संंकट के इस दौर में 2 सीएम ने लोकप्रियता कायम की & Top News 27 March 20

HIGH LIGHT:# प्रतिदिन 2 लाख लोगों को दो वक्त की रोटी मुहैया करायेगे- विधायको की होगी जिम्‍मेदारी # सीएम केजरीवाल की डिजिटल प्रेस वार्ता ; विनय कुमार नई दिल्‍ली ब्‍यूरो चीफ# # मैंने गुगल से मुख्यमंत्री का नंबर निकाला और फोन लगा दिया #बॉर्डर पर फंसी युवती ने कहा; सीएम ने फोन उठा लिया. मैंने उन्हें फंसे होने की जानकारी दी# हिमालयायूके एक्‍सक्‍लूसिव

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन COVID-19 से हुए संक्रमित

TOP FOUCS भारत में इस महामारी के विकराल रूप लेने की संभावनाएं कम हैं। # गृह मंत्रालय ने कहा- पकी हुई खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति करने वाले रेस्त्रांओं समेत जरूरी सामानों के आपूर्तिकर्ताओं को लॉकडाउन से छूट. # रोना वायरस को तीन चीजों से नफरत है और वो हैं धूप, तापमान और नमी. #वायरस 13 से 20 मिनट जीता है वहीं धूप में ये सिर्फ 2.5 मिनट ही टिक पाता है #लॉकडाउन के बाद जुमे की नमाज मस्जिदों में नहीं अदा की जाएगी #क्या धुम्रपान या तंबाकू (Tobacco) का सेवन करने वाले लोगों में कोरोना के संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है?#सीएम केजरीवाल की डिजिटल प्रेस वार्ता ; विनय कुमार नई दिल्‍ली ब्‍यूरो चीफ# सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)  ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया # सरकार Covid-19 से प्रिवेंशन के लिए Corona Kavach #बॉर्डर पर फंसी युवती ने कहा; सीएम ने फोन उठा लिया. मैंने उन्हें फंसे होने की जानकारी दी# महाराष्ट्र गृह मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि 11000 अंडर ट्रायल और सजा पा चुके कैदियों को परोल और फर्लो के तहत छोड़ा जाएगा. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते फैसला लिया गया.#शिरडी साईं ने खोला खजाना, महाराष्ट्र सरकार को दिए 51 करोड़

गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को मानक परिचालन प्रकिया (एसओपी) जारी किया और राज्य सरकारों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि आवश्यक सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहें. मंत्रालय ने कहा कि छोटी दुकानों, बड़े संगठित खुद्रा बिक्री केंद्र और ई-कॉमर्स कंपनियों की सेवाओं में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए. दो पन्नों के एसओपी में गृह मंत्रालय के सचिव अजय भल्ला ने कहा कि लोगों के लिए आवश्यक वस्तुएं छोटी दुकानों, बड़े संगठित खुद्रा बिक्री केंद्रों और ई-कॉमर्स कंपनियों से उपलब्ध है.

भारत में इस महामारी के विकराल रूप लेने की संभावनाएं कम हैं।

    भारत में इस महामारी के विकराल रूप लेने की संभावनाएं कम हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत में कोरोना वायरस से ज्यादा लोग संक्रमित नहीं होंगे। आइये जानते हैं वो कौनसे कारण हैं। भारत में गर्मियां शुरू हो गई हैं। दिन का तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसके अलावा मौसम में नमी बरकरार है। अमेरिका स्थित मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों का दावा है कि जो स्थान गर्म हैं और नमी है वहां यह वायरस कम फैल रहा है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी कोरोना वायरस के मामले तेजी से कम होना शुरू हो जाएंगे। वैज्ञानिकों का दावा इसके कारण भी साबित होता है क्योंकि जहां पर अभी कोरोना वायरस विकराल रूप से फैला है वहां पर ठंड है। स्पेन के मेड्रिड में इस वक्त न्यूनतम तापमान 1 से 2 डिग्री के करीब है। जबकि अधिकतम तापमान 20 डिग्री से कम रहता है। इसी तरह इटली के लोम्बार्डी शहर का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के करीब है। इसी तरह चीन के वुहान, अमेरिका के न्यूयार्क का न्यूनतम तापमान भी 5 डिग्री सेल्सियस के करीब रहता है। वहीं भारत की बात करें तो न्यूनतम तापमान 20 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री के करीब है। जबकि आने वाले समय में तापमान तेजी से बढ़ेगा। कई राज्यों में तापमान अप्रैल में 40 डिग्री तक पहुंच जाएगा। जबकि मई-जून में यह 45 डिग्री के पार होगा। ऐसे में कोरोना वायरस का असर कम होने की वैज्ञानिकों ने संभावना जतायी है।

कोरोना वायरस से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका सोशल डिस्टेंसिंग को माना गया है। लेकिन कोरोना वायरस से प्रभावित चीन, इटली, स्पेन ने लॉकडाउन बहुत देर से किया था। विदेशी देशों ने स्वास्थ्य सेवाओं पर अत्यधिक भरोसा करते हुए अपने-अपने देशों को लॉक डाउन नहीं किया। कोरोना वायरस के यूरोप में जनवरी में मामले आना शुरू हो गए थे। इसके बावजूद 19 फरवरी को इटली में अटलांटा-वेलेंसिया के बीच चैम्पियंस लीग के मुकाबले हुए। मिलान में हुए मुकाबलों को देखने 40 हजार हजार लोग पहुंचे। दावा किया गया है कि बड़े पैमाने पर वायरस फैलने का कारण यह मैच है। कोरोना वायरस से 250 से अधिक मौत होने के बाद इटली ने लॉकडाउन का ऐलान किया। इसके बावजूद उनकी अंडरग्राउंड ट्रेन चलती रहीं। जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग इधर से उधर घरों के लिए गए। इसके कारण कोराना वायरस ने विकराल रूप ले लिया। वहीं स्पेन और चीन ने भी बहुत देरी से लॉकडाउन किया। जबकि अमेरिका ने अभी तक लॉकडाउन नहीं किया है।  दूसरी तरफ भारत सरकार ने विदेशों के अनुभवों से 22 मार्च को ही लॉकडाउन कर दिया। ट्रेन और मेट्रो की सेवा बंद कर दी गई। राज्यों ने अपने स्तर पर लॉकडाउन कर दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च रात आठ बजे 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। इसके अलावा परिवहन के साधनों को पूरी तरह बंद कर दिया गया। इसके कारण लोग ज्यादा संख्या एक जगह से दूसरी जगह नहीं जा पाए। जिसके कारण जिन जगहों पर कोरोना वायरस फैल चुका था सिर्फ वहीं पर नए मामले सामने आए। अब जब राज्यों और जिलों की सीमाएं सील कर दी गईं हैं तो संक्रमित लोगों के एक जगह से दूसरी जगह जाना संभव नहीं है।

अमेरिका की जॉन होपकिन्स यूनिवर्सिटी के महामारी विज्ञान विशेषज्ञ डॉ स्टीफन बराल का कहना है कि अमेरिका में गर्मी के मौसम में बीमारियां प्राकृतिक रूप से कम हो जाती हैं. हांगकांग यूनिवर्सिटी में पैथोलॉजी के प्रोफेसर डॉ जॉन निकोलस की माने तो कोरोना वायरस को तीन चीजों से नफरत है और वो हैं धूप, तापमान और नमी. धूप वायरस के बढ़ने की क्षमता को आधा कर देती है. जहां अंधेरे में वायरस 13 से 20 मिनट जीता है वहीं धूप में ये सिर्फ 2.5 मिनट ही टिक पाता है.

हालांकि कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तापमान या मौसम पर निर्भर नहीं किया जा सकता क्योंकि ये अब महामारी की तरह फैल चुका है लेकिन अमेरिका की पीट्सबर्ग यूनिवर्सिटी में ग्लोबल हेल्थ की प्रोफेसर सलवाना के मुताबिक मौसम से सतह पर मौजूद वायरस भले ही खत्म हो जाए लेकिन लोगों के शरीर मे घुस चुके वायरस और इससे होने वाले संक्रमण पर इसका कोई प्रभाव नही पड़ेगा. इसलिए जनता को लगातार सुझाव दिया जा रहा है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग अपनी तरफ से ध्यान दें और घर से बाहर ना निकलें. 

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 कोरोना वायरस के चलते भारत में लॉकडाउन का आज तीसरा दिन है. इस बीच कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 724 पर पहुंच गई है. वहीं इस महामारी की चपेट में आकर देश में अब तक 17 लोगों ने दम तोड़ दिया है. हालांकि देश में 50 संक्रमित मरीज ठीक भी हुए हैं.उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के छह नये मामले सामने आने के साथ इस संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़कर 49 हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान नोएडा में कोविड-19 संक्रमण के चार और गाजियाबाद में दो नये मामले सामने आये हैं. इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 49 हो गयी है. प्रसाद ने बताया कि इनमें से 14 लोग पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं.

 गृह मंत्रालय ने राज्यों व केंद्र शासित क्षेत्रों को परामर्श जारी कर बड़े पैमाने पर प्रवासियों, खेतिहर और औद्योगिक मजदूरों और असंगठित क्षेत्र के कामगारों का पलायन रोकने को कहा है. गृह मंत्रालय ने राज्यों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाइ्र में लॉकडाउन के दौरान होटल, हॉस्टल, किराये के आवास चलते रहें और उन्हें जरूरी सामान की आपूर्ति होती रहे. बयान में कहा गया है कि वे समूहों को मुफ्त अनाज और अन्य जरूरी चीजों के बारे में जानकारी दें जिससे बड़े पैमाने पर पलायन को रोका जा सके.

लॉकडाउन के बाद जुमे की नमाज मस्जिदों में नहीं अदा की जाएगी

 नई दिल्ली.कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए मुस्लिम संप्रदाय के धर्मगुरुओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा का समर्थन किया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि लॉकडाउन के बाद जुमे की नमाज मस्जिदों में नहीं अदा की जाएगी. लोग अपने घरों में नमाज अदा करेंगे. कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जो सोशल डिस्टेंसिंग की बात कही गई है उसे लेकर ही धर्मगुरुओं ने ये कदम उठाया है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक ट्वीट के जरिए मुस्लिम संप्रदाय के लोगों से यह अपील की है कि लोग जुमे की नमाज मस्जिदों के बजाय अपने घर में ही अदा करें.  AIMIM के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर मुस्लिमों से नमाज़ घर में अदा करने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘सभी मुसलमानों से मेरी अपील है कि बरोज जुम्मा, घर पर ज़ुहर की नमाज़ अदा करें और मस्जिदों में जमा होने की शकल ना बनाएं. इस लड़ाई में आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है सामाजिक दूरी बनाए रखना. हमें बड़ी सभाओं को रोकना जरूरी होगा.’

फतेहपुरी मस्जिद के इमाम मुफ्ती मुक्करम ने कहा, ‘ये बीमारी बहुत खतरनाक है. जब ये बीमारी फैलती है तब पता भी नहीं चलता. इसी वजह से भारत सरकार ने लॉकडाउन किया और जो एडवाइज़री बताई जा रही है उस पर हम अमल कर रहे हैं. मस्जिदों को भी हमने बंद कर रखा है ताकि वहां भीड़ न हो.’अमरोहा स्थित शिया जामा मस्जिद के मौलाना डॉ सय्यद मोहम्मद सियादत नक़वी साहब ने एक वीडियो मैसेज जारी कर ये ऐलान किया कि हिंदुस्तान भर में फैल रही कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनज़र शुक्रवार (27th मार्च) को मस्जिद में नमाज़े जुमा नहीं पढ़ी जाएगी.

 दिल्ली की सबसे बड़ी मस्जिद ‘जामा मस्जिद’ के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी पहले ही जुमे की नमाज मस्जिदों के बजाय अपने घर में ही अदा करने की अपील कर चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया में बिना किसी हिचक हुकूमतों की जानिब से की जानेवाली हिदायतों पर अमल किया जा रहा है.’ उन्होंने यहां स्थानीय लोगों से भी सरकार द्वारा कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों को अमल में लाने की अपील की है.

शिया संप्रदाय ने भी कोरोना वायरस के कारण शुक्रवार की जुमे की नमाज रद्द कर दी है. ये निर्णय मारजा की सलाह पर लिया गया है जिसे फतवा जारी करने के लिए समाज का अधिकृत सर्वोच्च नेता माना जाता है. यह निर्णय कई मारजाओं के द्वारा संयुक्त रूप से जारी किए गए फतवा के मुताबिक है. मवानी मलाड के शिया इमाम मौलाना अशरफ इमाम ने कहा, ‘यह पूरे देश के लिए है, क्योंकि कोरोना वायरस फैल रहा है. यह स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह के मुताबिक है और मारजा ने भी ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने से परहेज करने को कहा है, इसलिए हमने शुक्रवार की नमाज को रद्द कर दिया है.’

क्या धुम्रपान या तंबाकू (Tobacco) का सेवन करने वाले लोगों में कोरोना के संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है?

दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus)  एक बड़ा खतरा बन गया है इससे संक्रमित और इसकी वजह से जान गंवानों वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.  भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन किया जा चुका है और लोगों को कोरोना से बचने के लिए सरकारें और संबंधित विभाग समय-समय पर एडवाइजरी जारी कर रहे हैं. लेकिन फिर भी लोगों के मन में इस से जुडे़ कई सवाल उठ रहे है. ऐसा ही एक सवाल है क्या धुम्रपान या तंबाकू (Tobacco) का सेवन करने वाले लोगों में कोरोना के संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है?  विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) के विशेषज्ञ बताते हैं कि धुम्रपान करने वाले लोगों में बाकी लोगों के मुकाबले संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा होता है. इसका सबसे बढा कारण है कि सिगरेट या बीढ़ी, जो कि संक्रमित भी हो सकती है, उंगलियों और होठों के सीधे संपर्क में आती हैं. इस से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, हुक्का, सिगार या ई- सिगरेट का सेवन करने वालों के लिए भी ये खतरनाक साबित हो सकता है.

अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ड्रग ऐब्यूज़ की डायरेक्टर डॉ नोरा वॉलकोव का कहना है कि क्योंकि ये वायरस सीधा फेफडों पर हमला करता है, इसलिए धूम्रपान करने वाले लोगों के लिए ये एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है. धुम्रपान करने से फेफडों की कोशिकाएं कमज़ोर हो जाती हैं, जिस से उनमें इनफेक्शन से लड़ने की ताकत नहीं रहती. हालांकि कोरोना के मरीजों का धुम्रपान से संबंध में कोई आंकडे अभी सामने नही आया हैं लेकिन माहामारी के इस समय में स्वास्थ विशेष्ज्ञ यही सलाह दे रहे हैं कि लोग धुम्रपान से बचें.

सीएम केजरीवाल की डिजिटल प्रेस वार्ता;; विनय कुमार नई दिल्‍ली ब्‍यूरो चीफ

नई दिल्ली:कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण सम्पूर्ण लॉकडाउन है. इसी बीच देश की राजधानी के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने गरीब परिवारों को दो वक्त की रोटी मुहैया कराने का निर्णय लिया है. शुक्रवार को सीएम केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस वार्ता करते हुए प्रतिदिन 2 लाख लोगों को दो वक्त की रोटी मुहैया कराने की बात कही. उन्होंने बताया कि इस योजना को साकार रूप देने के लिए दिल्ली के 325 स्कूलों में खाना खिलाने की व्यवस्था की गई है. केजरीवाल ने कहा कि 28 मार्च से इस संख्या को दौगुना कर दिया जाएगा. जिसके बाद 4 लाख लोग प्रतिदिन खाना खा सकेंगे. 

सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार के कुल 224 रैन बसेरे चल रहे हैं. जिसमें रहने वाले 20 हजार लोगों को प्रतिदिन खाना खिलाया जा रहा है. लेकिन उन्होंने पाया कि रैन बसेरे कम पड़ रहे हैं और प्रतिदिन खाने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. कई स्थानों से खबर आ रही थी कि वहां लोग भूखे हैं. जिसके बाद दिल्ली सरकार ने रैन बसेरों को बड़े पैमाने पर बढ़ाने का फैसला लिया है. 

उन्होंने आगे बताया कि आज यानी 27 मार्च से सरकार दिल्ली के 325 स्कूलों के अंदर दोपहर और रात में खाने का इंतजाम करने जा रही है. जिसमें प्रत्येक स्कूल में दोपहर और रात के समय 500-500 लोग खाना खा सकेंगे. इसके साथ ही 224 रैन बसेरों में भी खाना बढ़ाया गया है. कल तक हम प्रतिदिन 20 हजार लोगों को खाना खिला रहे थे, लेकिन अब इसे 10 गुना बढ़ा कर 2 लाख  कर दिया गया है. यानी अब प्रतिदिन 2 लाख लोगों को खाना खिलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह संख्या कल यानी 28 मार्च से बढ़ कर दोगुनी हो जाएगी. कल से दिल्ली सरकार 4 लाख लोगों को प्रतिदिन खाना खिलाएगी. हम केंद्रों को जगह-जगह बांट रहे हैं, ताकि लोगों को खाना खाने के लिए ज्यादा दूर तक चल कर नहीं जाना पड़े.

विधायकों को अपने क्षेत्र में भूखों को खाना खिलाना सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी:-

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने अपने सभी विधायकों को बोला है कि उनकी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के अंदर समाज के लोगों के साथ मिल कर सुनिश्चित करें कि कोई भूखा न सोने पाए. इस दौरान सामाजिक दूरी भी बनी रहे, इसका अवश्य ध्यान रखना का भी निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि कई सारी सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं मदद के लिए साथ आई हैं, जिसमें ईस्कॉन, राधा स्वामी और गुरूद्वारा वाले बहुत मदद कर रहे हैं. यह सरकार की भी मदद कर रहे हैं और खुद भी खाने के कई केंद्र चला रहे हैं. इसके अलावा भी कई संस्थाएं मदद कर रही हैं. 

दिल्ली में रह रहे देश भर के लोग अब हमारे अपने हैं:-

सीएम ने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी के सोशल मीडिया पर संदेश आ रहे हैं जिसमें वे कह रहे हैं कि झारखंड और बंगाल के जितने लोग दिल्ली में रह रहे हैं, उनका ख्याल रखिए. केजरीवाल ने कहा कि मैं सभी लोगों से कहना चाहता हूं कि दिल्ली की सीमाओं के अंदर जो लोग रह रहे हैं, उन सभी लोगों की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है. यह सभी लोग बिहार, झारखंड, बंगाल, तमिलनाडु, केरला या कहीं के रहने वाले हों, लेकिन अब वो हमारे साथ हैं और वो अब हमारे हैं. आप सभी बिल्कुल चिंता मत कीजिए. एक-एक व्यक्ति का हम ख्याल रखेंगे. एक-दो दिन कुछ दिक्कतें आई थी, लेकिन अब किसी को खाने की दिक्कत नहीं होने देंगे. 

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)  ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया

नई दिल्लीःकोरोना वायरस ( Coronavirus) के खतरे के बीच ईरान (Iran) के कोम शहर में फंसे  भारतीय शिया मुस्लिम (shia muslim) समुदाय के लोगों को तुंरत राहत उपलब्ध कराने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)  ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है.  जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने मामले की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की थी. वकील संजय हेगड़े ने भी वीडियो एप के जरिए अपनी बात रखी. मामले कि अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी. कोर्ट ने इस दौरान सरकार को वहां फंसे लोगो को हरसम्भव मदद देने का निर्देश दिया है. 

दरअसल ईरान का कोम शहर दुनिया भर के शिया मुसलमानों को पवित्र स्थल है. इस शहर के भी कोरोना वायरस का केंद्र बनने के चलते भारत ने 27 फरवरी से ईरान से सीधे आने वाली उड़ानो पर रोक लगा दी थी.  इसकी वजह से 1000 से ज़्यादा शिया मुस्लिम तीर्थ यात्री वहीं फंसे गए थे जिनमें कुछ को वहां से निकाल लिया गया लेकिन करीब 850 भारतीय अभी भी वहां फंसे हुए हैं, इनमे बड़ी तादाद जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और महाराष्ट्र के रहने वाले लोग हैं. 

सरकार Covid-19 से प्रिवेंशन के लिए Corona Kavach

भारत सरकार Covid-19 से प्रिवेंशन के लिए Corona Kavach नाम का एक ऐप ला रही है. ये ऐप अभी बीटा वर्जन है और इसकी टेस्टिंग जारी है. दरअसल ये ऐप उन यूजर्स को अगाह करेगा जो संभावित कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों से मिल रहे हैं. इस ऐप को एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं.   गौरतलब है कि ये ऐप मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी द्वारा डेवेलप किया जा रहा ह और जल्द ही इसका फाइनल वर्जन भी पेश कर दिया जाएगा. इसी तरह का ऐप सिंगापुर ने भी बनाया है. हालांकि सिंगापुर के TraceTogether ऐप में शॉर्ट डिस्टेंस ब्लूटूथ सिग्नल का भी यूज किया जा रहा है. Corona Kavach ऐप यूजर का लोकेशन ऐक्सेस करता है और इस आधार पर ये पता लगाता है कि यूजर कहां कहां मूव कर रहा है. अगर लोकेशन डेटा किसी Covid-19 यूजर के लोकेशन डेटा के साथ मैच करता है तो उस यूजर को नोटिफिकेशन के जरिए अगाह किया जाएगा.

बॉर्डर पर फंसी युवती ने कहा; सीएम ने फोन उठा लिया. मैंने उन्हें फंसे होने की जानकारी दी

अतिरा शजी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि कर्नाटक केरल बॉर्डर पर फंसी थी फिर मैंने गुगल से मुख्यमंत्री का नंबर निकाला और फोन लगा दिया. सीएम ने फोन उठा भी लिया. मैंने उन्हें फंसे होने की जानकारी दी. लॉकडाउन की वजह से कई लोग अभी भी देश के अलग-अलग हिस्से में फंसे हुए हैं. लॉकडाउन के कारण केरल-कर्नाटक बॉर्डर पर फंसी अतिरा शजी ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया है. जिसमें उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री के बारे में जिक्र करते हुए लिखा है कि कैसे मुख्यमंत्री पिनाराई ने केरल के नागरिकों को लाने के लिए हस्तक्षेप किया. अतिरा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है उस दिन केरल के 14 लोग कर्नाटक-केरल बॉर्डर पर फंसे थे, जिसमें 13 महिलाएं थीं और उनमें एक मैं भी थी. अतिरा ने पोस्ट में ये भी जिक्र किया है कि वो केरल के कालीकट जिले की निवासी हैं. अतिरा ने लिखा, बॉर्डर पर फंसे होने की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप करते हुए हमें वापस बुला लिया. आतिरा ने लिखा कि वो अपने सहयोगियों के साथ टीसीएस में काम करने बाद 24 मार्च की सुबह केरल लौटने का फैसला किया. उन्होंने हैदराबाद से एक ट्रैवलर बुक किया. 24 मार्च की रात जब वो कर्नाटक-केरल के बॉर्डर तक पहुंची थी तभी देशव्यापी लॉकडाउन लागू हो गया. तब वाहन चालक ने कहा कि वो केरल में एंट्री नहीं ले सकते हैं इसलिए उन्हें कर्नाटक बॉर्डर उतार देंगे. अतिरा जब बॉर्डर पर पहुंची तो सुबह का 1 बज रहा था. अतिरा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा तब वो काफी चिंतित थीं और जैसे भी हो घर पहुंचना चाहती थीं.

 पोस्ट में लिखा, फिर मैंने गुगल से मुख्यमंत्री का नंबर निकाला और फोन लगा दिया. सीएम ने फोन उठा भी लिया. मैंने उन्हें फंसे होने की जानकारी दी. ये सुनकर सीएम ने उन्हें कहा कि बच्चे आपको घबराने की जरूरत नहीं, आप सुरक्षित घर पहुंच जाएंगी, आपको मदद दी जाएगी. फिर उन्होंने मुझे वायनाड के कलेक्टर और एसपी का नंबर दिया और कॉल करने को कहा. इसके बाद स्थानीय सीआई के साथ एसपी ने हम सभी फंसे 14 लोगों को वाहन से हमें हमारे घर भेजा. घर पहुंचने के बाद हमने उन्हें सुरक्षित पहुंच जाने की जानकारी दी. अब हम सभी 14 लोग होम आइसोलेशन में हैं.

 दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 5 लाख के पार हो गई है. इसमें से 22,340 लोगों की मौत हुई है और 121,227 मरीज ठीक हुए हैं

पूरी दुनिया की बात करें तो कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या सवा पांच लाख के पार पहुंच गई है. 24 घंटे में स्पेन और इटली में चौदह सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इन दो देशों में ही कोरोना मरीजों की संख्या सवा लाख से ज्यादा हो गई है. अमेरिका में कोरोना का कहर जारी है. 24 घंटे में अमेरिका में कोरोना संक्रमण के 15 हजार से ज्यादा मामले सामने आए और 182 लोगों की मौत हो गई. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तेजी से गहरा रहे कोरोना वायरसस संकट पर चर्चा करने के लिए अब तक कोई बैठक निर्धारित नहीं की है जबकि दुनियाा भर में कोविड-19 के मामले 5,30,000 से ज्यादा हो गए हैं और करीब 24,000 लोग इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं. यहां गौर करने वाली बात यह है कि वर्तमान में सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता चीन कर रहा है. विश्व में कोविड-19 के मामले 5,31,860 हो गए हैं और कुल 24,057 लोग इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं. अमेरिका में चीन और इटली से भी ज्यादा 85, 653 मामले सामने आए हैं. अमेरिका में कोविड-19 के कारण करीब 1,300 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक, विश्व भर में संयक्त राष्ट्र के 78 कर्मचारियों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. चीन की 15 राष्ट्रों की परिषद की अध्यक्षता 31 मार्च को समाप्त हो जाएगी और कोविड-19 वैश्विक महामारी पर चर्चा करने के लिए मार्च में सुरक्षा परिषद की कार्यसूची में कोई बैठक शामिल नहीं है.

कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच एअर इंडिया ने अपने विशेष विमान से 314 इजराइली नागरिकों को बृहस्पतिवार शाम को सुरक्षित उनके देश पहुंचा दिया. कई यात्रियों ने विमान से उतरते समय हाथों में भारत और इजराइल के झंडे लिए हुए थे. इजराइली दूतावास ने विदेश मंत्रालय से इस संबंध में अनुरोध किया था जिसके बाद एअर इंडिया को विशेष विमान की व्यवस्था करने के लिए कहा गया. राष्ट्रीय परिवाहक ने चीन, इटली, ईरान और मैड्रिड में फंसे भारतीयों के लिए ऐसी ही उड़ानें संचालित की थी. एयरलाइन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बोइंग 777 विमान शाम करीब चार बजे दिल्ली से रवाना हुआ.

शिरडी साईं ने खोला खजाना, महाराष्ट्र सरकार को दिए 51 करोड़

  दुनिया में कोरोना वायरस महामारी से हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से देश में 21 दिन का लॉक डाउन किया गया है, भारत मे आज लॉक डाउन का तीसरा दिन है। लॉक डाउन के कारण आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संकट के बीच समाज के अलग अलग तबके के लोग गरीब लोगों की मदद के लिए सामने आ रहे हैं। वहीं शिरडी के साईं संस्थान ट्रस्ट ने इस महामारी से निपटने के लिए 51 करोड़ रुपए की मदद की है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक श्री साईबाबा संस्थान ट्रस्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 51 करोड़ की राशि दान की है। बता दें कि देश में इस महामारी के चलते लॉक डाउन किया गया है। इसी के साथ देश के सभी बड़े मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है। इसी क्रम में शिरडी का साईं मंदिर भी बंद है। महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के 135 से ज्यादा के सामने आए जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत में कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में अब तक कोरोनावायरस के 135 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। जबकि राज्य में अब तक 4 लोगों की करुणा वायरस की वजह से मौत हो चुकी है।

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