ग्रीष्मकालीन राजधानी में पहला स्वतंत्रता दिवस,12 घोषणाएं की -त्रिवेन्द्र सिंह रावत & Top UK News 15 August 20

15 August 20: by Himalayauk Newsportal Bureau हरी विकास मंत्री माननीय मदन कौशिक ने कलेक्ट्रेट में राष्ट्रीय ध्वज फहराया # हम राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी में पहला स्वतंत्रता दिवस मना रहे है – मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत #मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गैरसैंण के लिए 12 घोषणाएं की #यूटीडीबी परिसर में किया गया ध्वजारोहण

हरी विकास मंत्री माननीय मदन कौशिक ने कलेक्ट्रेट में राष्ट्रीय ध्वज फहराया

हरिद्वार। राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस पर शहरी विकास मंत्री माननीय मदन कौशिक ने कलेक्ट्रेट में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उनके साथ जिलाधिकारी श्री सी0 रविशंकर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सेंथिल अबुदई ने ध्वज को सलामी दी। राष्ट्र ध्वज फहराने पर उपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों ने देश के सम्मान में राष्ट्रगान गाकर सम्मान व्यक्त किया। मा0 मंत्री जी ने सभी को नशील पदार्थों का सेवन न करने, नशीली दवाओं का बहिष्कार और नशे की लत को समाप्त कर स्वस्थ समाज के निर्माण करने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर शिक्षा विभाग की स्मारिका अकीर्तित योद्धा का भी विमोचन किया।

स अवसर शहरी विकास मंत्री ने अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी के निर्देशन में काम कर रही जिले के अधिकारियों कर्मचारियों की पूरी टीम को कोरोना वारियर कहते हुए सराहना की। उन्होंनें कहा कि सभी ने संकट की इस घड़ी में निडर भाव से अपनी सेवायें दी हैं। सभी ने जो जिसका दायित्व था उसको निभाया है। उन्होंने कहा कि कोरोनो संक्रमण के दौर में आजादी का पर्व मनाये जाने का स्वरूप थोड़ा परिवर्तित जरूर हुआ है लेकिन हम सब की भावनायें, हर्ष और उत्साह जरा भी कम नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास जितना गौरवशाली है, उतना ही वर्तमान भी। यहां अब भी सत्य और अहिंसा का पालन किया जाता है। कोरोना संकट में जब बड़े विकसित देश उपचार में काम लायी जा रही एक दवा के लिए भारत से आशा लगाये थे तब भी भारत ने दिखाया कि भारत देश एक उदार निस्वार्थ भावना की विचारधारा वाला देश है।
जिलाधिकारी श्री सी0 रविशंकर ने कहा कि आजादी दिवस विगत वर्षो से हम मनाते आ रहे हैं लेकिन इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की प्रासंगिकता और अधिक हो गयी है। पहले हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने एक शक्तिशाली शासितों से लड़ाई लड़कर आजादी पायी थी और अब आज देश के प्रत्येक नागरिक कोरोनो संकट से लड़कर संर्घष कर जीतने की चुनौति खड़ी है। हम सबको मिलकर इस चुनौति से लड़ना है। इस चुनौति में सब  अपना योगदान देने के लिए लोगोें की सुरक्षा के लिए बनायी गयी गाइड लाइनो का अनुपालन कर, सोशल डिस्टेंसिंग अपना कर मास्क लगाकर और अनवाश्यक घर से न निकलकर अपना योगदान दे सकते हैं।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री द्वारा कोरोना संक्रमण के उपचार के बाद स्वस्थ हुए लोगों को माला पहना कर तथा पुष्प भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही कोरोना के दौरान अपनी विशिष्ट सेवायें देने वाले कोरोना योद्धाओं (प्रशासन तथा पुलिस) को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

प्रशस्ति पत्र पाने वालों में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री कृष्ण कुमार मिश्र, अपर मेला अधिकारी श्री ललित नारायण मिश्र,  अपर मेला अधिकारी श्री हरबीर सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ एस के झा, सिटी मजिस्ट्रेट श्री जगदीश लाल, एसपी सिटी श्रीमती कमलेश उपाध्याय, उप सेनानायक सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र श्री सुरजीत सिंह पंवार, पुलिस अधीक्षक यातायात श्री आयुष अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रतीक जैन, डिप्टी कलेक्टर श्री शैलेंद्र नेगी, एसएलओ श्रीमती स्मृता परमार, पुलिस अधीक्षक देहात श्री मनोज कात्याल, मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री आनंद भारद्वाज, एआरटीओ श्री मनीष तिवारी, श्री सुरेद्र कुमार, मुख्य कोषाधिकारी श्रीमती नीतू भण्डारी, मुख्य कृषि अधिकारी श्री वीके यादव, मुख्य उद्यान अधिकारी श्री नरेंद्र यादव, एपीडी सुश्री नलनीत घिल्डियाल, जिला महाप्रबंधक उद्योग केंद्र श्रीमती अंजनी नेगी, चिकित्साधिकारी आयुष डाॅ त्रिभुवन बेंजवाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी श्रीमती सीमा नौटियाल, ड्रग इंसपेक्टर श्रीमती अनिता भारती, जीएस रावत प्रबंक सिडकुल हरिद्वार, अजय कुमार चैधरी खण्ड शिक्षा अधिकारी, महावीर रावत नोडल अधिकारी डाटा फिडिंग (एनआईसी) डाॅ नरेश चैधरी सचिव रेड क्रॅास हरिद्वार, अभिषेक चैहान ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर। डिप्टी कलेक्टर श्री शैलेंद्र सिह नेगी को लोक सभा सामान्य निवार्चन 2019 के इलेक्शन मैनेजमेंट के लिए राज्य स्तर पर बेस्ट इलेक्टोरल प्रेक्टिस पुरस्कार भी प्रदान किया गया है।
इसके बाद जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी श्री कृष्ण कुमार मिश्र के साथ एआरटीओ कार्यालय परिसर में वृक्षारेापण किया उन्होंने सभी से अधिकाधिक पेड़ लगाने की अपील की। राजकीय प्रमाणित संस्था भिक्षुक गृह जाकर आयुष किट भी वितरित की और यहां सभी का हाल चाल जाना।

प्रदेश की जनता स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

चमोली 15 अगस्त,2020 (सू0वि0) 74वाॅ स्वतन्त्रता दिवस पूरे जनपद में बडे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराडीसैंण) विधानसभा परिसर में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कर स्वर्णिम इतिहास रचा। यह पहला मौका है जब प्रदेश के किसी मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के बाद स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द्र अग्रवाल एवं विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान सहित क्षेत्रीय विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, थराली विधायक मुन्नदेवी शाह व अन्य गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि विधानसभा बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 4 मार्च, 2020 को सदन में बजट पेश करने के तुरंत बाद गैरसैंण (भराडीसैंण) को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था। प्रदेश के आठवें मुख्यमंत्री के तौर पर सत्ता संभालने वाले श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मजबूत इच्छाशक्ति से यह सबसे बडा ऐतिहासिक फैसला लिया। जिसका प्रदेश की जनता ने जमकर स्वागत किया।

हम राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी में पहला स्वतंत्रता दिवस मना रहे है – मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत

प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण पहुॅचकर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कर स्वर्णिम इतिहास रचा। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते हुए प्रदेश की जनता स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण बन गया है कि हम राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी में पहला स्वतंत्रता दिवस मना रहे है और हम सब इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने है। कहा कि हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने निस्वार्थ भाव से देश की आजादी की लडाई लडी और आज हम देश का स्वतंत्रता दिवस मना रहे है।

मुख्यमंत्री नेे कहा कि जनभावनाओं के अनरूप ही राज्य में विकास कार्यो को आगे बढाने के लिए उनकी सरकार संकलपबद्व है। कहा कि आज पूरा देश कोविड महामारी के चलते आर्थिक संकट से लड़ रहा है। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के गरीबों, व्यवसायियों, उद्योगों के लिए 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज देकर आर्थिक स्थित को मजबूत बनाने का काम किया है।

विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने प्रदेश की जनता को स्वतंत्रता पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए ग्रीष्मकालीन राजधानी भराडीसैंण के विकास के लिए एकजुट होकर संकल्प लेने की बात कही। कहा कि पहाड़ो के विकास से ही प्रदेश का विकास होगा। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 76 करोड़, 67 लाख, 65 हजार की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकापर्ण करते हुए क्षेत्र के विकास के लिए 12 विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणाएं करते हुए  बडी सौगात भी दी। कोविड महामारी में बेहतर कार्य करने पर स्वास्थ्य कर्मियों, पर्यावरण मित्रों, अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। जिला प्रशासन द्वारा स्वतंत्रता पर्व पर मा0 मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द्र अग्रवाल, उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, विधायक मुन्नीदेवी शाह, विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी को प्रतीक चिन्ह एवं शाॅल भेंट किया गया। आजादी के पर्व पर भराडीसैंण में पौधरोपण भी किया गया।  

स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण विधानसभा परिसर में 6071.82 लाख की विकास योजनाओं का शिलान्यास तथा 1595.83 लाख की योजनाओं का लोकार्पण किया। जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में बुंगीधार-मेहलचैरी-बछुवाबाण मोटर मार्ग के किमी 51 मे डामरीकरण व सुधारीकरण लागत 60 लाख, गैरसैंण में पुनगांव-विषौणा मोटर मार्ग सुधारीकरण व डामरीकरण लागत 312.93 लाख, गोपेश्वर में ईवीएम वेयर हाउस का निर्माण लागत 223.31 लाख, पोखरी के विनायकधार में स्व0 श्री नरेन्द्र सिंह भण्डारी की मूर्ति स्थापना एवं पार्क विकास निर्माण कार्य लागत 14.30लाख, भराडीसैंण में हैलीपैड निर्माण लागत 216.76 लाख, राइका थिरपाक में भौतिक, रसायन व जीवविज्ञान प्रयोगशाला निर्माण लागत 82.02 लाख, हाईस्कूल पुडियाणी में रमसा के तहत विविध कार्य लागत 74.14 लाख, गैरसैंण में अक्षयबाडा पेयजल योजना लागत 83.53 लाख, सारिगंगाव ग्राम समूल पेयजल योजना लागत 94.79 लाख, टंगणी तल्ली से टंगणी मल्ली तक मोटर मार्ग लागत 260.46, कुहेड मैठाणा से रोपा चलधर मोटर मार्ग निर्माण लागत 441.58लाख, कुहेड-मैठाणा पलेठी-सरतोली-मथरपाल-नैथोली मोटर मार्ग लागत 989.23 लाख, मारवाडी-थेंग मोटर मार्ग लागत 813.08 लाख, मारवाडी-पुलना मोटर मार्ग 673.50 लाख, बूंगीधार-मैहलचैरी-बछुवाबाण मोटर मार्ग के किमी 12 से कोलानी मोटर मार्ग लागत 296.69 लाख, रोहिडा-पज्याणा मोटर मार्ग लागत 353.09 लाख, गौचर-ढमढमा मोटर मार्ग लागत 806.04 लाख, नन्द्रप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के किमी 11 से मंगरोली मोटर मार्ग 182.44 लाख तथा घाट-थराली मोटर मार्ग के किमी 10 से स्यारी मोटर मार्ग लागत 108.23 लाख शामिल है।

जिन योजनाओं को लोकापर्ण किया गया उनमें जिलासू-उत्तरौं मोटर मार्ग डामरीकरण कार्य लागत 185.06 लाख, गैरसैंण में क्रीडा स्थल का विस्तारीकरण तथा विकास कार्य लागत 65.81 लाख, कर्णप्रयाग में बाला से सिरकोट मोटर मार्ग नवनिर्माण लागत 65.81 लाख, आदिब्रदी-नौटी से काॅसुवा होते हुए चांदपुर गढी तक नवनिर्माण कार्य लागत 250.64 लाख, चेपडो गधेरे में लौह सेतु का निर्माण लागत 214.89 लाख, राइका कुराड में कम्प्यूटर, पुस्तकालय एवं आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण लागत 50.46 लाख, राउमावि कण्डवाल में कम्प्यूटर, पुस्तकालय एवं आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण लागत 55.25 लाख, राउमावि सणकोट मे प्रयोगशाला, कम्प्यूटर, पुस्तकालय एवं आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण लागत 74.94 लाख, गैरोली-मल्ली ग्राम समूह पेयजल योजना लागत 154.77 लाख, हेलंग-ल्यारी-उगर्म मोटर मार्ग स्टेज2 लागत 225.35 लाख तथा गीबर से पैब मोटर मार्ग शामिल है।

स्वतंत्रता पर्व पर मुख्यमंत्री ने 12 विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणाएं भी की। जिसमें सीएचसी गैरसैंण 50 बैड के सब डिस्ट्रिक्ट हाॅस्पिटल की स्थापना, भराडीसैंण में मिनि सचिवालय की स्थापना, हाॅस्पिटल में टेली मेडिसिन की सुविधा, भराडीसैंण क्षेत्र में पम्पिंग पेयजल लाईन निर्माण, भराडीसैंण-गैरसैंण में साईनेज लगाने, भराडीसैंण-गैरसैंण में जिओ ओएफसी नेटवर्किंग का विस्तारीकरण, लोनिवि निरीक्षण भवन में 8 कमरों का निर्माण, गैरसैंण ब्लाक में कृषि विकास हेतु कोल्ड स्टोरेज एवं फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना, बेनीताल को एस्ट्रो विलेज के रूप में विकसित करने, भराडीसैंण में ईको ट्रेल/ईको पार्क की स्थापना, राइका भराडीसैंण में दो अतिरिक्त कक्षाकक्ष निर्माण, आईटीआई गैरसैंण के भवन निर्माण एवं उपकरणों हेतु धनराशि की स्वीकृति शामिल है। 

इस अवसर पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया आदि सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। 

वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज लिए भराडीसैंण में से बनाए गए कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। कोरोना संक्रमित मरीजों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने उनका हाल जाना और भरोसा दिलया कि स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में किसी भी तरह की कमी नही होने दी जाएगी। इस दौरान जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मा0 मुख्यमंत्री को कोविड सेंटर की व्यवस्थाओं से अवगत कराया। जिस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन के कार्यो की सराहना की।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गैरसैंण के लिए 12 घोषणाएं की

देहरादून 15 अगस्त 2020 (सू.ब्यूरो)  मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस लाईन देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में ध्वजारोहण किया। उन्होंने कोरोना वारियर्स को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने गैरसैंण के लिए 12 घोषणाएं की। जिसमें सी.एच.सी गैरसैंण में 50 बेडेड सब डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की स्थापना की जायेगी। हॉस्पिटल में टेली मेडिसन की सुविधा प्रदान की जायेगी। भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में मिनी सचिवालय की स्थापना की जायेगी। भराड़ीसैंण क्षेत्र में पम्पिंग पेयजल लाईन का निर्माण कराया जायेगा। भराड़ीसैंण-गैरसैंण में साइनेजेज लगाये जायेंगे। भराड़ीसैंण-गैरसैंण क्षेत्र में जियो ओएफसी, नेटवर्किंग का विस्तारीकरण कार्य कराया जायेगा। लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन, गैरसैंण में 08 कमरों के निर्माण की स्वीकृति दी जायेगी। गैरसैंण ब्लॉक में कृषि विकास हेतु कोल्ड स्टोरेज एवं फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की जायेगी। बेनीताल का एस्ट्रो विलेज के रूप में विकास किया जायेगा। भराड़ीसैंण में ईको ट्रेल/ईको पार्क की स्थापना की जायेगी। जीआईसी भराड़ीसैंण में 02 अतिरिक्त कक्षा कक्ष का निर्माण किया जायेगा। राजकीय आईटीआई गैरसैंण का भवन निर्माण एवं उपकरणों हेतु धनराशि स्वीकृत की जायेगी।  

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने आजादी की 73 वीं वर्षगांठ पर सभी प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने देश के लिये अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले, सभी स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों और सैन्य व अर्धसैन्य बल के शहीद जवानों और अमर शहीदों और आंदोलनकारियों नमन किया। उन्होंने कहा कि इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर परिस्थितियां बहुत अलग हैं। पूरा देश, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ रहा है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने देश हित में सही समय पर साहसिक फैसले लिए, जिससे यह महामारी नियंत्रित अवस्था में है।अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने 20 लाख करोड़ रूपए का पैकेज दिया है। इसमें मजदूरों, गरीबों, किसानों, व्यापारियों, उद्यमियों सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा गया है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेशवासियों की भावना का सम्मान करते हुए राज्य सरकार ने गैरसैंण को उत्तराखण्ड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है। इसकी विधिवत अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। अब गैरसैण में राजधानी के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं के विकास की कार्ययोजना बनाई जा रही है।  पिछले वर्ष 36 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए। इसलिए भविष्य की आवश्यकताओं, श्रद्धालुओं की सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की दृष्टि से चारधाम देवस्थानम बोर्ड का गठन किया गया है। उत्तराखण्ड में सभी के सहयोग से कोविड-19 से लड़ाई लड़ी जा रही है। परिस्थितियों के अनुसार निर्णय ले रहे हैं। सर्विलांस, सेम्पलिंग, टेस्टिंग पर फोकस किया जा रहा है। राज्य में पर्याप्त संख्या में कोविड अस्पताल, आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड, आक्सीजन सपोर्ट बेड और वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। आज राज्य के सभी  जनपदों में आई0सी0यू0, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम की व्यवस्था है। देहरादून, श्रीनगर, अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रुद्रपुर के बाद अब हरिद्वार और पिथौरागढ़ में भी मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। पिछले लगभग तीन साल में पर्वतीय क्षेत्रों में डाक्टरों की संख्या पहले से लगभग ढाई गुनी की जा चुकी है। टेलीमेडिसीन और टेलीरेडियोलोजी भी लाभदायक साबित हो रही हैं। ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य उपकेंद्रों का हैल्थ एंड वैलनैस सेंटर के रूप अपग्रेडेशन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना में राज्य के सभी परिवारों को 5 लाख रूपए वार्षिक की निशुल्क चिकित्सा सुविधा देने वाला उत्तराखण्ड, देश का पहला राज्य है। अभी तक लगभग 40 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं, और लगभग 1 लाख 82 हजार मरीजों को योजना में निशुल्क उपचार मिला है। जिस पर लगभग 162 करोड़ रूपए खर्च किए जा चुके हैं। राज्य के सरकारी कार्मिकों और पेंशनरों को भी इसके अंतर्गत शामिल किया गया है। अटल आयुष्मान योजना में नेशनल पोर्टेबिलिटी की सुविधा देते हुए देशभर के 22 हजार से अधिक अस्पताल इसमें सूचीबद्ध हैं। प्रदेश में लगभग चार लाख प्रवासी भाई बहनों को विभिन्न माध्यमों से उत्तराखण्ड में सकुशल वापस लाया गया हे। हमें इनके रोजगार की भी चिंता है। इनकी स्किल मैपिंग करते हुए होप पोर्टल पर इनका पंजीकरण किया गया है।युवाओं और प्रदेश में लौटे प्रवासियों के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई है। एमएसएमई के तहत इसमें ऋण और अनुदान की व्यवस्था की गई है। इसमें लगभग 150 प्रकार के काम शामिल किए गए हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत उत्तराखण्ड राज्य के लगभग 62 लाख व्यक्तियों को प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल और प्रति परिवार 1 किलो दाल निशुल्क वितरित की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की परिस्थितियों में उद्योगों को अनेक प्रकार से राहत दी गई हैं। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना और पं.दीनदयाल उपाध्याय  होम-स्टे योजना में ऋण लेने वालों को अप्रेल से जून माह तक ब्याज पर छूट दी गई। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से केन्द्र की लगभग एक लाख करोड़ रूपए की विभिन्न परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत हुई हैं। बहुत सी योजनाओं पर तेजी से काम भी चल रहा है। इनमें ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, चारधाम सड़क परियोजना़, केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण, भारतमाला परियाजना, जमरानी बहुद्देशीय परियोजना, नमामि गंगे, देहरादून स्मार्ट सिटी आदि प्रमुख हैं। सड़क, रेल व एयर कनेक्टीवीटी में काफी विस्तार हुआ है। एयर कनेक्टीवीटी पर विशेष जोर दिया गया है। राज्य में 27 हेलीपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं। राज्य में उच्च स्तरीय संस्थाओं की स्थापना की है। इनमें देहरादून में देश का पहला ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर, डोईवाला में सीपेट, कोस्ट गार्ड भर्ती सेंटर, नेशनल लॉ यूनिवर्सिंटी, अल्मोड़ा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन नेचुरल फाईबर  शामिल हैं। भारत सरकार ने भारत नेट फेज -2 परियोजना के लिए 2 हजार करोड़ रूपए की स्वीकृति दी है। ‘‘हर घर को नल से जल’’ योजना में प्रदेश के 15 लाख से अधिक परिवारों को स्वच्छ जल दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। तीन वर्षों में ये लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 1 रूपए पर पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है। नमामि गंगे में 15 प्राथमिकता के शहरों में नए एस.टी.पी. निर्माण किए गए हैं। हरिद्वार में देश का पहला हाईब्रिड एन्यूटी मॉडल पर आधारित 14 एमएलडी क्षमता का एसटीपी स्थापित किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार में विकास का मूलमंत्र, सुशासन है।  उत्तराखण्ड को भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था देने का हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। ई-केबिनेट, ई-ऑफिस, सीएम डैश बोर्ड उत्कर्ष, सीएम हेल्पलाईन 1905, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था के चलते कार्यसंस्कृति में गुणात्मक सुधार हुआ है।टिहरी गढ़वाल में डोबरा चांठी पुल सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण है। 14 साल के लम्बे इंतजार  के  बाद टिहरी को प्रतापनगर  से सीधे जोड़ने के लिए डोबराचांठी पुल बनकर तैयार हो गया है। पिछले लगभग साढ़े तीन वर्षों में उत्तराखण्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। राष्ट्रीय फलक पर उत्तराखण्ड अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर मिले पुरस्कार इस बात की पुष्टि करते हैं। नीति आयोग द्वारा जारी ‘‘भारत नवाचार सूचकांक 2019’’ में पूर्वोत्तर एवं पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में उत्तराखण्ड सर्वश्रेष्ठ तीन राज्यों में शामिल है। राज्य को 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट घोषित किया गया। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्तराखंड को सात पुरस्कार मिले हैं। ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’ अभियान में ऊधमसिंह नगर जिले को देश के सर्वश्रेष्ठ 10 जिलों में चुना गया। उत्तराखंड को खाद्यान्न उत्पादन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दूसरी बार कृषि कर्मण प्रशंसा पुरस्कार दिया गया। जैविक इंडिया अवार्ड 2018 के साथ ही मनरेगा में देशभर में सर्वाधिक 16 राष्ट्रीय पुरस्कार राज्य को मिले। मातृत्व मृत्यु दर में सर्वाधिक कमी के लिए उत्तराखण्ड को भारत सरकार से पुरस्कृत किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार ने राज्य में निवेश लाने के लिए पूरी गम्भीरता से काम किया। हमने राज्य में शांति व कानून व्यवस्था, प्रभावी सिंगल विंडो, इन्वेटर्स फ्रेंडली सिस्टम और दक्ष मानव संसाधन के प्रति हमने निवेशकों को भरोसा दिलाया है। उद्यमियों, औद्योगिक संस्थाओं द्वारा दिए गए सुझावों को शामिल करते हुए निवेश के अनुकूल नीतियों में संशोधन किया गया और नई नीतियों का निर्माण किया। इसी का परिणाम है कि इन्वेस्टर्स समिट के बाद पहले चरण में 24 हजार करोड़ रूपए से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है। पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिए पर्यटन, आयुष व वेलनेस, आईटी, सौर ऊर्जा सहित सर्विस सेक्टर पर विशेष फोकस किया गया है। पर्वतीय राज्य की अवधारणा से बने उत्तराखण्ड में पहली बार रिवर्स पलायन पर सुनियोजित तरीके से काम शुरू किया है। एमएसएमई के केंद्र में पर्वतीय क्षेत्रों को रखा गया है। ग्रामीण विकास और पलायन आयोग का गठन किया गया। आयोग ने जिलावार अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट दी जिसके अनुसार योजनाएं बनाई जा रही है। सीमांत तहसीलों के लिए मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना शुरू की है। सभी न्याय पंचायतों में क्लस्टर आधारित एप्रोच पर ग्रोथ सेंटर बनाए जा रहे हैं। 96 ग्रोथ सेंटरों को मंजूरी भी दी जा चुकी है। बहुत से ग्रोथ सेंटर शुरू भी हो चुके हैं। इससे ग्रामीण आर्थिकी मजबूत हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को तीन लाख रूपए और महिला स्वयं सहायता समूहों को पांच लाख रूपए तक का ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध कराया जा रहा है। होम स्टे योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

13 डिस्ट्रिक्ट-13 न्यू डेस्टीनेशन से नए पर्यटन केंद्रों का विकास हो रहा है। पिथौरागढ़ के मोस्टमानू में देश का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन बनाया जा रहा है। राजकीय स्कूलों में एनसीईआरटी का सिलेबस लागू करने के साथ ही क्वालिटी एजुकेशन के लिए स्मार्ट क्लासेज भी शुरू की गई हैं। प्रदेश की नदियों, झीलों, तालाबों और जलस्त्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए व्यापक जनअभियान शुरू किया गया है। देहरादून में सूर्यधार झील बनकर लगभग तैयार है। सौंग बांध से ग्रेविटी बेस्ड जलापूर्ति होगी। गैरसैण, कोलीढे़क, गगास, थरकोट, ल्वाली आदि झीलों पर काम चल रहा है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आंगनबाड़ी सहायिका, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। प्रदेश के लोक कलाकारों का मानदेय दोगुना किया गया। वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांगजन पेंशन की राशि को 1000 रूपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 1200 रूपए प्रतिमाह किया गया। ग्राम प्रहरियों का मानदेय रूपए 2000 हजार प्रतिमाह किया गया।पुलिस विभाग के कार्मिकों की पुलिस कार्यवाही के दौरान वीरगति प्राप्त होने पर अनुग्रह राशि को बढ़ाकर 15 लाख रूपए किया गया। होमगार्ड स्वयं सेवकों का ड्यूटी भत्ता 600 रूपए प्रतिमाह किया गया। दिव्यांगजनों के लिए आरक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत किया गया। दुर्घटना राहत राशि को मृत्यु पर 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख, गम्भीर घायल होने पर 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार और साधारण घायल होने पर 5 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रूपए किया है। 1975 में आपातकाल के दौरान जेल जाकर लोकतंत्र की रक्षा में अहम योगदान देने वाले गए 62 लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान स्वरूप पेंशन दी जा रही है। शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी दी जा रही है। विशिष्ट सेवा पदक से अलंकृत सैनिकों को अनुमन्य राशि में कई गुना बढ़ोतरी की है।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, मेयर री सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री खजानदास, श्री विनोद चमोली, मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश, डीजीपी श्री अनिल कुमार रतूड़ी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इससे पूर्व मुख्यमंत्री आवास में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय एकता की सपथ भी दिलाई।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने बलवीर रोड स्थित भाजपा कार्यालय में ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री वंशीधर भगत, सांसद श्री तीरथ सिंह रावत, विधायक श्री हरवंश कपूर आदि उपस्थित थे।

यूटीडीबी परिसर में किया गया ध्वजारोहण

देहरादून 15 अगस्त, 2020। 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) में निदेशक वित्त श्री जगत सिंह चैहान द्वारा ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के अवसर पर श्री जगत सिंह चैहान ने यूटीडीबी के समस्त अधिककारियों व कर्मचारियों को आजादी की 73वीं वर्षगांठ पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाऐं दी। ध्वजारोहण के उपरान्त देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले, सभी स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों और सैन्य व अर्धसैन्य बल के शहीद जवानों को श्रद्धापूर्वक नमन किया गया।

श्री जगत सिंह चैहानयूटीडीबी ने कहा कि आज देश 74वें स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली थी और यह दिन भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष देश कोविड-19 जैसे महामारी से लड़ाई लड़ रहा है। प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे जरूरी कार्य के लिए ही घरों से बाहर निकले, अनावश्यक बाहर न घूमें साथ ही बुजर्गों व छोटे बच्चों को घरों में रहने को कहा।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उपनिदेशक, संयुक्त निदेशक, निदेशक अवस्थापना, जनसंपर्क अधिकारी, प्रचार अधिकारी सहित उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।

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