मॉ-हर बच्चे के लिए सबसे खास सबसे प्यारा रिश्ता-;मदर्स डे, 8 May 2022 ;मां बिना ये दुनियां अधूरी

भगवान हर किसी के साथ नहीं रह सकता इसलिए उसने मां को बनाया – मां की अहमियत को शब्दों में बयां कर पाना काफी मुश्किल होता है। लेकिन फिर भी साल का एक दिन मां के नाम कर दिया गया है। मातृ पूजा की रिवाज़ पुराने ग्रीस से उत्पन्न हुई है एक मां का आँचल अपनी संतान के लिए कभी छोटा नहीं पड़ता। माँ का प्रेम अपनी संतान के लिए इतना गहरा और अटूट होता है कि माँ अपने बच्चे की खुशी के लिए सारी दुनिया से लड़ लेती है। एक मां का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है, एक मां बिना ये दुनियां अधूरी है

बच्चे की खुशी में खुश और तकलीफों में दर्द बांटती है। ऐसे में बच्चे अपनी मां के लिए कुछ खास करना चाहते हैं। मां की इसी ममता और प्यार को सम्मान देने के लिए एक खास दिन होता है।

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by Chandra Shekhar Joshi- Editor; www.himalayauk.org (Leading Newsportgal & Print Media) Publish at Dehradun & Haridwar Mob. 9412932030

मां बच्चे की सबसे पहली टीचर तो होती ही है अक्सर वो अपनी बच्चे की बेस्ट फ्रेंड का रोल भी निभाती है। यूं तो मां के एहसास को जानने के लिए किसी खास दिन की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि मां के साथ तो हर दिन बेहद खास होता है। लेकिन मां की उपस्थिति और उनके ममता को महसूस करने के लिए मई महीने में मदर्स डे (Mother’s day) मनाया जाता है।

हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। ये दिन मां कि ममता और प्यार को समर्पित है। दुनिया का कोई भी रिश्ता मां की कमी कभी पूरी नहीं कर सकता। मां-बच्चे का रिश्ता हर रिश्ते से अहम और अनमोल माना जाता है। मां अपने बच्चे की हर ख्वाहिश बिना किसी स्वार्थ के पूरी करती है। बच्चे भले ही कितने भी बड़े क्यों ना हो जाएं लेकिन मां की ममता हमेशा अपने बच्चों पर बनी रहती है। जब एक महिला मां बनती है तब वह अपने बच्चे को ही अपनी दुनिया बना लेती है। इस साल मदर्स डे 8 मई को मनाया जाएगा।

माना जाता है कि अंतर्राष्ट्रीय मदर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिका से हुई थी। वो भी साल 1912 में जब एना जार्विस नाम की अमेरिकी महिला ने अपनी मां के निधन के बाद इस दिन को मनाने की शुरुआत की। जब एना की मां की निधन हुआ तो उन्होंने कभी शादी न करने का फैसला करते हुए अपनी मां के नाम अपना जीवन समर्पित कर दिया।

एना के इस कदम के बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वड्रो विल्सन ने औपचारिक तौर पर 9 मई 1914 में मदर्स डे मनाने की शुरुआत की। इस खास दिन के लिए अमेरिका संसद में कानून पास किया गया। बाद में मदर्स डे को मई के दूसरे रविवार के दिन मनाने की स्वीकृति अमेरिका समेत यूरोप, भारत और कई अन्य देशों ने भी दी। भारत में इसे मई के दूसरे संडे के दिन मनाया जाता है।

मान्यता है कि मदर्स डे की शुरुआत एक महिला द्वारा की गई थी. महिला का नाम एना जार्विस था. इनके बारे में कहते हैं कि यह अपनी मां से बेहद प्रेम करती थीं और जब उनका निधन हो गया तो अपनी मां के लिए अपना सम्मान और प्यार व्यक्त करने के लिए इस दिन की शुरुआत की थी. 

मदर्स डे पूरी दुनिया में माताओं के सम्मान का उत्सव है. एक मां अपने परिवार, अपने बच्चों के लिए हर दिन प्रयास करती है, बड़े से बड़ा बलिदान देती है जिसके कारण ही हम आज कुछ भी कर पाने में समर्थ हैं जो हम कर रहे हैं. मदर्स डे के इतिहास (Mother’s Day History) की बात करें तो मदर्स डे पहली बार अमेरिका में 1908 में मनाया गया था. अन्ना जार्विस नाम की एक महिला ने इस दिन को अपनी मां के सम्मान में मनाया था. अन्ना की मां एन रीज जार्विस एक शांति कार्यकर्ता थी. एना अपनी मां का सम्मान करना चाहती थी क्योंकि उनका मानना ​था कि एक मां वह होती है, जिसने आपके लिए दुनिया में किसी से भी ज्यादा किया है.

मदर्स डे दुनिया भर में माताओं के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाने वाला एक अवसर है. इस दिन को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि…

मदर्स डे दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अपनी मां को सम्मान देने और उनके प्रति अपने प्यार को दिखाने या व्यक्त करने का दिन है. मदर्स डे मां के योगदान, मातृ बंधन को और एक समाज में मां की भूमिका को सेलिब्रेट करने का दिन है.

कई लोगों के लिए अपनी मां का शुक्रिया अदा करने के लिए सिर्फ यह एक दिन काफी नहीं हो सकता. लेकिन फिर भी यह दिन सभी को अपनी मां के लिए कुछ खास करने का मौका देता है.

मदर्स डे वह दिन है जब आपको मौका मिलता है कि आप अपनी मां को एहसास कराएं कि वह आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण या खास हैं और आज आप जो भी हैं उनकी बदौलत ही हैं.

मां का किरदार निभाना आसान नहीं होता. हर किसी के जीवन में मां की भूमिका अहम और महत्वपूर्ण होती है. ऐसे में मदर्स डे का दिन हर मां को समर्पित है. अब सवाल यह है कि मदर्स डे कब मनाया गया. लोगों को पता होना चाहिए कि मदर्स डे के पीछे का इतिहास क्या है. 

मदर्स डे का इतिहास ग्रीस जिसे यूनान के नाम से भी जाना जाता है, से जुड़ा हुआ है. मान्यता है कि उस वक्त ग्रीस देवताओं की मां को ना केवल सम्मान दिया जाता था बल्कि उनकी पूजा भी की जाती थी. 

मदर्स डे दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सभी माताओं के प्रति सम्मान, केयर और प्यार व्यक्त करने के लिए मनाया जाने वाला एक अवसर है। यह दिन हम हमारी जिंदगी में एक मां की भूमिका को सेलिब्रेट करने के लिए मनाते हैं। यह अवसर सभी को अपने आसपास की माताओं के लिए कुछ खास करने का मौका देता है। लेकिन इस बात का बेहद ध्यान रखें कि अपनी मां का शुक्रिया अदा करने के लिए केवल एक दिन काफी नहीं हो सकता। मां के लिए हर दिन खास बनाएं और उन्हें खास होने का एहसास दिलाएं।

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