन कराया जा रहा है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 32 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 3, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151 के तहत 62, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 47, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर गिरफ्तारियां 1, पुलिस एक्ट के तहत 296 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 483 चालान और 73 वाहनों को सीज किया गया है। 
जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 2224.47 कुन्तल, चावल 4330.37 कुन्तल, मसूर दाल 359.85 कुन्तल, चना दाल 303.85 कुन्तल, चीनी 124.72 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 1438.00 कुन्तल व दाल 158.92 कुन्तल, एसएफवाई का अतिरिक्त गेहूॅ 2428.48 कुन्तल, चावल 3504.00 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3712 गैस सिलेण्डर है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के प्रयासों से मोबाइल फिश आउटलेट वैन के माध्यम से हर रोज जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन खिलाया जा रहा है। अब तक 6139 लोगों को भोजन कराया गया है जबकि गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 6163 ड्राई राशन किट का वितरण कराया गया है। लाॅकडाउन अवधि में पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार कर रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है।  

पुरानी तहसील परिसर देहरादून स्थित पार्किंग स्थल साईकिल/स्कूटर/स्टैण्ड कार स्टैण्ड हेतु वर्ष 2020-21 (15 जून 2020 से 31 मार्च 2021) के लिए मोहरबन्द निवदाएं आमंत्रित 

देहरादून दिनांक 25 मई 2020 (जि.सू.का),  उप जिलाधिकारी सदर गोपाल राम बिनवाल ने अवगत कराया है कि पुरानी तहसील परिसर देहरादून स्थित पार्किंग स्थल साईकिल/स्कूटर/स्टैण्ड कार स्टैण्ड हेतु वर्ष 2020-21 (15 जून 2020 से 31 मार्च 2021) के लिए मोहरबन्द निवदाएं आमंत्रित की गयी है। इच्छुक निविदादाता 01 जून 2020 से 13 जून 2020 तक अपरान्ह 02 बजे तक किसी भी कार्यालय दिवस में तहसील में उपस्थित होकर नायब नाजिर तहसील देहरादून से नकद 1 हजार रू0 जमा कर निविदा की प्रति प्राप्त कर सकता है।  

 निविदा के साथ मु0 30,000/-रू0 का बैंक ड्राफ्ट तहसीलदार सदर के पक्ष में 13 जून 2020 तक अपरान्ह 2 बजे तक निर्धारित प्रपत्र पर आमंत्रित किये गये हैं। नियत तिथि तथा समय के पश्चात प्राप्त कोई निविदा स्वीकार नही होगी, प्राप्त निविदाएं 15 जून 2020 को अपरान्ह तीन बजे निविदा समिति के समक्ष खोली जाएगी। इच्छुक निविदादाता सील बंद निविदाएं प्रस्तुत कर सकते हैं, निविदाओं की शर्तो का उल्लेख निविदा प्रपत्र में किया गया है।

 उत्तराखंड में सोमवार को संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 332

देहरादून. उत्तराखंड में सोमवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के 15 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में कोविड-19 (COVID-19) से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 332 हो गई है. राज्य में कोरोना संक्रमण से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है.

राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, सूबे में अब तक 58 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं. अब राज्य में 267 एक्टिव केस हैं. बता दें कि उत्तराखंड में कोरोना वायरस का पहला केस 15 मार्च को सामने आया था.

देश में सोमवार को लगातार चौथे दिन, एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक मामले सामने आए. पिछले 24 घंटे में 6,977 नये मामले सामने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामले 1,38,845 हो गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 77,103 लोग अब भी संक्रमित हैं जबकि 57,720 लोग स्वस्थ हुए हैं और एक मरीज विदेश चला गया है. कुल 4,021 मृतकों में से सबसे अधिक 1,635 मौत महाराष्ट्र में हुई हैं. इसके बाद 858 गुजरात में, मध्य प्रदेश में 290, पश्चिम बंगाल में 272, दिल्ली में 261, राजस्थान में 163, उत्तर प्रदेश में 161, तमिलनाडु में 111 और आंध्र प्रदेश में 56 मौत हुई है.

उत्तराखंड में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 300 पार कर गया है. 24 मई तक की स्थिति में प्रदेश में कुल 317 कोरोना पॉजिटिव मरीज राज्य में मिले थे. राज्य में मरीजों को आंकड़ा 15 मई के बाद तेजी से बढ़ा है. पिछले 6 दिनों में तो करीब 3 गुना मरीजों की संख्या बढ़ी है. हालांकि, सरकार मरीजों के उचित इलाज की व्यवस्था का दावा कर रही है. बताया जा रहा है कि टेस्टिंग बढ़ने के कारण भी अब संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है. उत्तराखंड में पूरे देश से प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है. बताया जा रहा है कि प्रवासियों ने ही राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि पिछले 10 दिनों में तेजी से कोरोना संक्रमितों के आंकड़े बढ़े हैं. इनमें ज्यादातर प्रवासी मजदूर और अन्य प्रवासी शामिल हैं.

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहंचान बीते 15 मार्च से ही शुरू हो गई थी. इसके बाद 15 मई यानी 60 दिनों में प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या मात्र 82 थी. इनमें से 50 मरीजों के ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन इसके बाद मरीजों की संंख्या तेजी से बढ़ी. राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना बुलेटिन के अनुसार 15 से 18 मई के बीच प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 82 से बढ़कर 96 हो गई. इसके बाद 18 से 24 मई के बीच ये आंकड़ा 3 गुना से ज्यादा बढ़ा. 24 मई तक ही स्थिति में राज्य में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 317 हो गई है.

उत्तराखंड में कोविड-19 संक्रमितों की डबलिंग रेट 4.18 दिन हो गया है. यानी कि करीब 4 दिन में प्रदेश में मरीजों की संख्या दोगुनी हो रही है. इससे पहले ये आंकड़ा 45 दिन था. आशंका जताई जा रही है कि संदिग्धों की जांच का दायरा बढ़ने के बाद मरीजों की संख्या और तेजी से बढ़ेगी.

जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से आज से डोमेस्टिक फ्लाइट शुरू हो गई हैं. शाम 6 बजे तक कुल 5 फ्लाइट्स आएंगी-जाएंगी. हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अभी यात्री हवाई सेवा में उतनी रुचि नहीं दिखा रहे हैं. दिल्ली से सुबह 7.30 बजे पहुंची पहली फ्लाइट में मात्र तीन यात्री जॉलीग्रांट पहुंचे जबकि तीन ही यात्रियों को लेकर यह फ्लाइट वापस लौटी. इसी तरह पंतनगर से जॉलीग्रांट पहुंची फ्लाइट में भी मात्र आठ पैसेंजर थे जबकि मुम्बई से आने और जाने वाले यात्रियों को अभी कुछ दिन और इंतजार करना होगा. मुंबई से आज जॉलीग्रांट आने वाली फ़्लाइट रद्द हो गई.

देहरादून प्रशासन ने जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से आने वाले सभी लोगों को क्वारंटीन करने के इंतज़ाम कर लिए हैं. हवाई जहाज़ से आने वाले सभी यात्रियों को 7 दिनों के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन किया जाएगा. इसके लिए प्रशासन ने करीब 350 होटल के 6000 कमरों को चिन्हित किया है.

इन कमरों का भुगतान इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन रहने वाले व्यक्ति को करना होगा. क्वारंटीन किए जाने वाले होटलों को 3 कैटेगरी में रखा गया है. ये हैं 750 रुपये प्रतिदि, 1000 रुपये प्रतिदिन और 1500 रुपये प्रतिदिन. साथ ही इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन किए गए व्यक्ति को 150 रुपये खाने का भी अलग से पेमेंट करना पड़ेगा.

इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में 7 दिन का समय बिताने के बाद ये लोग घर तो जा सकेंगे लेकिन बाहर नहीं घूम सकेंग. 7 दिन के लिए इन सभी लोगों को होम क्वारंटीन भी रहना पड़ेगा.

 क्वारंटाइन सेंटर के वीडियो हैरान कर देने वाले हैं. – हो न हो देर सबेर रायपुर का ये सेंटर कोरोना का एपिक सेंटर निकल जाए.

रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम. – सेंटर के अंदर गंदगी बिखरी पड़ी है. एक हीं गद्दो पर आने जाने वाले यात्री सो रहे हैं. इनके सैनेटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां ठहराए गए लोगों ने क्वारंटाइन सेंटर के वीडियो बनाकर भेजे हैं, जो हैरान कर देने वाले हैं. महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम से राज्य में फंसे लोगों को उनके प्रदेशों के लिए भेजा जा रहा है, तो बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों को भी यहां इकट्ठा कर उनके जिलों को भेजा जा रहा है. यहां एक बड़े हॉल में क्‍वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां मेडिकल चेकअप होने से लेकर गाड़ी की व्यवस्था होने तक लोगों को ठहराया जा रहा है. लेकिन, इन सब व्यवस्थाओं में यहां भारी लापरवाही बरती जा रही है. लापरवाहियां इतनी कि भविष्य में अगर यह कोरोना का एपिक सेंटर निकल जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा. इस हॉल में दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात समेत विभिन्न राज्यों से आने वाले लोगों को ठहराया जा रहा है. यहां रुके लोगों का आरोप है कि सेंटर के अंदर गंदगी बिखरी पड़ी है. एक हीं गद्दो पर आने जाने वाले यात्री सो रहे हैं. इनके सैनेटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां ठहराए गए लोगों ने क्वारंटाइन सेंटर के वीडियो बनाकर भेजे हैं, जो हैरान कर देने वाले हैं.

वॉशरूम में पूरे फर्श पर पानी बिखरा पड़ा है. वाॉश बेसिन इतने गंदे हैं, जिनको देखकर लगता है कि महीनों से इनकी सफाई नहीं हुई है. रविवार को अव्यवस्थाओं से तंग आकर यहां रोके गए लोगों ने जमकर हंगामा भी किया. लोगों की शिकायत है कि पीने का साफ पानी तक उपलब्ध नहीं हो रहा है. जो पानी मिल रहा है, उसमें क्लोरीन की इतनी तेज गंध है कि उसे पिया नहीं जा सकता. मेरठ से चमोली जाने के लिए आए एक परिवार का कहना था कि क्वारेंटिन सेंटर में एक साथ सबको ठूंस दिया जा रहा है. फिर चाहे वह महाराष्ट्र जैंसे रेड जोन एरिया से आया हो या किसी ग्रीन जोन एरिया से. लेागों को डर है कि वे अब कहीं इस क्वारंटाइन सेंटर में ही सबके बीच कहीं संक्रमित न हो जाएं.

मौजूद स्टाफ के लोग भी मानते हैं कि व्यवस्थाएं उचित नहीं हैं. पुलिस पहले ही अन्य व्यवस्थाएं बनाने में व्यस्त है. प्रशासन का कोई आदमी मौके पर नहीं होता, जो क्वारेंटिन सेंटर की व्यवस्थाओं पर ध्यान दे सके. मौके पर मौजूद एक स्टॉफ नाम न छापने की शर्त पर कहता है कि हो न हो देर सबेर रायपुर का ये सेंटर कोरोना का एपिक सेंटर निकल जाए. SABHAR

नैनीताल जिले के बेतालघाट के तल्ली सेठी क्वारंटाइन सेंटर में सांप के डंसने से बच्ची की मौत हो गई। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए नैनीताल लाया जा रहा है। क्षेत्र में तैनात पटवारी भुवन जोशी के अनुसार छह वर्षीय अंजलि पुत्री महेंद्र सिंह निवासी तल्ली सेठी परिवार के साथ क्वारन्टीन सेंटर प्राथमिक विद्यालय में रह रही थी।

महेंद्र दिल्ली में जॉब करता था और सपरिवार दिल्ली रहता था। उसकी तबीयत खराब हुई तो दिल्ली में नौकरी कर रहे भाइयों ने उपचार कराया। डॉक्टर की सलाह पर महेंद्र सपरिवार घर आ गया तो लॉकडाउन की वजह ससे महेंद्र के साथ उसकी पत्नी दीपा, बेटे हर्ष व अंजलि को क्वारन्टीन सेंटर में रखा गया।

सोमवार तड़के पांच बजे बच्ची के दाहिने कान के पास सांप ने डंस लिया । उसकी मां ने झट से सांप को उठाकर फेंक दिया। इधर परिजन झाड़-फूंक से उपचार कराने लगे, तबीयत बिगड़ी तो दस बजे 108 को सूचना दी। करीब एक बजे अस्पताल पहुंचे। बेतालघाट के डॉ सतीश पंत द्वारा बच्ची को इंजेक्शन दिए गए मगर उसने दम तोड़ दिया। पटवारी जोशी के अनुसार थाना पुलिस द्वारा पंचनामा भरने के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए नैनीताल भेजा जा रहा है। इस घटना से ग्रामीण इलाकों के क्वारन्टीन सेंटर की व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान लग गया है।

According Media Report: कोरोनाकाल में सरकारी सिस्टम को भी मर्ज लग गया है। इस वक्त प्रदेश में मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में जहा मुस्तैदी दिखनी चाहिए थी, वहां लापरवाही नजर आ रही है। श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती पांच मरीजों के सैंपल ‘गुम’ हो गए हैं।  पांच सैंपल 16 मई को जांच के लिए भेजे गए थे। जिनकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। दिक्कत यह है कि सभी मरीज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं और 10 दिन से रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। मामले ने तूल पकड़ा तो अधिकारी हरकत में आए। दस दिन बाद अब बताया गया कि सैंपल सही से नहीं लिए गए थे और इन्हें रिजेक्ट कर दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन से दोबारा सैंपल भेजने को कहा गया है।

जिन पांच मरीजों के सैंपल भेजे गए थे, वह पिछले कई दिन से तनाव में हैं। उनका एक-एक दिन भारी गुजर रहा है। इस बीच अस्पताल में भर्ती रहा निरंजनपुर मंडी के आढ़ती के मुनीम का बेटा कोरोना पॉजिटिव आ चुका है। जिसके बाद से ये सब लोग डरे हुए हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीजों के गाइडलाइन के तहत की सबसे पहले सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। रिपोर्ट न आने के कारण इनका इलाज भी अटका हुआ है। ये सभी सैंपल दून मेडिकल कॉलेज स्थित लैब में गए थे। 

डॉ. दिनेश चौहान (जिला नोडल अधिकारी) का कहना है कि जहां से सैंपल भेजे गए और जिस लैब को भेजे गए वहीं से इसकी सही जानकारी मिल सकती है। क्योंकि हमारे पास स्टेट कंट्रोल रूम से जितने सैंपल की रिपोर्ट आती है, उसी के बारे में बता सकते हैं। 

ऊधमसिंह नगर के किच्छा के तहत सूरजमल अग्रवाल कॉलेज में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में रविवार सुबह ड्यूटी पर तैनात नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने नवविवाहिता से छेड़छाड़ कर दी। 

एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। आरोपी के खिलाफ पुलभट्टा थाने में दुष्कर्म के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।

वहीं इसी क्वारंटीन सेंटर में नशे में मिले एक अन्य पुलिस कर्मी सुरेश गिरी को निलंबित किया गया है। रविवार को इस सेंटर में चार महिलाएं और 38 पुरुष थे। शनिवार को दिल्ली से लौटे एक दंपती को यहां क्वारंटीन किया गया था।

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